TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    अस्थिरता के साये में बांग्लादेश

    हिंसा और अस्थिरता के साये में बांग्लादेश: चुनाव से पहले बढ़ता संकट

    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    अटल मोदी

    आंध्र प्रदेश में भाजपा का विस्तार अभियान: अटल–मोदी सुपारिपालन यात्रा की शुरुआत

    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    पेंटागन की रिपोर्ट: 2027 तक ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    रूस की पुतिन सरकार ने भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ा और राहत भरा फैसला लिया है

    पुतिन सरकार की बड़ी सौगात: भारतीय छात्रों को बिना प्रवेश परीक्षा रूसी विश्वविद्यालयों में मिलेगा दाखिला

    nick fluentes

    कौन हैं निक फ्यूएंटेस और क्यों अमेरिका के लिए ख़तरा है उनका यहूदी-विरोध

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    बौद्धिक योद्धा डॉ. स्वराज्य प्रकाश गुप्त: इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    अस्थिरता के साये में बांग्लादेश

    हिंसा और अस्थिरता के साये में बांग्लादेश: चुनाव से पहले बढ़ता संकट

    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    अटल मोदी

    आंध्र प्रदेश में भाजपा का विस्तार अभियान: अटल–मोदी सुपारिपालन यात्रा की शुरुआत

    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    पेंटागन की रिपोर्ट: 2027 तक ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    रूस की पुतिन सरकार ने भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ा और राहत भरा फैसला लिया है

    पुतिन सरकार की बड़ी सौगात: भारतीय छात्रों को बिना प्रवेश परीक्षा रूसी विश्वविद्यालयों में मिलेगा दाखिला

    nick fluentes

    कौन हैं निक फ्यूएंटेस और क्यों अमेरिका के लिए ख़तरा है उनका यहूदी-विरोध

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    बौद्धिक योद्धा डॉ. स्वराज्य प्रकाश गुप्त: इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

सीमाओं को सुरक्षित करने के दूसरे चरण में प्रवेश कर रही है मोदी सरकार

मोदी सरकार ने शुरू से ही सीमाओं की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर पर अपना ध्यान केंद्रित किया और यहां सड़कों का निर्माण कराया। इसके बाद अब समझिए कैसे सरकार सीमा को सुरक्षित करने के लिए दूसरे चरण में प्रवेश कर रही है।

Vaishali Shukla द्वारा Vaishali Shukla
19 December 2022
in रक्षा
CDS अनिल चौहान बयान

source: TFIMEDIA

Share on FacebookShare on X

अपने-अपने घरों में अगर हम बिना किसी भय के चैन से सो पाते हैं, तो इसका सारा श्रेय सीमाओं की रक्षा करने वाले सैनिकों को जाता हैं। हमारी देश की तीनों सेनाएं (जल, थल और वायु) हर हालात, हर मौसम में देश की रक्षा करने के लिए हमेशा ही तत्पर रहती हैं। इसमें कोई दो राय नहीं कि  भारतीय सेना दुनिया की सबसे ताकतवर सेनाओं में से एक हैं। हालांकि इन सबसे इतर भारतीय सेना को कई तरह की चुनौतियों और कठिनाईयों का सामना करना पड़ता हैं। यही कारण है कि भारत सरकार सेना को मजबूती प्रदान करने की दिशा में लगातार कदम आगे बढ़ा रही हैं। सरकार कठिन इलाकों में बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे का विकास तो कर ही रही है। वहीं अब CDS अनिल चौहान और गृह मंत्री अमित शाह के बयान से ऐसा लगने लगा है कि सरकार सीमा क्षेत्रों की सुरक्षा करने के लिए दूसरे चरण में आ गई हैं।

जैसा कि आप सभी जानते हैं कि भारत इस वक्त अपने पड़ोसी देशों से कई प्रकार की चुनौतियों का सामना कर रहा है। एक तरफ पाकिस्तान है, जो हमेशा से ही नए-नए तरीकों से भारत के लिए समस्याएं खड़ी करने की कोशिश करता रहता है। वहीं दूसरी तरफ चीनी सेना भी भारतीय सीमा में अवैध घुसपैठ के प्रयासों में लगी रहती है। इन सबके बीच देश की सीमाओं को मजबूत करना बेहद ही आवश्यक हो जाता है।

संबंधितपोस्ट

SHANTI बिल: नरेन्द्र मोदी सरकार की परमाणु ऊर्जा नीति, विकसित भारत की भविष्य दृष्टि

संघ के 100 वर्ष: डॉ. हेडगेवार को भारत रत्न से सम्मानित कर शताब्दी समारोह को ख़ास बनाएगी मोदी सरकार ?

भारत सरकार का ‘भारती’ इनिशिएटिव: कृषि निर्यात को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का रोडमैप

और लोड करें

और पढ़ें: बॉर्डर से बीजिंग तक भारत के रडार पर चीन

CDS अनिल चौहान और अमित शाह का बयान

हाल ही में उत्तराखंड में सीमा से लगे गांवों में हो रहे पलायन पर CDS अनिल चौहान ने एक बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि प्रदेश के कई गांव वीरान हो गए हैं। हमें संभावना तलाशनी होगी कि क्या इन गांव को फिर से आबाद किया जा सकता हैं। सीमावर्ती गांवों का देश की सुरक्षा में भी अहम योगदान होता है। इसलिए यह आवश्यक है कि यहां फिर से आबादी को बसाया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने सीमा क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने की भी पैरवी की थी।

CDS ने कहा कि हमें यह देखना चाहिए कि क्या हम वहां सीमा पर्यटन को लोकप्रिय बना सकते हैं। इसके लिए जरूर कदम उठाए जाने चाहिए। देखा जाए तो पलायन के चलते खाली हो रहे गांव चिंता का विषय इसलिए है, क्योंकि ये सभी खाली गांव आतंकवाद को बढ़ावा देने का आधार बन सकते हैं। इसके अलावा इन क्षेत्रों का उपयोग भारत में घुसपैठ के लिए भी किया जा सकता है, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पहुंच सकता है।

इसके अलावा गृह मंत्री अमित शाह ने भी अपने एक बयान में सीमा क्षेत्रों को मजबूत करने को लेकर एक बयान दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अभी हाल ही पूर्वी क्षेत्र परिषद की बैठक की थी, जिसमें उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से जुटे हुए राज्य सरकारों से आह्वान किया कि वो सीमा सुरक्षा बलों यानी  BSF का पूर्ण रूप से सहयोग करें, जिससे वो अधिक सक्रिय होकर कार्य कर सके। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि अपराधों की जांच के लिए BSF के साथ सीमा वाले राज्यों की भी ही जिम्मेदारी समान है। अमित शाह ने कहा कि सीमा को सुरक्षित करने की जिम्मेदारी केवल सैनिकों की नहीं है बल्कि ये जिम्मेदारी राज्य सरकार की भी हैं।

और पढ़ें: चीन जो पूर्वोत्तर में इतना कूद रहा है, उसके पीछे की वज़ह शी की झुंझलाहट है

सरकार ने इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया

अगर देखा तो मोदी सरकार के द्वारा सेना को मजबूत करने का जो पहला चरण था उसमें उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रो में बुनियादी ढांचे  को मजबूत किया। सरकार का पूरा जोर इंफ्रास्ट्रक्चर पर रहा है। सड़क से लेकर पुल तक सरकार द्वारा शुरू की गईं विभिन्न विकास परियोजनाओं ने चीन की भी नींदें उड़ाकर रख दी हैं। चीन का सामना करने के लिए सरकार लगातार बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में जुटी है। सीमा क्षेत्रों तक सड़क संपर्क बढ़ाने के लिए सरकार ने बीआरओ के लिए निर्धारित राशि को पिछले साल की तुलना में 40 फीसदी बढ़ाकर 2022-23 के आम बजट में 3500 करोड़ रुपये कर दिया। वहीं चीन से सटे इलाकों में सड़क संपर्क बढ़ाने की कोशिशों का परिणाम यह है कि पिछले साल बीआरओ उत्तर-पश्चिमी और पूर्वोत्तर के राज्यों में 102 सड़कें और पुल बनाए गए। इसके साथ ही सरकार लगातार सुरक्षाबलों को नई तकनीकों से लैस स्वदेशी हथियार और उपकरण उपलब्ध द्वारा लगातार करा ही रही हैं।

सीमावर्ती इलाकों को मजबूत करने का दूसरा चरण

यदि हम CDS और गृह मंत्री के बयानों की समीक्षा करेंगे तो ऐसा लगने लगा है कि मानों सरकार सीमावर्ती क्षेत्रों को सुरक्षित करने के दूसरे चरण में प्रवेश कर रही है। अधिकतर सीमावर्ती इलाकों में ऐसा देखा गया है कि कम सुविधाओं और अन्य कारणों से वहां के लोग पलायन कर जाते हैं। ऐसे में अगर भारतीय सेना का विवाद होता है तो उसमें सेना को ठीक तरह से सहायता नहीं मिल पाती है।

और पढ़ें: “3560 कंपनियों में चीनी डायरेक्टर, निवेश कितना है जानकारी नहीं”, सावधान होने की आवश्यकता

उदाहरण के लिए गलवान वाली घटना को ही देख लीजिए। गलवान के समय पर सरकार को आर्मी को उनका रसद, मेडिकल इत्यादि तमाम सुविधाएं पहुंचानी पड़ी थीं। अब यही अगर गलवान में गांव बसा होता, वहां लोग रह रहे होते ऐसी समस्याएं नहीं आती। उससे सरकार को काफी लाभ होता। सैनिकों को जब इस तरह की कोई मुसीबत आती हैं तो वहां के स्थानीय लोग काफी ज्यादा मददगार साबित होते हैं। यही कारण है कि सरकार सीमावर्ती इलाकों में इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के साथ ही वहां के आसपास के गांव को आबाद करने और सीमा पर्यटन को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही हैं।  इसलिए CDS अनिल चौहान ने सीमावर्ती इलाकों को लेकर यह बात कही है।

इससे होगा ये कि किसी भी तरह के विवाद की स्थिति में भारतीय सेना को काफी सहायता मिलेगी। हालांकि यह सबकुछ राज्य सरकार की सहायता के बिना नहीं किया जा सकता। ऐसे मुद्दों पर केंद्र को राज्य सरकार का सहयोग चाहिए होता है। इसलिए गृह मंत्री अमित शाह ने सीमा सुरक्षा सीमा क्षेत्रों को मजबूत करने के लिए तमाम राज्यों की सरकारों से सहयोग करने को कहा है।

और पढ़ें:  अरुणाचल फ्रंटियर हाईवे: चीन की नींद छीनने के लिए पूरी तरह से तैयार है भारत

 

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: CDS ANIL CHAUHANIndia China Conflictगृह मंत्री अमित शाहमोदी सरकार
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

जब ‘सभ्य यूरोपियन’ कुल्ला करने के लिए करते थे मानव मूत्र का उपयोग

अगली पोस्ट

जस्सी से जोसेफ: पंजाब खत्म हो रहा है…

संबंधित पोस्ट

16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था
इतिहास

ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

16 December 2025

16 दिसंबर 1971 को ढाका में भारतीय और बांग्लादेशी कमांडरों की मौजूदगी में एक शांत लेकिन ऐतिहासिक दृश्य सामने आया, जब पाकिस्तान की ईस्टर्न कमांड...

संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 
चर्चित

संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

13 December 2025

13 दिसंबर 2001—वह तारीख जिसे भारत कभी नहीं भूल सकता। आज से 24 वर्ष पहले ठीक इसी दिन देश की सर्वोच्च लोकतांत्रिक संस्था- संसद भवन...

शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है
आयुध

पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

28 November 2025

पाकिस्तान ने हाल ही में अपनी “शिप-लॉन्च्ड एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइल (ASBM)” का परीक्षण किया है। पाकिस्तान की तरफ़ से SMASH नाम की इस एंटीशिप मिसाइल...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

00:00:58

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited