TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    आपातकाल में जोड़े गए शब्द नासूर हैं: संविधान से ‘सेक्युलर और सोशलिस्ट’ हटाने की मांग के बीच VP धनखड़ का बड़ा बयान

    आपातकाल में जोड़े गए शब्द नासूर हैं: संविधान से ‘सेक्युलर और सोशलिस्ट’ हटाने की मांग के बीच VP धनखड़ का बड़ा बयान

    कांग्रेस ने फिर दिखाया भारत का गलत नक्शा, भाजपा ने बताया राष्ट्रविरोधी कदम

    कांग्रेस ने फिर दिखाया भारत का गलत नक्शा, भाजपा ने बताया राष्ट्रविरोधी कदम

    हेमंत खंडेलवाल (बाएं) और राजीव बिंदल (दाएं)

    मध्य प्रदेश में हेमंत खंडेलवाल बन सकते हैं BJP अध्यक्ष, हिमाचल में बिंदल होंगे रिपीट!

    बिहार विधानसभा चुनाव के लिए NDA ने ज़ोरदार तैयारी शुरू कर दी है

    बिहार विधानसभा चुनाव: ‘M’ फैक्टर के जवाब में NDA का ‘MMM’ फैक्टर

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    अंतरिक्ष रक्षा

    भारत के साथ संघर्ष के दौरान पाकिस्तान को चीनी उपग्रह से मिली खुफिया जानकारी

    रूस और भारत

    विनिर्माण, मुद्रा और नवाचार: आत्मनिर्भर भारत के तीन स्तंभ

    ऑपरेशन सिंदूर

    ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाक पर हमला करने वाली थी नौसेना: रिपोर्ट

    कॉम्पैक्ट सीक्यूबी कार्बाइन

    सीमित जगहों की जंग में अब बढ़ेगी सेना की मारक क्षमता, जल्द मिलेगी नई CQB कार्बाइन

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कैथरीन पेरेज़-शकदम (Photo - IBT)

    कैसे मोसाद की ‘ब्लैक लेडी’ ने खामेनेई तक बनाई पहुंच, इज़रायल को दिए न्यूक्लियर ठिकानों के पते

    ईरान में पत्रकारों पर खतरा बढ़ा: धमकी, हमला और दमन का नया दौर शुरू

    ईरान में पत्रकारों पर खतरा बढ़ा: धमकी, हमला और दमन का नया दौर शुरू

    काश पटेल जल्द ही 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में चीनी हस्तक्षेप से जुड़े सबूत देंगे

    अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में चीन ने किया था हस्तक्षेप? US कांग्रेस को सबूत देगी FBI

    चीन ने भारत के खिलाफ चाल चल उसे आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ा दिया है

    फर्टिलाइजर को हथियार बना रहा चीन, खुल रही भारत की आत्मनिर्भरता की राह

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    इस साल अमेरिका में 7,500 नए करोड़पति आएंगे (Photo- Canva)

    इस साल बड़ी संख्या में पलायन करेंगे करोड़पति, जानें कहां बना रहे हैं ठिकाना

    विदुषी संवाद

    विदुषी संवाद: धार्मिक और दार्शनिक विमर्शों में महिलाओं की भागीदारी

    डॉ हिमंत बिश्व शर्मा

    असम में घुसपैठियों के कब्जे से छुड़ाई जा रही सत्र भूमि क्या है?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    कुमार विश्वास

    कुमार विश्वास ने सरदार जी3 के लिए दिलजीत को लगाई लताड़

    शेफाली ज़रीवाला

    शेफाली ज़रीवाला का अचानक निधन: ग्लैमर की दुनिया में शोक की लहर

    मलयालम फिल्म उद्योग

    मलयालम फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न के सभी 35 मामले समाप्त

    K-6 मिसाइल

    हिंद महासागर में भारत का नया ‘Game-Changer’: K-6 मिसाइल

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    आपातकाल में जोड़े गए शब्द नासूर हैं: संविधान से ‘सेक्युलर और सोशलिस्ट’ हटाने की मांग के बीच VP धनखड़ का बड़ा बयान

    आपातकाल में जोड़े गए शब्द नासूर हैं: संविधान से ‘सेक्युलर और सोशलिस्ट’ हटाने की मांग के बीच VP धनखड़ का बड़ा बयान

    कांग्रेस ने फिर दिखाया भारत का गलत नक्शा, भाजपा ने बताया राष्ट्रविरोधी कदम

    कांग्रेस ने फिर दिखाया भारत का गलत नक्शा, भाजपा ने बताया राष्ट्रविरोधी कदम

    हेमंत खंडेलवाल (बाएं) और राजीव बिंदल (दाएं)

    मध्य प्रदेश में हेमंत खंडेलवाल बन सकते हैं BJP अध्यक्ष, हिमाचल में बिंदल होंगे रिपीट!

    बिहार विधानसभा चुनाव के लिए NDA ने ज़ोरदार तैयारी शुरू कर दी है

    बिहार विधानसभा चुनाव: ‘M’ फैक्टर के जवाब में NDA का ‘MMM’ फैक्टर

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    अंतरिक्ष रक्षा

    भारत के साथ संघर्ष के दौरान पाकिस्तान को चीनी उपग्रह से मिली खुफिया जानकारी

    रूस और भारत

    विनिर्माण, मुद्रा और नवाचार: आत्मनिर्भर भारत के तीन स्तंभ

    ऑपरेशन सिंदूर

    ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाक पर हमला करने वाली थी नौसेना: रिपोर्ट

    कॉम्पैक्ट सीक्यूबी कार्बाइन

    सीमित जगहों की जंग में अब बढ़ेगी सेना की मारक क्षमता, जल्द मिलेगी नई CQB कार्बाइन

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कैथरीन पेरेज़-शकदम (Photo - IBT)

    कैसे मोसाद की ‘ब्लैक लेडी’ ने खामेनेई तक बनाई पहुंच, इज़रायल को दिए न्यूक्लियर ठिकानों के पते

    ईरान में पत्रकारों पर खतरा बढ़ा: धमकी, हमला और दमन का नया दौर शुरू

    ईरान में पत्रकारों पर खतरा बढ़ा: धमकी, हमला और दमन का नया दौर शुरू

    काश पटेल जल्द ही 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में चीनी हस्तक्षेप से जुड़े सबूत देंगे

    अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में चीन ने किया था हस्तक्षेप? US कांग्रेस को सबूत देगी FBI

    चीन ने भारत के खिलाफ चाल चल उसे आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ा दिया है

    फर्टिलाइजर को हथियार बना रहा चीन, खुल रही भारत की आत्मनिर्भरता की राह

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    इस साल अमेरिका में 7,500 नए करोड़पति आएंगे (Photo- Canva)

    इस साल बड़ी संख्या में पलायन करेंगे करोड़पति, जानें कहां बना रहे हैं ठिकाना

    विदुषी संवाद

    विदुषी संवाद: धार्मिक और दार्शनिक विमर्शों में महिलाओं की भागीदारी

    डॉ हिमंत बिश्व शर्मा

    असम में घुसपैठियों के कब्जे से छुड़ाई जा रही सत्र भूमि क्या है?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    कुमार विश्वास

    कुमार विश्वास ने सरदार जी3 के लिए दिलजीत को लगाई लताड़

    शेफाली ज़रीवाला

    शेफाली ज़रीवाला का अचानक निधन: ग्लैमर की दुनिया में शोक की लहर

    मलयालम फिल्म उद्योग

    मलयालम फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न के सभी 35 मामले समाप्त

    K-6 मिसाइल

    हिंद महासागर में भारत का नया ‘Game-Changer’: K-6 मिसाइल

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

“मीना कुमारी सुपरस्टार कैसे बन गईं?”, आज भी कई लोग अचंभित हैं

कई प्रश्न हैं!

Animesh Pandey द्वारा Animesh Pandey
29 January 2023
in चलचित्र
How Meena Kumari become superstar? many still wonder

Source- TFI

Share on FacebookShare on X

“आपके पांव देखे, बड़े हसीन हैं, इन्हें जमीन पर मत रखिएगा मैले हो जाएंगे!”

किसी रोज़ जब राजकुमार ने “पाकीज़ा” में ये संवाद मीना कुमारी के लिए बोला था, तो अनेकों सिनेमाघर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठे थे। परंतु कई लोग आज भी इस संवाद से वास्ता नहीं रखते और आज भी ये शोध का विषय है कि क्या ये संवाद मीना कुमारी के किरदार हेतु बोला गया था या ये उनकी नीरसता पर व्यंग्य था?

संबंधितपोस्ट

सलमान से शाहरुख तक, ऑपरेशन सिंदूर पर क्यों खामोश रहे ‘रील हीरोज़’?

वैष्णो देवी मंदिर के पास रशियन छोरी संग शराब पी रहा था ‘बॉलीवुड का लाल’ ओरी, पुलिस ने दिए गिरफ्तारी के आदेश

प्रीती जिंटा ने लगाई कांग्रेस को फटकार, कांग्रेस ने लगाए थे ₹180000000 लोन को लेकर झूठे आरोप

और लोड करें

इस लेख में हम यह जानने का प्रयास करेंगे कि लगभग एक जैसे रोल करने वाली महजबीन बानो बख्श यानी मीना कुमारी सुपरस्टार कैसे बनी?

और पढ़ें: अमित सियाल – एक ऐसा बेहतरीन अभिनेता, जिसकी चर्चा सबसे अधिक होनी चाहिए

साथ काम करने से कतराते थे कई अभिनेता

मीना कुमारी का नाम सुनते ही कई सिनेमा प्रेमी उनके बारे में बड़े सम्मान से लिखते और बात करते हैं। आखिर जिसने 4 फिल्मफेयर पुरस्कार जीते हों उसमें कुछ तो बात अवश्य होंगी। “साहिब, बीवी और गुलाम” हो, “परिणीता” हो, “आज़ाद” हो या फिर “मेरे अपने” उन्होंने दर्शकों को कई बार अपनी अदाकारी से प्रभावित किया। चूंकि वह अपनी कला से कई लोगों को प्रभावित करने में सक्षम थी या यूं कहें उनके रोल को “निगल” सकती थी, इसलिए कई अभिनेता उनके साथ काम करने से कतराते थे।

एक समय विनोद मेहरा ने कहा था, “मीना कुमारी तो इतनी शक्तिशाली बन गई कि वह अपनी इच्छा से स्टार्स का करियर बना और बिगाड़ सकती थी”। वह कई नवोदित कलाकारों के लिए संरक्षक सी बन गई और उन्हें अपनी छत्रछाया में निखारती। विश्वास न हो तो “चिराग कहां रोशनी कहां” एवं “एक ही रास्ता” में उनके रोल देख लीजिए, जिसके कारण देश को दो सुपरस्टार मिले, राजेंद्र कुमार एवं सुनील दत्त।

और पढ़ें: बुरे वक्त में प्राण ने बचाया लेकिन बाद में राज कपूर ने उन्हें ही धोखा दे दिया

कष्टों से भरा रहा निजी जीवन

परंतु प्रश्न तो अब भी व्याप्त है कि यदि मीना कुमारी इतनी उत्कृष्ट कलाकार थी, तो फिर वे नीरस कैसे हुई? असल में वे दुख दर्द और पीड़ा को चित्रित करने में आवश्यकता से अधिक सक्षम थी, जिसके कारण उन्हें “ट्रेजेडी क्वीन” का उपनाम मिला। वह आंसुओं को दिखाने के लिए ग्लिसरीन का भी प्रयोग नहीं करती। परंतु उसका भी एक कारण था। अगर उनके निजी जीवन पर प्रकाश डालें, तो उनका जीवन पीड़ा का पर्याय समान था। उन्हें उनकी इच्छा के विरुद्ध इस लाइन में धकेला गया क्योंकि उनके अभिभावक उन्हें केवल कमाई का साधन मात्र मानते थे। जब उन्हें प्रेम हुआ तो वो भी कमाल अमरोही से जो आयु में भी बड़े थे और उनकी पहले ही एक शादी हो चुकी थी, जिससे 3 बच्चे हुए। ये तो कुछ भी नहीं था, निकाह के बाद कमाल ने उन्हें काम करने की अनुमति तो दी परंतु कुछ शर्तों पर, जिनमें सबसे प्रमुख ये था कि वह कमाल के अतिरिक्त किसी और के साथ काम नहीं करेंगी।

ऐसे वातावरण में उनका दम इतना घुटने लगा कि वह धीरे धीरे सभी शर्तों को तोड़ती गई। उनकी जीवनी लिखने वाले पत्रकार विनोद मेहता का कहना है कि उनका कमाल अमरोही ने बहुत बुरी तरह शोषण किया, शारीरिक तौर पर भी और मानसिक तौर पर भी। चूंकि उन्हें नींद की बीमारी थी, तो उनके डॉक्टर ने  सुझाव के तौर पर एक पेग ब्रैन्डी का सेवन करने को कहा था। परंतु 1964 में तलाक लेने के बाद मीना कुमारी को शराब की मानो आदत सी हो गई।

यही वो समय था जब गुरु दत्त ने स्थाई तौर पर निर्माण का कार्यभार संभाला था और “कागज़ के फूल” के पश्चात निर्देशन से उनका मोहभंग हो चुका था। “साहिब बीवी और गुलाम” में मीना कुमारी छोटी बहू का किरदार निभा रही थी, वो ठाकुर जी जिनसे वो ब्याही थी उनका स्नेह पाने के लिए कुछ भी करने को तैयार थी। जब वह इन सभी कार्यों में असफल रहती है, तो वह शराब का सेवन करने लगती है और उनका आकर्षण घर के अनुचर, अतुल्य चक्रवर्ती उर्फ “भूतनाथ” (गुरु दत्त) से होने लगता था। कहीं न कहीं ये कथा उनके वास्तविक जीवन से भी मेल खाती थी।

और पढ़ें: पांच हिन्दी साहित्य के रत्न, जिनके फिल्म एवं टीवी रूपांतरण ने उन्हें बर्बाद कर दिया

रोमांटिक और कॉमिक रोल भी किए

परंतु यहीं पर उनकी यह पहचान उस बात पर प्रभाव डालने लगी, जो किसी भी कलाकार को बना या बिगाड़ सकती है और वो है विविधता। मीना कुमारी यूं तो ट्रेजेडी रोल के लिए अधिक जानी जाती, परंतु वो कभी रोमांटिक तो कभी कॉमिक रोल भी करती। इसी का एक उदाहरण था 1957 में आई “मिस मेरी” (Miss Mary) जो निर्देशक एल वी प्रसाद द्वारा निर्देशित तेलुगु क्लासिक “मिसम्मा” का रीमेक थी। मजे की बात ये थी कि जो रोल मीना कुमारी को मिला, वही मूल फिल्म में चर्चित अभिनेता जेमिनी गणेशन की पत्नी ‘सावित्री’ को मिला था। जेमिनी गणेशन इस फिल्म के हिन्दी संस्करण में वो रोल कर रहे थे, जो मूल फिल्म में बहुचर्चित तेलुगु सिनेमा के आधारस्तम्भ, एन टी रामा राव ने किया था। ये फिल्म बहुत सफल रही, और लोगों ने मीना कुमारी के कार्य को खूब सराहा।

फिर विविधता गायब हो गई

परंतु 1960 के बाद से मीना कुमारी के करियर से विविधता गायब हो गई। वह ट्रेजिक रोल में ऐसे लीन हो गई, मानो इसके बिना वह सांस नहीं ले पायेंगी। इससे यही धारणा बनने लगी कि वह ऐसे ही रोल के लिए फिट हैं, जैसे एक समय के बाद निरुपा रॉय को मां वाले रोल में टाइपकास्ट किया गया। मीना कुमारी के ट्रेजेडी के प्रति आकर्षण को जल्द ही “मीना कुमारी सिंड्रोम” का नाम भी मिला। ठीक है, वह सुपरस्टार बनी, परंतु अगर एक ही प्रकार के रोल करने से कोई सुपरस्टार बन जाता है, तो उस अनुसार जॉनी वॉकर को भी सुपरस्टार बनना चाहिए था। ऐसे में मीना कुमारी कैसे बॉलीवुड में सुपरस्टार बनी और क्या वह इस योग्य भी थी या नहीं, ये आज भी चर्चा का विषय है।

और पढ़ें: मुन्ना भैया से पहले इरफ़ान ने हासिल में छात्र नेता के तौर पर गर्दे उड़ा दिए थे

https://www.youtube.com/watch?v=IMag3XlTUp8

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: Meena Kumariकमाल अमरोहीगुरु दत्तट्रेजेडी क्वीनबॉलीवुडसाहिब बीवी और गुलाम
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

Santa Banta Jokes in hindi : संता बंता चुटकुले हिंदी में

अगली पोस्ट

Bata एक भारतीय कंपनी नहीं है लेकिन यह किसी भी भारतीय कंपनी से ज्यादा भारतीय है

संबंधित पोस्ट

कुमार विश्वास
चलचित्र

कुमार विश्वास ने सरदार जी3 के लिए दिलजीत को लगाई लताड़

28 June 2025

पंजाब के मशहूर सिंगर और एक्टर दिलजीत दोसांझ इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म ‘सरदार जी 3’ को लेकर विवादों में घिरे हुए हैं। फिल्म...

शेफाली ज़रीवाला
चलचित्र

शेफाली ज़रीवाला का अचानक निधन: ग्लैमर की दुनिया में शोक की लहर

28 June 2025

अभिनेत्री और मॉडल शेफाली जरीवाला का शुक्रवार देर रात अचानक कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया, जिससे मनोरंजन जगत और उनके प्रशंसकों के बीच शोक...

मलयालम फिल्म उद्योग
क्राइम

मलयालम फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न के सभी 35 मामले समाप्त

27 June 2025

मलयालम फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न के मामलों को समाप्त कर दिया गया है। यह कार्रवाई मामले की जांच कर रही हेमा समिति की रिपोर्ट...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

the ganga treaty is about to expire. What happens next?

the ganga treaty is about to expire. What happens next?

00:06:54

India's Rise: Defense and Diplomacy in 2047 Vision

00:22:51

1975 emergency: India's 21 month dictatorship.

00:10:29

poverty crushed! Modi delivers india's biggest upliftment ever.

00:06:19

Right time for release? Sardar ji 3 drops amid tragedy

00:05:33
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited