दशहरा कब है – इतिहास एवं दशहरा पूजा

Dusshera kab hai

Dusshera kab hai  : दशहरा कब है – इतिहास एवं पूजा

स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Dusshera kab hai साथ ही इससे जुड़े इतिहास एवं पूजा के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें

दशहरा  कब  है –

दशहरा 24 अक्टूबर  दिन   मंगलवार को है

दशहरा एक जीत के जश्न के रूप में मनाया जाने वाला त्यौहार हैं. जश्न की मान्यता सबकी अलग-अलग होती हैं. जैसे किसानो के लिए यह नयी फसलों के घर आने का जश्न हैं. पुराने वक़्त में इस दिन औजारों एवम हथियारों की पूजा की जाती थी, क्यूंकि वे इसे युद्ध में मिली जीत के जश्न के तौर पर देखते थे. लेकिन इन सबके पीछे एक ही कारण होता हैं बुराई पर अच्छाई की जीत ।

इतिहास –

इस त्योहार के पीछे कई पौराणिक कहानियां हैं। भारत के कुछ हिस्सों में यह दिन उस दिन का संकेत देता है जिस दिन देवी दुर्गा ने राक्षस महिषासुर का वध किया था। इसीलिए नवरात्रि पर देवी दुर्गा के सभी नौ अवतारों की पूजा की जाती है। यह भी कहा जाता है कि देवी दुर्गा उन भक्तों के साथ पानी में डूब जाती हैं जो धर्म को बनाए रखने के बाद भौतिक दुनिया से देवी दुर्गा के प्रस्थान का संकेत देते हैं।दक्षिण भारत में, दशहरा उत्सव मुख्य रूप से मैसूर, कर्नाटक में उस दिन के रूप में मनाया जाता है ।

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