Devi Chi Aarti श्री दुर्गा देवीची आरती : पूजन एवं सामग्री लिस्ट
स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Devi Chi Aarti साथ ही इससे जुड़े पूजन एवं सामग्री लिस्ट के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें
श्री दुर्गा देवीची आरती
दुर्गे दुर्घट भारी तुजविण संसारी।
अनाथ नाथे अम्बे करुणा विस्तारी।
वारी वारी जन्म मरणांते वारी।
हारी पडलो आता संकट निवारी॥
जय देवी जय देवी महिषासुर मथिनी।
सुरवर ईश्वर वरदे तारक संजीवनी॥
त्रिभुवन-भुवनी पाहता तुज ऐसी नाही।
चारी श्रमले परन्तु न बोलवे काही।
साही विवाद करिता पडले प्रवाही।
ते तू भक्तालागी पावसि लवलाही॥
जय देवी जय देवी महिषासुर मथिनी।
सुरवर ईश्वर वरदे तारक संजीवनी॥
प्रसन्न वदने प्रसन्न होसी निजदासा।
क्लेशांपासुनि सोडवि तोडी भवपाशा।
अम्बे तुजवाचून कोण पुरविल आशा।
नरहरी तल्लिन झाला पदपंकजलेशा॥
जय देवी जय देवी महिषासुर मथिनी।
सुरवर ईश्वर वरदे तारक संजीवनी॥
Durge durghat bhari tujvin sansari II
Anathnathe ambe karuna vistari II
Vari vari janam marante vari II
Hari padalo ata sankat nivari II 1 II
Jaya devi jaya devi mahisha surmathini II
Survar ishwar varde tarak sanjivani II Dhr. II
Tujaveen bhuvani pahata tuj aise nahi II
Chari shramale parantu n bolve kahi II
Sahi vivad karita padile pravahi II
Te tu bhaktalagi pavasi lavlahi II 2 II
Prasanna vadane prasanna hosi nijdasa II
Kleshapasuni sodivi todi bhavpasha II
Ambe tujvachun kon purvil asha II
Narhari tallin jhala padpankajlesha II 3 II
पूजन सामग्री लिस्ट –
- धूप बत्ती
- अगरबत्ती
- कपूर
- केसर
- चंदन
- यज्ञोपवीत 5
- कुंकू
- चावल (अक्षत)
- अबीर
- गुलाल (लाल रंग, पीला रंग, गुलाबी रंग)
- अभ्रक
- हल्दी
- आभूषण
- रुई
- रोली
- सिंदूर
- सुपारी
- पान के पत्ते (शुद्ध व साबुत)
- पुष्पमाला
- कमलगट्टे
- तुलसी माला
- धनिया खड़ा
- सप्तमृत्तिका
- सप्तधान्य
- कुशा व दूर्वा
- पंच मेवा
- गंगाजल
- शहद (मधु)
- शकर
- घृत (शुद्ध घी)
- दही, दूध
- ऋतुफल
- नैवेद्य या मिष्ठान्न (पेड़ा, मालपुए इत्यादि)
- इलायची (छोटी)
- लौंग, मौली
- इत्र की शीशी
- सिंहासन (चौकी, आसन)
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