Hawa Mahal Kahan Hai : हवा महल कहाँ है : इतिहास एवं रोचक तथ्य
स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Hawa Mahal Kahan Hai में साथ ही इससे जुड़े इतिहास एवं रोचक तथ्य के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें
हवा महल कहाँ हैं ? –
हवा महल राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्तिथ हैं। जो की भारत की राजधानी दिल्ली से लगभग 300 किलोमीटर दूर जयपुर में स्थित एक महल है। रेड और पिंक बलुआ पत्थर से निर्मित है यह महल,जयपुर के सिटी पैलेस के किनारे पर स्थित है।
इस महल की संरचना सन 1799 में महाराजा सवाई जय सिंह के पोते महाराजा सवाई प्रताप सिंह द्वारा बनाई गई थी जो जयपुर के संस्थापक थे। राजा खेतड़ी महल की खूबसूरत स्ट्रक्चर से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने इस भव्य और ऐतिहासिक महल का निर्माण किया। इसे लाल चंद उस्ताद ने डिजाइन किया था।
जयपुर के हवा महल का इतिहास –
- महाराजा सवाई जय सिंह के पोते सवाई प्रताप सिंह ने सन् 1799 में कराया था। वह राजस्थान के झुंझनू शहर में महाराजा भूपाल सिंह द्वारा निर्मित खेतड़ी महल से इतने प्रभावित थे कि उन्होंने हवा महल का निर्माण कराया। यह रॉयल सिटी पैलेस के विस्तार के रूप में बनाया गया था।
- ललित जाली की खिड़कियों और पर्दे वाली बालकनी से सजे इस खूबसूरत हवा महल के निर्माण का मुख्य उद्देश्य शाही जयपुर की शाही राजपूत महिलाओं को झरोखों में से सड़क पर हो रहे उत्सवों को देखने की अनुमति देना था। उस वक्त महिलाएं पर्दा प्रथा का पालन करती थीं और दैनिक कार्यक्रमों की एक झलक पाने के लिए सार्वजनिक रूप से सामने आने से बचती थीं।
- इन झरोखों की मदद से उनके चेहरे को ठंडी हवा लगती थी और तपती धूप में भी उनका चेहरा एकदम ठंडा रहता था
रोचक तथ्य –
- इस हवामहल को सामने से देखने पर इसका दृश्य मधुमक्खी के छत्ते की तरह दिखता है।
- इस हवामहल को विजिट करने के लिए कोई भी सीधा प्रवेश द्वार नहीं है।
- जयपुर के इस हवा महल के पांचवे मंजिल को हवा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।
- हवामहल को यहां पर बने सिटी महल के ही एक अन्य हिस्से के तौर पर बनवाया गया था।
- हवामहल पांच मंजिला खूबसूरत इमारत है।
- हवामहल में किसी भी मंजिल तक जाने के लिए कोई सीढी नहीं है।
- हवा महल का नाम इस महल के पांचवी मंजिल से पड़ा हुआ है।
हवा महल का प्रवेश शुल्क –
हवा महल में एक भारतीय व्यक्ति को जाने के लिए प्रवेश शुल्क के रूप में ₹50 देने पड़ते हैं।
घूमने जाने का अच्छा समय –
नवंबर से फरवरी के बीच के समय को माना जाता है। अगर आप हवा महल को विजिट करना चाहते हैं, तो आप इसे जितना सुबह हो सके विजिट करें क्योंकि इस समय हवामहल देखने में काफी ज्यादा आकर्षक और सुंदर दिखता है, जब सूरज की पहली किरण इस पर पड़ती है।
FAQ –
Ques-हवा महल को क्यों हवा महल कहा जाता है.?
Ans-हवामहल का नाम इस इमारत के पांचवी मंजिल के कारण पड़ा है, जिसे आमतौर पर हवा मंदिर भी कहा जाता है।
Ques-हवा महल में कुल कितने मंजिल है.?
Ans-हवामहल 5 मंजिला एक इमारत है जिसे सामने से देखने पर मधुमक्खी के छत्ते के समान दिखाई देता है।
Ques-हवामहल कब बना था ?
Ans- हवामहल का निर्माण 18वीं शताब्दी के दौरान कि 1799 इसी में करवाया गया था।
Ques-हवा महल किस शहर में स्थित है ?
Ans- हवामहल राजस्थान के जयपुर शहर में स्थित है।
Ques- हवा महल में कुल कितनी खिड़कियां है ?
Ans- जयपुर में स्थित हवामहल में कुल 953 छोटी-बड़ी खिड़कियां बनी हुई है।
Ques-हवा महल किसने बनवाया था ?
Ans- जयपुर में स्थित हवामहल का निर्माण महाराजा सवाई प्रताप सिंह के द्वारा करवाया गया था।
Ques- हवा महल किस रंग का है ?
Ans-राजस्थान के जयपुर में स्थित हवा महल बदामी रंग का है।
आशा करते है कि Hawa Mahal Kahan Hai के बारे में सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आएगा एवं ऐसे लेख पढ़ने के लिए हमसे फेसबुक के माध्यम से जुड़े।