स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम कदंब का पेड़ क्या होता है एवं इसके गुणों के बारें जानेंगे एवं इसका महत्व एवं औषधीय उपयोग के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें.
हिंदू धर्म में कदंब के पेड़ का काफी महत्व होता है बुजुर्ग लोग बताते हैं कि भगवान श्री कृष्ण कदंब के पेड़ पर ही चढ़ते थे भारत में हर जगह कदंब का वृक्ष पाया जाता है. कदंब का पेड़ पूरे औषधीय गुणों से भरपूर है इसलिए आयुर्वेद में कदंब के पेड़ के काफी फायदे मिलते हैं.
कदंब का पेड़ के अन्य नाम
कदंब के वृक्ष का साइंटिफिक नाम नीलोमारकिया कैडम्बा हैं कदंब का पेड़ दिखाने में काफी बड़ा होता है यह काफी खूबसूरत और सदाबहार वृक्षों में से एक है. कदंब के वृक्ष पर मई के महीने में फल आने शुरू हो जाते है और यही कारण है कि कदंब का पेड़ को मई पेड़ भी कहा जाता है कदंब के वृक्ष के अलावा इसे लोग जंगली सिनकोना, चीनी एंथोसेफालस, बफलर ट्री, व्हाइट जैबोन,लारन, कडम, जंगली सिनकोना और लीचर्ड पाइन इत्यादि के नाम से भी जानते हैं.
कदम्ब के फूल के फायदे
चार पाँच वर्ष का होने पर कदम्ब में फूल आने शुरू हो जाते हैं कदंब के फूल लाल गुलाबी पीले और नारंगी रंग की विभिन्न छायाओं वाले हो सकते हैं. अन्य फूलों से भिन्न इनके आकार गेंद की तरह गोल लगभग 55 से.मी. व्यास के होते हैं जिसमें अनेक उभयलिंगी पुंकेसर कोमल शर की भाँति बाहर की ओर निकले होते हैं. ये गुच्छों में खिलते हैं इसीलिए इसके फल भी छोटे गूदेदार गुच्छों में होते हैं, जिनमें से हर एक में चार संपुट होते हैं इसमें खड़ी और आड़ी पंक्तियों में लगभग आठ हज़ार बीज होते हैं. पकने पर ये फट जाते हैं और इनके बीज हवा या पानी से दूर दूर तक बिखर जाते हैं कदंब के फल और फूल पशुओं के लिए भोजन के काम आते हैं. इसकी पत्तियाँ भी गाय के लिए पौष्टिक भोजन समझी जाती हैं इसका सुंगंधित नारंगी फूल हर प्रकार के पराग एकत्रित करने वाले कीटों को आकर्षित करता है जिसमें अनेक भौंरे मधुमक्खियाँ तथा अन्य कीट शामिल हैं.
कदंब का पेड़ के औषधीय उपयोग
- बच्चों में हाजमा ठीक करने के लिए कदंब के फलों का रस बहुत ही फ़ायदेमंद होता है
- इसकी पत्तियों के रस को अल्सर तथा घाव ठीक करने के काम में भी लिया जाता है
- आयुर्वेद में कदंब की सूखी लकड़ी से ज्वर दूर करने की दवा तथा मुँह के रोगों में पत्तियों के रस से कुल्ला करने का उल्लेख मिलता है
घरेलू उपयोग
- कदम्ब के फूल पत्ते, छाल, फल सभी लाभदायक हैं
- बुखार न जा रहा हो तो कदम्ब की छाल का काढा दिन में दो- तीन बार पी लीजिये
- अगर पत्तों के काढ़े से कुल्ला करेंगे तो मुंह के छाले और दांत की बीमारियों में आराम मिलेगा
- बदहजमी हो गयी हो तो कदम्ब की कच्ची कोंपलें 4-5 चबा लीजिये
- कदम्ब के फल आपके प्रजनन अंगों को मजबूत करते हैं
कदंब का पेड़ से होने वाले फायदे
कदंब का पेड़ की पत्तियां डायबिटीज में मददगार
डायबिटीज के रोगियों को तो कदंब की पत्तियों का सेवन करने की खासतौर पर सलाह दी जाती है. इसका सेवन करने से आपके टाइप-2 डायबिटीज का भी खतरा कम होता है इसमें एंटी डायबिटीक गुण पाए जाते हैं, जो आपके शरीर में इंसुलिन के उत्पादन को नियंत्रित करते हैं और ब्लड शुगर के स्तर को भी सुधारते हैं. इसमें पाए जाने वाली हाइड्रोसाइक्लोन की मात्रा आपके इंसुलिन को कंट्रोल करने में मदद करती है अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो कदंब की पत्तियों का उपयोग नियमित तौर पर भी कर सकते हैं.
कैंसर के उपचार में मदद –
कदम्ब शरीर में एंटी-ट्यूमर गतिविधियों का उत्पादन कर सकता है इसके सेवन से प्रोस्टेट कैंसर, पेट के कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और एसोफैगल कैंसर के लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है. कदंब का सेवन करने से शरीर में फैल रही कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को सीमित किया जा सकता है. इसमें कई बायोएक्टिव यौगिक होते हैं जो कीमोथेरेप्यूटिक एजेंटों के समान एक क्रिया का उत्पादन कर सकते हैं.
मूत्र संबंधी बीमारी में फायदेमंद कदम्ब
मूत्र संबंधी बीमारी में मूत्र करते वक्त दर्द होना, जलन होना या रुक-रुक कर पेशाब आने जैसी समस्या होती है तो कदम्ब का सेवन बहुत काम आता है
विदारीकंद, कदंब छाल तथा ताड़ फल के पेस्ट एवं काढ़े में पकाए हुए दूध एवं घी को 5-10 मिली की मात्रा में सेवन करने से मूत्रकृच्छ्र (दर्द सहित मूत्र त्याग) में लाभ होता है
शरीर की दुर्बलता दूर करने में फायदेमंद कदम्ब
शरीर की दुर्बलता को दूर करने में कदंब सहायक हो सकता है, क्योंकि आयुर्वेद के अनुसार वात का प्रकोप भी दुर्बलता का कारण होता है कदंब में वात को कम करने का गुण होता है
घाव भरने के लिए
कदंब का पेड़ प्राचीन कल से ही अपने चमत्कारी गुणों के लिए जाना जाता है पुराने समय में लोग इसकी छाल का इस्तेमाल घाव भरने के लिए किया करते थे इसके पत्तों में घाव भरने वाले सभी गुण मौजूद होते हैं, जो आपके घाव को जल्दी भरने में मदद करता है इसके लिए आप कदंब की पत्तियों का लेप बनाकर इसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं ऐसा करने पर दो से तीन दिन में आपका घाव पूरी तरह ठीक हो जाएग और धीरे धीरे घाव का निशान भी खत्म हो जाएगा
त्वचा सम्बन्धी समस्याओं को दूर करे कदम्ब (Kadam Beneficial in Skin disease in Hindi)
कदंब का प्रयोग त्वचा संबंधी समस्याओं को दूर करने में भी किया जाता है क्योंकि आयुर्वेद के अनुसार इसमें शीत और रोपण गुण होने से ये त्वचा सम्बन्धी समस्याओ में शीघ्र आराम देता है
मोटापा कम करने में सहायक helpful in reducing obesity-
कदंब का पेड़ मोटापा कम करने के लिए सबसे कारगार उपाय है आपको बता दें इसकी जड़ के अंदर लिपिड कम करने वाले गुण पाए जाते हैं जो मोटापे को तेजी से कम कर आपको स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है.
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कदंब के फायदे
- कदंब का पेड़ का फल खांसी को दूर भगाने में लाभकारी है,
- यूरिन संबंधी रोग में लाभदायक,
- नाक-कान से खून निकलने के खिलाफ आयुर्वेद में इसका प्रयोग होता आया है,
- दस्त में प्रभावकारी है,
- यह डायबिटीज रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद है,
- मोटापे को कम करने में मददगार
- कृमिरोग नाशक के रूप में भी इसे जाना जाता है.
- यह भूख बढ़ाने में भी सहायक तथा दस्त में भी फायदेमंद हैं
- मुंह के छालों से दिलाये राहत
- माताओं के दूध की कमी को ठीक करने में सहायक
- शरीर की दुर्बलता दूर करने में फायदेमंद
NOTE: प्रत्येक मानव शरीर पर औषधि का असर अलग अलग होता है इसलिए इस पेड़ की औषधि का उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले.
आशा करते है कि कदंब का पेड़ से सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आएगा एवं ऐसे ही रोचक लेख एवं देश विदेश की न्यूज़ पढ़ने के लिए हमसे फेसबुक के माध्यम से जुड़े.