ठग चीन ने मूर्ख पाकिस्तान को 15 करोड़ डॉलर का ‘कबाड़’ बेच दिया

चीन ने पाकिस्तान को अपना कबाड़खाना समझ लिया है। इस बार कंगाल पाकिस्तान को उसके सदाबहार मित्र चीन ने भारी चपत लगाई है।

पाकिस्‍तान रेलवे

Source- TFI

पाकिस्तान का सबसे बड़ा दोस्त कौन है? चीन? लेकिन जिस चीन से दोस्ती की कसमें पाकिस्तान खाता रहा है, गला फाड़-फाड़कर जिस चीन को पाकिस्तान अपना बताता रहा है वहीं धूर्त चीन हमेशा से ही पाकिस्तान को ठगता आया है। कई सालों से वो तिल तिलकर पाकिस्तान का नाश करता आ रहा है। अब उसी चीन ने पाकिस्‍तान रेलवे को भारी चपत लगाई है। इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे चीन ने पाकिस्तान को अपना कबाड़खाना बनाकर रख दिया है और पाकिस्‍तान रेलवे को 15 करोड़ डॉलर का अपना कबाड़ बेच दिया?

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कबाड़ निकलीं चीन की बोगियां

आप सभी जानते हैं कि लंबे समय से पाकिस्तान कई तरह की समस्याओं से जूझ रहा है। कभी बाढ़, कभी बीमारी, तो कभी महंगाई के कारण पाकिस्तान की जनता का हाल बुरा हो गया है। हालत तो ऐसी हो गयी है कि पाकिस्तान की रेलवे को भी कंगाली का सामना करना पड़ रहा है। इस गंभीर आर्थिक संकट में पाकिस्‍तान को उसके सबसे करीबी दोस्‍त चीन ने बड़ा धोखा दे दिया है। पाकिस्‍तान रेलवे के द्वारा चीन से 14 करोड़ 90 लाख डॉलर की बोगियों का आयात किया गया था, जिससे वो रेलवे की स्थिति में थोड़ा सुधार ला सके। लेकिन ठग चीन ने पाकिस्तान को बेकार बोगियां देकर ठग लिया है। इन सभी बोगियां की क्षमता और गुणवत्‍ता इतनी बेकार है कि ये ट्रैक पर चल तक नहीं पा रही हैं। यहां ये कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा कि चीन ने पाकिस्तान को 14 करोड़ 90 लाख डॉलर का कबाड़ बेचकर उसे चूना लगाया है.

सूत्रों ने पाकिस्‍तानी अखबार एक्‍सप्रेस ट्रिब्‍यून को बताया गया है कि उन्‍हें अब इन चीनी बोगियों को पाकिस्‍तान में चलने लायक बनाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च करने पड़ेंगे। अधिकारियों ने बताया है कि इन चीनी बोगियों के अंदर बहुत मोटी प्रेशर पाइप लगी हुई हैं, जिससे ब्रेक ठीक ढंग से नहीं लग पाएगा और दुर्घटना होने का भी खतरा अधिक बढ़ जाएगा। क्या इसमें भी चीन की कोई चाल थी? हो भी सकती है क्योंकि चीन से इसी तरह की नीचता की अपेक्षा की जा सकती है। पाकिस्‍तान रेलवे के मुख्‍य इंजीनियर मोहम्‍मद हसीब के अनुसार इन सभी बोगियों को तकनीकी रूप से सही किया जा रहा है। पहले ही पाकिस्तान रेलवे के पास ट्रेन को चलाने के लिए तेल की कमी थी और उसके ऊपर अब इन बेकार बोगियों पर भी खर्चा करने से पाकिस्तान का दम निकल जाएगा।

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इतना ही नहीं सबसे मजेदार बात तो यह है कि इन बोगियों की जांच के लिए पाकिस्‍तान ने अपने 88 अधिकारियों को भी चीन भेजा था। साथ ही उन्‍हें प्रतिदिन 100 डॉलर का खर्च भी दिया गया था। पाकिस्तान अधिकारियों ने चीन जाकर इन सभी बोगियों की जांच कर उन्हें पाकिस्‍तान के लिए अनुकूल बताया था। फिर कैसे पाकिस्तान आते ही ये सारी की सारी बोगियां कबाड़ में बदल गयी? या फिर इन बेकार और कूड़ा बोगियों को बेचने के लिए चीन ने पाकिस्तान के अधिकारियों को भी पैसा का लालच देकर खरीद लिया?

पाकिस्तान को बर्बाद कर रहा चीन

यदि हम यह कहें कि चीन, पाकिस्तान को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से बर्बाद करने के लिए हर तरह से जिम्मेदार है, तो इसमें कुछ गलत नहीं होगा। बीते कई सालों से धूर्त चीन, पाकिस्तान को अपने भिन्न-भिन्न तरह से जालों में फंसाए हुए है। उदाहरण के लिए देखें तो चीन काफी लंबे समय से पाकिस्तान को कर्ज देकर वहां के विकास कार्यों को बढ़ावा देने का ढोंग करता है। लेकिन चीन की हरकतों से हर कोई अच्छे से वाकिफ है। वह छोटे देशों को कर्ज में फंसाकर बर्बाद कर देता है। आज पाकिस्तान की स्थिति भी बद से बदत्तर होती चली जा रही है।

आप सभी अवगत होंगे कि पाकिस्‍तान चीन से एक बड़ा कर्ज लेकर बैठा हुआ है। चीन के कारण पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था भी लगातार कर्ज के बोझ के तले दबती जा रही है। न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान को IMF के कर्ज से दोगुनी राशि चीन को चुकानी है। पाकिस्तान चीन के कर्ज के बोझ से गले तक भर चुका है और अब उसके ऊपर चीन ने पाकिस्तान को इतना महंगा कबाड़ बेचकर उसकी लंका ही लगा दी है, लेकिन इतना कुछ होने के बाद भी पाकिस्तान सरकार चीन के प्रति अपनी आंखों में पट्टी बांधे हुए है।

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