विशेषण के कितने भेद होते हैं एवं कितने प्रकार के होते हैं
स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे विशेषण के कितने भेद होते हैं इसके बारें में चर्चा की जाएगी अतः आप से निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें.
विशेषण किसे कहते हैं
संज्ञा और सर्वनाम की विशेषता बताने वाले संज्ञा और सर्वनाम में छुपी हुई विशेषता का बोध कराने वाले शब्द को विशेषण कहते हैं। विशेषण शब्द वाक्य में संज्ञा के साथ लगकर विशेषता का बोध करते हैं।
विशेषण कितने प्रकार के होते हैं
विशेषण आठ प्रकार के होते हैं
- गुणवाचक विशेषण
- संख्यावाचक विशेषण
- परिणामवाचक विशेषण
- व्यक्तिवाचक विशेषण
- सम्बन्धवाचक विशेषण
- तुलनाबोधक विशेषण
- प्रश्नवाचक विशेषण
- सार्वनामिक विशेषण
गुणवाचक विशेषण
जो शब्द संख्या और सर्वनाम के गुण, दोष, रंग, आकार, रूप, दसा आदि का बोध कराते हैं, उन्हें गुणवाचक विशेषण कहा जाता हैं।
उदाहरण –
सेठ कंजूस था।
द्राक्ष खट्टी होती है।
संख्यावाचक विशेषण –
संख्यावाचक विशेषण की परिभाषा –
वाक्य में सर्वनाम या संज्ञा की संख्या को प्रकट करने वाला या संख्या का बोध कराने वाले शब्द को संख्यावाचक विशेषण कहते हैं।
जैसे– एक, दो, तीन, चार, सो
गांव में सिर्फ एक तालाब हैं।
परिणामवाचक विशेषण –
परिणामवाचक विशेषण की परिभाषा : वाक्य के ऐसे शब्द जो वस्तु का परिणाम या मात्रा का बोध कराते हैं ऐसे विशेषण को परिणामवाचक विशेषण कहते हैं।
जैसे– आधा किलो, किलो, आधा लीटर, इंच
डेरी से दो लीटर दूध लेकर आना।
मुझे दो मीटर कपडा चाहिए।
व्यक्तिवाचक विशेषण –
व्यक्तिवाचक विशेषण की परिभाषा – वाक्य में स्थित व्यक्तिवाचक संज्ञा की विशेषता बताने वाले शब्द को व्यक्तिवाचक विशेषण कहते हैं।
जैसे– जयपुरी, जोधपुरी, बनारसी, नेपाली, अमेरिकी, बिहारी वगेरा।
वह लड़का अमेरिकी हैं।
महेश ने सादी में जोधपुरी सूट पहना था।
सबन्धवाचक विशेषण –
सबन्धवाचक विशेषण की परिभाषा -वाक्य में स्थित दो व्यक्ति या वस्तु के बीच के सबंध का बोध कराने वाले विशेषण को सबन्धवाचक विशेषण कहते हैं।
जैसे– आखरी, पहला, भीतरी, अंदरूनी वगेरा
रमेश बाहरी दिखावा कर रहा था।
यह आखरी पड़ाव है।
तुलनाबोधक विशेषण –
तुलनबोधक विशेषण की परिभाषा – वाक्य में स्थित दो या दो से अधिक व्यक्तिओ की या वस्तुओ की तुलना जिन शब्दों की मदद से की जाती हैं ऐसे शब्दों को तुलनबोधक विशेषण कहते हैं।
जैसे– ज्यादा गर्म, ज्यादा तेज, बहुत सुन्दर
यह पानी बहुत ज्यादा गरम हैं।
ये कन्या बहुत सुन्दर है।
प्रश्नवाचक विशेषण –
वाक्य में स्थित ऐसे शब्द जिनके माध्यम से संज्ञा या सर्वनाम के बारेमे सवाल पूछे जाते हैं ऐसे शब्दों को प्रश्नवाचक विशेषण कहते हैं।
जैसे– कैसे, कब, कौन, कहा, कैसे वगेरा
महेश कब गांव से आ रहा हैं?
प्रेममंदिर कहा स्थित हैं ?
सार्वनामिक विशेषण-
वाक्य में स्थित सर्वनाम जो नाम या संज्ञा से पहले आता हो और उनकी विशेषता को बदलता हो तो ऐसे शब्द सर्वनाम को सार्वनामिक विशेषण कहते हैं।
जैसे – यह, वह, हमारा, मेरा, तेरा
यह खेत मेरे भाई का है।
वह भैंस बहुत ज्यादा दूध देती हैं।
आशा करते है कि विशेषण के कितने भेद होते हैं के बारे में सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आएगा एवं ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए हमसे फेसबुक के माध्यम से जुड़े।