सोनिया के चरणों में राहुल क्या गिरे, चाटुकार तो ऐसे उछलने लगे मानो ईद आ गई हो

सभी लिब्रांडुओं में इस वक्त 'ज़िहादी शायर' मुनव्वर राणा की आत्मा घुस गई है!

भारत जोड़ो यात्रा

Source- TFIPOST

भारत जोड़ो यात्रा: कांग्रेस पार्टी का जन्म सन् 1885 में हुआ था किंतु लगता है कि अब इसके अंतिम दिन समीप आ गए हैं। एक समय सम्पूर्ण भारत में राज करने वाली कांग्रेस के इतने बुरे दिन आ गए हैं कि उसे जीवित रहने एवं सुर्ख़ियों में बने रहने के लिए फ़ोटो वायरल करवाना पड़ रहा है। जी हां, सही सुना आपने वेंटिलेटर पर लेटी हुई कांग्रेस अपना वजूद बचाने की हर मुमकिन कोशिश कर रही है। इसी क्रम में कांग्रेस जोड़ने में असफल रहने वाले पार्टी के सरताज राहुल गांधी अपने चाटुकारों के साथ भारत जोड़ो यात्रा पर निकले हैं लेकिन ऐसा प्रतीत हो रहा है कि राहुल गांधी एक बार फिर से लॉन्च हो रहे हैं।

खैर राहुल गांधी पूरी मेहनत के साथ कांग्रेस का गुड़ गोबर कर ही रहे थे लेकिन अपने लाल को काम करता देख राजमाता सोनिया गांधी से रहा नही गया और वो भी अपना सारा काम छोड़कर राहुल बाबा के नेतृत्व में आयोजित भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने चली गईं। कर्नाटक में ज्यादा चलने की वजह से सोनिया गांधी के जूते का फ़ीता खुल गया, जिसे बांधने के लिए राहुल गांधी नीचे बैठ गए। ऐसे में कांग्रेसियों ने राहुल की सोनिया गांधी के जूते के फ़ीते बांधते हुए फ़ोटो ले ली और उसे इंटरनेट पर वायरल कर दिया। फ़ोटो वायरल होने के बाद लिबरल्स के ख़ुशी का ठिकाना नही रहा, वे जश्न तो ऐसे मनाने लगे मानो जैसे उन्होंने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनते  हुए देख लिया हो। कुछ ऐसा ही उत्साह इन सो कॉल्ड लिबरल्स ने तब भी दिखाया था जब राहुल बाबा ने गन्ने की बांसुरी बनाकर उसे खाया था और तेज बारिश में भाषण दिया था।

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पीएम मोदी की नकल कर रहे हैं राहुल

वस्तुतः यह कोई नई बात नही है। राहुल गांधी शुरू से ही अपनी मां सोनिया गांधी के चरणो में गिरकर ही राजनीति करते आये हैं लेकिन इस बार जो चालाकी राहुल गांधी समेत कांग्रेस ने दिखायी, वह अद्भुत है। राहुल गांधी की छवि को चमकाने के क्रम में वायरल हो रही वीडियो को योजनाबद्ध तरीक़े से लिया गया तत्पश्चात उसे इंटरनेट पर डालकर वायरल किया गया। अब कांग्रेसियों को कौन बताए कि राहुल गांधी जिस नरेंद्र मोदी की आदतों की नक़ल कर रहे हैं, वो शायद भूल गए हैं कि नरेंद्र मोदी शुरुआत से ही ऐसे रहे हैं, वो अपनी मां से बेहद प्रेम करते हैं उनके साथ फ़ोटो खिंचाना, नियमित तौर पर अपनी मां से मिलने जाना, साथ बैठकर खाना खाना वह सब उनका अपने माता के प्रति प्यार है और नरेंद्र मोदी बराबर अपना पुत्र धर्म भी निभाते चले आए हैं।

किंतु राहुल गांधी ने यह सब कभी सार्वजनिक रूप से नहीं किया और अब जब पार्टी संकट में है तो उनका इस प्रकार का कृत्य करना यह दर्शाता है कि कांग्रेस कितनी मजबूर हो चुकी है। वस्तुतः राहुल गांधी द्वारा सोनिया गांधी के जूतों के फ़ीते बांधने की वीडियो एक पूर्व नियोजित घटना थी, इसका खांका पहले ही खींचा जा चुका था। आप खुद नीचे दिए गए वीडियो में देख सकते हैं कि कैमेरामैन कितनी तसल्ली के साथ वीडियो शूट कर रहा है और राहुल गांधी भी एक मंझे हुए कलाकार की तरह कैमेरे पर अभिनय कर रहे हैं। वहीं, वीडियो वायरल होने के बाद महान लिबरल, वामपंथी और सो कॉल्ड बुद्धिजीवी तक उनके गुण गाने में लगे हैं।

लिब्रांडुओं के लिए ‘दिवाली’ मोमेंट

लिब्रांडुओं ने जमकर राहुल गांधी के गुण गाए हैं, उनके संस्कार को सराहा है, ट्वीट-ट्वीट खेलकर अपनी प्रसन्नता भी जाहिर की है। मौजूदा समय में जिस मां-बेटे के प्यार को रेखांकित करते हुए ये सो कॉल्ड बुद्धिजीवी फूले नहीं समा रहे है, ये वही लोग हैं जब पीएम मोदी अपनी मां से मिलने गुजरात जाते हैं, उनसे मिलते हैं, उन्हें खाना खिलाते हैं, उनकी मां उन्हें खाना खिलाती हैं, मोदी अपनी मां के पैर छूते हैं तो इनके छाती पर सांप लोटने लगता है।

वे पीएम मोदी पर खूब व्यंग्य कसते हैं, उन्हें कैमेरा प्रेमी कहते हैं, उनपर आरोप लगाते हैं कि 6-6 कैमेरे लेकर कौन जाता है अपनी माँ से मिलने, ये मोदी मात्र दिखावा करता है लेकिन इन मूर्खों को कौन समझाए कि प्रधानमंत्री मोदी शुरू से ही अपनी मां के काफ़ी क़रीब रहे हैं, वे बराबर अपनी मां से मिलने जाते रहते हैं, उनके लिए निरंतर समय भी निकालते रहते हैं। मां की आज्ञा मानने वाले मोदी ने कभी भी इस प्रकार की ओछी हरकत करके राजनीतिक लाभ नही लिया किंतु ये लिब्रांडु पीएम मोदी को सदैव अपनी मां से मिलने के क्रम में खरी खोटी सुनाते आए हैं। लेकिन राहुल प्रकरण के बाद उन्हें यह नहीं दिखाई दे रहा है कि कौन कैमरा लेकर घूम रहा है और कौन दिखावा कर रहा है। आप इनके ट्वीट देखेंगे तो पाएंगे कि इनके विचार तो कांग्रेस के चम्मच वाले हैं।

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स्वयं को बुद्धिजीवी मानने वाले विनोद कापड़ी ने राहुल गांधी की वायरल हो रही वीडियो पर ट्वीट करते हुए इस पर मुन्नवर राणा का शेर लिखा, अभी ज़िंदा है मां मेरी मुझे कुछ भी नहीं होगा, मैं घर से जब निकलता हूं दुआ भी साथ चलती है। वहीं, जब पीएम मोदी ने अपनी माता के चरणों को छूकर आशीर्वाद लेते हुए फ़ोटो डाली थी तो उन्होंने उसपर व्यंग्य कसते हुए कहा था कि मां की सेवा की भी मल्टीकैमेरा सेटप के साथ शूटिंग! महान हैं आप!

इस दोगलेपन की राह में और लोग भी हैं। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए रोहिणी सिंह ने ट्वीट करते हुए अंग्रेज़ी में राहुल और सोनिया गांधी के तारीफ़ों के पुल बांधे। यह वही मोहतरमा हैं जिन्होंने पीएम मोदी द्वारा अपनी मां के साथ फ़ोटो डालने पर इसे एक पीआर स्टंट बताया था।

पत्रकार रिया ने भी राहुल गांधी की विडियो पर ट्वीट करते हुए लिखा कि माँ its pure love” तो वही दूसरी ओर यही मैडम थी जिन्होंने मोदी जी को अपनी मां के साथ फ़ोटो डालने को लेकर मेलोड्रामा करने की सलाह दी थी।

आरफ़ा खानम से तो आप भली-भांति परिचित ही होंगे। फ्री स्पीच का झंडा उठाने वाली इस लिबरल पत्रकार ने राहुल गांधी की विडियो के समर्थन में ट्वीट करते हुए कहा, सोनिया ने उन्हें बहुत जिम्मेदारी से बड़ा किया है, जबकि इन्हीं मोहतरमा ने मोदी जी की अपनी मां के साथ वाली फ़ोटो पर व्यंग्य करते हुए कहा था कि मैंने तो अपनी मां के साथ फ़ोटो ही नहीं ली अब मैं अपने मां के प्रति स्वयं के प्यार को कैसे व्यक्त करूं?

इतनी चाटुकारिता कौन करता है भाई!

इन तथाकथित लिबरल्स द्वारा की गई इस प्रकार की हरकतें कोई नयी नहीं हैं, विरोध के क्रम में ये इतने अंधे हो चुके हैं कि इन्हें सही और ग़लत का फ़र्क़ ही नज़र नहीं आता। तभी तो न इनके कोई अपने विचार रह गए हैं और न ही सिद्धांत, ये बस व्यक्ति को देखकर अपने विचारों को गढ़ते हैं। ऐसे लोगों से घिरे होने के कारण ही कांग्रेस की यह दशा हुई है कि वह मृत्युशैय्या पर लेटी हुई है और ये सब उत्साही लोग मिलकर उसका गला घोटने में लगे हुए हैं। कुछ इसी प्रकार का उत्साह इन लोगों ने ट्वीट के ज़रिए तब भी दिखाया था, जब राहुल गांधी ने भारी बारिश में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भाषण दिया था।

वस्तुतः अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कर्नाटक के मैसूर ज़िले में हुंकार भरी थी किंतु उनकी इस हुंकार का बारिश ने पोपट कर दिया था। अब राहुल गांधी ठहरे राहुल गांधी उन्होंने न आव देखा न ताव और बारिश से भी लोहा लेते हुए उन्होंने अपना भाषण जारी रखा। ऐसे में कुछ ऐसे लोग जो देश के लिए सिरदर्द हैं और राहुल गांधी को झाड़ पर चढ़ाए रखने के अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हैं, उन्होंने बारिश में भाषण जारी रखने के लिए राहुल गांधी की जमकर प्रशंसा की। राहुल राग अलापने वालों में पत्रकार, नेता समेत अभिनेता तक शामिल रहे, चिंता मत करिए नाम जानकर आप समझ जाएंगे कि वह किस मानसिकता के लोग हैं।

कथित पत्रकार के रूप में प्रसिद्ध वायर की आरफ़ा ख़ानम शेरवानी, पुण्य प्रसून बाजपेयी ने इस कृत्य के लिए राहुल गांधी की जमकर प्रशंसा की। तो वही स्वरा भास्कर ने तो राहुल गांधी के तारीफ़ों के पुलिंदे ही बांध दिए। ट्विटर पर राहुल गांधी की बारिश में भाषण देने वाली फ़ोटो लगाते हुए स्वरा ने लिखा, “Brilliant shot! Who is the photographer? what a सदियों से रहा दुश्मन दौर ज़मां हमारा, कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी।” अब इन सब के उत्साह को देखकर यही प्रतीत होता है कि राहुल गांधी 2024 में प्रधानमंत्री बनने ही जा रहे हैं!

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