नेपाल की राजधानी के बारे में सब कुछ :इतिहास एवं पर्यटक स्थल
स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे नेपाल की राजधानी के बारे में सब कुछ में साथ ही इससे जुड़े इतिहास एवं पर्यटक स्थल के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें.
हिमालय की गोद मे बसा हुआ खूबसूरत देश नेपाल की राजधानी काठमांडू है। जिसे कान्तिपुर के नाम से भी बुलाया जाता है। काठमांडू चारों तरफ से पहाड़ों से घिरा हुआ है। यह शहर पूरे नेपाल मे सबसे अधिक पर्यटक आकर्षित करता है। यह शहर लगभग 665 वर्ग KM मे फैला हुआ है। इसकी समुन्द्र तल से ऊंचाई 1,324 मिटर है।
काठमांडू मे एक नहीं बल्कि कई यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है। इस शहर की स्थापना गुणकामदेव द्वारा सन् 723 ई० मे की गई। इस शहर को मंदिरों का शहर भी कहा जाता है
काठमांडू शहर का नामकरण –
इस शहर को पहले मंजु पाटन के नाम से जाना जाता था। इस शहर का नाम एक मंदिर के नाम पर पड़ा। जिसे राजा लक्ष्मीना सिंह ने सन् 1596 मे बनवाया था। इस मंदिर को सिर्फ एक पेड़ की लकड़ी से बनवाया गया था। काठमांडू शहर के नाम का अर्थ लकड़ी का मंदिर होता है। क्यू की काठ का मतलब लकड़ी होता है। अभी भी यह इमारत शहर के बीचों बीच स्थित है। जिसे मूलतः साधुओ के ठहरने के लिए बनाया गया था।
नेपाल की मुद्रा –
नेपाल की आधिकारिक मुद्रा का नाम नेपाली रुपया है। जिसका आधिकारिक कोड ISO 4217 NPR है। नेपाली मुद्रा पर देवनागरी लिपि मे लिखाई होती है।
एक्सचेंज मूल्य 1 भारतीय रुपया = 1.63 नेपाली रुपया है। नेपाल मे रुपए की छपाई नेपाल राष्ट्र बैंक करता है।
नेपाल के लोगो का प्रमुख भोजन
- क्वाटी
- चोईला
- सेल रोटी
- गुंद्रूक
- योमारी
- सेकुवा
- सुकुती
- दाल भात
- बाजी
- मोमो
काठमांडू को नेपाल की राजधानी बनाने का इतिहास बड़ा ही रोचक है। –
- आज से लगभग 200 से 300 वर्ष पूर्व 18 वीं सदी के अंत में काठमांडू को नेपाल की राजधानी बनाया गया था और उस समय से लेकर आज तक भी नेपाल की राजधानी के रूप में काठमांडू ही स्थित है।
- गोरखा के राजा द्वारा सन 1768 में काठमांडू को नेपाल की राजधानी बनाया गया था।
- यह गोरखा राजा पृथ्वी नारायण शाह थे और इनके द्वारा ही काठमांडू को बसाया और संपूर्ण रूप से व्यवस्थित किया गया था।
- इनके द्वारा नेपाल में मल्ल गणराज्य का अंत कर दिया गया, उस समय ही वहां पर एक अलग राजवंश की स्थापना पृथ्वी नारायण शाह द्वारा की गई थी।
- काठमांडू को पूर्व में कांतिपुर नगर के नाम से भी जाना जाता था इसका कि बाद में नाम बदलकर काठमांडू कर दिया गया।
नेपाल के प्रमुख त्यौहार –
- तिहार
- बुध्द जयंती
- महाशिवरात्री
- जनाई पूर्णिमा
- तिज
- होली/फागुन पूर्णिमा
- ल्होसार
- गाई जत्रा
- दशैन
- बिस्केट जत्रा
- श्रीकृष्ण जन्माष्टमी
नेपाल की राजधानी(काठमांडू) में प्रमुख पर्यटक स्थल –
पशुपतिनाथ मंदिर –
यह नेपाल का सबसे प्रमुख मंदिर है, जो भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर बागमती नदी के दोनों किनारों पर बना हुआ है। इस मंदिर का निर्माण 5 वी शताब्दी मे कराया गया था। जिसका बाद मे मल्ल राज के दौरान जीनोद्धार कराया गया।पशुपतिनाथ मंदिर काठमांडू से 3 km उत्तर पश्चिम मे बागमती नदी के किनारे स्थित है। यह प्रमुख हिन्दू मंदिर पगोडा शैली मे बना हुआ है। यहाँ भी वारणशी की तरह बागमती नदी के किनारे हिंदुओं का दाह संस्कार किया जाता है।
स्वयंभूनाथ का मंदिर –
काठमांडू के पास स्थित एक ऐसा मंदिर है, जिसे मंकी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यहां पर मंदिर के बहुत बड़े हिस्से में बंदरों का निवास स्थान हैं।काठमांडू में स्थित पशुपतिनाथ शिव मंदिर के बाद में यह स्वयंभूनाथ का मंदिर दूसरा सबसे प्रमुख स्थान माना जाता है।
चितवन नेशनल पार्क –
यह राष्ट्रीय अभ्यारण भी नेपाल की राजधानी काठमांडू के आसपास घूमने के लिए एक सर्वोत्तम स्थान है। यहां पर आपको बंगाल टाइगर और एक सींग वाला गेंडा बहुत आया तो मैं देखने को मिलेंगे।
FAQ-
Ques- नेपाल की राजधानी क्या है?
Ans-नेपाल की राजधानी काठमांडू है।
Ques- नेपाल की मुद्रा का नाम क्या है?
Ans- नेपाली रुपया
Ques- नेपाल की संसद का क्या नाम है?
Ans-नेपाल की संसद का नाम नेशनल असेंबली है।
Ques- हिंदुओं का प्रमुख धार्मिक स्थल पशुपति नाथ शिव मंदिर कहां पर स्थित है
Ans-हिंदुओं का यह प्रमुख मंदिर काठमांडू में स्थित है
Ques- काठमांडू के किस स्थल को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में नामित किया गया है।
Ans-काठमांडू में स्थित पशुपतिनाथ शिव मंदिर को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रुप में सम्मिलित किया गया है।
आशा करते है कि नेपाल की राजधानी के बारे में सब कुछ के बारे में सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आएगा एवं ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए हमसे फेसबुक के माध्यम से जुड़े।