Babar History in Hindi Establishment and Interesting Facts
स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Babar History in Hindi के बारे में साथ ही इससे जुड़े इतिहास एवं स्थापना के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें.
पूरा नाम | जहिरुदीन मुहम्मद बाबर |
जन्म | 23 फ़रवरी 1483 |
जन्म स्थान | फरगना घाटी, तुर्किस्तान |
माता-पिता | कुतलुग निगार खानम, उमर शेख मिर्जा |
बेटे-बेटी | हुमायूँ, कामरान मिर्जा, अस्करी मिर्जा, हिंदल, अहमद, शाहरुख़, गुलजार बेगम, गुलरंग,गुलबदन, गुलबर्ग |
पत्नी | आयशा सुल्तान, जैनब सुल्तान, मासूमा सुल्तान, महम सुल्तान, गुलरुख बेगम, दिलदार, मुबारका, बेगा बेगम |
मृत्यु | 26 दिसम्बर, 1530 आगरा, भारत |
प्रारंभिक जीवन –
बाबर पर अपने परिवार की ज़िम्मेदारी बहुत कम उम्र में ही आ गई थी| अपने पैतृक स्थान फरगना को वे जीत तो गए थे, लेकिन ज्यादा दिन तक वहां राज नहीं कर पाए, वे इसे कुछ ही दिनों में हार गए| जिसके बाद उसे बहुत कठिन समय देखना पड़ा, और उन्होंने बहुत मुश्किल से जीवन यापन किया| लेकिन इस मुश्किल समय में भी वे उनके कुछ वफादारों ने उनका साथ नहीं छोड़ा| कुछ सालों बाद जब उसके दुश्मन एक दुसरे से दुश्मनी निभा रहे थे, तब इस बात का फायदा बाबर ने उठाया और वे 1502 में अफगानिस्तान के काबुल को जीत लिए|
बाबर का इतिहास –
फरगना की राजधानी ’अन्दिजान’ थी। कालान्तर में उमर शेख मिर्जा ने यहां से राजधानी हटाकर अख्मीकित (अख्सी) में स्थापित की। एक दिन उमर शेख मिर्जा अपने कबूतरों की उङान का मजा ले रहा था तो उसके ऊपर मकान गिर गया और 8 जून 1494 को तुरन्त ही उसकी मृत्यु हो गई। अपने पिता की आकस्मिक मृत्यु के बाद बाबर 11 वर्ष 4 माह की अल्पायु में 8 जून 1494 ई. में फरगना की गद्दी पर बैठा था। दादी आईशां दौलत बेगम ने बाबर की प्रारम्भिक समस्याओं को समाप्त करके उसका राज्याभिषेक किया था।
मुगल वंश की स्थापना –
1526 ई. में बाबर और इब्राहिम लोदी की सेना के बीच पानीपत के मैदान में युध्द हुआ इस युध्द को पानीपत का प्रथम युध्द कहा जाता है इस युध्द में इब्राहिम लोदी मारा गया और बाबर ने मुगल सत्ता की स्थापना की पानीपत का युध्द भारतीय इतिहास का प्रमुख युध्द था इसके पश्चात ही भारत में मुगल सत्ता की स्थापना हुई ।
बाबर के जुड़े रोचक तथ्य –
- बाबर द्वारा 1526 ई० में मुगल साम्राज्य की स्थापना की गई।
- बाबर पिता उमर शेख मिर्जा की ओर से ‘तैमूरलंग एवं माता कुतालुनीगार की ओर से मंगोल नेता चंगेज खाँ का वंशज था।
- बाबर का कुटुम्ब तुर्की जाति के चुगताई वर्ग के अंतर्गत आता था।
- 11 वर्ष की उम्र में फरगना का शासक बनने के बाद बाबर ने समरकंद पर 6 बार चढाई की जिसमें सिर्फ दो बार विजय प्राप्त हुई।
- बाबर का जन्म 14 फरवरी, 1483 को फरगना में हुआ।
बाबर की मृत्यु –
26 दिसम्बर 1530 को बाबर की मृत्यु हो गई और उसे काबुल में दफनाया गया बाबर ने हुमायूँ को अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया।
FAQ
Ques- बाबर का कब हुआ जन्म?
Ans- बाबर का जन्म 14 फरवरी 1483 को हुआ।
Ques-बाबर की कब हुई मृत्यृ?
Ans- बाबर की मृत्यृ 26 दिसंबर 1530 में हुई।
Ques-बाबर के पुत्र-पुत्रियां?
Ans- हुमायूँ, कामरान मिर्जा, अस्करी मिर्जा, हिन्दाल मिर्जा, फख-उन-निस्सा, गुलरंग बेगम, गुलबदन बेगम।
Ques-बाबर की पत्नियां कौन थी?
Ans- आयेशा सुलतान बेगम, जैनाब सुलतान बेगम, मौसमा सुलतान बेगम, माहिम बेगम, गुलरुख बेगम, दिलदार बेगम, मुबारका युरुफझाई, गुलनार अघाचा।
Ques- बाबर किस के संस्थापक थे?
Ans- मुगल वंश का संस्थापक थे।
Ques-बाबर के पिता का नाम क्या था ?
Ans-उमर शेख मिर्जा
Ques- बाबर की माता का नाम क्या था ?
Ans-कुतलुगनिगार खानम
Ques-मुगल काल का प्रथम शासक कौन था ?
Ans- बाबर
Ques-बाबर राजगद्दी पर कब बैठा ?
Ans-अपने पिता की आकस्मिक मृत्यु के बाद बाबर 11 वर्ष 4 माह की अल्पायु में 8 जून 1494 ई. में फरगना की गद्दी पर बैठा था।
आशा करते है कि Babar History in Hindi के बारे में सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आएगा एवं ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए हमसे फेसबुक के माध्यम से जुड़े।