TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    आरएसएस की शाखा से ‘टीम मैनेजमेंट’ का प्रशिक्षण

    आरएसएस की शाखा से ‘टीम मैनेजमेंट’ का प्रशिक्षण

    कांग्रेस को ITAT का झटका, 199.15 करोड़ रुपये के इनकम टैक्‍स छूट में राहत नहीं, जानें क्या हैं कारण

    कांग्रेस को ITAT का झटका, 199.15 करोड़ रुपये के इनकम टैक्‍स में राहत नहीं, जानें क्या हैं कारण

    "जगदीप धनखड़ लंबे चौड़े जाट हैं, तबीयत कैसे खराब हो सकती है", जानें उपराष्ट्रपति के इस्तीफे पर क्या बोले कांग्रेसी

    “जगदीप धनखड़ लंबे चौड़े जाट हैं, तबीयत कैसे खराब हो सकती है”?, जानें उपराष्ट्रपति के इस्तीफे पर क्या बोले कांग्रेसी

    DMK में उत्तराधिकार की लड़ाई? एमके स्टालिन के बेटे, दामाद और बहन के बीच छिड़ेगी राजनीतिक जंग!

    DMK में उत्तराधिकार की लड़ाई? एमके स्टालिन के बेटे, दामाद और बहन के बीच छिड़ेगी राजनीतिक जंग!

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    दुनिया के रियलटाइम भुगतान सिस्टम वीजा को पीछे छोड़ आगे बढ़ा भारत का UPI: IMF

    दुनिया के रियलटाइम भुगतान सिस्टम वीजा को पीछे छोड़ आगे बढ़ा भारत का UPI: IMF

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    सितंबर तक IAF से रिटरायर हो जाएंगे मिग-21 लड़ाकू विमान, जानें कौन लेगा इनकी जगह

    सितंबर तक IAF से रिटायर हो जाएंगे मिग-21 फाइटर जेट, जानें कौन लेगा इनकी जगह?

    भारतीय सेना को अमेरिका से मिला पहला अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर, हिंडन एयरबेस पर हुआ स्वागत

    भारतीय सेना को अमेरिका से मिला पहला अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर, हिंडन एयरबेस पर हुआ स्वागत

    तिरुअनंतपुर में खड़ा ब्रिटिश फाइटर जेट

    अंतत: उड़ने को तैयार हुआ ब्रिटिश फाइटर जेट F-35, जानें कब जाएगा वापस

    चीन की सीमा से सटे 'सब-सेक्टर नॉर्थ' (SSN) तक त्वरित और सुरक्षित आवागमन होगा सुनिश्चित (FILE PHOTO)

    चीन की सरहद पर भारत की रणनीतिक बढ़त, नवंबर 2026 तक तैयार होगा नया ‘सैन्य मार्ग’

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ‘ऑनर किलिंग’ का वो मामला, जिसने पूरे पाकिस्तान को हिलाकर रख दिया है

    ‘ऑनर किलिंग’ का वो मामला, जिसने पूरे पाकिस्तान को हिलाकर रख दिया है

    चिकन खाने के ‘हमले’ पर भारत का जवाब: KFC के बाहर गूंजा ‘हरे कृष्णा’

    चिकन खाने के ‘हमले’ पर भारत का जवाब: KFC के बाहर गूंजा ‘हरे कृष्णा’

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    चीन ने ब्रह्मपुत्र नदी पर शुरू किया सबसे बड़े बांध का निर्माण, जानिए भारत पर क्या होगा इसका असर

    चीन ने ब्रह्मपुत्र नदी पर शुरू किया सबसे बड़े बांध का निर्माण, जानिए भारत पर क्या होगा इसका असर

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    कैंपस हॉस्टल से कामिकेज ड्रोन: भारतीय सेना को युद्ध के लिए तैयार ड्रोन इस तरह पहुंचा रहे बिट्स के दो छात्र

    20 वर्षीय छात्रों ने हॉस्टल में बनाया 300 km/h की रफ्तार वाला कामिकेज़ ड्रोन, अब सेना करेगी इस्तेमाल

    भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता का अगला चरण तय, अगस्त में होगी बैठक

    भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता का अगला चरण तय, अगस्त में होगी बैठक

    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    आरएसएस की शाखा से ‘टीम मैनेजमेंट’ का प्रशिक्षण

    आरएसएस की शाखा से ‘टीम मैनेजमेंट’ का प्रशिक्षण

    कांग्रेस को ITAT का झटका, 199.15 करोड़ रुपये के इनकम टैक्‍स छूट में राहत नहीं, जानें क्या हैं कारण

    कांग्रेस को ITAT का झटका, 199.15 करोड़ रुपये के इनकम टैक्‍स में राहत नहीं, जानें क्या हैं कारण

    "जगदीप धनखड़ लंबे चौड़े जाट हैं, तबीयत कैसे खराब हो सकती है", जानें उपराष्ट्रपति के इस्तीफे पर क्या बोले कांग्रेसी

    “जगदीप धनखड़ लंबे चौड़े जाट हैं, तबीयत कैसे खराब हो सकती है”?, जानें उपराष्ट्रपति के इस्तीफे पर क्या बोले कांग्रेसी

    DMK में उत्तराधिकार की लड़ाई? एमके स्टालिन के बेटे, दामाद और बहन के बीच छिड़ेगी राजनीतिक जंग!

    DMK में उत्तराधिकार की लड़ाई? एमके स्टालिन के बेटे, दामाद और बहन के बीच छिड़ेगी राजनीतिक जंग!

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    दुनिया के रियलटाइम भुगतान सिस्टम वीजा को पीछे छोड़ आगे बढ़ा भारत का UPI: IMF

    दुनिया के रियलटाइम भुगतान सिस्टम वीजा को पीछे छोड़ आगे बढ़ा भारत का UPI: IMF

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    सितंबर तक IAF से रिटरायर हो जाएंगे मिग-21 लड़ाकू विमान, जानें कौन लेगा इनकी जगह

    सितंबर तक IAF से रिटायर हो जाएंगे मिग-21 फाइटर जेट, जानें कौन लेगा इनकी जगह?

    भारतीय सेना को अमेरिका से मिला पहला अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर, हिंडन एयरबेस पर हुआ स्वागत

    भारतीय सेना को अमेरिका से मिला पहला अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर, हिंडन एयरबेस पर हुआ स्वागत

    तिरुअनंतपुर में खड़ा ब्रिटिश फाइटर जेट

    अंतत: उड़ने को तैयार हुआ ब्रिटिश फाइटर जेट F-35, जानें कब जाएगा वापस

    चीन की सीमा से सटे 'सब-सेक्टर नॉर्थ' (SSN) तक त्वरित और सुरक्षित आवागमन होगा सुनिश्चित (FILE PHOTO)

    चीन की सरहद पर भारत की रणनीतिक बढ़त, नवंबर 2026 तक तैयार होगा नया ‘सैन्य मार्ग’

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ‘ऑनर किलिंग’ का वो मामला, जिसने पूरे पाकिस्तान को हिलाकर रख दिया है

    ‘ऑनर किलिंग’ का वो मामला, जिसने पूरे पाकिस्तान को हिलाकर रख दिया है

    चिकन खाने के ‘हमले’ पर भारत का जवाब: KFC के बाहर गूंजा ‘हरे कृष्णा’

    चिकन खाने के ‘हमले’ पर भारत का जवाब: KFC के बाहर गूंजा ‘हरे कृष्णा’

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    चीन ने ब्रह्मपुत्र नदी पर शुरू किया सबसे बड़े बांध का निर्माण, जानिए भारत पर क्या होगा इसका असर

    चीन ने ब्रह्मपुत्र नदी पर शुरू किया सबसे बड़े बांध का निर्माण, जानिए भारत पर क्या होगा इसका असर

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    कैंपस हॉस्टल से कामिकेज ड्रोन: भारतीय सेना को युद्ध के लिए तैयार ड्रोन इस तरह पहुंचा रहे बिट्स के दो छात्र

    20 वर्षीय छात्रों ने हॉस्टल में बनाया 300 km/h की रफ्तार वाला कामिकेज़ ड्रोन, अब सेना करेगी इस्तेमाल

    भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता का अगला चरण तय, अगस्त में होगी बैठक

    भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता का अगला चरण तय, अगस्त में होगी बैठक

    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

कथा उन भीमबेटका गुफाओं की जिनमें अज्ञातवास दौरान रुके थे भीम

सनातन धर्म से जुड़े कुछ ऐसे धरोहर हैं जिन्हें देखकर आश्चर्य होता है। इस लेख में हम जानेंगे ऐसे ही एक धरोहर के बारे में जिसका नाम है भीमबेटका।​

TFI Desk द्वारा TFI Desk
13 December 2022
in इतिहास, ज्ञान, संस्कृति
Bhimbetka rock shelters

SOURCE TFI

Share on FacebookShare on X

Bhimbetka rock shelters: सनातन धर्म का इतिहास इतना विराट है कि उससे जुड़ी कहानियों और घटनाओं से कुछ न कुछ सीखने को ही मिलता है। सनातन धर्म से जुड़े कुछ ऐसे धरोहर हैं जिन्हें देखकर आश्चर्य होता है, तो कुछ ऐसे धरोहर हैं जिनसे जुड़ी अपनी एक कथा है। इस लेख में हम बात करेंगे ऐसे ही एक धरोहर के बारे में जिसका नाम है भीमबेटका। जिसका संबंध महाभारत काल के वीर पांडवों में से एक महाबली भीम से संबंध बताया जाता है। चलिए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।

और पढ़ें- महाजनपदों का गौरवशाली इतिहास: भाग 3 – काशी

संबंधितपोस्ट

‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

महाकुंभ: भारत की सांस्कृतिक विरासत की अक्ष्क्षुण यात्रा

जन-जन तक पहुंचेंगे गीता के उपदेश; कुरुक्षेत्र में CM सैनी ने किया ‘अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव’ का आगाज

और लोड करें

Bhimbetka rock shelters: हजारों साल पुरानी गुफाएं

भीमबेटका मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में स्थित है, जिसे हम भीमबेटका रॉक शेल्टर (Bhimbetka rock shelters) के नाम से भी जानते हैं। भीमबेटका अपनी हजारों साल पुरानी गुफाओं की वजह से जाना जाता है। यह असल में एक गुफा नहीं है बल्कि इसके अंतर्गत कई गुफाएं हैं जो कि एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं। ये गुफाएं (Bhimbetka rock shelters) भोपाल से 46 किलोमीटर की दूरी पर दक्षिण में पाई जाती हैं। गुफाएं चारों तरफ से विंध्य पर्वतमालाओं से घिरी हुईं हैं, जिनका संबंध ‘नव पाषाण काल‘ से माना गया है। भीमबेटका गुफाएं मध्य भारत के पठार के दक्षिणी किनारे पर स्थित विंध्याचल की पहाड़ियों के निचले छोर पर हैं। इसके दक्षिण में सतपुड़ा की पहाड़ियां शुरू हो जाती हैं।

Bhimbetka rock shelters को लेकर कहा जाता है कि महाभारत काल के पांडवों में से एक भीम के नाम पर भीमबेटका का नाम रखा गया। कुछ स्थानीय लोगों का मानना है कि भीम ने अपने भाइयों के साथ निर्वासित होने के बाद यहां विश्राम किया था। लोगों का यह भी कहना है कि वह इन गुफाओं के बाहर और पहाड़ियों के ऊपरी क्षेत्र में लोगों के साथ बैठकर लोगों से बातचीत किया करते थे। कहते हैं कि जब पांडवों को वनवास के साथ ही अज्ञातवास मिला तो वे अपनी पहचान छिपाकर रहते थे जिससे कौरवों को उनके बारे में पता न चल सकें और इसके लिए वे इन गुफाओं में रहा करते थे।

और पढ़ें- महाजनपदों का गौरवशाली इतिहास- भाग 2: मगध महाजनपद

शैलचित्र और शैलाश्रय

भीमबेटका (Bhimbetka rock shelters) आदिमानव द्वारा निर्माण किए गए शैलचित्रों और शैलाश्रयों के लिए प्रसिद्ध है। इस गुफा में बनाए गए शैलचित्र भारतीय महाद्वीप में मानव जीवन के सबसे प्राचीनतम चिह्न हैं। साथ ही यहां पर अन्य पुरातात्विक अवशेष भी मिले हैं जिनमें प्राचीन किले की दीवार, पाषाण काल में निर्मित भवन, शुंग-गुप्त कालीन अभिलेख, लघुस्तूप, शंख के अभिलेख और परमार कालीन मंदिर के अवशेष आदि शामिल हैं।

bhimbetka
Bhimbetka rock shelters paintings

यहां की लगभग 3000 वर्ष पुरानी प्राचीन किले की दीवार, पाषाण निर्मित भवन, शंख गुप्त कालीन अभिलेख, परमार कालीन मंदिर, जो यह बताती हैं कि भीमबेटका कभी आदिमानवों के रिहायशी जगह हुआ करती थी। साथ ही भीमबेटका में प्रवेश करते ही कई ऐसे पाषाण युग के अवशेषों के बारे में गुफा की दीवारों पर लिखे गये लेखों से जानकारी मिलती है।

भीमबेटका में मिले शैलचित्रों की बात करें तो इसमें सामूहिक नृत्य, शिकार, पशु पक्षियों से प्रेम, प्राचीन काल के युद्ध, आखेट, आदिमानव के रहन-सहन, हाथी, घोड़े की सवारी के शैलचित्र, जंगली सूअर शैलचित्र, बाघ, शेर शैलचित्र, कुत्ते घड़ियाल शैलचित्र, प्राचीन आभूषण शैलचित्र, शहद जमा करने के स्थान मिले हैं। इन सभी चित्रों को लाल, गेरुआ, सफ़ेद, पीला और हरे रंग से चिह्नित किया गया है। भीमबेटका की गुफाओं की दीवारें प्राचीन सभ्यता को दर्शाती हैं जो उस समय के कलाकारों के लिए लोकप्रिय हुआ करती थीं।

और पढ़ें- राजपूताना के महान वीर ‘चारण’ की अद्भुत गाथा, जिनके साथ इतिहास ने न्याय नहीं किया

दुनिया की सबसे प्राचीन गुफा

भीमबेटका दुनिया की सबसे प्राचीन गुफा मानी जाती हैं, यहां पत्थर की दीवार और फर्श बने होने के सबूत भी मिले हैं। भीमबेटका में एक बड़ी सी चट्टान है जिसे चिड़िया रॉक चट्टान के नाम से जाना जाता है। इस चट्टान पर हिरन, बाइसन, हाथी और बारहा सिंघा को चिह्नित किया गया है। इसके बाद एक दूसरी चट्टान हैं, जिस पर मोर, साप, सूरज और हिरण की एक और तस्वीर को चिह्नित किया गया है। शिकार करने के दौरान शिकारियों को तीर, धनुष, ढोल, रस्सी के साथ तो वहीं एक सूअर का भी चित्र मौजूद है। इस तरह की और भी कई चट्टानें और गुफाएं यहां स्थित हैं, जिन्‍हें देखकर 3000 वर्ष पुराने रहस्यों का प्रमाण मिलता हैं।

भीमबेटका गुफाओं (Bhimbetka rock shelters) की पहचान देश के सबसे बड़े प्रागैतिहासिक कला के खजाने के रूप में किया जाता है। भारत के प्रसिद्ध पुरातत्‍व विशेषज्ञ डॉ. वीएस वाकांकर ने इन गुफाओं की खोज की थी। भीमबेटका नाम भीम और वाटिका ये दो शब्दों से मिल कर बना है। यह पूरी जगह पत्थरों और गुफ़ाओं के साथ–साथ सागवन और सखुआ पेड़ों से घिरी हुई हैं। इन गुफाओं की विशेषता यह है कि यहां कि चट्टानों पर हजारों साल पहले बनी चित्रकारी आज भी पाई जाती है। आज भी यहां लगभग 500 गुफाएं मौजूद हैं। साथ ही इस क्षेत्र को भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण, भोपाल मंडल ने अगस्त 1990 में राष्ट्रीय महत्त्व का स्थल घोषित किया था। इसके बाद जुलाई 2003 में यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था।

SOURCE google

भीमबेटका मध्य भारत के पुराने स्थलों में से एक है, यह स्थान लिखित इतिहास के समय से भी पहले का है। मान्यता है कि यह पुरापाषाण और मध्यपाषाण काल के समय से है। पुरापाषाण वह समय था जब मानव ने पत्थरों से औजार बनाना शुरू किए थे। मध्यपाषाण काल में इंसान ने आग की खोज की थी और धीरे–धीरे खेती भी करने लगा था और यहीं से आधुनिक मानव का भी विकास हुआ था। इन बातों से हम यह तो अंदाज़ा लगा ही सकते हैं कि भीमबेटका की गुफाएं हमारे इतिहास की बेहद पुरानी धरोहर हैं।

और पढ़ें-जानिए भारतीय नौसेना दिवस के पीछे का गौरवशाली इतिहास, जब कांप गया था पूरा पाकिस्तान

जीवनशैली और सांसारिक गतिविधियां

भीमबेटका गुफाओं (Bhimbetka rock shelters) में बनी चित्रकारियां यहां रहने वाले पाषाणकालीन मनुष्यों के जीवन को दर्शाती है। यहां के पत्थर और गुफाएं सांस्कृतिक विकास, कृषि, शिकारी और शुरुआती जीवन का प्रमाण देते हैं। यहां दस किलोमीटर में सात पहाड़ियां और 750 से अधिक रॉक शेल्टर है। जिनमें से कुछ तो 10,000 साल पहले से ही बसे हुए हैं।

इन गुफाओं में बहुत से चित्र लाल और सफ़ेद रंग के हैं जिनमें दैनिक जीवन की घटनाओं से ली गई विषय वस्‍तुएं चित्रित हैं, जो हजारों साल पहले के जीवन को दिखाती हैं। असल में गुफाओं में बने चित्र ही यहां के प्रमुख आकर्षण हैं। खोजकर्ताओं द्वारा यह भी बताया गया कि भीमबेटका की गुफाओं के चित्र ऑस्ट्रेलिया के सवाना क्षेत्र और फ्रांस के आदिवासी शैलचित्रों से मिलते हैं जो कालीहारी मरुस्थल के बौनों द्वारा बनाया गया था। इन गुफाओं का इस्तेमाल अलग–अलग समय में आदिमानवों ने अपने घर के रूप में किया था। इसलिए यहां उकेरे गए चित्र उनकी जीवनशैली और सांसारिक गतिविधियों को दर्शाते हैं।

भीमबेटका हमारे लिए न केवल पुरातात्विक रूप से अहमियत रखता है बल्कि महाभारत काल से जुड़ी इसकी मान्यताएं इसे धार्मिक रूप से भी अधिक महत्वपूर्ण बना देती हैं। यह ASI की देखरेख में हैं, अहम बात यह है कि यहां के पर्यटन में विस्तार हो रहा है लेकिन दुखद यह है कि इन पर्यटन स्थलों को अभी तक उस स्तर पर प्रचारित और प्रसारित किया ही नहीं गया जिससे यह वैश्विक स्तर पर प्रसिद्ध हो।

और पढ़ें-केदारनाथ कहां है एवं कैसे पहुंचे? कथा, इतिहास, एवं दर्शन के नियम

वैश्विक मान्यता मिलना अलग बात है किन्तु आवश्यकता यह है कि इन धरोहरों के बारे में प्रचार-प्रसार अधिक हो जिससे  पर्यटन तो विस्तार मिले, साथ ही जो गोरे भारत की सभ्यता को सबसे असभ्य मानते हैं, उन्हें भी पता चले कि जब वे खाने को संघर्ष कर रहे थे तो भारतीय महलों में राज कर रहे थे।

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें.

Tags: Bhimbetka cavesBhimbetka rock sheltersपाषाण युगभीमबेटकामहाभारतशैलचित्र
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

वैश्विक कूटनीति में भारत की सॉफ्ट पावर बन रहे हैं भगवान राम

अगली पोस्ट

तब्बू: वो इकलौती ‘पुरानी अभिनेत्री’ जो अभी भी फिल्म इंडस्ट्री में धमाल मचाए हुए है

संबंधित पोस्ट

ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)
इतिहास

इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

18 July 2025

इज़रायल ने हाल ही में सीरिया की राजधानी दमिश्क पर हवाई हमले किए और इनमें सीरियाई रक्षा मंत्रालय व राष्ट्रपति भवन के आसपास के क्षेत्र...

आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया
इतिहास

वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

14 July 2025

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों के लिए ‘14 जुलाई’ का दिन विशेष स्मृति दिवस होता है, क्योंकि 14 जुलाई 2003 को संघ चतुर्थ सरसंघचालक प्रो....

हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य
इतिहास

नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

13 July 2025

एक हज़ार साल से भी पहले, जब दुनिया का ज़्यादातर हिस्सा अंधकार में डूबा हुआ था, तमिल हृदयभूमि का एक शक्तिशाली सम्राट समुद्र पर राज...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Britain’s Million-Dollar Bird Finally Takes Off!

Britain’s Million-Dollar Bird Finally Takes Off!

00:06:43

Maharashtra targets crypto christians. fake dalit quota scam exposed.

00:04:16

The Forgotten Maratha Legacy in Tamil Nadu

00:07:37

India’s ULRA Bomber: 12,000-km Beast That Can Strike Anywhere Without Refueling

00:07:39

The Shocking Truth About Mass Conversions in Tamil Nadu

00:07:26
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY. FOR MORE QUERIES AND NEWS, CONTACT US AT info@mashablepartners.com


©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited