एलन मस्क के ट्विटर फाइल्स जारी करने के बाद अमेरिका की राजनीति में हड़कंप मच गया है और लोग दो खेमों में बंटते हुए नजर आ रहे हैं। साथ ही इस बात पर भी लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं कि पहले ट्विटर अमेरिका की वामपंथी विचारधारा के लोगों के हिसाब से चल रहा था। इसीलिए वर्ष 2020 में Hunter Biden के लैपटॉप को लेकर न्यू यॉर्क पोस्ट द्वारा की गई Story को अमेरिकी प्रशासन के दबाव में ट्विटर ने हटा दिया था।
अब यह मामला खुलकर सामने आया है, जिसके बाद से ही तरह तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही है। अमेरिका की राजनीति में भूचाल आया है क्योंकि यह मामला अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन और उनके बेटे हंटर बाइडन से जुड़ा है। लेकिन ध्यान देने योग्य है कि एजेंडा परोसने वाले NYT यानी न्यू यॉर्क टाइम्स ने ‘ट्विटर फाइल्स’ मुद्दे पर अभी तक कोई भी स्टोरी नहीं की है, जबकि यह मीडिया हाउस कांग्रेस द्वारा भारत में आयोजित की जा रही भारत जोड़ो यात्रा पर स्टोरी कर रही है।
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Hunter Biden story – क्या था पूरा मामला?
दरअसल, एलन मस्क और स्वतंत्र पत्रकार Matt Taibbi ने मिलकर ट्विटर पर वर्ष 2020 के एक मामले को उठाया है, जिसमें उन्होंने बताया है कि ट्विटर ने किस प्रकार दवाब में आकर जो बाइडन के बेटे हंटर बाइडन को लेकर की गई न्यू यॉर्क पोस्ट की स्टोरी (Hunter Biden story) को हटा दिया था। कुछ वर्ष पहले न्यू यॉर्क पोस्ट ने बाइडन का एक गोपनीय ई-मेल प्रकाशित किया था। यह हंटर बाइडन के एक लैपटॉप से रिकवर किए गए ई-मेल पर आधारित था। कहानी में हंटर से जुड़े एक लैपटॉप से प्राप्त ईमेल होने का दावा किया गया।
न्यू यॉर्क पोस्ट ने कहा कि उसने ट्रम्प के पूर्व-व्हाइट हाउस के मुख्य रणनीतिकार स्टीव बैनन से ई-मेल और ट्रम्प के निजी वकील से ई-मेल प्राप्त किए। ट्विटर ने शुरुआत में इस चिंता का हवाला देते हुए इस कहानी के वितरण करन से यह कहते हुए सीमित कर दिया था कि अगर जानकारी बाहर आ जाएगी तो इस अमेरिका का विदेशों में दुष्प्रचार होगा।
इसी को लेकर अब पत्रकार Matt Taibbi ने कहा है कि वर्ष 2020 में कंपनी (ट्विटर) ने ‘बाइडन टीम’ के दवाब में आकर एक्शन लेते हुए अमेरिकी पब्लिकेशन न्यू यॉर्क पोस्ट (NYP) की स्टोरी ‘BIDEN SECRET EMAILS’ को अपने प्लेटफॉर्म पर सेंसर किया था। साथ ही कंपनी की जिस पॉलिसी के तहत इस स्टोरी को हटाया गया था, उसे सिर्फ “चाइल्ड पोर्नोग्राफी” जैसे गंभीर मामलों में उपयोग में किया जाता है।
क्या थी न्यू यॉर्क पोस्ट की Hunter Biden story?
आपको बता दें कि वर्ष 2020 में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से कुछ समय पहले 14 अक्टूबर को न्यू यॉर्क पोस्ट ने हंटर बाइडन के ई-मेल के हवाले से एक खबर पब्लिश की थी, जिसमें उसने बताया था कि हंटर ने अपने पिता तत्कालीन उपराष्ट्रपति जो बाइडन (2009-2017) को यूक्रेन की एनर्जी फर्म के एक टॉप अधिकारी से मिलवाया था और इसके बाद जो बाइडन ने यूक्रेन की सरकार पर दबाव डाला था कि यूक्रेनी ऊर्जा कंपनी की जांच कर रहे एक सरकारी अधिकारी को हटाया जाए। असल में इस पीछे का कारण था जो बाइडन का बेटा हंटर बाइडन। वर्ष 2015 में हंटर बाइडन 50 हजार डॉलर प्रतिमाह पर इस कंपनी के निदेशक मंडल में शामिल हुआ था और बाद में इसी मामले को लेकर न्यू यॉर्क पोस्ट ने स्टोरी (Hunter Biden story) की थी। बाद में इस स्टोरी को चुनाव से कुछ दिनों पहले ट्विटर ने हटा दिया था।
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16. The Twitter Files, Part One: How and Why Twitter Blocked the Hunter Biden Laptop Story
— Matt Taibbi (@mtaibbi) December 3, 2022
न्यू यॉर्क टाइम्स ने इस स्टोरी को नहीं किया है कवर
Matt Taibbi के ट्वीट करने के बाद यह मामला काफी तूल पकड़ता जा रहा है और अब यह अमेरिका की राजनीति में एक बड़ा मुद्दा बन गया है। लेकिन तथाकथित निष्पक्ष समाचार पत्र न्यू यॉर्क टाइम्स इस मामले को कवर न करके भारत में हो रही कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को कवर करते हुए लिख रहा है कि राहुल गांधी 2 हजार किलोमीटर पैदल क्यों चल रहे हैं? इसका जवाब है कि राहुल गांधी भी दूसरे ‘हंटर बाइडन’ हैं और उन्हें भारत की जनता गंभीरता से नहीं लेती! यही नहीं, चुनावों में जनता उन्हें और उनकी पार्टी को पूरी तरह से नकार चुकी है इसलिए अब वो अपनी छवि को सुधारने के लिए यात्रा कर रहे हैं और इससे अधिक कुछ नहीं।
इसलिए बुद्धिजीवियों और वामपंथियों के प्रिय न्यू यॉर्क टाइम्स से अनुरोध है कि आप अपने यहां की राजनीति पर अधिक ध्यान दीजिए, जिसमें कहीं न कहीं आपकी भी संलिप्तता है। अमेरिका की राजनीति में कितनी गंध मची हुई है उसके बारे में स्टोरी कीजिए, भारत की चिंता मत करिए भारत की राजनीति अपनी सही राह पर है।
न्यू यार्क टाइम्स के अलावा ट्विटर पर भी आरोप लग रहे हैं कि उसने 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडन के पक्ष में एजेंडा बनाने में एक अहम भूमिका निभाई है। अब ट्विटर की कमान संभालते ही एलन मस्क ने ट्विटर फाइल्स के जरिए कुछ हद तक इसे स्पष्ट भी कर दिया है। यही नहीं, ट्विटर की दोगली नीतियों को लेकर भारत में भी सवाल खड़े हो रहे हैं और यह भी कहा जा रहा है कि भारत में एजेंडा चलाने में ट्विटर ने पूर्व में लेफ्ट लौबी की सहायता की है। हालांकि, भारत में ये आरोप काफी पहले से ही लगते रहे हैं और ट्विटर पर वामपंथियों का एजेंडा बढ़ाने का आरोप भी लगते रहा है। और अब अमेरिका में ट्विटर फाइल्स जारी होने के बाद इंडिया में ट्विटर इंडिया फाइल्स की भी डिमांड होने लगी है।
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