आपत्तिजनक सामग्री को प्रस्तुत करने वाले कॉमेडियन का समर्थन करने के बाद से ही कोटक बैंक निशाने पर है

यह एक गलत रीति का परिचायक है

Kotak Mahindra Bank Ad campaign

SOURCE TFI

Kotak Mahindra Bank Ad campaign: कभी कभी आपका एक गलत कदम या प्रयोग आपकी समस्त अच्छाईयों को ढक लेता है। आप हृदय के कितने भी स्वच्छ हो, यदि वो एक भूल सबकी चर्चा का विषय बन जाए, तो फिर सब व्यर्थ है। कुछ ऐसी ही घटना घटी है कोटक महिंद्रा बैंक के साथ। इस लेख में हम जानेंगे कोटक बैंक द्वारा यूट्यूबर एवं कथित कॉमेडियन तन्मय भट्ट को अपने विज्ञापन (Kotak Mahindra Bank Ad campaign) हेतु नियुक्त करने के विवादित निर्णय के बारे में और जानेंगे कि कैसे यह एक गलत रीति का परिचायक है।

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विवादों से गहरा नाता

हाल ही में कोटक महिंद्रा बैंक ने एक प्रोमोशनल (Kotak Mahindra Bank Ad campaign) अभियान चलाया, जिसे काफी विरोध के बाद वापस भी ले लिया गया। असल में इस अभियान का एक प्रमुख चेहरा थे तन्मय भट्ट, जो एक चर्चित यूट्यूबर है, और एक समय AIB नामक ग्रुप का कर्ताधर्ता भी था। ये ग्रुप अपने अडल्ट कॉमेडी के लिए सुर्खियों में रहता था, और कई बार विवादों के घेरे में भी आ चुका था। साल 2018 में मी टू अभियान के बाद ये ग्रुप बंद हो गया था।

तन्मय भट्ट का विवादों से गहरा नाता रहा है। AIB के सदस्य होने के अलावा ये कई बार अपने आपत्तिजनक कंटेंट के चक्कर में सोशल मीडिया पर खूब आलोचना के घेरे में आये हैं। ऐसे में जब Kotak Mahindra Bank ने इन्हें अपने Ad campaign के लिए चुना, तो प्रश्न उठना स्वभाविक था।

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सुषमा स्वराज को भी अश्लील मैसेज

AIB ग्रुप के सबसे लोकप्रिय चेहरे और AIB कंपनी के सीईओ तन्मय भट्ट पर पहले भी कई बार महिलाओं के साथ अभद्रता के आरोप लग चुके हैं। यही नहीं तन्मय ने पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को भी अश्लील मैसेज भेजे थे।

ये तो मात्र प्रारंभ है, तन्मय भट्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आपत्तिजनक तस्वीर पोस्ट करके भी विवादों में फंस चुके हैं। इसके अलावा तन्मय ने दो मिनट के स्नैपचैट वीडियो में क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर और लता मंगेशकर के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था, जिसके लिए उसे सोशल मीडिया पर खूब खरी खोटी सुनाई गई थी। उन्हें सोशल मीडिया पर जमकर लोगों का विरोध झेलना पड़ा और खूब ट्रोल भी किया गया था। इतना ही नही NCP ने उनके खिलाफ प्रोटेस्ट किया और उनका पुतला भी जलाया था।

इसके अतिरिक्त तन्मय भट्ट के AIB ग्रुप का नाम तब सुर्खियों में आया जब साल 2018 में महिमा कुकरेजा नाम की एक कॉमेडियन ने यूट्यूबर उत्सव चक्रवर्ती पर कई सारी महिलाओं को अश्लील मैसेजेस और फोटोज भेजने का आरोप लगाया था। उत्सव उस समय AIB के साथ फ्रीलैंसर के तौर पर जुड़े थे और तन्मय भट्ट उस समय एआईबी के सीईओ थे।

मगर मामला तब ज्यादा संगीन हो गया जब ये पता चला कि तन्मय समेत AIB के कई सारे कॉमेडियन्स को उत्सव की सच्चाई पता थी मगर इसके बाद भी सब उसके साथ काम करते रहे था। इसका नुकसान तन्मय भट्ट को भी उठाना पड़ा और उन्हें कॉमिकस्तान के दूसरे सीजन के जजेस के पैनल से हटा दिया गया।

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ग्रुप की प्रतिष्ठा पर सवाल

धीरे धीरे इस ग्रुप की प्रतिष्ठा पर सवाल उठने लगे थे। AIB के गैर जिम्मेदाराना रवैये को लेकर सवाल उठ रहे थे। ये गैरजिम्मेदाराना रवैया एआईबी के अस्तित्व पर खतरा बन चुकी था। ऐसे में अंततः AIB को बड़ा कदम उठाते हुए कंपनी के सीईओ और को-फाउंडर तन्मय भट्ट और को-फाउंडर गुरसिमरन खम्बा को बाहर का रास्ता दिखाना पड़ा।

तो क्या अब विवादित तन्मय भट्ट को पुनः मुख्यधारा में लाने का प्रयास है? इस ओर संकेत देते हुए बहुचर्चित अभिनेत्री कंगना रनौत ने भी ट्वीट किया, “ज्यादातर दक्षिणपंथी विचारकों के साथ समस्या यह है कि वे वामपंथियों की पसंद को अपनी गलती मानते हैं। कृपया समझें कि तन्मय को उसी ब्रांड मैच के रूप में चुना गया है, जिस पर आप आपत्ति जता रहे हैं : चाइल्ड पोर्न. ये एक बहुत बड़ी इंडस्ट्री है, जिसका प्रमाण आप संयुक्त राज्य अमेरिका के वामपंथी एवं पूरे देश में डेमोक्रेट पार्टी के कारनामों में देख सकते हैं” परंतु कंगना वहीं पे नहीं रुकी। उन्होंने आगे ट्वीट किया, “सवाल यह नहीं है कि वे क्या कर रहे हैं।

सवाल यह है कि हम क्या कर रहे हैं? चाइल्ड पोर्न प्राथमिक कारणों में से एक था जिसके कारण @elonmusk ने ट्विटर का प्रबंधन संभाला। इस तरह दक्षिणपंथियों को अपने स्वयं के व्यक्तिगत / वित्तीय अच्छे / लाभ की कीमत पर भी चीजों को बनाने की आवश्यकता है। हमें रणनीतियों / कार्यों की आवश्यकता है। यदि सिस्टम समर्थन नहीं दे रहा है तो हमें इसे व्यक्तिगत रूप से करने की ज़रूरत है”। तो क्या कुछ लोग पब्लिक की कथित “शॉर्ट मेमोरी” का लाभ उठा रहे हैं? हो भी सकता है।

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तन्मय भट्ट पर आरोप

आप स्वयं देखिये, जब कॉमेडियन अदिति मित्तल भी AIB संग जुड़ी थीं तो उन्होंने भी इस पूरे मामले पर रिएक्ट किया और सीधा तन्मय भट्ट पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब वे AIB का हिस्सा थीं उस दौरान उन्हें कुछ ऐसी बातें कही गई थीं कि वे डिप्रेशन में चली गई थीं और इतना सहमी थीं कि एक साल तक कोई काम नहीं कर पाई थीं। उन्होंने इस दौरान कई सारे खुलासे किए थे जिसके बाद AIB और तन्मय भट्ट की छवि को और नुकसान पहुंचा था।

लेकिन अब तन्मय एक यूट्यूबर है, जो ठीक ठाक कमा लेते हैं, और तो और एक इंफ्लुएंसर भी बन चुके हैं, जिसे आधार पर उनके पिछले कर्मों को भुलाकर उन्हे अवसर दिये गए। ये तो वही बात हुई कि देश का विभाजन और हम जिन्ना की मृत्यु का दुख मनाएं। ऐसे में क्या उक्त कंपनियों के लिए तन्मय के कांड रात गई, बात गई जैसे हो चुका है?

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