जब भी विपक्ष ने पीएम मोदी पर की अपशब्दों की बौछार, हार ही मिली है

अब गुजरात में भी कुछ ऐसा ही होने वाला है!

गोपाल इटालिया वायरल वीडियो

Source- TFI

गोपाल इटालिया वायरल वीडियो: नरेंद्र मोदी, इस नाम को सुनकर आपके दिमाग में सबसे पहले क्या आता है? निश्चित तौर पर एक कुशल प्रशासक, कट्टर देशभक्त, कर्मवीर और कई तरह के विशेषण आपके दिमाग में आते होंगे, जो कई मायनों में सही भी है। देश की विकास को रफ्तार देने में पीएम मोदी के अतुलनीय योगदान को भुलाया नहीं जा सकता लेकिन विपक्षियों की कुंठा क्या करे भैया? उनके मन में जो विष भरा है, उससे कैसे पार पाया जाए? अपनी कुंठा में मग्न विपक्षी आये दिन पीएम मोदी को लेकर अनाप-शनाप बकते रहते हैं, कई बार तो ऐसे विवादित बयान दे दिए जाते हैं, जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है। लेकिन पीएम मोदी को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, वो विपक्षियों के ऐसे बयान को ही अपना हथियार बना लेते हैं और उसका पूरा फायदा बीजेपी को मिल जाता है। इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है और संभावनाएं फिर से बीजेपी के पक्ष में जाती दिख रही है।

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पीएम मोदी के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल कर रही AAP

दरअसल, आम आदमी पार्टी गुजरात में जी-जान लगाकर मेहनत कर रही है और यह दिखाने की कोशिश कर रही है कि वह जिस तरह से दिल्ली और पंजाब में विकास की कथित गंगा बहा रही है कुछ वैसा ही वह गुजरात में सरकार बनाने पर भी करेगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से लेकर पंजाब के सीएम भगवंत मान, राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा, संजय सिंह जैसे नेता आए दिन गुजरात का दौरा कर रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि वर्ष 2022 के गुजरात चुनावों में उन्हें भले ही अधिक सीटे न मिले लेकिन कांग्रेस से छिटका एक बड़ा वोट बैंक हाथ लगेगा, जिसका फायदा पार्टी को गुजरात में भविष्य की राजनीति के लिहाज से हो सकता है।

लेकिन आम आदमी पार्टी की महत्वाकांक्षाओं को बड़ा झटका उनके ही गुजरात प्रदेश अध्यक्ष ने दिया है, जिनका एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देते नजर आ रहे हैं। दरअसल, आम आदमी पार्टी की गुजरात प्रदेश इकाई के अध्यक्ष गोपाल इटालिया वायरल वीडियो में पीएम मोदी को अपशब्द कहते दिख रहे हैं। यह माना जा रहा है कि वह वीडियो वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों का है‌।

इस वीडियो में गोपाल इटालिया को कहते हुए सुना जा सकता है कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘नीच’ व्यक्ति हैं। मैं पुष्टि नहीं कर सकता लेकिन मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि क्या देश का कोई पूर्व प्रधानमंत्री है जिसने वोट डालने के लिए इतनी नौटंकी की है? यह ‘नीच’ किस्म का शख्स यहां रोड शो कर रहा है। वह दिखा रहा है कि मैं इस देश को कैसे… बना रहा हूं। आप मेरे कहने का अर्थ को बेहतर ढंग से समझते हैं। वह डिजिटल इंडिया के बारे में बात करते हैं और वोट डालने के लिए दिल्ली से गुजरात जाते हैं। इस तरह वह देश को… बना रहे हैं। तो, यह ‘नीच’ प्रकार का व्यक्ति देश को यह संदेश दे रहा है कि वह इस देश को कैसे… बना रहा है।”

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गोपाल इटालिया के इस बयान पर सियासत गर्म हो गई है और मोर्चा बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और फायरब्रांड नेता संबित पात्रा ने संभाला। उन्होंने कहा, “जिस प्रकार की भाषा का प्रयोग आम आदमी पार्टी ने माननीय प्रधानमंत्री जी के लिए किया है, इससे स्पष्ट हो जाता है कि आम आदमी पार्टी किस प्रकार की गंदी राजनीति करने वाली पार्टी है। किस प्रकार की इनकी मंशा है, उसे उजागर करता है। गोपाल इटालिया जो आप के गुजरात के अध्यक्ष हैं, एक वीडियो में कई बार प्रधानमंत्री के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं, यह आम आदमी पार्टी की मानसिकता को दर्शाता है।”

क्या गोपाल इटालिया पर होगी कार्रवाई?

अब सवाल यह उठता है कि आखिर इस पुराने वीडियो के वायरल होने के बाद क्या अरविंद केजरीवाल अपने गुजरात प्रदेश अध्यक्ष पर कार्रवाई करेंगे? उनके वर्तमान रुख को लेकर यह बिल्कुल भी नहीं कहा जा सकता। इन सबके बीच एक बात यह भी है कि गोपाल इटालिया का केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपशब्द कहने वाला वीडियो वायरल नहीं हो रहा है बल्कि उनके पुराने कई वीडियो सामने आए हैं, जिसमें वो भाजपा समेत प्रधानमंत्री मोदी को तो खरी खोटी सुनाई रहे हैं और साथ ही साथ हिंदू संस्कृति से लेकर सनातन धर्म तक को अपमानित करते दिख रहे हैं‌।

गोपाल इटालिया सनातन धर्म हिंदू देवी देवताओं का मखौल उड़ाते हुए उनका अपमान करते देखे गए। इतना ही नहीं, जो लोग हिंदू रीति-रिवाजों से पूजा पाठ करते हैं गोपाल इटालिया ने उन सभी रीति-रिवाजों और कर्मकांडों तक का मजाक बना डाला। गोपाल इटालिया के पुराने वीडियो वायरल होने के बाद यह माना जा रहा है कि गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की मुसीबतें अब बढ़ने वाली है और जिस प्रकार से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपमान करने वाली बातें सामने आई हैं उससे स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री इस बार इन सभी बातों का प्रयोग आम आदमी पार्टी के खिलाफ करने वाले हैं।

इससे पहले भी विपक्षियों ने किए हैं हमले

हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी के खिलाफ राजनीतिक तौर पर अपशब्द कहे गए हो। इससे पहले भी कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री पर ऐसे ही निजी हमले किए थे जिसका सीधा लाभ प्रधानमंत्री और बीजेपी को ही मिला। वर्ष 2002 में हुए गुजरात के दंगों को लेकर कांग्रेस और विपक्षी दल आज भी तत्कालीन मुख्यमंत्री होने के चलते मोदी को जिम्मेदार बताते हैं जिसमें उन्हें क्लीन चीट भी मिल चुकी है। इसके बावजूद जब जब गुजरात दंगों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला जाता है तो इससे ध्रुवीकरण हो जाता है और हिंदुओं का एकमुश्त वोट भाजपा के खाते में आ जाता है।

इसके अलावा पुराने उदाहरणों को देखें ‌तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गाली देने वाली विपक्षी दलों की यह परंपरा भाजपा के लिए हमेशा फायदेमंद रही है। सबसे पहले नजर वर्ष 2007 के गुजरात विधानसभा चुनाव पर डालें तो उस दौरान के कांग्रेस अध्यक्ष और यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी चुनाव प्रचार में जुटी हुई थीं। सोनिया गांधी ने एक रैली में तत्कालीन सीएम नरेंद्र मोदी को ‘मौत का सौदागर’ कहा था। उनका रुख 2002 में हुए गुजरात दंगों पर था लेकिन असल में बीजेपी को इसका फायदा हुआ और बीजेपी की वर्ष 2007 के चुनाव में बंपर जीत हुई थी।

इसके बाद वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में मणिशंकर अय्यर ने नरेंद्र मोदी के खिलाफ ‘चायवाला’ शब्द का इस्तेमाल करते हुए कहा था कि ये (मोदी) कभी पीएम नहीं बनेगा। इन्हें चाय की दुकान खोलनी पड़ जाएगी। अय्यर ने यह तक कहा था कि मोदी कांग्रेस दफ्तर के बाहर चाय की टपरी लगाएं इससे उन्हें मोटी कमाई होगी। अय्यर ने चायवाला कहकर तंज कसा और पीएम मोदी ने इसे राजनीतिक रूप से फायदा बनाने के लिए चाय पर चर्चा कैंपेन शुरू कर दिया, जो कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनावों में उनके लिए राजनीतिक वरदान साबित हुआ।

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इसके बाद पिछले यानी 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव को ही देखें तो जो गोपाल इटालिया का नीच वाला बयान है कुछ ऐसा ही बयान मणिशंकर अय्यर ने पहले दिया था। उस दौरान मणिशंकर अय्यर ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्हें नीच किस्म का आदमी कहा था। मणिशंकर के इस बयान पर बीजेपी बिफर गई थी। पीएम ने जमकर चुनाव प्रचार किया था और मणिशंकर का यह बयान गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए घातक साबित हुआ था। बीजेपी की यहां  बंपर जीत हुई थी।

इसके बाद वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक रैली में पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ ‘चौकीदार चोर है’ का सियासी नारा दिया था। उन्होंने यह नारा राफेल विमान के कथित घोटालों के आरोपों के मद्देनजर नजर लगाया था। राहुल गांधी को उम्मीद थी कि उनके स्वर्गीय पिता राजीव गांधी के खिलाफ जिस तरह बीजेपी और विपक्ष ने बोफोर्स तोप की ख़रीद में घोटाले के दाग लगाए थे कुछ वैसे ही दाग वे भी मोदी पर लगा देंगे, जिससे बीजेपी की आसानी से सीटें घट जाएंगी। वहीं, पीएम मोदी ने इसे एक बड़ा कैंपेन बनाते हुए मैं भी चौकादार स्लोगन दिया था और यह स्लोगन वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी की जीत में अहम योगदान देने वाला रहा था।

इस पूरे प्रकरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर किए गए विपक्षियों के पुराने राजनीतिक हमलों और उनकी नीति को देखें तो यह कहा जा सकता है कि पीएम ने हमेशा अपने ऊपर किए गए आरोपों को भुनाया है और इसका लाभ बीजेपी को मिला है। इसके चलते यह माना जा रहा है कि एक बार फिर गुजरात विधानसभा चुनाव में पीएम मोदी पर आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया द्वारा की टिप्पणी न केवल बीजेपी के लिए फायदेमंद होगी बल्कि गुजरात में राजनीतिक पांव पसारने की तैयारी कर रही आम आदमी पार्टी की लंका भी लगा देगी!

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