हमारे देश में अनेक पप्पू नाम के लोग हैं। लेकिन राजनीति में ‘पप्पू’ नाम अपना एक अलग ही महत्व है। यूपी में कुछ लोग अखिलेश यादव को ‘पप्पू’ कहते हैं, कुछ लोग महाराष्ट्र में आदित्य ठाकरे को ‘पप्पू’ नाम से पुकारते हैं और दिल्ली वाले से ‘पप्पू’ तो आप भलि भांति परिचित ही होंगे। लेकिन आज हम बात न अखिलेश की बात करे रहे हैं और न ही आदित्य ठाकरे की। हम यहां बात कर रहे हैं कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी की, जोकि बौखलाए के कारण उलजलूल बातें कर रहे हैं।
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ब्राह्मणों को लेकर दिया विवादित बयान
दरअसल, जनता दल (सेकुलर) नेता एचडी कुमारस्वामी ने हाल ही में RSS पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी को मुख्यमंत्री बनाने का षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है। कुमारस्वामी यहीं नहीं रुके उन्होंने इस दौरान ब्राह्मण समुदाय को लेकर भी विवादित बयान दे डाला। एचडी कुमारस्वामी ने प्रह्लाद जोशी को संस्कृति विहीन और समाज को बांटने वाले ब्राह्मण समुदाय का हिस्सा बताया था। उन्होंने कहा था कि
कुमारस्वामी ने कहा कि प्रह्माद जोशी उस ब्राह्मण समुदाय से नहीं हैं जो दक्षिण कर्नाटक के हैं। वह उस संप्रदाय के हैं जिन्होंने पेशावर में भगवान की मूर्तियों को तोड़ा था।
इस बयान के बाद कुमारस्वामी विवादों में घिर गये। एक तरफ तो इस बयान को लेकर भाजपा के द्वारा उन पर पलटवार किया जा रहा है तो दूसरी ओर उनके इस बयान को लेकर विरोध प्रदर्शन भी शुरू हो गये हैं। कुमारस्वामी के बयान पर कर्नाटक के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कटील ने कहा कि इस तरह का बयान पूर्व मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देता। साथ ही ब्राह्मण समूहों ने गुरुवार को कोप्पल और गंगावती में विरोध प्रदर्शन किया।
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बाद में ले लिया यूटर्न
विवादों में घिरने के बाद लीपापोती करते हुए एचडी कुमारस्वामी ने यूटर्न लेते हुए कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया और उन्होंने सभी ब्राह्मणों को दोषी नहीं ठहराया था। उन्होंने कहा कि उनके पास हमेशा कुछ प्रतिष्ठित धर्म गुरुओं की तस्वीरें रहती हैं, जो ब्राह्मण समुदाय से हैं। कुमारस्वामी ने कहा, मैंने कभी जाति आधारित राजनीति नहीं की। जब भी लोग सहायता के लिए मुझसे संपर्क करते हैं तो मैंने कभी लोगों से उनकी जाति नहीं पूछी। मैं उनमें से नहीं हूं जो लोगों को उनकी जाति के लिए अपमानित करें। ब्राह्मण समुदाय सुसंस्कृत तरीके से जीवन व्यतीत कर रहा हैं। कुमारस्वामी आगे यह भी कहते हैं कि उन्होंने अपने बयान में केवल उन लोगों का जिक्र किया था जिन्होंने श्रृंगेरी में चंद्रमौलेश्वर मंदिर पर हमला किया था। जिस वर्ग ने महात्मा गांधी और मराठा शासक शिवाजी की हत्या की थी।
यहां गौर करने वाली बात है कि कर्नाटक में शीघ्र ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। एक तरफ कर्नाटक में भाजपा की स्थिति काफी मजबूत है। संभावना तो यही जताई जा रही है कि कर्नाटक में भाजपा की ही सत्ता में वापसी होगी। तो जीडीएस की स्थिति डामाडोल है, जिसके कारण कर्नाटक के पप्पू यानी एचडी कुमारस्वामी की बौखला रहे हैं। उनकी यह बौखलाहट स्पष्ट तौर पर नजर आ रही है, जिसके चलते ही वो इन दिनों कुछ भी बोलते नजर आ रहे हैं। अब ब्राह्मण को लेकर विवादित बयान देकर एचडी कुमारस्वामी ने जिस तरह से नई मुसीबत मौल ले ली है, उसके देखते हुए तो ऐसा ही लगता है कि इसका परिणाम उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में भी भुगतना पड़ सकता है।
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