TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    बॉलीवुड द्वारा ‘नारी चित्रण’ सामाजिक पतन का कारण बन रहा है

    बॉलीवुड द्वारा ‘नारी चित्रण’ सामाजिक पतन का कारण बन रहा है

    कांग्रेस के पीछे कॉर्पोरेट का पैसा? भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने इंदिरा गांधी को औद्योगिक फंडिंग का आरोप लगाया

    कांग्रेस के पीछे कॉर्पोरेट का पैसा? भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने इंदिरा गांधी पर लगाया यह आरोप

    कौन होगा भाजपा का नया अध्यक्ष?

    ना दक्षिण भारत, ना महिला….नए भाजपा अध्यक्ष के लिए सबसे अहम होने वाला है ये फैक्टर

    महाराष्ट्र सरकार ने 'गणेशोत्सव' को घोषित किया राज्य उत्सव, भव्य समारोह का खर्च उठाएगी सरकार

    महाराष्ट्र सरकार ने ‘गणेशोत्सव’ को घोषित किया राज्य उत्सव, भव्य समारोह का खर्च उठाएगी सरकार

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    देश को अस्थिर करने की रच रहा था साजिश, एनआईए ने आईएसआईएस के सदस्य को किया गिरफ्तार

    देश को अस्थिर करने की रच रहा था साजिश, एनआईए ने आईएसआईएस आतंकी को किया गिरफ्तार

    सनातन के नकली रखवालों की अब खैर नही: उत्तराखंड में शुरू हुआ ‘ऑपरेशन कालनेमि’

    सनातन के नकली रखवालों की अब खैर नही: उत्तराखंड में शुरू हुआ ‘ऑपरेशन कालनेमि’

    अब राफेल की जासूसी पर उतरा चीन, ग्रीस में चार चीनी नागरिकों गिरफ्तार, खींची रहे थे तस्वीरें

    अब राफेल की जासूसी पर उतरा चीन, ग्रीस में 4 चीनी नागरिक गिरफ्तार; खींच रहे थे तस्वीरें

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    बांग्लादेश की गुलशाना अख्तर फिलहाल जेल में है

    डिजिटल दोस्ती: बांग्लादेश की गुलशाना अख्तर ने प्रेमी दत्ता यादव से मिलने के लिए अवैध रूप से पार की सीमा, BSF ने दोनों को पकड़ा

    पाकिस्तान में TikTok अकाउंट डिलीट करने से इन्कार करने पर पिता ने अपनी ही बेटी की कर दी हत्या

    TikTok अकाउंट डिलीट करने किया मना तो पाकिस्तान में पिता ने कर दी बेटी की हत्या

    भारत को नहीं करना चाहिए पश्चिम का अनुकरण

    भारत को नहीं करना चाहिए पश्चिमी सभ्यता का अनुकरण

    आप की अराजक राजनीति ने वैश्विक मंच पर भारत को किया शर्मिंदा: विदेश मंत्रालय ने पंजाब के सीएम के बयान को नकारा

    पंजाब के सीएम मान पर सख्त हुआ विदेश मंत्रालय, कहा- AAP की राजनीति ने देश को किया ‘शर्मिंदा’

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    मशहूर शिक्षक खान सर (FILE PHOTO)

    खान सर पर भड़के जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह के वंशज, ‘अयोग्य’ और ‘धोखेबाज’ बताकर सुनाई खरी-खरी

    रायगड किले का चिलखती बुर्ज और मैप पर साइट्स (चित्र: UNESCO)

    UNESCO की विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल किए गए मराठा सैन्य किलों को कितना जानते हैं आप?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    एलन मस्क और राष्ट्रपति तैयप एर्दोआन

    मस्क की कंपनी के AI चैटबॉट Grok ने ऐसा क्या कहा कि तुर्की ने कंटेंट कर दिया बैन?

    जमीयत ने अदालत का रुख किया, दिल्ली हाईकोर्ट ने रोक लगाई: क्या 'उदयपुर फाइलें' इतनी वास्तविक हैं कि उन्हें संभालना मुश्किल है?

    ‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा जमीयत; ‘सिर तन से जुदा’ हो पर खामोश रहे हिंदू?

    बिना फोन नंबर और इंटरनेट के भी होंगे मेसेज: जानें WhatsApp को टक्कर देने आए Bitchat की विशेषताएं

    बिना फोन नंबर और इंटरनेट के भी होंगे मेसेज: जानें WhatsApp को टक्कर देने आए Bitchat की विशेषताएं

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    बॉलीवुड द्वारा ‘नारी चित्रण’ सामाजिक पतन का कारण बन रहा है

    बॉलीवुड द्वारा ‘नारी चित्रण’ सामाजिक पतन का कारण बन रहा है

    कांग्रेस के पीछे कॉर्पोरेट का पैसा? भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने इंदिरा गांधी को औद्योगिक फंडिंग का आरोप लगाया

    कांग्रेस के पीछे कॉर्पोरेट का पैसा? भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने इंदिरा गांधी पर लगाया यह आरोप

    कौन होगा भाजपा का नया अध्यक्ष?

    ना दक्षिण भारत, ना महिला….नए भाजपा अध्यक्ष के लिए सबसे अहम होने वाला है ये फैक्टर

    महाराष्ट्र सरकार ने 'गणेशोत्सव' को घोषित किया राज्य उत्सव, भव्य समारोह का खर्च उठाएगी सरकार

    महाराष्ट्र सरकार ने ‘गणेशोत्सव’ को घोषित किया राज्य उत्सव, भव्य समारोह का खर्च उठाएगी सरकार

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    देश को अस्थिर करने की रच रहा था साजिश, एनआईए ने आईएसआईएस के सदस्य को किया गिरफ्तार

    देश को अस्थिर करने की रच रहा था साजिश, एनआईए ने आईएसआईएस आतंकी को किया गिरफ्तार

    सनातन के नकली रखवालों की अब खैर नही: उत्तराखंड में शुरू हुआ ‘ऑपरेशन कालनेमि’

    सनातन के नकली रखवालों की अब खैर नही: उत्तराखंड में शुरू हुआ ‘ऑपरेशन कालनेमि’

    अब राफेल की जासूसी पर उतरा चीन, ग्रीस में चार चीनी नागरिकों गिरफ्तार, खींची रहे थे तस्वीरें

    अब राफेल की जासूसी पर उतरा चीन, ग्रीस में 4 चीनी नागरिक गिरफ्तार; खींच रहे थे तस्वीरें

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    बांग्लादेश की गुलशाना अख्तर फिलहाल जेल में है

    डिजिटल दोस्ती: बांग्लादेश की गुलशाना अख्तर ने प्रेमी दत्ता यादव से मिलने के लिए अवैध रूप से पार की सीमा, BSF ने दोनों को पकड़ा

    पाकिस्तान में TikTok अकाउंट डिलीट करने से इन्कार करने पर पिता ने अपनी ही बेटी की कर दी हत्या

    TikTok अकाउंट डिलीट करने किया मना तो पाकिस्तान में पिता ने कर दी बेटी की हत्या

    भारत को नहीं करना चाहिए पश्चिम का अनुकरण

    भारत को नहीं करना चाहिए पश्चिमी सभ्यता का अनुकरण

    आप की अराजक राजनीति ने वैश्विक मंच पर भारत को किया शर्मिंदा: विदेश मंत्रालय ने पंजाब के सीएम के बयान को नकारा

    पंजाब के सीएम मान पर सख्त हुआ विदेश मंत्रालय, कहा- AAP की राजनीति ने देश को किया ‘शर्मिंदा’

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    मशहूर शिक्षक खान सर (FILE PHOTO)

    खान सर पर भड़के जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह के वंशज, ‘अयोग्य’ और ‘धोखेबाज’ बताकर सुनाई खरी-खरी

    रायगड किले का चिलखती बुर्ज और मैप पर साइट्स (चित्र: UNESCO)

    UNESCO की विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल किए गए मराठा सैन्य किलों को कितना जानते हैं आप?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    एलन मस्क और राष्ट्रपति तैयप एर्दोआन

    मस्क की कंपनी के AI चैटबॉट Grok ने ऐसा क्या कहा कि तुर्की ने कंटेंट कर दिया बैन?

    जमीयत ने अदालत का रुख किया, दिल्ली हाईकोर्ट ने रोक लगाई: क्या 'उदयपुर फाइलें' इतनी वास्तविक हैं कि उन्हें संभालना मुश्किल है?

    ‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा जमीयत; ‘सिर तन से जुदा’ हो पर खामोश रहे हिंदू?

    बिना फोन नंबर और इंटरनेट के भी होंगे मेसेज: जानें WhatsApp को टक्कर देने आए Bitchat की विशेषताएं

    बिना फोन नंबर और इंटरनेट के भी होंगे मेसेज: जानें WhatsApp को टक्कर देने आए Bitchat की विशेषताएं

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

“उन्हें मजदूरी के लिए लाया गया था, वो मालिक बन गए”, मॉरीशस में भारतीयों के ‘चमत्कार’ की अद्भुत कहानी

गिरमिटिया मज़दूर लगभग 180 साल पुराना वो घाव है जो अंग्रेजों से हमें मिला है। भारतीयों को मॉरीशस में गिरमिटिया मजदूर बनाकर लेकर जाया गया था परंतु फिर उन मजदूरों का आगे जाकर क्या हुआ? जानिए...

TFI Desk द्वारा TFI Desk
3 November 2022
in इतिहास
क्या है गिरमिटिया मजदूरों की कहानी?
Share on FacebookShare on X

आज हम आपको इस लेख में मॉरीशस में गिरमिटिया मजदूरों की कहानी से परिचित कराएंगे। कुछ पाठक हमारे ऐसे भी हो सकते जो इस नाम से परिचित भी न हो। ऐसे पाठकों की यह समस्या इस लेख को पढ़ने के बाद दूर हो जाएगी। गिरमिटिया मज़दूर लगभग 180 साल पुराना जख्म है, जो अंग्रेजों से हमें मिला है। वैसे तो बहुत से जख्म अंग्रेजों ने हमें दिए हैं, लेकिन गिरमिटिया मजदूरों की कहानी को हम चाह कर भी नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं।

दरअसल, जो भारतीय मॉरीशस में गिरमिटिया मजदूर बनकर गए थे वो आज वहां मालिक बन गए हैं। मॉरीशस के निर्माण का श्रेय गिरमिटिया मजदूरों को दिया जाता है। इसलिए 2 नवंबर को मॉरीशस में भारतीय आगमन दिवस भी मनाया जाता है। क्योंकि 188 वर्ष पूर्व 2 नवंबर के दिन ही  एटलस नाम का एक जहाज भारतीय मजदूरों को लेकर मॉरीशस पहुंचा था। इस दिन बड़ी संख्या में भारत से लोगों को मॉरीशस मजदूरी कराने लाया गया है, जिनमें से अधिकतर उत्तर प्रदेश और बिहार से थे। एटलस  जहाज से आने वाले मजदूरों को गिरमिटिया मजदूर कहा जाता है, जिसका मतलब होता है कि समझौते के आधार पर लाये गये मजदूर।

संबंधितपोस्ट

‘मज़दूर से प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति तक’: जिस त्रिनिदाद में पहुंचे हैं पीएम मोदी वहां भारतवंशियों ने कैसे बनाई पहचान?

मॉरीशस में गंगा तालाब पर पहुंचे पीएम मोदी, जानें क्या है इस स्थान का ऐतिहासिक महत्व?

दो दिवसीय दौरे पर मॉरीशस पहुंचे PM मोदी का भव्य स्वागत, राष्ट्रीय दिवस समारोह में होंगे मुख्य अतिथि; जानें मॉरीशस का क्या है सनातन से नाता?

और लोड करें

और पढ़े: “नील क्रांति का क्रेडिट भी महात्मा गांधी ने खा लिया” जबकि आंदोलन की वास्तविकता कुछ और ही है

क्या है गिरमिटिया मजदूरों की कहानी?

देखा जाये तो गिरमिटिया मजदूरों की कहानी को आज तक इतना कहा-सुना नहीं गया है। ये वो भारतीय थे जो अपनी मातृभूमि छोड़कर विदेश में जा बसे और वहां रहकर उन्हें कई तरह की यातनाओं का सामना करना पड़ा था। ब्रिटिश राज के दौरान भारत में उद्योग व्यापार समाप्त हो चुके थे। यदि हम औपनिवेशिक भारत के आर्थिक मॉडल को समझें तो इतिहास में हुई बहुत-सी घटनाएं सरलता से समझ में आ जाएगी। अंग्रेजों ने भारत में कच्चे माल की आपूर्ति पर एकाधिकार कर लिया था। ईस्ट इंडिया कंपनी के राज में अतिरिक्त कच्चे माल की आपूर्ति किसी और को नहीं की जा सकती थी। कच्चे माल की किल्लत ने भारत के हर छोटे बड़े व्यापार को समाप्त कर दिया, तेल से लेकर सुई तक, सबका निर्माण ब्रिटिश फैक्ट्रियों में होने लगा।

1813 में ईस्ट इंडिया कंपनी का भारतीय व्यापार से एकाधिकार समाप्त कर दिया गया और भारत का बाजार इंग्लैंड की सभी कंपनियों के लिए खोल दिया गया। कम शब्दों में कहें तो भारत की लूट के लिए ब्रिटेन की हर कंपनी को लाइसेंस मिल गया था। 1818 में मराठा साम्राज्य के अंतिम भारतीय शासक को अंग्रेजों ने परास्त कर दिया। 1833 के चार्टर एक्ट में कंपनी के अंतिम व्यापारिक एकाधिकार भी खत्म कर दिए गए। दूसरी ओर दुनिया भर में फैले उपनिवेशों पर अब चाय, नील, कॉफ़ी, चावल और गन्ने के उत्पादन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र के लिए श्रमिकों की आवश्यकता थी। वहीं, भारत से कच्चे माल के साथ अब श्रम का निर्यात भी शुरू होने वाला था।

स्थानीय उद्योगों का व्यापार चौपट होने के बाद अब भारतीयों के पास केवल दो विकल्प थे। पहला था कि लोग खेती करें लेकिन भारत में उद्योग बहुत विस्तृत था, सभी जातियों का अपना-अपना व्यापार था। वहीं, ब्रिटिश राज में व्यापार पूरी तरह ध्वस्त हो चुका था और अब इतने लोगों के लिए रोजगार का आधार केवल कृषि बचा था। ऐसे में खेती पर अत्यधिक दबाव बना हुआ था। स्थिति भयावह होती जा रही थी।

और पढ़े: कुछ इस तरह नेहरू और वीके कृष्ण मेनन ने भारतीय सैन्यबलों को समाप्त करने का प्रयास किया

मजदूरी के लिए लाये गये थे भारतीय और फिर…

1833 में दास प्रथा उन्मूलन कानून खत्म हुआ और दास व्यापार बन्द हो गया। लेकिन श्रमिकों की आवश्यकता समाप्त नहीं हुई। भारतीयों के पास कोई कार्य नहीं था। वहीं, दूसरे विकल्प के तौर पर अंग्रेजों ने भारतीयों को श्रमिक के रूप में विदेशों में कार्य करने का प्रस्ताव दिया और यहीं से शुरू हुआ अनुबंध श्रम या परमिट सिस्टम। इसी परमिट वाले श्रमिक को आम बोलचाल में परमिटिया और फिर गिरमिटिया कहा गया। जहाज से विदेश जाने पर इनको जहजिया नाम से भी पुकारा जाने लगा। गिरमिटिया मजदूरों को कैरेबियाई द्वीपों, दक्षिण अमेरिका के देशों सहित मॉरीशस, फिजी आदि स्थानों पर भेजा गया।

यहां यह जान लें कि गुलामी और गिरमिटिया में अंतर होता है। पैसे चुकाने के बाद भी गुलाम मुक्त नहीं होता था। वहीं गिरमिटियों को समझौते के तहत पांच साल बाद छूटने की आजादी तो थी, परंतु यहां समस्या यह होती थी कि उनके पास भारत वापस लौटने के पैसे तक नहीं होते थे, जिस कारण उन्हें मजबूरन वहां रुकना पड़ा।

गिरमिटिया मजदूरों को तमाम तरीकों से प्रताड़ित किया गया था। चाहे वो औरत हो या पुरुष गिरमिटियाओं को विवाह करने का अधिकार नहीं था। यदि वे विवाह कर भी लेते तो उन पर गुलामी वाले नियम लागू होते थे। गिरमिटियों की संतान मालिकों की संपत्ति होती थीं। फिर मालिक चाहे तो उन्हें दूसरों को बेचें या फिर उनसे बड़ा होने पर काम कराए। गिरमिटिया 12 से 18 घंटों तक रोजाना जी-तोड़ मेहनत करते थे। उनको केवल जीवित रहने के लिए भोजन, वस्त्रा आदि दिये जाते थे। इस प्रकार की अमानवीय परिस्थितियों में काम करते-करते हर वर्ष सैकड़ों मजदूरों की मृत्यु तक हो जाती थी।

और पढ़े: श्यामजी कृष्ण वर्मा: भारत के अनसंग हीरो जिन्हें पीएम मोदी मुख्यधारा में वापस ले आए

मॉरीशस में बसता है छोटा भारत

आज देखा जाये तो मॉरीशस में “छोटा भारत” बसता है। यहां की आबादी में करीबन 60 फीसदी से अधिक भारतीय हैं। ये भारतीय मूल के लोग हैं जिनके पूर्वज यहां गिरमिटिया मजदूर बनाकर लाये गये थे। पीढ़ी-दर-पीढ़ी इतनी यहां काम करती रही। यह उनकी मातृभूमि तो भले ही नहीं थी परंतु यह उनकी कर्मभूमि रही और इन्हीं मजदूरों ने दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत से मॉरीशस के निर्माण में अहम योगदान निभाया। गिरमिट मजदूरों से मुक्त होने के बाद वतन वापस लौटने से अधिक बेहतर वहीं बस जाना समझा और उसके बाद कुछ वहां पर स्वतंत्र मजदूर बनकर और कुछ अपना काम करके अपना जीवनयापन करने लगे। इसके चलते वहां भारतीय की संख्या बढ़ने लगी और वे मजबूत स्थिति में आ गए। प्रवासी भारतीयों की संख्या जब बढ़ने लगी और वे समृद्ध होने लगे तो उन उपनिवेशों में रहने वाले अंग्रेज़ उनसे ईर्ष्या करने लगे और उनके विरोधी बन गये। परंतु इस दौरान वे यह भूल गये कि किया धरा तो सब अंग्रेजों का ही था। वे मजदूर बनाकर उन्हें यहां लाये और फिर उनकी सेवाओं का काफी लाभ भी उठाया। 1917 में गिरमिटिया प्रथा को गैरकानूनी घोषित कर दिया गया था।

गिरमिटिया मजदूर जब मॉरीशस आये थे तो वे इस अनजान देश में अपने साथ अपनी भाषा, धर्म और संस्कृति भी लाये थे। उन्होंने इसे सहेजकर रखा और पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ाते चले गये। बहुत से लोगों ने रामचरितमानस, भगवत गीता आदि के माध्यम से अपनी हिंदू पहचान को जीवित रखा। यहां तक कि मॉरीशस की आजादी तक में भारतीयों का योगदान रहा। भारतीय मूल के सर शिवसागर रामगुलाम की अगुआई में ही मॉरीशस को 1968 में आजादी मिली थी। तो कुल मिलाकर देखा जाए तो मॉरीशस की आजादी से उसके विकास तक में भारतीय ने अपना अमूल योगदान दिया है। यही वजह है कि जिस देश में भारतीय मजदूर बनकर गए थे, उस देश में आज वही भारतीय मालिक बन गये हैं। भारतीयों ने विदेश में एक और भारत का निर्माण किया है।

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें.

Tags: Girmitiya IndiansIndians in MauritiusMauritius Mini Indiaगिरमिटिया मजदूरमॉरीशस
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

लॉन्च के साथ ही छा गई भारत की डिजिटल करेंसी, पहले दिन ही हुआ 275 करोड़ का ट्रांजेक्शन

अगली पोस्ट

“चुनाव भले हार जाओ लेकिन करोड़ों रुपये तो कमाओ”, प्रस्तुत है कांग्रेस की ‘नई स्कीम’

संबंधित पोस्ट

हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य
इतिहास

नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

13 July 2025

एक हज़ार साल से भी पहले, जब दुनिया का ज़्यादातर हिस्सा अंधकार में डूबा हुआ था, तमिल हृदयभूमि का एक शक्तिशाली सम्राट समुद्र पर राज...

मशहूर शिक्षक खान सर (FILE PHOTO)
इतिहास

खान सर पर भड़के जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह के वंशज, ‘अयोग्य’ और ‘धोखेबाज’ बताकर सुनाई खरी-खरी

12 July 2025

हाल ही में, ऑनलाइन शिक्षक खान सर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें जम्मू-कश्मीर रियासत के अंतिम शासक महाराजा हरि सिंह...

रायगड किले का चिलखती बुर्ज और मैप पर साइट्स (चित्र: UNESCO)
इतिहास

UNESCO की विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल किए गए मराठा सैन्य किलों को कितना जानते हैं आप?

12 July 2025

मराठा शासन की रणनीतिक सैन्य शक्ति की प्रतीक रहे 12 सैन्य किलों को संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) की विश्व धरोहर स्थल...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Conqueror of the Seas: Rajendra Chola and the Rise of Naval Bharat

Conqueror of the Seas: Rajendra Chola and the Rise of Naval Bharat

00:07:47

How UPI went global? Why Namibia Adopted It?

00:07:20

Stalin’s DMK Faces Heat Over Brutal Custodial Killings in Tamil Nadu

00:08:06

Hindu girl r@ped, burned with cigarettes and forced to convert to Islam

00:03:31

Delhi’s Trump Card: Kejriwal Wants a Nobel for Surviving Politics

00:05:03
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY. FOR MORE QUERIES AND NEWS, CONTACT US AT info@mashablepartners.com


©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited