बस्तर में कैसे दम तोड़ रहा नक्सलवाद?
29 April 2024
एक समय था जब कांग्रेस पार्टी में चिंतकों-विचारकों और नेतृत्वकर्ताओं की एक लंबी कड़ी थी, पर आज वही कांग्रेस ‘शून्य’ पर खड़ी है। कांग्रेस पार्टी के पास अब ना ही वो प्रबुद्ध और बुद्धिजीवी वर्ग बचा है। ना ही कोई हाज़िरजवाब वक्ता बचा है। ना ही कोई बड़े चिंतक, विचारक ...
"सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली" यह कहावत कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी पर चरितार्थ होती है। दरअसल, सोनिया गांधी ने कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं से निवेदन किया है कि, वह जनता के बीच में जाकर कोरोना वैक्सीन (टीकाकरण) को लेकर जो हिचकिचाहट पैदा हो रही है, ...
हाल ही में आरएसएस के मुखपत्र ऑर्गनाइज़र में एक लेखक शांतनु गुप्ता ने एक शोध के आधार पर यह बताया है कि अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले सांसद हैं। शोध का आधार 4 बातों को बनाया गया है, सांसद की उपस्थिति, संसद में उनके द्वारा ...
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी इन दिनों गोवा के दौरे पर हैं, लेकिन किसी चुनावी उद्देश्य से नहीं, बल्कि एक निजी कारण से। डॉक्टर ने सोनिया गांधी को सलाह दी थी कि उनके वर्तमान स्थिति में दिल्ली की आबोहवा उनके लिए ठीक नहीं है, और उन्हें ...
कांग्रेस में तब से घमासान मचा हुआ है जबसे 23 वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं का अध्यक्ष को लिखा पत्र मीडिया में लीक हो गया है। इस पत्र में 23 नेताओं ने कांग्रेस को पुनर्निरीक्षण करने की बात कही थी। साथ ही वर्तमान नेतृत्व में बदलाव के साथ चुनाव प्रक्रिया में अधिक ...
पिछले वर्ष आज ही के दिन सोनिया गांधी ने बतौर कांग्रेस की अन्तरिम अध्यक्ष कमान संभाली थी। इस निर्णय का प्रमुख उद्देश्य था एक ऐसे नेता को खोजना, जो काँग्रेस पार्टी की कमान संभाल सके। पर चूंकि पार्टी वंशवादियों से ही भरी हुई है, इसलिए ये उद्देश्य तो कतई पूरा ...
अगर कांग्रेस की सरकार हो तो कांग्रेस और सोनिया गांधी के खिलाफ बोलने का क्या अंजाम हो सकता है यह अर्नब गोस्वामी से बेहतर कोई नहीं बता सकता है। पहले ही 10 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ झेल चुके अर्नब को एक बार फिर से मुंबई पुलिस ने बुधवार ...
हिंसा की जननी, बंटवारे की जननी CAA पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इन्हीं शब्दों का प्रयोग कर भाजपा सरकार पर हमला बोला था। हालांकि, केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकतान्त्रिक मूल्यों को लेकर कांग्रेस के दोहरे मापदंडों की बख़ियाँ उधेड़ने में समय नहीं लगाया। सोनिया गांधी की एक टिप्पणी ...
भारत वर्ष 1947 में स्वतन्त्र हुआ था। स्वतन्त्रता के बाद आज तक देश को ब्रिटिश चंगुल से छुड़ाने का श्रेय अगर किसी ने सबसे अधिक लिया है तो वह कोई और नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी है। परन्तु आज इसी पार्टी की ये हालत है कि देश को राष्ट्रवाद से स्वतंत्र ...
इतिहास के तजुर्बों से हम सबक नहीं लेते इसीलिए इतिहास अपने आप को दोहराता है। यह कथन भारतीय इतिहास और खास कर कांग्रेस के इतिहास के लिए सटीक बैठती है। कई ऐसे प्रत्यक्ष मौके आए हैं जिससे यह कथन सिद्ध भी हुआ है। अगर हम हाल की घटनाओं पर नजर ...
लोकसभा में जबरदस्त हार के 3 जुलाई को राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा सौंपा तब उन्होंने अपने इस्तीफे में अप्रत्यक्ष रूप से एक इशारा किया था। उन्होंने लिखा था, “भारत में एक आदत है कि कोई भी शक्तिशाली सत्ता से चिपका रहता है, सत्ता का बलिदान नहीं ...
गुरुवार को पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे। परन्तु इस दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी ...