गुजरात विधानसभा चुनाव का ऐलान होते ही भाजपा और कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी भी चुनाव मैदान में कूद चुकी है और वोटरों को लुभान के लिए पंजाब की तरह यहां पर भी नये-नये दावे और वादे करती हुई नजर आ रही है। ध्यान देने वाली बात यह है कि आम आदमी पार्टी के हेड या यूं कहें कि आम आदमी पार्टी को हथियाने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कुछ समय पहले तक तो देश में साफ-सुथरी और विकास की राजनीति की बातें किया करते थे परन्तु आज उन्होंने गुजरात में इसुदान गढ़वी जैसे लोगों को मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में चुना है। जिनके ऊपर शराब पीकर हंगामा करने, महिलाओं से छेड़छाड़ करने जैसे कई आरोप लगते रहे हैं।
यह लेख गुजरात में आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में चुने गए शराब प्रेमी कहे जाने वाले इसुदान गढ़वी के बारे में है।
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कौन हैं इसुदान गढ़वी
पेशे से पत्रकार रहे 40 साल के इसुदान गढ़वी मौजूदा समय में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव के पद को संभाल रहे हैं। अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में इन्हें आम आदमी पार्टी के गुजरात के मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में चुना है. इसुदान गढ़वी के पत्रकारिता करियर की बात की जाए तो गुजराती चैनल वीटीवी में चैनल हेड के रूप में काम कर रहे थे और 2021 में इन्होंने आम आदमी पार्टी को जॉइन किया था। इसी के बाद इसुदान गढ़वी को शराब पीकर हंगामा करने और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप में गुजरात पुलिस द्वारा अरेस्ट भी किया जा चुका है।
इसुदान गढ़वी के अरेस्ट होने का कारण
आम आदमी पार्टी ने इसुदान गढ़वी को मुख्यमंत्री का चेहरा तो चुन लिया, लेकिन वो गढ़वी के पुराने पापों को कैसे छुपाएंगे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक साल पहले गुजरात में 12 दिसंबर को हुई हेड क्लर्क की परीक्षा का पेपर लीक होने के चलते प्रदेश की राजनीति काफी गर्मा गई थी और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी कार्यालय के बाहर खूब हंगामा खड़ा कर दिया था। इस हंगामे में आप के प्रमुख इसुदान गढ़वी, गोपाल इटालिया और प्रवीण रामक की मेडिकल जांच की गई थी जिसमें इसुदान गढ़वी के शरीर में शराब की मात्रा पाई गई थी। इसी के साथ भाजपा महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष श्रद्धा राजपूत ने आप कार्यकर्ताओं के ऊपर छेड़छाड़ करने के आरोप भी लगाए थे. जिसके बाद इसुदान गढ़वी को गुजरात पुलिस द्वारा अरेस्ट किया गया था हालांकि बाद में इन्हें बेल मिल गई थी।
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भगवंत मान और इसुदान गढ़वी में क्या है समानता?
पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार चला रहे भगवंत मान भी आए दिन अपनी हरकतों के चलते चर्चा में बने रहते हैं. जिस तरीके से ये शराब पीने के बाद कई बार नौटंकी कर चुके हैं उस हिसाब से तो इन्हें दुनिया के सबसे बड़े पियक्ड़ की उपाधि दे देनी चाहिए। वहीं दूसरी ओर गुजरात में केजरीवाल ने अब एक और रत्न इसुदान गढ़वी को चुन लिया है जोकि भगवंत मान से ऊपर के शराबी और महिलाओं से छेड़छाड़ करने तक के आरोपी बनाए जा चुके हैं। इसलिए इन्हें तो पियक्ड़ का पुरस्करा मिलाना चाहिए क्योंकि ये एक ऐसे राज्य में शराब पी रहे हैं जोकि एक ड्राई स्टेट है।
निष्कर्ष पर ध्यान दें तो केजरीवाल का इसुदान गढ़वी को चुनने के पीछे का कारण इनका चर्चित चहरा होना है और इनके नाम कोई विशेष उपलब्धि नहीं है। परन्तु इनकी पहले की हरकतों को देखा जाए तो ये पार्षद बनने लायक नहीं हैं मुख्यमंत्री तो बड़ी दूर की बात है।
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