BBC Punjabi twitter withheld: पिछले कुछ समय पहले दुबई से ड्राइवरी करके लौटे पंजाब के एक 30 वर्षीय युवक ने खूब सुर्खियां बटोरी थी। सुर्खियां का कारण उसका भारत विरोधी बातें करना था। जिसमें वो पंजाब को भारत से अलग करने की बातें करता था। वो हमारे देश की कानून व्यवस्था चुनौती दे रहा था। वो भारत की अखंडता को ठेस पहुंचाने की बातें कर रहा था। जैसे ही उसकी मंशा और भारत विरोधी बातें लोगों और सरकार के कानों तक पहुचीं और सरकार ने अनुभव किया कि ये व्यक्ति और इसकी विचारधारा का समर्थन करने वाले लोगों का इस प्रकार खुला घूमना भारत के हित में नही है। तो भारत सरकार के निर्देश अनुसार पुलिस ने अपना एक्शन प्रारंभ कर दिया।
परिणामस्वरुप 30 वर्षीय खालिस्तानी अमृतपाल सिंह बहरूपिया बनकर इधर उधर भटने को विवश हो गया है।
भारत के इस सख्त रवैये और पुलिस के एक्शन में देख विश्वभर में बैठे खालिस्तानियों को ईकोसिस्टम हिल गया है और जिसके बाद से खालिस्तानी समर्थक सोशल मीडिया के माध्यम से भारत का दुष्प्रचार करने में जुट गए और जैसा कि आपको पहले भी बताया इन सब को लेकर भारत सरकार सतर्क है और ऐसे तत्वों के विरुद् कार्रवाई करने में भी पीछे नही रही ओर अब कार्रवाई (BBC Punjabi withheld) के कड़ी में एक नाम जुड़ गया “BBC PUNJABI” का
इस लेख में कि कैसे भारत ने देश के विरुद्ध दुष्प्रचार करने वाले विदेशी मीडिया समूह बीबीसी पर कड़ा एक्शन (BBC Punjabi twitter withheld) लिया है और इस एक्शन का देश में चल रहे खालिस्तान के प्रकरण से क्या कनेक्शन है। तो अविलंपब आरंभ करते है।
पिछले कुछ समय से खालिस्तान का प्रकरण लोगों के बीच वायरल है। भारत में खालिस्तान बनाने की मांग करने वाले खालिस्तानियों को जब से भारत ने सबक सिखाया है। तब विश्व के अलग देशों में फैले ये खालिस्तान भारत के विरुद्ध विष उगलने का काम रहे हैं। लेकिन भारत की व्यवस्थाएं इतनी तन्दुरुस्त हैं कि जो खुलेआम खालिस्तानी के पक्ष में नारेबाजी करते थे ओर बड़े बड़े दावे करते थे वो आज बेहरुपिया बन बैठे हैं और खालिस्तानियों की इस स्थिती से हम आपको कई बार परिचित करा चुके हैं।
ऐसे में अब हम आपको ताजा घटनाक्रम से परिचित कराते हैं जो बीबीसी से जुड़ा है। दरअसल, हुआ ये है कि भारत विरोधी एंजेड़ा चलाने के लिए प्रख्तात बीबीसी पर भारत में ठोस एक्शन लिया गया है। बीबीसी पंजाबी न्यूज के ट्विटर अकाउंट पर भारत में रोक (BBC Punjabi twitter withheld) लगा दी गई है। कई घंटों के निलंबन के बाद बीबीसी न्यूज़ पंजाबी का ट्विटर अकाउंट बहाल कर दिया गया, लेकिन बीबीसी पर भारत में हुई इस कार्रवाई को किसी सामान्य कार्रवाई की तरह नही देखा जा सकता।
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BBC पर एक बार फिर एक्शन
देखिए बीबीसी का भारत के मामले में ट्रेक रिकॉर्ड अच्छा नही है। अक्सर कई अवसरों पर भारत के विरोध दुष्प्रचार फैलाने में उसकी संतलिप्ता पायी जाती रही है। यही कारण है कि बीबीसी पर समय समय पर भारत में कार्रवाईयां होती रही हैं। बीबीसी का भारत विरोधी एजेंडा निरंतर चलता रहता है। कुछ समय पूर्व ही इसके दिल्ली स्थित ठिकानों पर भारतीय आयकर विभाग की टीम ने छापेमारी की थी, जो तीन दिन तक चली और लंबी जांच के दौरान कुछ अहम दस्तावेज भी जब्त किए गए थे।
इससे पहले इस विवादित मीडिया समूह ने भारत विरोधी एक दो पार्ट की डॉक्यूमेंट्री बनाई थी- जिसका नाम दिया गया- ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्न’। इस डॉक्यूमेंट्री के दोनों पार्ट में सिर्फ एक एजेंडा लेकर बीबीसी चली- मोदी को मुस्लिमों का दुश्मन साबित करना। मोदी को मुस्लिमों का विरोधी सिद्ध करना। मोदी के शासन में मुस्लिमों पर बहुत अत्याचार हो रहे हैं- यह सिद्ध करना। इस डॉक्यूमेंट्री का तथ्यों और फेक्ट्स से दूर दूर तक कोई नाता नही है।
इसका कोरा एजेंडा मोदी विरोध था और भारत की छवि को वैश्विक और राष्ट्र स्तर पर धूमिल करना था। लेकिन समय रहते भारत ने बीबीसी के इस एंजेड़े पर नकेल कस दी और इसे भारत में बैन कर दिया। हालांकि बीबीसी के एंजेड़े पर हुए इस प्रहार के बाद देश के वामपंथियों को गहरा खेद हुआ था। उन्होंने सोशल मीडिया पर खूब आंसू बहाए थे।
खैर हम बात ताजा घटना क्रम की करते हैं। बीबीसी हुए ताजा एक्शन (BBC Punjabi twitter withheld) की बात करते हैं। दरअसल, खालिस्तान मुद्दा सरकार का सिर दर्द बना हुआ। भारत सरकार ने ये सुनिश्चित कर दिया है खालिस्तान जैसी भारत विरोधी तत्वों को भारत में पनपने नही दिया जाएगा।
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देशभर में हो रही है खालिस्तानियों पर कार्रवाई
जिसके देशभर के खालिस्तानियों के धरपकड़ की जा रही है। खालिस्तान अमृतपाल सरकार की इस कार्रवाई से भयभीत है। सरकार लगातार खालिस्तानियों को मंसूबों कूचलने की दिशा में कार्य कर रही है। देखिए आज सोशल मीडिया का दौर है और इस दौर में सोशल मीडिया के माध्यम से देश विरोधी लोगों को अपना दुष्प्रचार करना आसान हो जाता है।
खालिस्तान वाले केस में भी यही देखा जा रहा है। विदेश बैठे खालिस्तानी सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार अमृतपाल और उसके समर्थको का समर्थन करने का प्रयास कर रहे हैं. ऐसे मैं अमृतपाल के विरुद्ध हुई कार्रवाई के बाद जगमीत जैसे खालिस्तान सरगना भारत के विरोध में बातें लिख रहे थे जिसके बाद भारत सरकार ने विदेश में बैठे ऐसे खालिस्तानी सरगनाओं को सबक सिखाने का कार्य किया और अकाउंटस को भारत में सस्पैंड कर दिया गया। अब खालिस्तान जैसी देश विरोधी ताकतों पर हो रहे भारत के इन प्रहारों के बीच भारत विरोधी एंजेड़ा चलाने के लिए विख्यात बीबीसी के पंजाब भाषा के चैनल बीबीसी पंजाबी (BBC Punjabi twitter withheld) पर एक्शन लिया है। .
भारत सरकार का ये सशक्त कदम यही दर्शाता है कि भारत विरोध में दुष्प्रचार करने वाले किसी व्यक्ति या फिर किसी भी संस्था को बक्शा नही जाएगा और उसके विरुद्ध उचित से उचित कार्रवाई की जाएगी। भारत के सख्त रवैये के कारण जो खालिस्तान स्वर खूब सुनाई पड़ रहे थे उन्हें देश की एंजेसियों और पुलिस के तालमेल ने एक ही झटके में शांत करने में सफल होती दिख रही है . उम्मीद है कि भविष्य में भारत विरोधी एंजेड़ाधारियों के विरुद्ध इस प्रकार की कार्रवाई का सिलसिला ऐसे ही जारी रहेगा।
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