TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    शिबू सोरेन के अंतिम संस्कार में राहुल गांधी मुस्कुराते हुए देखे गए, पहले भी सामने आए है ऐसे मामले

    शिबू सोरेन के अंतिम संस्कार में राहुल गांधी मुस्कुराते हुए देखे गए, पहले भी सामने आए है ऐसे मामले

    यात्राएं जो बनीं बदलाव का रास्ता: बीजेपी के उदय और राष्ट्रवाद के जागरण की कहानी

    यात्राएं जो बनीं बदलाव का रास्ता: बीजेपी के उदय और राष्ट्रवाद के पुनर्जागरण की कहानी

    राहुल गांधी के समर्थन में प्रियंका के साथ इंडी ब्लॉक, कहा, अदालत नहीं तय कर सकती कि कौन है सच्चा भारतीय

    राहुल गांधी के समर्थन में प्रियंका के साथ इंडी ब्लॉक, कहा, अदालत नहीं तय कर सकती कि कौन है सच्चा भारतीय

    पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन, अनुच्छेद 370 हटाने के समय थे जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल

    पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन, अनुच्छेद 370 हटाने के समय थे जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    ट्रंप की नाराजगी से नहीं डरेगा भारत, रूस पहुंचे अजित डोभाल, पुतिन से हो सकती है बड़ी डील

    ट्रंप की नाराजगी से नहीं डरेगा भारत, रूस पहुंचे अजित डोभाल, पुतिन से हो सकती है बड़ी डील

    भारत पर सख्ती, चीन पर नरमी? ट्रंप की नीति पर निक्की हेली का तगड़ा वार

    भारत पर सख्ती, चीन पर नरमी? ट्रंप की नीति पर निक्की हेली का तगड़ा वार

    ट्रंप के टैरिफ वार पर आरबीआई की पैनी नजर, जानें क्या होंगे इसके प्रभाव

    ट्रंप के टैरिफ वार पर आरबीआई की पैनी नजर, जानें क्या होंगे इसके प्रभाव

    मोदी बनाम ट्रंप पर कांग्रेस में फूट: तिवारी और कार्ति ने किया सरकार का समर्थन, अलग-थलग पड़ गए राहुल गांधी

    मोदी-ट्रंप टैरिफ विवाद: कांग्रेस में मतभेद, तिवारी और कार्ति सरकार के साथ, राहुल गांधी अलग-थलग

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ब्रह्मोस मिसाइलों की बढ़ती मांग, वायुसेना और नौसेना तैयार बड़े ऑर्डर के लिए

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ब्रह्मोस मिसाइलों की बढ़ती मांग, वायुसेना और नौसेना तैयार बड़े ऑर्डर के लिए

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना में हर बटालियन में UAV और ड्रोन सिस्टम शामिल

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना में हर बटालियन में UAV और ड्रोन सिस्टम शामिल

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    एससीओ शिखर सम्मेलन: गलवान गतिरोध के बाद पहली बार चीन जाएंगे पीएम मोदी

    एससीओ शिखर सम्मेलन: गलवान गतिरोध के बाद पहली बार चीन जाएंगे पीएम मोदी

    ट्रंप की नाराजगी से नहीं डरेगा भारत, रूस पहुंचे अजित डोभाल, पुतिन से हो सकती है बड़ी डील

    ट्रंप की नाराजगी से नहीं डरेगा भारत, रूस पहुंचे अजित डोभाल, पुतिन से हो सकती है बड़ी डील

    भारत पर सख्ती, चीन पर नरमी? ट्रंप की नीति पर निक्की हेली का तगड़ा वार

    भारत पर सख्ती, चीन पर नरमी? ट्रंप की नीति पर निक्की हेली का तगड़ा वार

    टैरिफ की धमकी पर सेना का जवाब: '1971 याद है हमें, जब अमेरिका ने पाकिस्तान का दिया था साथ

    टैरिफ की धमकी पर सेना का जवाब: ‘1971 याद है हमें, जब अमेरिका ने पाकिस्तान का दिया था साथ’

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    दिल्ली में आरएसएस करेगा लोगों से संवाद, संघ प्रमुख देंगे इन सवालों के जवाब

    दिल्ली में आरएसएस करेगा लोगों से संवाद, संघ प्रमुख देंगे इन सवालों के जवाब

    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    शिबू सोरेन के अंतिम संस्कार में राहुल गांधी मुस्कुराते हुए देखे गए, पहले भी सामने आए है ऐसे मामले

    शिबू सोरेन के अंतिम संस्कार में राहुल गांधी मुस्कुराते हुए देखे गए, पहले भी सामने आए है ऐसे मामले

    यात्राएं जो बनीं बदलाव का रास्ता: बीजेपी के उदय और राष्ट्रवाद के जागरण की कहानी

    यात्राएं जो बनीं बदलाव का रास्ता: बीजेपी के उदय और राष्ट्रवाद के पुनर्जागरण की कहानी

    राहुल गांधी के समर्थन में प्रियंका के साथ इंडी ब्लॉक, कहा, अदालत नहीं तय कर सकती कि कौन है सच्चा भारतीय

    राहुल गांधी के समर्थन में प्रियंका के साथ इंडी ब्लॉक, कहा, अदालत नहीं तय कर सकती कि कौन है सच्चा भारतीय

    पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन, अनुच्छेद 370 हटाने के समय थे जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल

    पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन, अनुच्छेद 370 हटाने के समय थे जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    ट्रंप की नाराजगी से नहीं डरेगा भारत, रूस पहुंचे अजित डोभाल, पुतिन से हो सकती है बड़ी डील

    ट्रंप की नाराजगी से नहीं डरेगा भारत, रूस पहुंचे अजित डोभाल, पुतिन से हो सकती है बड़ी डील

    भारत पर सख्ती, चीन पर नरमी? ट्रंप की नीति पर निक्की हेली का तगड़ा वार

    भारत पर सख्ती, चीन पर नरमी? ट्रंप की नीति पर निक्की हेली का तगड़ा वार

    ट्रंप के टैरिफ वार पर आरबीआई की पैनी नजर, जानें क्या होंगे इसके प्रभाव

    ट्रंप के टैरिफ वार पर आरबीआई की पैनी नजर, जानें क्या होंगे इसके प्रभाव

    मोदी बनाम ट्रंप पर कांग्रेस में फूट: तिवारी और कार्ति ने किया सरकार का समर्थन, अलग-थलग पड़ गए राहुल गांधी

    मोदी-ट्रंप टैरिफ विवाद: कांग्रेस में मतभेद, तिवारी और कार्ति सरकार के साथ, राहुल गांधी अलग-थलग

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ब्रह्मोस मिसाइलों की बढ़ती मांग, वायुसेना और नौसेना तैयार बड़े ऑर्डर के लिए

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ब्रह्मोस मिसाइलों की बढ़ती मांग, वायुसेना और नौसेना तैयार बड़े ऑर्डर के लिए

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना में हर बटालियन में UAV और ड्रोन सिस्टम शामिल

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना में हर बटालियन में UAV और ड्रोन सिस्टम शामिल

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    एससीओ शिखर सम्मेलन: गलवान गतिरोध के बाद पहली बार चीन जाएंगे पीएम मोदी

    एससीओ शिखर सम्मेलन: गलवान गतिरोध के बाद पहली बार चीन जाएंगे पीएम मोदी

    ट्रंप की नाराजगी से नहीं डरेगा भारत, रूस पहुंचे अजित डोभाल, पुतिन से हो सकती है बड़ी डील

    ट्रंप की नाराजगी से नहीं डरेगा भारत, रूस पहुंचे अजित डोभाल, पुतिन से हो सकती है बड़ी डील

    भारत पर सख्ती, चीन पर नरमी? ट्रंप की नीति पर निक्की हेली का तगड़ा वार

    भारत पर सख्ती, चीन पर नरमी? ट्रंप की नीति पर निक्की हेली का तगड़ा वार

    टैरिफ की धमकी पर सेना का जवाब: '1971 याद है हमें, जब अमेरिका ने पाकिस्तान का दिया था साथ

    टैरिफ की धमकी पर सेना का जवाब: ‘1971 याद है हमें, जब अमेरिका ने पाकिस्तान का दिया था साथ’

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    दिल्ली में आरएसएस करेगा लोगों से संवाद, संघ प्रमुख देंगे इन सवालों के जवाब

    दिल्ली में आरएसएस करेगा लोगों से संवाद, संघ प्रमुख देंगे इन सवालों के जवाब

    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से मिलने वाली शिक्षाएं: चैप्टर 1- रणनीतिक वापसी

जहां एक तरफ भगवान राम का जीवन धर्म प्रधान है तो वहीं दूसरी तरफ भगवान श्रीकृष्ण का जीवन कर्म प्रधान रहा है। हम अपने रोजमर्रा के जीवन में- और जीवन के बड़े निर्णयों में भगवान श्रीकृष्ण से बहुत कुछ सीख सकते हैं। इस विशेष सीरीज़ के पहले लेख में जानिए, 'रणनीतिक वापसी' की शिक्षा।

Devesh Sharma द्वारा Devesh Sharma
12 December 2022
in ज्ञान, संस्कृति
Shri Krishna teachings

Source- TFI

Share on FacebookShare on X

Shri Krishna teachings: भारतीय संस्कृति में कई देवी-देवताओं का उल्लेख होता हैं और सभी का अपना एक अलग महत्व है, परन्तु श्रीकृष्ण एक ऐसे इष्ट हैं जिन्हें कृष्ण, वंशीधर, गिरधारी, श्याम जैसे अनेक नामों से जाना जाता है और लोग इनके हर स्वरूप को चाहे वो बाल हो या फिर परिपक्व सभी की पूजा करते हैं। यही नहीं भारतीय संस्कृति में श्रीकृष्ण प्रेम, तटष्ठता और मजबूती का भी प्रतीक हैं। आज के इस लेख में हम भगवान श्रीकृष्ण द्वारा लिए गए निर्णयों से क्या सीख सकते हैं, आइए Shri Krishna teachings पर चर्चा करते हैं।

और पढ़ें: कहानी उस लक्ष्‍मण रेखा की जिसे भगवान लक्ष्मण ने कभी खींचा ही नहीं

संबंधितपोस्ट

कृष्ण नगरी द्वारका में 7 आइलैंड्स पर बने 36 अवैध मजहबी ढांचों पर चला बुलडोज़र, 8 दिनों में अतिक्रमण मुक्त की गई 100642 स्क्वायर मीटर जमीन

भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से मिलने वाली शिक्षाएं: चैप्टर 2- श्रीकृष्ण का लोकाचार व्यवहार

स्यमंतक मणि यानी कोहिनूर की कथा, जो भारत के सिर्फ इसी क्षेत्र में शांति से रह सकती है

और लोड करें

Shri Krishna teachings 1: रणछोड़ श्रीकृष्ण

वैसे तो भगवान श्रीकृष्ण के पूरे जीवन का एक-एक अंश हमें कुछ न कुछ सिखाता है लेकिन उनका मथुरा को छोड़कर द्वारका में बस जाने और वहीं अपना राज चलाने के पूरे प्रकरण से हम क्या सीखते हैं, यह समझाना आज के संदर्भ में अति महत्वपूर्ण हो जाता है। भगवान के द्वारा मथुरा छोड़कर जाने के निर्णय के कई अर्थ निकाले गए जिनमें से एक तो यही था कि श्रीकृष्ण राक्षसों का सामना नहीं कर सकते हैं इसलिए वे मथुरा छोड़कर भाग गए। लेकिन क्या यही सत्य है? उन्हें रणछोड़ तक कहा गया परन्तु पूरे प्रकरण में जो सत्य है वह हमें बताता है कि विषम परिस्थितियों में व्यक्ति को कूटिनीति के साथ काम करना चाहिए न कि अपने घमंड में चूर होकर अनर्गल निर्णय लेना चाहिए।

मथुरा से द्वारका जाने की कथा का आरंभ कंस के वध और जरासंध के द्वारा अनेक बार मथुरा पर आक्रमण से होता है। दरअसल, भगवान श्रीकृष्ण ने एक मानव रूप में अवतार लिया था और मानव रूप में अवतार लेने के कुछ बंधन भी होते हैं जिन्हें निभाना पड़ता है और कृष्ण भी उन्हीं बंधनों को निभा रहे थे। इसलिए कंस का वध करने के पश्चात् जब उसका मित्र और संबंधी जरासंध मुथरा पर 16 बार आक्रमण करता है और हर बार कृष्ण से पराजित हो जाता है।

और पढ़ें: भगवान श्रीराम की अयोध्या का कोरिया से वो संबंध जिससे आप अभी तक परिचित नहीं होंगे

Shri Krishna teachings 2: श्रीकृष्ण ने जब निर्णय लिया

ऐसी परिस्थितियों से पूरी मथुरा दो-चार हो रही थी, तब कृष्ण एक राजा के रूप में आत्मचिंतन करते हैं और सोचते हैं कि जब जरासंध बार-बार आक्रमण करता है तो मृत्यु मेरे सैनिकों की और प्रजा की होती है। इस कारण मथुरा राज्य विकास नहीं कर पा रहा है क्योंकि उसे बार-बार युद्धोपरांत होने वाली हानियों से निपटने में समय लगता था, इतने में दोबारा युद्ध हो जाता था।

इसे ध्यान में रखकर श्रीकृष्ण ने निर्णय लिया कि मथुरा का त्याग कर देना चाहिए और रातों-रात श्रीकृष्ण मथुरा त्याग कर द्वारका नगरी में जा बसे। परन्तु वर्ममान समय में इस निर्णय को तोड़-मरोड़ कर बताया जाता है और श्रीकृष्ण की छवि खराब करने के लिए उन्हें रणछोड़ कह दिया जाता है। जबकि उन्होंने जो निर्णय लिया उसे अगर कूटिनीति के हिसाब से देखा जाए तो वह एक सही निर्णय था, जो कोई भी राजा अपनी प्रजा और राज्य के विकास के लिए करता।

इसके अलावा द्वारका बसाने के पीछे एक और कारण था जिसे समझने के लिए द्वारका के भूगोल को समझना आवश्यक है। द्वारका के भूगोल को देखें तो हमें देखने के लिए मिलता है कि द्वारका एक ऐसे स्थान पर स्थित है जहां जल ही जल है सिर्फ एक ओर से सेना धरती के माध्यम से प्रवेश कर सकती है। इन सभी तर्कों को देखने के बाद द्वारका को बसाने का भगवान श्रीकृष्ण का निर्णय एक सही निर्णय था।

और पढ़ें: गौतम बुद्ध को भगवान विष्णु का अवतार बताया जाता है, लेकिन क्या यह सच है?

रूस-यूक्रेन युद्ध

भगवान श्रीकृष्ण द्वारा लिए गए इस निर्णय को वर्तमान समय में चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध के द्वारा भी समझ सकते हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध को देखें तो उसके प्रारंभ से ही हमें देखने के लिए मिल रहा था कि रूस कूटनीतिक से साथ निर्णय ले रहा है। परन्तु डोनबास शहर जीतने के बाद यह स्पष्ट हो गया कि रूस पूर्ण रूप से यूक्रेन के साथ कूटनीति का खेल खेल रहा है। असल में रूस ने जब यूक्रेन पर आक्रमण किया तो पूरे विश्व को और यूक्रेन को भ्रम में डालने के लिए उसने राजधानी कीव पर आक्रमण किया।

जिसके बाद यूक्रेन की पूरी सेना कीव की सुरक्षा में तैनात कर दी गई इधर रूस ने अपनी सेना को डोनबास शहर पर आक्रमण के लिए भेज दिया और डोनबास को स्वतंत्र घोषित कर दिया। यूक्रेन में जब यह सूचना पहुंची तब तक बहुत समय बीत चुका था और डोनबास भी हाथ से जा चुका था। यह होती है कुटनीति जो हमेशा युद्ध में काम करती है।

ये है बड़ी सीख

यहां हम यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि रूस का उदाहरण इसलिए दिया गया है ताकि आप सरलता से समझ सकें, नहीं तो रूस की श्रीकृष्ण के साथ तुलना करने का हमारा कोई उद्देश्य नहीं है, तुलना हो भी हीं सकती है। सारगर्भित बात यह हैं कि भगवान श्रीकृष्ण के निर्णय (Shri Krishna teachings) से स्पष्ट होता है कि आपत्ति-विपत्ति के समय पर घमंड से नहीं, सूझ-बूझ के साथ निर्णय लेने की आवश्यता होती है।

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें.

 

Tags: Krishna jarasandh yuddhShri Krishna teachingsद्वारका नगरीभगवान श्रीकृष्णरणछोड़ श्रीकृष्णश्रीकृष्ण के विचार
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

“आयुर्वेद की तरफ लौट रही है दुनिया” पीएम मोदी ने अब जो किया है वो कइयों को नहीं जमेगा

अगली पोस्ट

भारत को रूस से तेल खरीदने से दुनिया की कोई भी शक्ति नहीं रोक सकती है

संबंधित पोस्ट

दिल्ली में आरएसएस करेगा लोगों से संवाद, संघ प्रमुख देंगे इन सवालों के जवाब
चर्चित

दिल्ली में आरएसएस करेगा लोगों से संवाद, संघ प्रमुख देंगे इन सवालों के जवाब

5 August 2025

राजधानी दिल्ली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) 26 से 28 अगस्त तक तीन-दिवसीय संवाद कार्यक्रम कर रहा है। आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत इस कार्यक्रम...

सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’
इतिहास

सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

3 August 2025

आज 3 अगस्त है, इसलिए यह लेख एक ऐसे महान व्यक्तित्व के जन्म दिवस पर लिखा जा रहा हैं, जिनके लिए लोगों द्वारा व्यक्त की...

दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत
ज्ञान

दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

1 August 2025

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने संस्कृत को दैनिक संवाद की भाषा के रूप में बढ़ावा देकर भारत की सांस्कृतिक आत्मा को पुनर्जीवित करने का जोरदार...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

India’s Project-18 Warship Will Crush China’s Indo-Pacific Dreams

India’s Project-18 Warship Will Crush China’s Indo-Pacific Dreams

00:05:52

PRALAY MISSILE: Know about India’s 5,000 kg Beast That Can Evade Any Radar

00:05:52

Is Congress Against Migrants? Chidambaram Calls Biharis 'Illegal Voters'

00:07:49

Gandhi Family Losing Grip allies Disown Rahul’s Trump-Style Attack on Indian Economy

00:06:28

Trump's Tariff Prompt India to Exit F-35 Jet Deal?

00:06:28
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited