Kalpana Chawla Biography in Hindi : कल्पना चावला बायोग्राफी इन हिंदी : शिक्षा एवं पुरस्कार
स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Kalpana Chawla Biography in Hindi साथ ही इससे जुड़े शिक्षा एवं पुरस्कार के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें
नाम | कल्पना चावला |
जन्म | 1 जुलाई, 1961 |
माता का नाम | संज्योथी चावला |
पिता का नाम | बनारसी लाल चावला |
जन्म स्थान | करनाल |
पति का नाम | जीन पिएरे हैरिसन |
पेशा | इंजीनियर, टेक्नोलॉजिस्ट |
मृत्यु | 1 फरवरी, 2003 |
प्रारंभिक जीवन –
कल्पना चावला का जन्म हरियाणा के करनाल शहर में 17 मार्च 1962 को हुआ था। उनके पिता का नाम बनारसी लाल चावला और माता का नाम संजयोती है। कल्पना अपने परिवार में चार भाई-बहनो मे सबसे छोटी थीं। कल्पना की प्रारंभिक शिक्षा करनाल के “टैगोर बाल निकेतन सीनियर सेकेंडरी स्कूल” मे हुई। बचपन से ही उन्हें एरोनाटिक इंजीनियर बनने का शौक था। उनके पिता उन्हें डॉक्टर या शिक्षिका बनाना चाहते थे पर कल्पना बचपन से ही अंतरिक्ष में भ्रमण करने की कल्पना किया करती थी।
शिक्षा –
कल्पना चावला के प्राथमिक शिक्षा टैगोर पब्लिक स्कूल,करनाल से हुई।आगे की पढ़ाई के लिए वैमानिक अभियान्त्रिकी में पंजाब इंजिनियरिंग कॉलेज, चंडीगढ़, भारत से करते हुए 1982 में अभियांत्रिकी स्नातक की उपाधि प्राप्त की।वे संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए 1982 में चली गईं और 1984 वैमानिक अभियान्त्रिकी में विज्ञान निष्णात की उपाधि टेक्सास विश्वविद्यालय आर्लिंगटन से प्राप्त की। कल्पना ने 1986 में दूसरी विज्ञान निष्णात की उपाधि प्राप्त की और 1988 में कोलोराडो विश्वविद्यालय बोल्डर से वैमानिक अभियंत्रिकी में विद्या वाचस्पति की उपाधि ग्रहण की ।अन्तरिक्ष यात्री बनने से पहले वे एक सुप्रसिद्ध नासा कि वैज्ञानिक थी।
पुरस्कार –
- कांग्रेशनल अंतरिक्ष पदक के सम्मान।
- नासा अन्तरिक्ष उड़ान पदक।
- नासा विशिष्ट सेवा पदक।
अंतरिक्ष यात्रा –
- 19 Nov 1997 में पहला अंतरिक्ष मिशन, अंतरिक्ष शटल कोलम्बिया की एसटीएस-87 से शुरू हुआ। इस मिशन में वे 6 अंतरिक्ष यात्री दल का हिस्सा बनी।
- कल्पना चावला ने अपने पहले मिशन में04 करोड़ किलोमीटर का सफर तय कर 365 घण्टों में पृथ्वी की 252 परिक्रमा पूर्ण की।
- कल्पना चावला का दूसरा मिशन 16 Jan. 2003 में अंतरिक्ष शटल कोलम्बिया की एसटीएस-107 से शुरू हुआ। इस मिशन के दौरान उनकी टीम ने करीब 80 प्रयोग किये।
- यह दूसरी अंतरिक्ष यात्रा ही उनकी आखरी यात्रा बन गयी। उनका यान पृथ्वी के वातावरण में वापस आते ही हादसे का शिकार हो गया। 1 Feb 2003 को कोलम्बिया अंतरिक्षयान पृथ्वी की कक्षा में प्रवेश करते ही टूटकर बिखर गया। और उसमे सवार अंतरिक्ष यात्री दल के सातों यात्री अंतरिक्ष में ही विलीन हो गए।
मृत्यु –
कल्पना चावला की दूसरी अंतरिक्ष यात्रा ही उनकी अंतिम यात्रा साबित हुई। 16 दिन की अंतरिक्ष यात्रा पूरा कर लौट रहा अमरीकी अंतरिक्ष यान कोलंबिया में 1 फरवरी 2003 को धरती से 63 किलोमीटर की ऊंचाई पर पृथ्वी के वायुमंडल मे प्रवेश करते ही टूटकर बिखर गया।और देखते ही देखते अंतरिक्ष यान और उसमें सवार सातों यात्रियों की मौत हो गई।
तथ्य –
- प्रथम भारतीय अमरीकी अन्तरिक्ष यात्री जन्म यहाँ भारत में हुआ
- 1994 में कल्पना का अन्तरिक्ष यात्री के रूप में चयन
- अमरीकी डाक्टरेट और एरोस्पेस इंजिनयरिंग में एम् एस
- अन्तरिक्ष में जाने वाली दूसरी भारतीय महिला. पहले यात्री राकेश शर्मा थे
- फ्रांसीसी जान पियर से शादी जो एक फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर थे
- स्पेस शटल की यह 13वीं उड़ान थी
- सन २००३ में सम्पन स्पेस शटल की 5 वी उड़ान
- 1986 में चैलेंजर दुर्घटना के बाद की 88वी शटल उड़ान
- यह मिशन अल्फा स्टेशन की असेम्बली के लिए नहीं था
- कोलम्बिया स्पेस शटल की 28वीं उड़ान
- शटल का 85 वी दिन का प्रमोचन
- केनेडी स्पेस सेंटर की 62 वी पूर्व निर्धारित लेंडिंग
- 96 दिन की लेनिदंग
- केंडी स्पेस सेंटर में 48 वि दिन लैंडिंग
FAQ–
Ques- कल्पना चावला कौन हैं?
Ans –कल्पना चावला 1997 में अंतरिक्ष में जाने वाली पहली भारतीय मूल की महिला थीं। उन्होंने 1 फरवरी 2003 को अपना जीवन खो दिया, जब अंतरिक्ष शटल कोलंबिया नष्ट हो गया था।
Ques-भारत की पहली अंतरीक्ष मे जानेवाली महिला अंतरीक्ष यात्री कौन है?
Ans-कल्पना चावला।
Ques-कल्पना चावला का जन्म कब हुआ था?
Ans-कल्पना चावला का जन्म 17 मार्च 1962 को करनाल, भारत में हुआ था।
Ques- कल्पना चावला को मिले पुरस्कार?
Ans – उन्हें मरणोपरांत कांग्रेसनल स्पेस मेडल ऑफ ऑनर, नासा स्पेस फ्लाइट मेडल और नासा विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया।
आशा करते है कि Kalpana Chawla Biography in Hindi के बारे में सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आएगा एवं ऐसे लेख पढ़ने के लिए हमसे फेसबुक के माध्यम से जुड़े।