जया बच्चन, समाजवादी पार्टी से राज्यसभा में सांसद हैं। जया बच्चन को पद्मश्री पुरस्कार मिल चुका है। जया बच्चन, देश की एक बड़ी अभिनेत्री भी हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि जया बच्चन अक्सर चर्चाओं में किस वज़ह से आती हैं? अपने बयानों के कारण। अब एक बार फिर से जया बच्चन मीडिया में हैं। इस बार उन्होंने अपनी नातिन नव्या नवेली को लेकर बयान दिया है।
और पढ़ें- सोनू सूद थाली में छेद करने वाला वही शख्स है जिसके बारे में जया बच्चन ने हमें चेतावनी दी थी
शारीरिक संबंधों पर जया का ज्ञान
नव्या नवेली नंदा से उनके पोडकास्ट, What The Hell Navya पर बात करते हुए जया बच्चन ने जो कहा उसे आप सभी को अवश्य जानना चाहिए। जया ने इस दौरान कहा कि किसी भी रिलेशनशिप को लंबे समय तक चलाने के लिए फिजिकल अट्रैक्शन बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा, “मेरे ऐसा बोलने पर कई लोगों को आपत्ति होगी, लेकिन फिजिकल अट्रैक्शन और कंपैटिबिलिटी दोनों बहुत जरूरी हैं। हमारे टाइम में हम एक्सपेरिमेंट नहीं कर सके थे, लेकिन आज की जनरेशन करती हैं और क्यों न करे? अगर फिजिकल रिलेशनशिप ही नहीं होगा तो कोई भी रिश्ता लंबे समय तक नहीं टिकेगा। आप सिर्फ प्यार, फ्रेश एयर और एडजस्टमेंट के भरोसे रिश्ता नहीं चला सकते हैं। मेरा मानना है ये बहुत-बहुत ज्यादा जरूरी है।”
यहां तक तो फिर भी समझा जा सकता है कि चलो ज्ञान की बातें कर रही हैं मैडम। जब मनुष्य के पास करने को काम नहीं होता तो वो ज्ञान की बातें करने लगता है- करने दो। लेकिन इसके बाद जो इन्होंने कहा उस पर कई सवाल खड़े होते हैं। जया बच्चन ने आगे कहा, “तुम अगर बिना शादी के भी मां बनोगी तो मुझे कोई समस्या नहीं।” जया बच्चन, इस बयान से क्या कहना चाहती हैं? जया बच्चन एक सांसद हैं- पद्म श्री हैं- हजारों लोग उन्हें फॉलो करते हैं। क्या इस तरह की बातें समाज में गलत संदेश नहीं देतीं? अगर उन्हें अपनी नातिन को यह एडवाइज़ देनी भी है तो घर में देनी चाहिए। व्यक्तिगत तौर पर आप कुछ भी सलाह दीजिए, उससे किसी को कोई फ़र्क नहीं पड़ता लेकिन सांसद होने के बाद जब आप खुलेतौर पर ऐसी बातें करती हैं तो इससे लोगों पर फर्क पड़ता है।
और पढ़ें- प्रिय जया बच्चन, कृपया देशवासियों पर रहम कीजिए और सुबह-शाम ‘ध्यान’ लगाइए
कुछ भी बोलने से पहले सोचना चाहिए
बिना शादी के मां बनना पश्चिमी देशों में कूल होता होगा, वहां स्वीकार्य होता होगा, वहां कुछ भी होता होगा लेकिन कम से कम अभी तक भारत में आमतौर पर ऐसा नहीं होता है। ऐसा नहीं है कि यह कोई अपराध है लेकिन कई बार इससे लड़की के लिए समस्याएं खड़ी हो जाती हैं। जया बच्चन जैसी सेलिब्रेटी ऐसी सलाहें देती हैं तो बहुत-सी लड़कियां उन पर आंखें मूंदकर भरोसा कर लेती हैं और उन्हें इसकी सजा कई तरह से चुकानी पड़ती है।
ऐसे में जया बच्चन को कुछ भी बोलने से पहले सोचना चाहिए। लेकिन जो बोलने से पहले सोचो वो जया बच्चन ही कहां, कुछ महीने पहले जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पनामा पेपर्स लीक को लेकर जया बच्चन की बहू ऐश्वर्या राय को तलब किया तो जया को धक्का लगा। समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने राज्यसभा में अमर्यादित टिप्पणी करते हुए सरकार को कहा कि “आपके बुरे दिन आने वाले हैं।” नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सबस्टेंस (संशोधन) विधेयक, 2021 पर चर्चा के दौरान जया ने ट्रेजरी बेंच की ओर इशारा करते हुए कहा था कि “आपके बुरे दिन बहुत जल्दी आने वाले हैं। मैं आपको श्राप देती हूं।” उन्होंने विपक्ष की बात न सुनने के लिए अध्यक्ष को फटकार लगाई और कहा कि “…आप गला घोंट दीजिए हम सबका”
और पढ़ें- ऐश्वर्या राय को ED ने बुलाया तो उबल पड़ी जया बच्चन, PM मोदी को दे दिया श्राप
पिछले साल सितंबर में राज्यसभा में बोलते हुए सपा सांसद ने बीजेपी सांसद और अभिनेता रवि किशन को फटकार लगाई थी और कहा था कि “कुछ लोग जिस थाली में खाते हैं उसी में छेद करते हैं।” यह देखकर दुख होता है कि जया एक ऐसे उद्योग की रक्षा के लिए खड़ी होती हैं जिसने पिछले वर्षों में अपनी विश्वसनीयता खो दी है।
जनता के बीच जया और उनके नखरे
जया को फैंस और पपराजी से भी बहुत दिक्कतें हैं। 2019 में जब एक प्रशंसक ने मोबाइल फोन का उपयोग करके उनकी तस्वीर लेने की कोशिश की तो निराश जया ने मुड़कर फैन को डांटते हुए कहा कि “आप मोबाइल पर क्यों फोटो ले रहे हो? पुछा मुझसे आपने? तमीज़ सीखो,” (आप अपने फ़ोन पर फ़ोटो क्यों ले रहे हैं? क्या आपने मुझसे पूछा? कुछ शिष्टाचार सीखें)।
इसी तरह वर्ष 2013 में सुभाष घई की बर्थडे पार्टी के दौरान एक फोटो जर्नलिस्ट ने ऐश्वर्या को ऐश कहा ऐसे में जाहिर सी बात है कि फोटो जर्नलिस्ट का ऐसा कहना जया को चिढ़ा गया। उन्होंने पत्रकार को फटकार लगाई और कहा, “ये ऐश क्या होता है हां?, तुम्हारी क्लास में पढ़ती थी क्या?” यही नहीं जब 2014 में पूरा बच्चन परिवार वोट डालने के लिए निकला था तब भी उन्होंने फोटोग्राफरों की ओर देखते हुए गुस्से में टिप्पणी की थी कि “ऐसे जंगली की तरह व्यवहार कर रहे हैं।” तब उनके बेटे अभिषेक बच्चन ने उन्हें शांत किया था। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि जया बच्चन कुछ भी बोलने में सबसे आगे रहती हैं।
TFI का समर्थन करें:
सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें.