TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

हार्लिक्स, बॉर्नविटा जैसे माल्ट ड्रिंक्स क्या आपके बच्चों के लिए लाभदायक हैं?

ब्रांडिंग के जरिए विदेशी कंपनियों ने लोगों की आंखों पर पट्टी बांध रखी है और उसकी आड़ में अपने व्यापार को जोर शोर से आगे बढ़ाते जा रही है. माल्ट बेस्ड ड्रिंक्स वाली कंपनियां भी वही काम कर रही हैं.

TFI Desk द्वारा TFI Desk
26 December 2022
in प्रीमियम
माल्ट ड्रिंक्स

Source- Google

Share on FacebookShare on X

भारत को संवारने में जितना अंतरराष्ट्रीयकरण का योगदान रहा है, उससे कहीं अधिक योगदान इसका देश को बिगाड़ने में रहा है। मैकाले की नीति ने शिक्षा व्यवस्था और गुरुकुल की कमर तोड़ते हुए लोगों को मूर्ख बनाने का काम किया था। कुछ इसी तरह धर्म जाति में तोड़कर देश की सांस्कृतिक विरासत का भी अंत किया गया। पश्चिम को पता था कि यदि किसी भी देश को बर्बाद करना हो तो बच्चों को बर्बाद करके ही मंशा पूरी की जा सकती है। ऐसे में बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते हुए यह दिखाने के प्रयास किए गए कि कैसे भारत के बच्चे विदेशी बच्चों से पीछे हैं, जबकि ऐसा कुछ भी, कभी भी था ही नहीं। इसका परिणाम यह हुआ कि भारत में बच्चों के लालन-पालन के ऊपर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर माल्ट ड्रिंक्स एक बड़ा बिजनेस सेक्टर खड़ा हो गया, जो आज भी अपनी ब्रांडिंग के दम पर बाजार में टिका हुआ है और यह बच्चों के लिए कहीं से भी सही नहीं है।

और पढ़ें: पटेलों ने अमेरिका के बर्बाद मोटेल उद्योग पर कब्जा करके कैसे उन्हें ‘पोटेल उद्योग’ बना दिया?

संबंधितपोस्ट

कोई सामग्री उपलब्ध नहीं है
और लोड करें

विज्ञापनों के सहारे वैतरणी पार कर रही हैं माल्ट ड्रिंक्स कंपनियां

भारत सीधे तौर पर गांवों से जुड़ा रहा है लेकिन पश्चिम की अंधाधुन नकल ने लोगों की सोच को सीमित कर दिया है। पहले भी लोग अपने बच्चों के खान-पान पर तो ध्यान देते थे लेकिन वे इतने ज्यादा मूर्ख नहीं थे कि किसी साइंटिफिक रिसर्च की रिपोर्ट से डरकर बच्चों की सरसों के तेल से मालिश करना बंद कर देते। इसी तरह बच्चे का जन्म होने पर उसे मां का दूध प्रथम पोषण के तौर पर प्राप्त होता था। इसके बाद वे दालों का पानी-पीने से लेकर शुरू के दो वर्ष तक तो बस तरल आहार पर निर्भर रहते थे।

वहीं, ग्रामीण पृष्ठभूमि से जुड़े होने के कारण बच्चों को सभी तरह के फल-फूल, अनाज, दालों आदि का मिश्रित भोजन प्राप्त होता था। बच्चों के आहार में फल और सब्जियों की प्रचुर मात्रा होती थी। माता पिता का मकसद यह होता था कि कैसे भी करके अपने बच्चों को ठोस आहार दिया जाए। इसी का नतीजा था कि पुराने समय के लोगों का जीवनकाल लंबा होता था लेकिन इस स्वास्थ्य लाभ को वैश्विक बाजार अपने लिए खतरा मानता था क्योंकि उसे पता था कि वे इस तरह से भारत में अपना बिजनेस स्थापित नहीं कर पाएंगे।

ऐसे में भारत में वैश्विक कंपनियों ने अपना मार्केट स्थापित करने के लिए विज्ञापनों का सबसे ज्यादा सहारा लिया। उन्होंने यह दिखाया कि भारत में जो बच्चे अभी खा-पी रहे हैं, वह असल में उनके लिए सबसे ज्यादा खतरनाक है। विज्ञापनों में उन चीजों का विरोध तक किया गया, जिन्हें पहले माता पिता बड़े प्रेम से अपने बच्चों को खिलाते थे। ऐसे में विज्ञापनों के जरिए भारत में एनर्जी ड्रिंक्स से लेकर बच्चों की हाइट बढ़ाने तक के प्रोडक्ट्स की दस्तक हुई। विज्ञापनों में माता पिता को बच्चों की सेहत का डर दिखाया गया और उसकी हथकंडे को अपना कर विदेशी कंपनियों ने माल्ट बेस्ड ड्रिंक्स को बाजार में उतार दिया।

दूध को लेकर फैलाया गया भ्रम

दूध जिसे अपने आप में संपूर्ण आहार माना जाता था, उसे लेकर कहा गया कि दूध में कुछ पोषक तत्वों की कमी है। विज्ञापनों में कहा गया कि माता पिता अपने बच्चों के दूध में एनर्जी पाउडर मिलाएं। इसका नतीजा यह हुआ कि भारत में हॉर्लिक्स, बॉर्नविटा और प्रोटीन एक्स जैसे माल्ट बेस्ड ड्रिंक्स की बाढ़ सी आ गई। विज्ञापन ने ही लोगों की बुद्धि को सबसे ज्यादा फेरा। जो माता पिता पहले अपने बच्चों की मालिश सरसों के तेल से करते थे, उन्होंने विज्ञापन में दिखाए डर के कारण जॉनसन एंड जॉनसन का पाउडर इस्तेमाल करना शुरू किया। हालांकि, उससे होने वाले कैंसर की खबरों ने उसके वजूद पर ही सवाल खड़े कर दिए थे और नतीजा यह हुआ कि यह पाउडर बंद भी हो चुका है।

ठीक उसी तरह मां बाप अपने बच्चों को होश संभालने के बाद से ही दूध में हॉर्लिक्स और बॉर्नविटा आदि पाउडर मिला कर पिलाने लगे। इन पाउडर्स को दूध में मिलाने से साइडइफेक्ट्स तो सामने आए ही, साथ ही कुछ बड़े चौंकाने खुलासे भी हुए। दूध, दही और घी खाने वाले बच्चों को बटर के नाम पर मिलावट वाला मक्खन दिया जाने लगा, जो कि बच्चों के लिए घातक सिद्ध हुआ। ऐसे में बच्चों में नए तरह के रोगों का जन्म इन्हीं सबके कारण हुआ था।

इनमें से कई प्रोडक्ट्स को लेकर सामने आया कि इनमें केवल चीनी के अलावा कुछ खास नहीं है। विज्ञापनों के जरिए लोग इन प्रोडक्ट्स को बेच रहे हैं जबकि इसके अपने नुकसान भी हैं। जब इन नुकसानों का पता जब अमिताभ बच्चन को चला तो उन्होंने भी इस तरह के सामानों का विज्ञापन करने से इनकार कर दिया, जो कि एक सराहनीय बात थी। हालांकि, एक बड़ा बॉलीवुड वर्ग है जो कि पैसे के लिए इस तरह की चीजों का खुलकर प्रदर्शन करता है।

जानकारी के मुताबिक हॉर्लिक्स में चीनी की अधिक मात्रा की बात सामने आने के बाद बॉलीवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन ने हॉर्लिक्स का प्रमोशन करने से इनकार कर दिया था। Nutrition Advocacy in Public Interest (NAPI) ने अमिताभ के इस फैसले की सराहना की थी। असल में माता-पिता को अपने बच्चों के स्वास्थ्य के लिए इस तरह के प्रोडक्ट्स को खरीदने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है लेकिन असल में यह बच्चों के स्वास्थ्य को ही सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं।

और पढ़ें: एनर्जी ड्रिंक्स: जब समाधान बेचने के लिए समस्या बनाई गई, केस स्टडी

माल्ट ड्रिंक्स में चीनी की मात्रा

ज्ञात हो कि NAPI ने पीडियाश्योर, कॉम्प्लान, प्रोटीन एक्स, बोर्नविटा, बूस्ट के साथ-साथ बाबा रामदेव की पतंजलि पावर वीटा और श्री ओजस वीटा जैसे कई प्रमुख ब्रांड्स को उच्च चीनी सामग्री के प्रोडक्ट्स की लिस्ट में डाला है। इन ब्रांड्स में से अधिकांश के पास छोटे बच्चों के लिए इन पेय पदार्थों के उच्च पोषण लाभों के बारे में उच्च-शक्ति वाले विज्ञापन हैं लेकिन असल बात यह है कि ये सभी पेय पदार्थ बच्चों की सेहत के लिए विनाशकारी होते हैं।

NAPI ने यह भी बताया है कि इन प्रोडक्ट्स में कितना कार्बोहाइड्रेट होता है और आखिर ये कितना ज्यादा खतरनाक हो सकते हैं-

  1. पीडियाश्योर: कार्बोहाइड्रेट 62.74 ग्राम जिसमें चीनी 23.77 ग्राम होती है
  2. कॉम्प्लानः कार्बोहाइड्रेट 62 ग्राम जिसमें चीनी 24 ग्राम होती है
  3. प्रोटीन एक्स: कार्बोहाइड्रेट 55 ग्राम जिसमें चीनी 32 ग्राम होती है
  4. बॉर्नविटा: कार्बोहाइड्रेट 85.2 ग्राम जिसमें चीनी 32 ग्राम होती है
  5. पतंजलि पावर वीटा: कार्बोहाइड्रेट 87.07 ग्राम जिसमें चीनी 72.66 ग्राम है
  6. बूस्ट: कार्बोहाइड्रेट 83 ग्राम जिसमें चीनी 26.5 ग्राम होती है
  7. श्री ओजस वीटा: चीनी 41.9 ग्राम

क्या हैं माल्ट ड्रिंक्स के नुकसान?

  • इस तरह के माल्ट ड्रिंक्स में शुगर और चॉकलेट होते हैं और यह मिश्रण शरीर के लिए सही नहीं होता है।
  • चीनी का अत्यधिक सेवन ओरल बैक्टीरिया को जन्म दे सकता है जिससे दांतों से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं।
  • इस तरह की ड्रिंक्स पीने से आपको तुरंत एनर्जी मिलती है क्योंकि इनमें शुगर की मात्रा अधिक होती है लेकिन बाद में आप थकान महसूस करते हैं।
  • इस तरह की ड्रिंक्स और सप्लीमेंट की लाइफ बढ़ाने के लिए इनमें प्रिजर्वेटिव मिला होता है। आर्टिफीशियल रंग भी स्वास्थ्य के लिए सही नहीं होते हैं।
  • अध्ययनों से पता चलता है कि प्रिजर्वेटिव और कलर वाले फूड्स खाने से बच्चों के व्यवहार पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है।
  • इस तरह की माल्ट ड्रिंक्स में पोषण नहीं होते हैं, जिस वजह से ये डायबिटीज, हाई ट्राइग्लिसराइड और मेटाबोलिक सिंड्रोम से पीड़ितों के लिए बेहतर विकल्प नहीं है।
  • इन सब के अलावा स्वस्थ लोगों को भी कई बीमारियों से बचने के लिए माल्ट ड्रिंक्स और सप्लीमेंट्स का कम सेवन करना चाहिए।

भ्रामक विज्ञापनों पर नकेल की आवश्यकता

आपको याद होगा कि पुराने समय में लोग सत्तू का सेवन करते थे, उनके लिए गुड़ से लेकर नींबू पानी का प्रयोग किसी अन्य पेय पदार्थ से ज्यादा लाभदायक होता था। गांव में खेत की शुद्ध सब्जियां और दालें खाने के कारण बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक किसी को बहुत अधिक परेशानी भी नहीं होती थी। वहीं, अब ज्यादा न्यूट्रीशियन के नाम पर लोगों को उल्लू बनाया जा रहा है। स्पष्ट बात यह है कि विज्ञापन के जरिए बच्चों की सेहत के नाम पर उनसे खिलवाड़ कर पैसा कमाया जा रहा है, जो कि बेहद ही आपत्तिजनक स्थिति है।

दूसरी ओर माता पिता भी अपने कामों में व्यस्त रहते हैं। वे अपने बच्चों को उतना समय नहीं दे पाते हैं, जो कि उन्हें उनके माता पिता ने दिया था। इसके चलते वे इन विज्ञापनों के झांसे में आ जाते हैं। उन्हें लगता है कि वे अपने व्यस्त कार्यक्रम के बीच यदि इन चीजों के जरिए अपने बच्चों को पोषण दे सकते हैं तो क्यों न दें। ‘व्यस्त’ मां बाप की मजूबरी का फायदा विज्ञापन के जरिए कंपनियां उठाती हैं, जिसका नतीजा यह होता है कि बच्चों में पोषण के नाम पर प्रदूषण पहुंचता है और वे और अधिक कमजोरी और स्वास्थ्य समस्याओं के शिकार होते हैं।

ऐसे में सबसे बेहतर यह है कि हम अपने बच्चों को खाने पीने के मामले में जितना ज्यादा हो सके, देसी बनाकर रखें। साथ ही सरकार के लिए भी बेहद आवश्यक है कि वह ज्यादा से ज्यादा इन भ्रामक विज्ञापनों पर लगाम लगाए वरना ये हमारी अगली पीढ़ी का बड़ी आसानी से नाश कर देंगे।

और पढ़ें: 5 रुपये के रसना ने कैसे तय किया 109 करोड़ रुपये तक का सफर? ये रही पूरी कहानी

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: बॉर्नविटामाल्ट बेस्ड ड्रिंकविदेश कंपनियांहार्लिक्स
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

कांग्रेस ने स्वीकार कर लिया कि फ्लॉप हो गई भारत जोड़ो यात्रा?

अगली पोस्ट

‘जामतारा मॉडल’ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को बदनाम कर रहा है

संबंधित पोस्ट

भारत का अंतरिक्ष धमाका 2026: ISRO के गगनयान मिशन से टूटेगा अमेरिका का घमंड, पाकिस्तान और चीन रहेंगे स्तब्ध
चर्चित

भारत का अंतरिक्ष धमाका 2026: ISRO के गगनयान मिशन से टूटेगा अमेरिका का घमंड, पाकिस्तान और चीन रहेंगे स्तब्ध

3 November 2025

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, ISRO, ने एक बार फिर साबित कर दिया कि विज्ञान और तकनीक में भारत किसी से पीछे नहीं है। मार्च 2026...

क्या नेताजी सचमुच 1945 में मारे गए थे? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य
इतिहास

क्या नेताजी का निधन सचमुच 1945 विमान हादसे में हुआ था? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

31 October 2025

रहस्य जो आज भी जीवित है जब इतिहास की किताबों में लिखा गया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस 1945 में विमान हादसे में मरे, तो...

कांग्रेस की संघ से डर नीति पर अदालत की चोट: जनता के अधिकार कुचलने की कोशिश पर कर्नाटक हाईकोर्ट ने लगाया ब्रेक
चर्चित

कांग्रेस की संघ से डर नीति पर अदालत की चोट: जनता के अधिकार कुचलने की कोशिश पर कर्नाटक हाईकोर्ट ने लगाया ब्रेक

29 October 2025

कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार के लिए यह क्षण किसी राजनीतिक झटके से कम नहीं है। राज्य की धारवाड़ बेंच ने सरकार के उस विवादास्पद सरकारी...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited