टेलीविज़न का अविष्कार किसने किया एवं जुड़े कुछ और रोचक तथ्य
स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे टेलीविज़न का अविष्कार किसने किया के बारे में साथ ही इससे जुड़े कुछ रोचक तथ्य के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें.
टेलीविजन क्या है –
टेलीविजन को हम सभी सामान्यतः एक डिवाइज के रूप में जानते हैं जिसमे हम विभिन्न चैनल्स पर धारावाहिक, फिल्मे, खबरे, रिएलिटी शो और एजुकेशन कंटेंट आदि देख सकते हैं।
तकनीकी भाषा मे टेलीविजन को समझा जाये तो ‘टेलीविजन एक टेलीकम्युनिकेशन मीडियम डिवाइज हैं जिसका उपयोग तस्वीरों और चलचित्रों के साउंड सहित ट्रांसमिशन में किया जाता हैं। टेलीविजन तकनीकी सेटेलाइट और रेडियो तकनीकी पर आधारित हैं।टेलीविजन को एडवरटाइजिंग, मनोरंजन, न्यूज़ और स्पोर्ट्स को लोगो तक पहुचाने के लिये उपयोग किया जाता हैं। रेडियो के आविष्कार के साथ ही टेलीविजन के आविष्कार की बाते होने लगी थी। लोगो को लगने लगा था की भविष्य में ध्वनि के साथ तस्वीरों को भी देखा जा सकेगा।
टेलीविजन का आविष्कार किसने किया –
टेलीविज़न का आविष्कार साल दर साल होता रहा है। हर बार एक नयी तकनीक ला कर टीवी को और अच्छा बनाने की कोशिश की गई है।
टेलीविज़न का आविष्कार सर्वप्रथम सन 1925 में जॉन लॉगी बेयर्ड द्वारा किया गया। जॉन ने टीवी पर कठपुतली की छवि को प्रसारित करके लोगों को दिखाया था। उन्होंने इस कठपुतली का नाम स्टिकी बिल रखा था। इस आविष्कार को को बढ़ावा देने के लिए जॉन डेली एक्सप्रेस अखबार के दफ्तर में चले गए थे। जहाँ उनके इस आविष्कार को देख खबर संपादक उस समय डर गया था।
भारत में टेलीविजन का इतिहास–
देश में टीवी प्रसारण का आरम्भ 15 सितंबर, 1959 को दिल्ली से हुआ था। इसे एक प्रयोगात्मक प्रसारण के रूप शुरू किया गया था, जिसे एक कम क्षमता वाले ट्रांसमीटर से दिल्ली के ही 21 कम्युनिटी टीवी सेट पर प्रसारित किया जाता था।1959 में इसे ऑल इंडिया रेडियो की निगरानी में शुरू किया गया। जिस पर हर हप्ते एक-एक घंटे के दो कार्यक्रम दिखाये जाते थे। हर दिन 1 घंटे की समाचार-बुलेटिन की शुरूआत 1965 में कि गई।मुंबई शहर में दूरदर्शन की शुरुआत 1972 में की गई तथा 1975 तक इसकी पहुंच देश के अन्य प्रमुख शहरों, जैसे – कोलकाता, चेन्नई, श्रीनगर, अमृतसर और लखनऊ तक हो गई।1976 में ‘दूरदर्शन’ को ‘ऑल इंडिया रेडियो’ से अलग कर एक स्वतंत्र प्रसारण संस्था का रूप दे दिया गया । ये आज मुलभूत सुविधाओं, जैसे स्टूडियो और ट्रांसमिटर कि संख्या के आधार पर विश्व की सबसे बड़ी टेलीविजन प्रसारण संस्था है।
टेलीविजन के इतिहास से जुड़े रोचक तथ्य –
टेलीविजन की खोज हुए 93 वर्ष बीत चुके हैं। इस दरम्यान कितनी ही नई प्रौद्योगिकी आई जो और उन्नत तकनीक के आने से पुरानी होती गई और खत्म हो गई लेकिन, टेलीविजन ही एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो बदलते समय की कसौटी पर खरा उतरा है और आज भी पूरी दुनिया में किसी न किसी रूप में अपना स्थान बनाये हुए है।
कितने तरह के टेलीविजन बाजार में हैं उपलब्ध –
तकनीकी रूप से अगर बात करें तो आज मुख्यता 5 तरह के टेलीविज़न बाजार में उपलब्ध हैं
सीआरटी –
सीआरटी का फुल फॉर्म कैथोड रे ट्यूब है। इसमें कैथोड रे ट्यूब तकनीक का इस्तेमाल किया गया है इसलिए इसे सीआरटी कहते हैं। यह वैक्यूम ट्यूब एक छवि बनाने के लिए एक स्क्रीन पर इलेक्ट्रॉनों को प्रोजेक्ट करता है।
प्लास्मा टीवी –
सन 1990 में प्लाज्मा टीवी बनने की शुरुआत हुई थी जबकि इसके टीवी आते-आते अत्यधिक समय लग गया। इसमें सीआरटी की अपेक्षा टीवी का प्रदर्शन फ्लैट होता है। प्लाज्मा टीवी आते ही भारत में बहुत चलीं थी बाद में इनकी जगह एलसीडी और एलईडी टीवी ने ले ली।
एलसीडी टीवी –
एलसीडी का फुल फॉर्म लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले है। इसमें लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले तकनीक का इस्तेमाल करके इमेज को बनाया जाता है। एलसीडी टीवी समान डिस्प्ले आकार के कैथोड रे ट्यूब की तुलना में बहुत पतले और हल्के होते हैं।
एलईडी टीवी –
एलईडी का फुल फॉर्म प्रकाश उत्सर्जक डायोड है। इसमें एक कार्बनिक मिश्रण होता है जो बिजली के जवाब में प्रकाश उत्सर्जित करता है। जो की चित्र के रूप में हमें टी पर दिखता है। एलईडी टीवी आज के ज़माने की नई तकनीक पर निर्भर है और यह लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो रही है।
ओएलईडी टीवी –
ओएलईडी का फुल फॉर्म जैविक प्रकाश उत्सर्जक डायोड है। यह एलईडी का ही एक प्रकार है। इसमें उत्सर्जक इलेक्ट्रोल्यूमिनसेंट परत होती है जो की इलेक्ट्रिक करंट को लाइट में परिवर्तित कर टीवी की स्क्रीन पर दिखाती
टेलीविजन से जुड़े कुछ और रोचक तथ्य –
- भारत में टेलीविज़न की शुरुआत 15 सितंबर 1959 को दिल्ली में हुई थी।
- घर में टेलीविज़न का प्रयोग भारत में सर्वप्रथम कलकत्ता की नियोगी परिवार में किया गया था।
- टेलीविज़न के आविष्कारक फिलो टी फ़ार्न्सवर्थ ने अपने खुदके ही बच्चों को टीवी देखने पर रोक लगा दी थी। उनका बच्चों से कहना था की इसमें कुछ भी सार्थक और आपके देखने लायक नहीं है।
- सन 1982 में सोनी ने पहला पॉकेट साइज का टीवी बनाया था। इस टीवी का डिस्प्ले स्क्रीन मात्र 5 सेंटीमीटर का था।
FAQ-
Ques-टीवी का आविष्कार कहां हुआ था?
Ans-टीवी का आविष्कार ग्रेट ब्रिटैन में हुआ था।
Ques-पहला रंगीन टीवी कब था?
Ans-दुनिया का पहला रंगीन टेलीविज़न 1940 में बनाया गया था, इसका सार्वजनिक प्रदर्शन 1946 में किया गया था।
Ques-भारत में टीवी की शुरुआत कब हुई थी?
Ans-भारत में टेलीविज़न की शुरुआत 15 सितम्बर 1959 को हुई थी।
Ques-दुनिया का सबसे पहला टीवी कौन सा है?
Ans-दुनिया का सबसे पहला टीवी एक मकैनिकल टीवी था, जिसमे चित्रों को चलते हुए प्रदर्शित किया गया था।
Ques–दूरदर्शन चैनल कब से शुरू हुआ?
Ans-15 September 1959
Ques-भारत का राष्ट्रीय टीवी चैनल कौन सा है?
Ans-दूरदर्शन
आशा करते है कि टेलीविज़न का अविष्कार किसने किया के बारे में सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आएगा एवं ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए हमसे फेसबुक के माध्यम से जुड़े।