TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    पंजाब में आप का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ हथियार

    पंजाब में आप का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ बन सकता है हथियार

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    कर्नाटक सरकार का रोहित वेमुला बिल खड़े कर रहा कई बड़े सवाल, दो और राज्यों में लागू करने की तैयारी]

    कर्नाटक सरकार का रोहित वेमुला बिल खड़े कर रहा कई बड़े सवाल, दो और राज्यों में लागू करने की तैयारी

    ‘आप गांधी के वंशज नहीं, खुद पर शर्म करो’: महात्मा गांधी के परपोते को बिहार में सुनाई गई खरी-खरी, मंच से भगाया गया

    ‘आप गांधी के वंशज नहीं, खुद पर शर्म करो’: महात्मा गांधी के परपोते को बिहार में सुनाई गई खरी-खरी, मंच से भगाया गया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पाकिस्तान और चीन के लिए काल बनेगा भारत का प्रोजेक्ट 'विष्णु', तीन देशों के पास ही ऐसी तकनीक

    पाकिस्तान और चीन के लिए काल बनेगा भारत का प्रोजेक्ट ‘विष्णु’, तीन देशों के पास ही ऐसी तकनीक

    'ऑपरेशन सिंदूर' में ब्रह्मोस मिसाइल की शानदार सफलता के बाद, 14 से 15 देशों ने इसे खरीदने में रुचि दिखाई है

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में चमकी ब्रह्मोस मिसाइल: 15 देशों ने खरीदने में दिखाई दिलचस्पी

    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    देश को अस्थिर करने की रच रहा था साजिश, एनआईए ने आईएसआईएस के सदस्य को किया गिरफ्तार

    देश को अस्थिर करने की रच रहा था साजिश, एनआईए ने आईएसआईएस आतंकी को किया गिरफ्तार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    इमैनुएल मैक्रों और उनकी पत्नी ब्रिजिट मैक्रों (चित्र: सोशल मीडिया)

    फ्रांस की सबसे बड़ी अदालत में पहुंचा मैक्रों की पत्नी के ‘पुरुष’ होने से जुड़ा मामला

    शुक्ला जी की जगह दलित को भेजने की बारी थी, यह क्या बोल गए कांग्रेस नेता उदित राज

    शुभांशु शुक्ला की जगह किसी दलित या OBC को स्पेस में भेजा जाना चाहिए था: कांग्रेस नेता की मांग

    भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा पर फेंके गए अंडे (Photo: X/@Naveen_Odisha)

    कनाडा में हिंदू आस्था पर फिर हमला: भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा पर फेंके गए अंडे, सख्त हुआ भारत

    'स्ट्रैटस' कोविड-19 वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    ‘स्ट्रैटस’ कोविड-19 का वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    मशहूर शिक्षक खान सर (FILE PHOTO)

    खान सर पर भड़के जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह के वंशज, ‘अयोग्य’ और ‘धोखेबाज’ बताकर सुनाई खरी-खरी

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    'स्ट्रैटस' कोविड-19 वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    ‘स्ट्रैटस’ कोविड-19 का वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    एलन मस्क और राष्ट्रपति तैयप एर्दोआन

    मस्क की कंपनी के AI चैटबॉट Grok ने ऐसा क्या कहा कि तुर्की ने कंटेंट कर दिया बैन?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    पंजाब में आप का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ हथियार

    पंजाब में आप का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ बन सकता है हथियार

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    कर्नाटक सरकार का रोहित वेमुला बिल खड़े कर रहा कई बड़े सवाल, दो और राज्यों में लागू करने की तैयारी]

    कर्नाटक सरकार का रोहित वेमुला बिल खड़े कर रहा कई बड़े सवाल, दो और राज्यों में लागू करने की तैयारी

    ‘आप गांधी के वंशज नहीं, खुद पर शर्म करो’: महात्मा गांधी के परपोते को बिहार में सुनाई गई खरी-खरी, मंच से भगाया गया

    ‘आप गांधी के वंशज नहीं, खुद पर शर्म करो’: महात्मा गांधी के परपोते को बिहार में सुनाई गई खरी-खरी, मंच से भगाया गया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पाकिस्तान और चीन के लिए काल बनेगा भारत का प्रोजेक्ट 'विष्णु', तीन देशों के पास ही ऐसी तकनीक

    पाकिस्तान और चीन के लिए काल बनेगा भारत का प्रोजेक्ट ‘विष्णु’, तीन देशों के पास ही ऐसी तकनीक

    'ऑपरेशन सिंदूर' में ब्रह्मोस मिसाइल की शानदार सफलता के बाद, 14 से 15 देशों ने इसे खरीदने में रुचि दिखाई है

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में चमकी ब्रह्मोस मिसाइल: 15 देशों ने खरीदने में दिखाई दिलचस्पी

    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    देश को अस्थिर करने की रच रहा था साजिश, एनआईए ने आईएसआईएस के सदस्य को किया गिरफ्तार

    देश को अस्थिर करने की रच रहा था साजिश, एनआईए ने आईएसआईएस आतंकी को किया गिरफ्तार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    इमैनुएल मैक्रों और उनकी पत्नी ब्रिजिट मैक्रों (चित्र: सोशल मीडिया)

    फ्रांस की सबसे बड़ी अदालत में पहुंचा मैक्रों की पत्नी के ‘पुरुष’ होने से जुड़ा मामला

    शुक्ला जी की जगह दलित को भेजने की बारी थी, यह क्या बोल गए कांग्रेस नेता उदित राज

    शुभांशु शुक्ला की जगह किसी दलित या OBC को स्पेस में भेजा जाना चाहिए था: कांग्रेस नेता की मांग

    भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा पर फेंके गए अंडे (Photo: X/@Naveen_Odisha)

    कनाडा में हिंदू आस्था पर फिर हमला: भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा पर फेंके गए अंडे, सख्त हुआ भारत

    'स्ट्रैटस' कोविड-19 वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    ‘स्ट्रैटस’ कोविड-19 का वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    मशहूर शिक्षक खान सर (FILE PHOTO)

    खान सर पर भड़के जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह के वंशज, ‘अयोग्य’ और ‘धोखेबाज’ बताकर सुनाई खरी-खरी

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    'स्ट्रैटस' कोविड-19 वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    ‘स्ट्रैटस’ कोविड-19 का वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    एलन मस्क और राष्ट्रपति तैयप एर्दोआन

    मस्क की कंपनी के AI चैटबॉट Grok ने ऐसा क्या कहा कि तुर्की ने कंटेंट कर दिया बैन?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

महाजनपदों का गौरवशाली इतिहास: भाग 3 – काशी

भारत के 16 महाजनपदों में से एक काशी नगरी भी थी, जिसका उल्लेख वेदों और पुराणों तक में मिलता है. इसका इतिहास काफी विस्तृत और समृद्ध रहा है.

TFI Desk द्वारा TFI Desk
13 December 2022
in इतिहास
काशी नगरी

Source- TFI

Share on FacebookShare on X

सनातन धर्म को विश्व की सबसे प्राचीन धर्म माना जाता है जिसने लोगों को एक उत्कृष्ट जीवनशैली  के बारे में सबसे पहले और सर्वोत्तम मंत्र दिए थे। कुछ इसी तरह काशी को विश्व का सबसे पुराना शहर होने का दर्जा प्राप्त है। जब दुनिया में प्राथमिक स्तर पर संघर्ष हो रहा था, उस समय काशी नगरी एक सहज और गौरवशाली इतिहास को अपने अंतर्मन में समेटे हुए थी। वर्तमान में यह उत्तर प्रदेश के सर्वश्रेष्ठ जिलों में आता है लेकिन काशी कोई जिला नहीं अपने आप में एक सभ्यता है, जो कि हमें जीवन के महत्वपूर्ण मूल्यों का स्मरण कराती है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि जो काशी नगरी सदैव वैश्विक स्तर पर एक अग्रणी शहरों में थी उसका पतन कैसे हुआ, कैसे उसके गौरवशाली इतिहास को नष्ट करने के प्रयास किए गए।

काशी के इतिहास की उल्लेख करें तो भारत के 16 महाजनपदों में से एक काशी नगरी भी थी, स्पष्ट तौर पर हम कह सकते हैं कि इन 16 में भी सबसे उच्चतम स्थान काशी का ही था। इसका उल्लेख सनातन संस्कृति के वेदों और पुराणों तक में मिलता है। विश्व के सर्वाधिक प्राचीन ग्रंथ ऋग्वेद में काशी का उल्लेख मिलता है। इसमें कहा गया है कि ‘काशिरित्ते.. आप इवकाशिनासंगृभीता:‘। पुराणों के अनुसार, यह आद्य वैष्णव स्थान है। पहले यह भगवान विष्णु (माधव) की पुरी थी, जहां श्रीहरि के आनंदाश्रु गिरे थे, वहां बिंदुसरोवर बन गया और भगवान यहां बिंधुमाधव के नाम से प्रतिष्ठित हुए।

संबंधितपोस्ट

कोई सामग्री उपलब्ध नहीं है
और लोड करें

और पढ़ें: महाजनपदों का गौरवशाली इतिहास- भाग 1: अंग महाजनपद

जैन तीर्थंकर पार्श्वनाथ के पिता थे काशी के राजा

काशी को बसानेवाले भरतवंशी राजा ‘काश’ थे, कुछ विद्वानों के मत में काशी वैदिक काल से भी पूर्व की नगरी है। भगवान शिव की उपासना का प्राचीनतम केंद्र होने के कारण ही इसे सबसे प्राचीन नगरी कहा जाता है क्योंकि सामान्य रूप से शिवोपासना को पूर्व वैदिककालीन माना जाता है। हमने आपको पहले ही बताया कि जब दुनिया मूलभूत सुविधाओं के लिए सघंर्ष कर रही थी, उस समय काशी में रहने वाले लोगों का जीवन उत्कृष्ट था। यहां का इन्फ्रास्ट्रक्चर हजारों वर्षों के भविष्य को ध्यान में रखकर तैयार किया गया था, जहां तीन ओर से घुमावदार आकार में मां गंगा गुजरती हैं।

पौराणिक कथाओं के अनुसार, काशी नगर की स्थापना भगवान शिव ने लगभग 5000 वर्ष पूर्व की थी। यह एक महत्त्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। काशी मलमल और रेशमी कपड़ों, इत्रों, हाथी दांत और शिल्प कला के लिए व्यापारिक एवं औद्योगिक केन्द्र रहा। बनारस के दशाश्वमेध घाट के समीप बने शीतला माता मंदिर का निर्माण अर्कवंशी क्षत्रियों ने करवाया था। प्रसिद्ध चीनी यात्री ह्वेन त्सांग ने नगर को धार्मिक, शैक्षणिक एवं कलात्मक गतिविधियों का केन्द्र बताया है।

काशी की राजधानी वाराणसी थी, जो वरुणा और असी नदियों की संगम पर बसी थी। वर्तमान की वाराणसी व आसपास का क्षेत्र इसमें सम्मिलित रहा था। 23वें जैन तीर्थंकर पार्श्वनाथ के पिता अश्वसेन काशी के राजा थे। इसका कोशल राज्य के साथ संघर्ष रहता था। गुत्तिल जातक के अनुसार काशी नगरी 12 योजन विस्तृत थी और भारत वर्ष की सर्वप्रधान नगरी थी।

बिंबिसार को उपहार में मिला काशी

काशी की सभ्यता का इतिहास अत्यन्त प्राचीन है। महाजनपद युग में यहां की सभ्यता काफी विकसित हो चुकी थी। इस युग की सभ्यता के प्रतीक कला में मूर्तिकला, तक्षण, वास्तु इत्यादि सम्मिलित हैं। इस सभ्यता के अवशेष, जो अब भी वैरांट और राजघाट के नीचे दबे पड़े है उनकी विस्तृत रुप और वैज्ञानिक ढंग से खोज नहीं हुई है। यह माना जाता है कि यदि और रिसर्च की गई तो काशी के सांस्कृतिक और राजनैतिक इतिहास पर काफी प्रकाश पड़ेगा। ऐसी खोज का महत्व काशी के लिए ही महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि सारी भारतीय संस्कृति के लिए भी महत्वपूर्ण है। क्योंकि उत्तर वैदिक काल से ही कला, शिक्षा और स्वतंत्र विचार शैली के लिए धर्मनगरी काशी सारे भारतवर्ष में प्रसिद्ध रही है और इसका प्रभाव भारतीय इतिहास की अविच्छिन्न धारा पर बराबर पड़ता रहा है।

वाराणसी में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की 19 साइट हैं इनमें अघोर पीठ, अशोक स्तंभ, भारत कला भवन, भारत माता मंदिर, सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ तिब्बतन स्टडीज, धनवंतरि मंदिर, दुर्गा मंदिर, जंतर मंतर, काशी विश्वनाथ मंदिर, संकट मोचन हनुमान मंदिर, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, बीएचयू कैंपस को श्री विश्वनाथ मंदिर, रामनगर किला, बनारस के घाट और तुलसी मानस मंदिर शामिल हैं।

और पढ़ें: महाजनपदों का गौरवशाली इतिहास- भाग 2: मगध महाजनपद

काशी को लेकर इतिहास यह भी बताता है कि महाभारत तथा पुराणों के अनुसार जरासंध ने काशी, कौशल, चेदि, मालवा, विदेह, अंग, वंग, कलिंग, कश्मीर और गांधार राजाओं को पराजित किया। मगध भी भारत के 16 अहम महाजनपदों में से एक था और उसके राजा द्वारा काशी पर विजय प्राप्त करना एक बड़ी अहम घटना के तौर पर जानी गई। इतिहास यह भी उल्लेख करता है कि मगध के शासक जरासंध ने भारत के अनेक राजाओं को बंदी तो बनाया था लेकिन उनका कभी वध नहीं किया, वे सभी कारागार में ही बंदी रहे। महाभारत में भी सूक्ष्म तौर पर जरासंध का उल्लेख है। इनके अलावा मगध के हर्यक वंश के सम्राट बिम्बिसार को ‘श्रेणिक’ कहा जाता है।

एक कहानी यह भी है कि बिम्बिसार ने मगध के यश और सम्मान को वैवाहिक संधियों और विजयों के माध्यम से काफी बढ़ाया था। उनकी एक रानी कौशल के राजा ‘प्रसेनजित’ की बहन थी और उन्हें दहेज स्वरूप काशी नगरी का १ लाख राजस्व वाला गांव मिला था। कई कथाओं में यह भी कहा गया है कि पूरी काशी ही बिम्बिसार को एक उपहार स्वरूप दे दिया गया था।

काशी नगरी की शुद्धता को किसने नष्ट किया?

काशी नगरी में प्राचीन काल से समय-समय पर अनेक महान विभूतियों का वास होता रहा हैं। इनमें महर्षि अगस्त्य, धन्वंतरि, गौतम बुद्ध, संत कबीर, अघोराचार्य बाबा कानीराम, रानी लक्ष्मीबाई, पाणिनी, पार्श्वनाथ, पतंजलि, संत रैदास, स्वामी रामानन्दाचार्य, वल्लभाचार्य, शंकराचार्य, गोस्वामी तुलसीदास और महर्षि वेदव्यास का प्रमुख तौर पर उल्लेख है। शास्त्रीय संगीत का बनारस घराना वाराणसी में ही जन्मा एवं विकसित हुआ है।

भारत के कई दार्शनिक, कवि, लेखक, संगीतज्ञ वाराणसी में रहे हैं, जिनमें कबीर, वल्लभाचार्य, रविदास, स्वामी रामानंद, त्रैलंग स्वामी, शिवानन्द गोस्वामी, मुंशी प्रेमचंद, जयशंकर प्रसाद, आचार्य रामचंद्र शुक्ल, पंडित रवि शंकर, गिरिजा देवी, पंडित हरि प्रसाद चौरसिया एवं उस्ताद बिस्मिल्लाह खां आदि कुछ प्रमुख हैं। कहा जाता है कि  गोस्वामी तुलसीदास ने हिन्दू धर्म का परम-पूज्य ग्रंथ रामचरितमानस भी यहीं लिखा था और गौतम बुद्ध ने अपना प्रथम प्रवचन बनारस के ही पास सारनाथ में दिया था।

काशी नगरी का इतिहास निश्चित रूप से गौरवशाली रहा है किन्तु एक सत्य यह भी है कि काशी के गौरवशाली इतिहास को धूमिल और नष्ट करने में मुगल शासकों ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी। काशी नगरी के अनेक मंदिरों को तोड़ने से लेकर, नगर की शुद्धता को नष्ट करने में मुगल सबसे बड़े दोषी माने जाते हैं, जिस प्रकार अयोध्या में भगवान श्रीराम की जन्मभूमि को नष्ट करने में और उसकी पवित्रता को भंग करने में बाबर का हाथ था, ठीक उसी प्रकार त्रिदेवों में एक भगवान शंकर के प्राचीनतम मंदिर अर्थात् काशी विश्वनाथ मंदिर समेत वहां की मूर्तियों को क्षति पहुंचाने में औरंगजेब की बड़ी भूमिका थी।

दशाश्वमेध घाट है सबसे पुराना

आज के समय की बात करें तो काशी के अधिकतर घाट अलग-अलग राजाओं ने बनाए हैं। इनमें मराठा, सिंधिया, होल्कर, भोंसले और पेशवा शामिल हैं। इन घाटों की वजह से ही बनारस की सुबह की खूबसूरती अलग स्तर पर पहुंच जाती है। काशी का सबसे पुराना घाट दशाश्वमेध घाट माना जाता है। ये काशी विश्वनाथ मंदिर के करीब है। वहीं मणिकर्णिका घाट महाश्मशान है। इसका हिंदू मान्यताओं में विशेष स्थान है। काशी नगरी को लेकर यह मान्यता तो काफी लोकप्रिय रही है कि काशी में मरने वाले लोगों को सीधे स्वर्ग लोक मिलता है।

इसीलिए यह बात प्रचलित है-

“मरणं मंगलं यत्र विभूतिश्च विभूषणम्

कौपीनं यत्र कौशेयं सा काशी केन मीयते”

वर्तमान में काशी नगरी को गौरव को पुनर्स्थापित करने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे अपना संसदीय क्षेत्र चुना है। प्राचीन मंदिरों के जीर्णोद्धार से लेकर काशी का सर्वांगीण विकास करना प्रधानमंत्री की प्राथमिकताओं में से एक माना जा रहा है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर इस बात का एक प्रत्यक्ष उदाहरण हैं कि यदि काशी को उसके मूल स्वरूप में लाकर वर्तमान की आधुनिकता से मिलाया जाएगा तो दुनिया का यह प्रचीनतम शहर पुनः भारत का गौरव कहलाएगा।

और पढ़ें: राजा भोज जो अब तक के सबसे महान भारतीय राजाओं में से एक थे

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें.

Tags: काशी महाजनपददशाश्वमेध घाटराजा बिंबिसार
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

भारत संजू सैमसन को खो सकता है और इसके लिए BCCI जिम्मेदार होगा

अगली पोस्ट

वैश्विक कूटनीति में भारत की सॉफ्ट पावर बन रहे हैं भगवान राम

संबंधित पोस्ट

आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया
इतिहास

वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

14 July 2025

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों के लिए ‘14 जुलाई’ का दिन विशेष स्मृति दिवस होता है, क्योंकि 14 जुलाई 2003 को संघ चतुर्थ सरसंघचालक प्रो....

हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य
इतिहास

नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

13 July 2025

एक हज़ार साल से भी पहले, जब दुनिया का ज़्यादातर हिस्सा अंधकार में डूबा हुआ था, तमिल हृदयभूमि का एक शक्तिशाली सम्राट समुद्र पर राज...

मशहूर शिक्षक खान सर (FILE PHOTO)
इतिहास

खान सर पर भड़के जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह के वंशज, ‘अयोग्य’ और ‘धोखेबाज’ बताकर सुनाई खरी-खरी

12 July 2025

हाल ही में, ऑनलाइन शिक्षक खान सर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें जम्मू-कश्मीर रियासत के अंतिम शासक महाराजा हरि सिंह...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Congress’s Rohith Vemula Bill: Caste Polarization Masquerading as Reform

Congress’s Rohith Vemula Bill: Caste Polarization Masquerading as Reform

00:07:33

Bhima Koregaon Won’t Be Repeated; Maharashtra’s Special Act to Wipe Out Urban Naxals.

00:06:06

Conqueror of the Seas: Rajendra Chola and the Rise of Naval Bharat

00:07:47

How UPI went global? Why Namibia Adopted It?

00:07:20

Stalin’s DMK Faces Heat Over Brutal Custodial Killings in Tamil Nadu

00:08:06
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY. FOR MORE QUERIES AND NEWS, CONTACT US AT info@mashablepartners.com


©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited