क्या CPEC परियोजना से हाथ पीछे खींच लेगा चीन?
29 March 2024
पाकिस्तान एक ऐसा देश जिसके साथ भारत चाहकर भी सहानुभूति नहीं दिखा पाता, क्योंकि यही वो देश है जो भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा बनता आया है। पाकिस्तान ने हमेशा ही भारत की पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है। भारत के विरुद्ध युद्ध छेड़ना हो या फिर ...
वर्ष 2004, सोनिया गांधी का पीएम बनना लगभग तय था, परंतु इनके इतालवी मूल के पीछे काफी आक्रोश उमड़ पड़ा। तब की भाजपा की प्रमुख नेत्री सुषमा स्वराज ने यहां तक घोषणा कर दी थी कि यदि सोनिया प्रधानमंत्री बनी तो वो अपना सर मुंडवा लेंगी। कुछ ही दिनों बाद ...
भारत और भारतीयों के लिए बहुत आसान है प्रेम और स्नेह जताना। भारतीय शब्द जुड़ते ही भावनाएं प्रागाढ़ होना भारतीयों के मन में एक स्वाभाविक प्रक्रिया है जिसको दूर करना असंभव ही है। कोई भी, कहीं भी शिखर पर पहुंच रहा हो, उपलब्धि हासिल कर रहा हो, बुलंदी पर पहुंच ...
चाटुकारिता की सीमा को पार करने वाला कौन? अशोक गहलोत! वंशवादी राजनीति का हितैषी कौन? अशोक गहलोत! हर वक्त मैडम-बाबा करने वाला कौन? अशोक गहलोत! जी हां आज अशोक गहलोत ने फिर से साबित कर दिया कि वो कल भी मानसिक रूप से गुलाम थे, आज भी हैं और जीवनपर्यन्त ...
28 जुलाई को संसद में क्या हुआ था? सोनिया गांधी और स्मृति ईरानी बवाल की इनसाइड स्टोरी सोनिया गांधी के साथ सच में धक्का-मुक्की हुई ? या फिर स्मृति ईरानी के साथ धक्का-मुक्की करने की थी योजना? सोनिया गांधी और ईकोसिस्टम ने फैलाया ‘पल्प फ़िक्शन’? लोकसभा में मैडम सोनिया गांधी, ...
कांग्रेस कल भी असल अंध भक्त थी, आज भी है और आगे भी रहेगी। अंधभक्ति भी उनकी करने में मशरूफ जो वास्तव में उस अंध भक्ति के लायक नहीं हैं। लेकिन नहीं, करनी है और करते रहेंगे के सिद्धांत पर चलने वाले कांग्रेसी नेता आजीवन यही करते रहेंगे गुरुवार को ...
आम आदमी पार्टी "राजनीति बदलने" आई थी, पर वो खुद ही बदल गई। अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया समेत "परिवर्तन" NGO चलाते थे, किसे पता था दोनों खुद ही परिवर्तित हो जाएंगे। जिस कांग्रेस के विरोध और उसकी नीतियों के प्रतिकार स्वरुप आम आदमी पार्टी का जन्म हुआ था आज उन्हीं ...
तीस्ता सीतलवाड़ पर कानून ने प्रहार क्या किया, भाजपा ने दोनों हाथों से अवसर लपकते हुए उन सभी लोगों पर आक्रामक होना प्रारंभ कर दिया, जिन्होंने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से गुजरात दंगों के नाम पर खूब मलाई जमाई। इसी परिप्रेक्ष्य में भाजपा ने ये भी आरोप लगाया कि तीस्ता ...
चुनाव जीत नहीं पा रहे तो देश खतरे में है, असहिष्णुता बढ़ रही है देश खतरे में है, परिवार के बाहर अध्यक्ष चुन नहीं पा रहे देश खतरे में है, राज्यों में बनी बनाई सरकार टूट जाती हैं पर देश खतरे में है। एक बार भी यह नहीं सोच पाए ...
कांग्रेस पार्टी का उदय जितनी तीव्रता से स्वतंत्रता के पश्चात् हुआ था उससे कई तेजी से उसका पतन वर्ष 2014 के बाद से दिखाई देने लगा। कोई इसके लिए नेतृत्व को दोषी ठहराता है तो कोई नीतियों को पर सबसे बड़ा कारण कांग्रेस की वो समिति है जो सारे निर्णय ...
एक दौर था जब रायबरेली गांधी परिवार का गढ़ माना जाता था। अवध क्षेत्र का यह बेल्ट एक समय कांग्रेस का अभेद किला था। वहां से कांग्रेस के कई दिग्गज चुनावी मैदान में उतरे। रायबरेली में बहुत कुछ बदल गया और आज उसी रायबरेली में यह स्थिति है कि एक ...
'कांग्रेस' देश की सबसे पुरानी पार्टी है, जिसने छह दशकों से अधिक समय तक सत्ता की बागडोर संभाली, लेकिन समय दर समय यह पार्टी ताश के पत्तों की तरह बिखरती जा रही है! साल 2014 में मोदी सरकार के आने के बाद से ही कथित तौर पर कांग्रेस का पतन ...