Kal Kise Kahate Hain :काल किसे कहते हैं परिभाषा एवं प्रकार
स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Kal Kise Kahate Hain में साथ ही इससे जुड़े परिभाषा एवं प्रकार के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें
काल की परिभाषा –
काल का अर्थ समय होता हैं।अर्थात क्रिया के होने या करने के समय को काल कहते हैं तथा क्रिया के जिस रूप में कार्य करने या होने के समय का बोध होता हैं उसे काल कहते हैं।
काल के प्रकार-
- भूतकाल
- वर्तमानकाल
- भविष्यकाल
वर्तमान काल –
परिभाषा – जो वर्तमान समय यानी चालू समय में जो हो रहा है उसे वर्तमान काल कहते हैं।
उदाहरण –
- अनुज बाजार जाता है
- प्रिया स्कूल जाती है
- वह गाना गा रहा है।
- सीता खा रही है।
- मैं खेल रहा हूं।
- में गांव जा रहा हु।
- में मुंबई जा रहा हु।
- वह खेल रहा हैं।
- राधा सो रही हैं।
भूतकाल –
क्रिया के जिस रूप में बीते हुए समय की बात की जाये उससे भूतकाल कहते हैं।
उदाहरण –
- अनुज कानपुर गया था।
- अमित अपने नाना जी के घर गया था।
- अनुज कानपुर में पढ़ता था।
- मेरे चाचा जी मुझे कहानी सुनाते थे।
- नीलू पूजा करने गई थी।
- वह बच्चा खेल रहा था।
- वह कल भूखा ही सो गया था।
- जीवन खा चुका था।
- पाठ पढ़ लिया था।
- बाजार गया था।
- राम ने रावण का वध किया।
- नाना जी कहानी सुना रहे थे।
भविष्य काल –
क्रिया का वह रूप जिससे कार्य का भविष्य में होने का पता चले उसे भविष्य काल कहते हैं। क्रिया के जिस रुप से काम का आने वाले समय के के बारे में पता चलता हो वह भविष्य काल की क्रिया कहलाती है।
उदाहरण –
- अनुज कल कानपुर जाएगा।
- वह पूरा काम कल करेगा।
- अमित काल घर जाएगा।
- कल हम घूमने जायेगे।
- कल शायद बारिस होगी।
- कल मैं मिठाई खिलाऊंगा।
- कल से वर्ल्डकप सुरु होगा।
- वह कल घर जाएगा।
- मैं समय पर काम पूरा कर लूंगा।
- चिंटू कल कसौली जाएगा।
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