कोरोना वायरस महामारी के बाद वैश्विक स्थिति कुछ ठीक नहीं है. भारत अन्य देशों के मुकाबले काफी बेहतर स्थिति में है. कई विदेशी कंपनियों की हालत डांवाडोल है और ये अभी तक उबर नहीं पाई हैं, जिसका असर उनके व्यापार पर देखने को मिल रहा है. इसका असर जर्मनी की रिटेल विक्रेता मेट्रो एजी पर भी देखने को मिला. यह कंपनी भारत में कारोबार समेटने की तैयारी कर रही थी और अंबानी, अडानी की कंपनियों समेत कई कंपनियां इसे खरीदने की रेस में थी. बताया तो यह भी जा रहा था कि मेट्रो कैश एंड कैरी इंडिया में हिस्सेदारी खरीदने के लिए अंबानी और अडानी डील के अंतिम चरण पहुंच गए थे लेकिन अब ऐसी खबरें सामने आ रही है कि यह जर्मन कंपनी अब अंबानी के झोली में गिरने वाली है. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार जर्मन कंपनी मेट्रो एजी (Metro AG) का भारत में होलसेल कारोबार खरीदने की रेस में रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) एकमात्र कंपनी रह गई है.
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ध्यान देने वाली बात है कि अंबानी कई सेक्टर्स में अपना कारोबार फैलाने में लगे हैं. अंबानी रिटेल सेक्टर में भी अपना दबदबा बनाना चाहते हैं. हाल ही में उन्होंने कई अधिग्रहण भी किए हैं, अब इसी सूची में इस जर्मन कंपनी का नाम भी जुड़ गया है. ज्ञात हो कि इस कंपनी ने वर्ष 2003 में भारतीय बाजार में एंट्री मारी थी और अभी उसके देश में 31 होलसेल डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर हैं तथा 5000 कर्मचारी हैं. कंपनी के कोर क्लाइंट में होटल, रेस्टोरेंट्स के अलावा स्मॉल रिटेलर्स शामिल हैं.
रिलांयस पहले ही देश की सबसे बडी ब्रिक एंड मोर्टार रिटेलर है. अब होलसेल यूनिट के आने से उसकी स्थिति और मजबूत होगी. मेट्रो के बिजनस में अमेजन ने भी दिलचस्पी दिखाई थी. जर्मन चेन द्वारा रणनीतिक और निजी इक्विटी निवेशकों सहित लगभग 20 कंपनियों से संपर्क किया गया था. इसमें अंबानी और अडानी से भी संपर्क किया गया था. इसके अलावा थाईलैंड की कंपनी Charoen Pokphand Group Co. ने भी मेट्रो एजी के भारतीय कारोबार को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई थी लेकिन अंबानी बाजी मार ले गए.
बताते चलें कि मुकेश अंबानी ने अपनी बेटी ईशा अंबानी को रिटेल सेक्टर की बागडोर सौंप रखी है और ईशा अंबानी इसके विस्तार में लगी हैं. ध्यान देने वाली बात है कि अगर मुकेश अंबानी ने रिलायंस जियो दिया है तो ईशा ने ई-कॉमर्स में चर्चित साइट AJIO दिया है, जो MYNTRA, FLIPKART एवं Amazon तक को टक्कर देने की स्थिति में आ चुका है, जबकि इसका सृजन वर्ष 2017 में ही हुआ था. अभी हाल ही में UK स्थित चर्चित सैंडविच एवं कॉफी चेन Pret a Manger ने Reliance Retail के साथ संधि की। इसके निशाने पर हैं Starbucks and Café Coffee Day, जिन्हें न केवल प्रसिद्धि मिली है अपितु वे युवावर्ग के बीच काफी लोकप्रिय भी हैं. ऐसे में अब इस जर्मन कंपनी का भारत में होलसेल कारोबार खरीदने के साथ ही रिलायंस रिटेल सेक्टर में अपना सिक्का जमाने को तैयार है.
देखा जाए तो आज संपत्ति के मामले में मुकेश अंबानी भले ही भारतीय अरबपति गौतम अडानी से काफी पीछे रह गए हो परंतु इस दौरान वो अपने कारोबार को तेजी से विस्तार करने में जुटे हुए हैं. अंबानी एक के बाद एक कई क्षेत्रों में प्रवेश करते जा रहे हैं, जो भविष्य में उनके लिए काफी बेहतर साबित हो सकता है.
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