क्या आपने कभी “साँप का तेल” नामक शब्द सुना है? साँप का तेल या स्नेक ऑयल शब्द का प्रयोग भ्रामक मार्केटिंग, स्वास्थ्य देखभाल, धोखाधड़ी या किसी घोटाले के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसी तरह, “स्नेक ऑयल सेल्समैन” एक सामान्य अभिव्यक्ति के रूप में प्रयोग किया जाता है, जिसका उपयोग किसी ऐसे व्यक्ति का वर्णन करने के लिए किया जाता है जो कुछ बेकार या कपटपूर्ण इलाज, उपाय या समाधान को बेचता या बढ़ावा देता है। हालांकि, सांप का तेल जैसा कुछ भी है ही नहीं। अगर हम एलन मस्क के व्यापार मॉडल की बात करें तो उनका पूरा बिजनेस ही स्नेक ऑयल पर आधारित है और मस्क ‘स्नेक ऑयल’ बेचने वाले दुनिया के सबसे बड़े बिजनेसमैन हैं। ‘ढ़ोल के अंदर पोल’ वाली कहावत तो आपने सुनी ही होंगी? इस लेख में आप जैसे-जैसे आगे बढ़ेंगे आपको यह कहावत सत्य होती दिखाई देगी और मस्क का चरित्र आपके सामने आ जाएगा। चलिए समझते हैं।
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बर्बादी के कगार पर टेस्ला
दुनिया के सबसे अमीर आदमी एलन मस्क का विवादों से घिरे रहने का इतिहास रहा है। वो जो कुछ भी करते है, वह विवाद बन जाता है या फिर उनके पास कुछ करने को बचा नहीं, शायद इसीलिए, विवाद ही उत्पन्न करते रहते हैं। वह स्वप्नों को पूरा करने वाले दृढ़ उद्यमी नहीं बल्कि उसका व्यापार करने वाले एक चतुर विक्रेता हैं। न्यूरोलिंक, हुमनोइड रोबोट, टेस्ला, हाइपरलूप, मंगल पर मानव बस्ती और अंतरीक्ष पर्यटन जैसी कपोलकल्पित परियोजनाओं के बल पर निवेशकों से निवेश प्राप्त करते हैं और जब ये इनके पूरे होने की संभावना नहीं दिखती तो अपने शेयरों का विनिवेश कर पीछा छुड़ा लेते हैं।
हाल ही में ट्विटर डील को लेकर मस्क सुर्खियों में आए थे लेकिन समय के साथ पता चला कि मस्क ने ट्विटर को भी चूना लगा दिया! मौजूदा समय में यह डील अभी टेबल पर ही है। हालांकि, इन दिनों एक बार फिर से डील को लेकर सुगबुगाहट देखने को मिल रही है। ध्यान देने वाली बात है कि जब ट्विटर से उनकी डील को लेकर चर्चा हो रही थी उसी सप्ताह अमेरिकी सिक्योरिटीज फाइलिंग के अनुसार, मस्क ने टेस्ला के लगभग 9.6 मिलियन शेयर बेचे थे, जो कंपनी में उनकी 5.6% हिस्सेदारी के बराबर थी। रिपोर्ट में इसे एलन मस्क की ट्विटर डील के लिए फंड जुटाने की कवायद करार दिया गया था। एलन मस्क ने इस फाइलिंग के बाद ट्वीट किया था कि आज के बाद भविष्य में टेस्ला के शेयर को बेचने को कोई प्लान नहीं है यानी ट्विटर डील के लिए मस्क ने टेस्ला को दांव पर लगा दिया था। हालांकि, टेस्ला की स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं है।
ध्यान देने वाली बात है कि टेस्ला दुनिया की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनियों में से एक है लेकिन यह कंपनी फिलहाल किसी भी नए मॉडल पर बिल्कुल भी काम नहीं कर रही है और इसके बजाय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को विकसित करने पर ध्यान दिया जा रहा है, जबकि कंपनी को अभी भी लंबा सफर तय करना है। टेस्ला ने पिछले वर्ष केवल 500,000 कारों की डिलीवरी की था, जो विश्व बाजार उत्पादन में 1 फीसदी से भी कम है और मस्क द्वारा कंपनी का इतने ज्यादा शेयर बेचने से कई तरह के सवाल खड़े हुए थे। हालांकि, ‘ट्विटर डील’ का क्या होगा, यह भविष्य के गर्भ में है।
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स्पेस-X से सपने बेचते हैं मस्क
जब एक प्रेमी अपनी प्रेमिका के लिए चाँद-तारे तोड़ने का वादा करता है तब श्रृंगार रस के कवि इसे अलग ही संज्ञा देते हैं। लेकिन लगता है शायद मस्क ने इसे कुछ ज्यादा ही ‘सीरियसली’ ले लिया और अपने निवेशकों को मंगल पर ले जाने का वादा कर दिया। चांद के पार मंगल पर पहुंचाने के मस्क के हृदय विदारक रास ने जनता के नज़रों में उनकी छवि एक नायक के रूप में स्थापित की बल्कि निवेशकों का प्रेमी भी बना दिया। स्पेस-X के जरिए मस्क दुनिया को यही स्कीम बेचते हैं। अभी तक कई बार स्पेसएक्स के रॉकेट ब्लास्ट हो चुके हैं और यह कंपनी भी पूरी तरह से इस क्षेत्र में अपने झंडे गाड़ने में असफल रही है। हाल ही में स्पेसएक्स द्वारा विकसित एक बूस्टर रॉकेट (Booster Rocket) टेक्सास में एक ग्राउंडटेस्ट फायरिंग के दौरान आग की लपटों में फट गया।
ज्ञात हो कि मस्क के पास हमेशा फालतू चीजों का वादा करने की यह आदत रही है, जिनमें टेस्ला कारें, मंगल ग्रह पर टाउनशिप और ‘ऑफ-प्लैनेट’ ऑटो मोबाइल जैसे वादे शामिल हैं। मान लीजिए, उदाहरण के लिए, मंगल ग्रह पर एक बस्ती का निर्माण कर भी लिया जाये तो भी वहां कौन जाएगा और वहां रहेगा? इस प्रश्न के उत्तर जानने के लिए लेख पढ़ने की नहीं बल्कि ज़ेब टटोलने की आवश्यकता है क्योंकि ये लेख पढ़ने वाले तो निश्चित रूप से नहीं जा रहें, ये तो तय है। सबसे पहले बेजोस, बफे या फिर बिल भैया जाएंगे! यही बात ‘ऑफ-प्लैनेट’ कारों और मस्क द्वारा पेश किए जाने वाले अन्य उत्पादों पर भी लागू होती है।
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एलन मस्क का PayPal कांड
जो लोग एलन मस्क को बहुत बड़ा तीस मार खान समझते हैं शायद वे इनके PayPal कांड से अवगत नहीं हैं। जब PayPal की बात आती है तो एलन मस्क को अक्सर इस नवाचार के सह-संस्थापक के रूप में वर्णित किया जाता है। लोगों को लगता है कि मस्क डिजिटल भुगतान उद्योग के तारणहार है। PayPal इस प्रश्न का मानद उदाहरण है कि आखिर एलन मस्क को PR नामक प्रेयसी से इतना प्रेम क्यों है?
आइए हम आपको एक छोटा सा मजेदार तथ्य बताते हैं- PayPal की मूल कंपनी कॉन्फिनिटी है जो 1998 में अस्तित्व में आई थी। दिलचस्प बात यह है कि कॉन्फिनिटी की स्थापना एलन मस्क ने नहीं की थी बल्कि यह ल्यूक नोसेक, मैक्स लेविचिन और पीटर थिएल के दिमाग की उपज थी। कॉन्फिनिटी का पहला डिजिटल भुगतान संस्करण 1999 में लॉन्च किया गया था। उस समय तक x.com नामक एक उल्लेखनीय समरूप प्लेटफॉर्म अस्तित्व में आया था। X.com की स्थापना मस्क, हैरिस फ्रिकर, क्रिस्टोफर पायने और एड हो ने की थी। मस्क ने x.com के सीईओ के रूप में कार्य किया। वर्ष 2000 में इन दो डिजिटल भुगतान फर्मों का एक दूसरे के साथ विलय हो गया। हालांकि, दोनों फर्मों का संयोजन बहुत सफल नहीं रहा। मस्क ने अप्रैल 2000 में सीईओ के रूप में पदभार संभाला और अक्टूबर 2000 में उन्हें निकाल फेंका गया।
जिसके बाद पीटर थिएल ने विलय की गई कंपनी के सीईओ के रूप में पदभार संभाला और कंपनी को जून 2001 में PayPal के रूप में पुनः नामित किया गया। PayPal ने फरवरी 2002 में अपना पहला आईपीओ लॉन्च किया और बाद में ebay ने इसे 1.5 बिलियन डॉलर में खरीदा। एलन मस्क जो अभी भी PayPal में हिस्सेदार थे, उन्होंने सिर्फ हिस्सेदारी और निवेश की बदौलत 180 मिलियन डॉलर का अप्रत्याशित लाभ कमाया और अचानक सुपर अमीर बन गए। मस्क ने इस पैसे को स्पेसएक्स, टेस्ला और सोलरसिटी जैसे अन्य उपक्रमों में निवेश किया। तो मस्क कॉन्फिनिटी के संस्थापक नहीं थे जो आगे चलकर (PayPal) पेपैल बना। जब कॉन्फिनिटी का नाम PayPal रखा गया, तो वह कॉन्फिनिटी और x.com के विलय से बनी इकाई के सीईओ तक नहीं थे। न ही एलन मस्क तब PayPal के सीईओ थे जब कंपनी ने अपना पहला आईपीओ जारी किया था और न ही तब, जब उन्होंने बाद में ebay के साथ बिक्री समझौते पर हस्ताक्षर किया। फिर भी एलन मस्क को PayPal के संस्थापक और डिजिटल भुगतान उद्योग के अग्रणी के रूप में जाना जाता है।
इनका भौकाल सिर्फ हवा हवाई है!
अब मस्क के ‘अरबपति नटवरलाल’ होने की बात दुनिया को पता चलने लगी है। कैसे? खैर, ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से मस्क ने ये पतन देखा है। वर्ष 2021 में टेस्ला में लगभग 5.7 बिलियन डॉलर के शेयर चैरिटी के लिए दान किए गए थे। हालांकि, लाभार्थी अभी तक एक रहस्य बने हुए हैं। अगर हम देखें तो टेस्ला को भी मस्क ने खड़ा नहीं किया है। इसकी स्थापना मार्टिन एबरहार्ड और मार्क टारपेंनिग के द्वारा की गई थी, जो क्रमश: कंपनी के सीईओ और सीएफओ थे। बाद में इसमें भारी मात्रा में निवेश कर मस्क इसके मालिक बन बैठे।अगर इन सभी चीजों से मस्क की यूएसपी जानने की कोशिश की जाए तो वह महत्वाकांक्षी सपनो का व्यापार करते हैं। साथ ही उनके इन सपनों में लोग और निवेशक आके चार-चांद लगा देते है। उपर्युक्त घटनाओं से तो यही प्रतीत होता है कि एलन मस्क कोई तारक या उद्धारक नहीं बल्कि सिर्फ एक salesman हैं। एक ऐसा salesman जो आपको वॉटर प्यूरिफाइर नहीं बल्कि सपनें बेचता है। आपके इन्हीं सपनों पर चढ़कर ऐसे उद्यमी नायक बनते है। फिर आप ही के सपनों के आधार पर ये उद्यमी दुनिया भर के धनाढ्यो को जो बनाते है वो तो आप समझते ही हैं!
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