BBC के ‘देसी रक्षकों’ पर आग की तरह बरसे हैं अदनान सामी, ट्विटर पर वाचाल वामपंथी नि:शब्द हो गए

एक-एक को पकड़-पकड़कर अदनान सामी उत्तर दे रहे हैं।

Pak born Adnan Sami takes on "Desi protectors" of BBC

Source: Mashable India

अदनान सामी बीबीसी पोस्ट: भारत एक ऐसा देश हैं, जहां देशद्रोहियों और वामपंथी की कभी भी कमी नहीं रही। कभी यही वामपंथी हाफिज सईद के प्रिय हो जाते हैं तो कभी भारत विरोधी एजेंडा चलाने वाली बीबीसी के चरण चाटते हुए दिखते हैं।

दूसरी ओर इसी मिट्टी का वैभव  है जोकि बाहर से आकर भारत की नागरिकता लेने वालों को भरपूर मिलता है, इतना प्यार कि वो बाहरी भारत के वामपंथियों की लंका लगाने लगता है। पाकिस्तान की नागरिकता को लात मारकर भारत माता के चरणों में आए प्रसिद्ध गीतकार ने भी कुछ ऐसा ही किया है।

बीबीसी का भारत विरोधी एजेंडा निरंतर चलता रहता है। हाल ही में इसके दिल्ली स्थित ठिकानों पर भारतीय आयकर विभाग की टीम ने छापेमारी की, जो तीन दिन तक चली और लंबी जांच के दौरान कुछ अहम दस्तावेज भी जब्त किए गए।

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बीबीसी के लिए मैदान में वामपंथी

बताया गया है कि बीबीसी आयकर के मामले में काफी भ्रष्टाचार कर रही है, जिसके चलते ही उसके अकाउंट्स तक की जांच की जा सकती है। हालांकि इनकम टैक्स की टीम ने इसे एक नियमित सर्वे बताया है, लेकिन कुछ वामपंथी समूह के लोगों को यह सर्वे काफी चुभा है। ऐसे में वामपंथी मोदी सरकार के विरोध करने के चक्कर में अनाप-शनाप बोलने लगे। इन वामपंथियों को गीतकार अदानान सामी ने जोरदार जवाब दिया है।

ट्विटर पर ये सारा विवाद तब शुरू हुआ जब अदनान सामी ने बीबीसी पर आई-टी छापे को लेकर पत्रकार निधि राजदान की पोस्ट पर कमेंट किया था। निधि राजदान ने आरोप लगाया था कि इनकम टैक्स ने बीबीसी पर छापेमारी इसलिए की क्योंकि बीबीसी ने पीएम मोदी और गुजरात दंगों को लेकर एक डॉक्यूमेंट्री बनाई थी, जिस पर भारत में बैन लगा और काफी विवाद हुआ था। उन्होंने इस कार्रवाई को जी-20 सम्मेलन से पहले भारत के खत्म होते लोकतंत्र की गलत छवि बताया था।

आकाश बनर्जी को उत्तर

अदनान सामी ने इस मुद्दे पर निधि राजदान के हार्वर्ड मामले का जिक्र करते हुए चुटकी ली। जब एक वामपंथी पर अदनान सामी ने चुटकी ली तो दूसरे कैसे शांत रह सकते थे। अदनान सामी के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए यूट्यूबर आकाश बनर्जी ने उन्हें ‘पाकिस्तानी फौजी ब्रैट’ बोला।

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आकाश बनर्जी यह दिखाने की कोशिश कर रहे थे कि अदनान ने पाकिस्तान से आकर नागरिकता ली है। इसको लेकर अदानान ने उन्हें ही धो दिया और कहा, ‘मैं तो शुक्रगुजार हूं, समस्या यह है कि आप जैसे लोग अपने ही देश को बदनाम करने में एक पल की देरी नहीं करते हैं।”

वामपंथी लॉबी पर बरसे सामी

अदानान के इस जवाब पर मोहम्मद जुबैर भी कूद पड़े। उन्होंने आरोप लगाया कि अदनान सामी ने एक बार ट्वीट किया था कि वो सदैव बीबीसी के ऋणी हैं, जिन्होंने आपकी प्रतिभा की खोज की और आपको दुनिया से परिचित कराया। जिसने आपको भारतीय नागरिकता प्राप्त करने में मदद की। मोहम्मद जुबैर अदनान पर हमले की नई नौटंकी की कोशिश  कर रहे थे लेकिन अदनान ने उन्हें ही धोबी पछाड़ दे दिया।

अदनान सामी ने कहा कि वे आज भी बीबीसी के शुक्रगुजार हैं। उन्होंने कहा कि वह 1976 में था। वह एक अलग समय था और उसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं था और वह भी 2023 में तो इसका कोई मतलब नहीं है।

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अदनान सामी जुबैर की मौज लेते हुए कहा कि बीबीसी ने तो उनकी नागरिकता ग्रहण करने में कोई भूमिका नहीं निभाई है, यह तो जुबैऱ भी जानते हैं। जुबैर से अदनान ने कहा कि यदि वे इतना भी नहीं समझते तो थोड़े और बड़े हो जाएं और ज्ञान ग्रहण करें।

 

इतनी बेइज्जती के बाद भी जुबैर नहीं सुधरे और एक वीडियो निकालकर कहा कि अदनान ने जनवरी 2023 में ही यह कहा था और यह बात हालिया इंटरव्यू की ही है। इस पर अदनान ने बाल की खाल और उसके डीएनए के पीछे पड़े जुबैर को जोरदार शाब्दिक तमाचा दिया। उन्होंने जुबैर की पीछे पड़ने की आदत और पिछले जवाबों की खीझ को समेटते हुए जुबैर को मूर्ख तक कह दिया। उन्होंने कहा कि जुबैर अभी भी पश्चिम से स्वीकृति के लिए परेशान है क्योंकि उनकी सोचन उपनिवेशित वाली है।

सटीक शब्दों में कहें तो अदनान सामी ने उन सभी लोगों को करारा जवाब दिया है जो, मोदी सरकार के विरोध की आड़ में भारत का विरोध करने से भी नहीं चूक रहे हैं।

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