ग्लूकोज का सूत्र : उपयोग एवं महत्त्व

Glucose ka sutra

Glucose ka sutra : ग्लूकोज का सूत्र : उपयोग एवं महत्त्व

स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे  Glucose ka sutra साथ ही इससे जुड़े उपयोग एवं महत्त्व के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें

ग्लूकोज का अणुसूत्र (C6H12O6) होता है।

ग्लूकोज क्या है?  –

ग्लूकोज को रक्त शर्करा (ब्लड ग्लूकोज) भी कहते हैं, जिसके लिए हमारे शरीरिक प्रणाली का ठीक से काम करना ज़रूरी है। अक्सर हमारा ग्लूकोज सही लेवल में होता है, जिस पर अक्सर हमारा ध्यान नहीं जाता है, लेकिन ग्लूकोज लेवल ज़्यादा होने पर आपको अस्वस्थ कार्य करने वाले प्रभावों का अहसास हो सकता है। असल में ग्लूकोज एक मोनोसेकेराइड है, जो कार्बोहाइड्रेट का सबसे आसान प्रकार है, जो दर्शाता है कि इसमें सिर्फ शुगर है।

ग्लूकोज़ का महत्त्व –

ग्लूकोज़ का इस्तेमाल हर जीवित प्राणी उर्जा के प्रमुख स्रोत के रूप में करता हैं। बैक्टीरिया से इंसानों तक हर प्राणी वायवीय श्वसनअवायवीय श्वसन या किण्वन (बैक्टीरिया इस प्रकार का इस्तेमाल कर, उर्जा प्राप्त करते हैं) का उपयोग कर ग्लूकोज़ से उर्जा निर्मिती करते हैं। और निर्मित उर्जा का इस्तेमाल अपने दैनंदिन कार्यों के लिए करते हैं।

मानव शरीर के लिए ग्लूकोज़, उर्जा का एक प्रमुख साधन हैं। वायवीय श्वसन के जरिए, मानव शरीर- अन्न के प्रति ग्राम से 3.75 किलोकैलोरी(16 किलोज्युल) उर्जा प्राप्त करता हैं। हमारे द्वारा खाए गए अन्न का प्रमुख हिस्सा कार्बोहाइड्रेट्स का होता हैं, पाचनक्रिया के दौरान अन्न का विघटन मोनोसैकराइड और डाईसैकराइड में होता हैं।

ग्लूकोज के उपयोग

ग्लूकोज के फायदे और नुकसान  –

ऊर्जा का स्त्रोत होता है – पर्याप्त शारीरिक ऊर्जा न होने पर आप जल्दी थक जाते हैं। आपको ऊर्जा के लिए ग्लूकोज की आवश्यकता होती है और इसके लिए आपको कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। ग्लूकोज पाचन तंत्र के द्वारा भोजन से अलग होता है

स्टेमिना के–ग्लूकोज शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। इसके साथ ही ग्लूकोज स्टेमिना को बढ़ाने का भी काम करता है। मांसपेशियों में ग्लाइकोजिन की अधिक मात्रा होने का मतलब है कि आपकी मांसपेशियां जल्दी नहीं थकेंगी, जिससे आपका स्टेमिना बढ़ जाता है।

दिमागी कार्यो में सहायक ग्लूकोज मस्तिष्क के कार्यों को सही तरह से करने के लिए आवश्यक होता है। इसके साथ ही एक अन्य रिसर्च में यह भी पाया गया कि किसी चीज को सीखने की प्रक्रिया में मस्तिष्क संरक्षित हुए ग्लूकोज को इस्तेमाल करता है।

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ग्लूकोज के नुकसान –

डायबिटीज होने का खतरा

शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाने से रक्त में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है और इससे आपको डायबिटीज हो सकती है। लेकिन डायबिटीज होने का यही एक मात्र कारण नहीं होता है। इसके अलावा इंसुलिन हार्मोन भी इसका महत्वपूर्ण कारण होता है। अगर शरीर में इसुंलिन और ग्लूकोज की मात्रा सही अनुपात में न हो तो इससे भी डायबिटीज हो जाती है।

शरीर को मोटा करता है –

कार्बोहाइड्रेट, ग्लूकोज और मोटापे का सीधा संबंध होता है। डायबिटीज में ग्लूकोज ही वजन बढ़ने का कारण नहीं होता है। मांसपेशियों में जमा अतिरिक्त ग्लाइकोजिन वसा में बदल जाता है और इसकी वजह से ही मोटापा बढ़ने लगता है।

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