TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’

    आधुनिक भारत को जोड़ने वाले ‘योग पुरुष’ हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’

    केरल में स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगा ‘राज्यपाल के अधिकारों’ का चैप्टर, जानें क्या है मामला?

    केरल में स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगा ‘राज्यपाल के अधिकारों’ का चैप्टर, जानें क्या है मामला?

    सीएम हिमंत का आरोप

    हिंदू नामों से कांग्रेस के लिए किया जा रहा है ‘ऑनलाइन जिहाद’! असम के CM हिमंता बिस्वा सरमा ने समझाया पूरा खेल

    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    Falcon 2000 जेट (Photo- Blade.com)

    भारत में पहली बार बनेंगे Falcon 2000 जेट: रिलायंस और Dassault की ऐतिहासिक साझेदारी

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    खामेनेई और डोनाल्ड ट्रंप

    ईरान पर अमेरिका का हमला: क्या ‘स्ट्रेट ऑफ हॉर्मुज़’ को बंद कर बदला लेंगे खामेनेई?

    अमेरिका के हमलों को जहां नेतन्याहू ने ऐतिहासिक बताया है तो वहीं ईरान ने इनकी निंदा की है

    ईरान में न्यूक्लियर साइट्स पर US की स्ट्राइक: जानें कहां व कैसे हुए ये हमले और ट्रंप, नेतन्याहू व ईरान ने क्या कहा?

    2025 के इंडो-पाक युद्ध

    भारत-पाकिस्तान संघर्ष ने अमेरिका की छवि को किया धूमिल

    पिज़्ज़ा = युद्ध?

    युद्ध और पिज़्ज़ा: क्या पेंटागन की भूख भविष्य के टकरावों की भविष्यवाणी करती है?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पुरी की रथ यात्रा ना केवल एक धार्मिक उत्सव है बल्कि यह एक सांस्कृतिक यात्रा भी है

    हाथी रूप में दर्शन, मौसी के घर विश्राम और रसगुल्ला से मनुहार: पढ़ें पुरी रथ यात्रा की अनकही कहानियां

    हर एक ग्रह को 3 नक्षत्र का स्वामी माना गया है

    केवल ग्रह ही नहीं नक्षत्र भी बनते हैं कर्म, स्वभाव और भाग्य के कारक

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    संगीत सम्राट तानसेन के जीवन के अज्ञात पहलुओं को जानने का खजाना है राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बढ़ा विवाद; थरूर बोले-'मतभेद पार्टी के भीतर ही उठाऊंगा'

    थरूर ने कांग्रेस से मतभेदों को स्वीकारा, गांधी परिवार से वैचारिक दूरी के दिए संकेत

    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’

    आधुनिक भारत को जोड़ने वाले ‘योग पुरुष’ हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’

    केरल में स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगा ‘राज्यपाल के अधिकारों’ का चैप्टर, जानें क्या है मामला?

    केरल में स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगा ‘राज्यपाल के अधिकारों’ का चैप्टर, जानें क्या है मामला?

    सीएम हिमंत का आरोप

    हिंदू नामों से कांग्रेस के लिए किया जा रहा है ‘ऑनलाइन जिहाद’! असम के CM हिमंता बिस्वा सरमा ने समझाया पूरा खेल

    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    Falcon 2000 जेट (Photo- Blade.com)

    भारत में पहली बार बनेंगे Falcon 2000 जेट: रिलायंस और Dassault की ऐतिहासिक साझेदारी

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    खामेनेई और डोनाल्ड ट्रंप

    ईरान पर अमेरिका का हमला: क्या ‘स्ट्रेट ऑफ हॉर्मुज़’ को बंद कर बदला लेंगे खामेनेई?

    अमेरिका के हमलों को जहां नेतन्याहू ने ऐतिहासिक बताया है तो वहीं ईरान ने इनकी निंदा की है

    ईरान में न्यूक्लियर साइट्स पर US की स्ट्राइक: जानें कहां व कैसे हुए ये हमले और ट्रंप, नेतन्याहू व ईरान ने क्या कहा?

    2025 के इंडो-पाक युद्ध

    भारत-पाकिस्तान संघर्ष ने अमेरिका की छवि को किया धूमिल

    पिज़्ज़ा = युद्ध?

    युद्ध और पिज़्ज़ा: क्या पेंटागन की भूख भविष्य के टकरावों की भविष्यवाणी करती है?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पुरी की रथ यात्रा ना केवल एक धार्मिक उत्सव है बल्कि यह एक सांस्कृतिक यात्रा भी है

    हाथी रूप में दर्शन, मौसी के घर विश्राम और रसगुल्ला से मनुहार: पढ़ें पुरी रथ यात्रा की अनकही कहानियां

    हर एक ग्रह को 3 नक्षत्र का स्वामी माना गया है

    केवल ग्रह ही नहीं नक्षत्र भी बनते हैं कर्म, स्वभाव और भाग्य के कारक

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    संगीत सम्राट तानसेन के जीवन के अज्ञात पहलुओं को जानने का खजाना है राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बढ़ा विवाद; थरूर बोले-'मतभेद पार्टी के भीतर ही उठाऊंगा'

    थरूर ने कांग्रेस से मतभेदों को स्वीकारा, गांधी परिवार से वैचारिक दूरी के दिए संकेत

    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

“बांग्लादेश प्रतिबंधों से डर रहा था तो भारत ने काम कर दिया…”, भारत की पश्चिमी देशों को खुली चुनौती

अमेरिकी प्रतिबंधों से डर के कारण बांग्लादेश ने तो परमाणु ऊर्जा संयंत्र के लिए साजो-सामान वाले रूसी जहाज को वापस भेज दिया था, लेकिन फिर आया भारत।

Vaishali Shukla द्वारा Vaishali Shukla
10 January 2023
in विश्व
हल्दिया पोर्ट

Source- TFI

Share on FacebookShare on X

हल्दिया पोर्ट: रूस द्वारा यूक्रेन के विरुद्ध युद्ध छेड़े जाने के बाद ही पश्चिमी देश उस पर टूट पड़े थे और तमाम प्रतिबंधों के माध्यम से रूस को दुनिया में अलग थलग करने और उसे रोकने की रणनीति पर काम करने लगे। विशेष तौर पर अमेरिका को यह घमंड था कि पूरी दुनिया उसकी सुनेगी और उसके कहे अनुसार ही चलेगी। परंतु अमेरिका का यह घमंड चकनाचूर हो गया। अमेरिका शायद यह भूल गया था कि युद्ध में एक तीसरा पक्ष यानी भारत भी है, जो न तो किसी के पक्ष में खड़ा है और न ही किसी के विरोध में और वो भारत ही है जिसके पास हर प्रतिबंध की काट निकाली। इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे भारत ने रूस-यूक्रेन युद्ध में अमेरिकी प्रतिबंधों की धज्जियां उड़ाकर रख दीं।

और पढ़ें: रूस-यूक्रेन के बीच शांति समझौते के लिए इस रणनीति को अपना रहे हैं पीएम मोदी

संबंधितपोस्ट

PM मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति से की बात, जानें अमेरिका की स्ट्राइक के बाद क्या बोला भारत?

ईरान पर अमेरिका का हमला: क्या ‘स्ट्रेट ऑफ हॉर्मुज़’ को बंद कर बदला लेंगे खामेनेई?

ईरान में न्यूक्लियर साइट्स पर US की स्ट्राइक: जानें कहां व कैसे हुए ये हमले और ट्रंप, नेतन्याहू व ईरान ने क्या कहा?

और लोड करें

हल्दिया पोर्ट का किया जाएगा उपयोग

हाल ही में भारत ने एक बार फिर से पश्चिमी देशों विशेषकर अमेरिकी  प्रतिबंधों को खुली चुनौती देते हुए एक बड़ा कदम उठाया। दरअसल, कुछ समय पूर्व बांग्लादेश के रूपपुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र के लिए साजो-सामान लेकर चला एक रूसी जहाज़ अपनी मंजिल पर नहीं पहुंच पाया था, जिसके पीछे का कारण था अमेरिका के लगाए गए प्रतिबंध। हालांकि अब भारत, बांग्लादेश की सहायता के लिए आगे आया है। बांग्लादेश के इस न्यूक्लियर पावर प्लांट का सामान मंगाने के लिए भारत के हल्दिया पोर्ट का उपयोग किया जा रहा है। हल्दिया पोर्ट में कार्गो उतारने के बाद से ये सारा सामान सड़क मार्ग के माध्यम से बांग्लादेश पहुंचाया जाएगा।

पूरा मामला कुछ ऐसा है कि बांग्लादेश में एक परमाणु ऊर्जा संयंत्र का निर्माण किया जाने वाला है। इसके निर्माण की सहायता के लिए रूस और भारत आगे आए थे। रूपपुर न्यूक्लियर प्लांट को 2,400 मेगावॉट बिजली की क्षमता के साथ बनाया जाने वाला है। इसके बनने से बांग्लादेश उन 30 देशों में सम्मिलित हो जाएगा, जहां परमाणु बिजली उपलब्धता मौजूद है। बांग्लादेश के लिए यह संयंत्र काफी महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि पिछली गर्मियों में उसने बिजली की भयंकर कमी का सामना किया था। विशेषज्ञों की मानें तो परमाणु बिजली ही इस समस्या का सबसे अच्छा उपाय है।

और पढ़ें: अमेरिका को भूल जाइए, अब भारत और जापान मिलकर QUAD को चलाएंगे

बांग्लादेश ने वापस भेज दिया था शिपमेंट

इस परमाणु संयंत्र के लिए रूस से एक परमाणु शिपमेंट आने वाला था, परंतु इस बीच ही रूस-यूक्रेन का युद्ध शुरू हो गया था जिसके बाद से पश्चिमी देशों विशेषतौर से अमेरिका ने कई कड़े प्रतिबंध लगा दिए थे। चूंकि बांग्लादेश एक छोटा सा देश है और अमेरिका की आपत्ति और उसके प्रतिबंधों से वो डर गया। बांग्लादेश को डर था कि कहीं अमेरिका नाराज होकर उस पर कोई भी कड़ी कार्रवाई न कर दें। इसलिए बांग्लादेश ने रूसी जहाज को अपने बंदरगाह पर उतरने नहीं दिया था और शिपमेंट को वापस भेज दिया था, जिससे वहां का कार्य रुक गया।

परंतु भारत रूस पर लगे अमेरिकी प्रतिबंधों को नहीं मान रहा है, जिसके चलते बांग्लादेश के परमाणु ऊर्जा संयंत्र के लिए सामान मंगाने के लिए भारत के हल्दिया पोर्ट का उपयोग किया जा रहा है। यहां ध्यान देने योग्य है कि भारत के विदेश मंत्रालय द्वारा पहले ही ये स्पष्ट कर दिया गया है कि अमेरिका द्वारा प्रतिबंधित किसी रूसी जहाज के किसी भारतीय बंदरगाह पहुंचने से उसे कोई आपत्ति नहीं है।

भारत ने अपने इस कदम से पश्चिमी देशों खासकर अमेरिका के सभी प्रतिबंधों की धज्जियां उड़ाकर रख दी है। ये पहली बार नहीं जब भारत ने पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों को दरकिनार कर इस तरह के कदम उठाए हो। रूस-यूक्रेन युद्ध के शुरू होने के बाद से ही भारत ने अमेरिका के किसी भी प्रतिबंधों को महत्व नहीं किया। पहले भी रूस से भारत के तेल खरीदने के चलते पश्चिम देशों को काफी ज्यादा मिर्ची लगी थी, लेकिन भारत अपने स्टैंड से बिल्कुल भी डगमगाया नहीं।। पश्चिमी देश लगातार षड्यंत्र रचते रहे, भारत पर दबाव बनाते रहे, लेकिन भारत अपने हित के साथ ही रूस के साथ अपने संबंधों को ध्यान में रखकर तेल खरीदना जारी रखा। इतना ही नहीं तेल के साथ भारत रूस के कोयले के व्यापार से भी पीछे नहीं हटा।

और पढ़ें: भारत और बांग्लादेश मिलकर चीन को खदेड़ेंगे बंगाल की खाड़ी से बाहर

भारत-रूस व्यापार

भारत ने अमेरिकी प्रतिबंधों को किस तरह से आईना दिखाया यह दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार के आंकड़ों को देखकर पता चलता है। भारत और रूस के बीच होने वाला द्विपक्षीय व्यापार अब तक के अपने सबसे उच्चतम स्तर 1,822 करोड़ डॉलर पर जा पहुंचा है। जहां वित्त वर्ष 2020-21 में दोनों देशों के बीच केवल 814 करोड़ डालर का व्यापार किया गया था,  जो वित्त वर्ष 2021-22 में बढ़कर 1,312 करोड़ तक पहुंच गया था। वर्ष 2020 में रूस, भारत के व्यापारिक साझेदार के रूप में 25वें स्थान पर हुआ करता था, जो अब सातवें स्थान पर पहुंच गया है।

भारत का बांग्लादेश की सहायता करने के पीछे सबसे बड़ा कारण पश्चिमी देशों को एक खुली चुनौती देना है। ऐसा करके भारत पश्चिमी देशों के सभी प्रतिबंधों को ताक पर रखकर दूसरे देशों की सहायता के लिए आगे आ रहा है। इससे भारत ने पश्चिमी देशों के घमंड  को धूल चटाने का काम किया है।

और पढ़ें: क्या चीन-रूस की बढ़ती मित्रता भारत के लिए ख़तरा है? बिल्कुल भी नहीं! 

 

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: nuclear shipmentअमेरिकाबांग्लादेश परमाणु ऊर्जा संयंत्रभारतरूस-यूक्रेन युद्ध
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

हिन्द स्वराज के लेखक : शिक्षा एवं विशेषता

अगली पोस्ट

द्रौपदी द्वारा कर्ण को स्वयंवर में नकारने का जानिए वास्तविक कारण

संबंधित पोस्ट

खामेनेई और डोनाल्ड ट्रंप
विश्व

ईरान पर अमेरिका का हमला: क्या ‘स्ट्रेट ऑफ हॉर्मुज़’ को बंद कर बदला लेंगे खामेनेई?

22 June 2025

रविवार की सुबह जब लोग सो कर उठे (ज़्यादातर लोग रविवार को देर तक सोने के लिए इस्तेमाल करते हैं) तो उन्हें ईरान-इजराइल के बीच...

अमेरिका के हमलों को जहां नेतन्याहू ने ऐतिहासिक बताया है तो वहीं ईरान ने इनकी निंदा की है
विश्व

ईरान में न्यूक्लियर साइट्स पर US की स्ट्राइक: जानें कहां व कैसे हुए ये हमले और ट्रंप, नेतन्याहू व ईरान ने क्या कहा?

22 June 2025

अमेरिका ने ईरान में तीन प्रमुख न्यूक्लियर साइट्स फोर्दो, नतांज और एस्फाहान पर बम और मिसाइल से हमले किए हैं जिसके बाद इज़रायल-ईरान संघर्ष के...

2025 के इंडो-पाक युद्ध
AMERIKA

भारत-पाकिस्तान संघर्ष ने अमेरिका की छवि को किया धूमिल

22 June 2025

2025 में हुए चार दिवसीय इंडो-पाक युद्ध का प्रभाव केवल भारतीय उपमहाद्वीप तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसने वैश्विक स्तर पर अमेरिका की दोबारा नेतृत्व...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

when the God leaves the temple to be with his devotees.

when the God leaves the temple to be with his devotees.

00:05:31

R.P. Singh Exposes AAP: Following Indira's Model of Separatist Appeasement?

00:11:04

kamakhya Devi and the Power of Menstruation: Ambubachi Mela Explained.

00:04:47

From love to murder- how five plots took down raja raghuvanshi

00:04:38

Marriage gone murderous: expert explains the gruesome murder case.

00:13:01
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited