Banke Bihari Ki Aarti : श्री बांके बिहारी जी की आरती :बांके बिहारी जी के भजन
स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Banke Bihari Ki Aarti साथ ही इससे जुड़े भजन के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें
| श्री बांके बिहारी जी की आरती ||
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं,
हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं।
आरती गाऊं प्यारे आपको रिझाऊं,
श्याम सुन्दर तेरी आरती गाऊं।
बाल कृष्ण तेरी आरती गाऊं॥
मोर मुकुट प्रभु शीश पे सोहे।
प्यारी बंसी मेरो मन मोहे।
देख छवि बलिहारी मैं जाऊं।
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं॥
चरणों से निकली गंगा प्यारी,
जिसने सारी दुनिया तारी।
मैं उन चरणों के दर्शन पाऊं।
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं॥
दास अनाथ के नाथ आप हो।
दुःख सुख जीवन प्यारे साथ आप हो।
हरी चरणों में शीश झुकाऊं।
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं॥
श्री हरीदास के प्यारे तुम हो।
मेरे मोहन जीवन धन हो।
देख युगल छवि बलि बलि जाऊं।
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं॥
आरती गाऊँ प्यारे तुमको रिझाऊँ |
हे गिरीधर तेरी आरती गाऊँ ||
बांके बिहारी जी के भजन
ओ बाँके बिहारी जी,
ओ गिरिवर धारी जी,
जाऐ छिपे हो कहाँ, “हमरी वारी जी ||
जय जय बाँके बिहारी जी,
जय जय गिरिवर धारी जी ||
ओ गिरधारी, माधव प्यारे
तुम बिन बिगड़ी, कौन सँवारे
ओ मनमोहन, नंद दुलारे |
मैं, शरण तिहारी जी,
गिरिवर धारी जी,
जाऐ छिपे हो कहाँ, “हमरी वारी जी ||
जय जय बाँके बिहारी जी,
दीन दयाल है, नाम तुम्हारा
जिसने पुकारा, उसे उभारा
मुझ दासी को, दे दो सहारा
अब, आस तिहारी जी,
बाँके बिहारी जी,
जाऐ छिपे हो कहाँ, “हमरी वारी जी ,
जय जय बाँके बिहारी जी,
गणका गिद्ध, अजामिल तारे|
सदना सैन के, बन गए प्यारे|
कहे सूर तुम, प्राण आधारे |
*कृष्णा की, बने साड़ी,
बाँके बिहारी जी,
जाऐ छिपे हो कहाँ, “हमरी वारी जी |
जय जय बाँके बिहारी जी
प्यारे मोहन, छवि दिखला जा |
मधुर बँसी, तान सुना जा |
आजा क्यों, तड़फाए आजा |
मैं, चरनन पे वारी,
बाँके बिहारी जी,
जाऐ छिपे हो कहाँ, “हमरी वारी जी ||
जय जय बाँके बिहारी जी,
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