Project Tiger: एक समय था, जब भारत समेत संसार के कोने कोने से बाघ ऐसे गायब हो रहे थे, जैसे गधे के सर से सींग। स्थिति ऐसी थी कि 2010 आते आते कुछ 1411 ही बाघ संसार में बचे हुए थे।
परंतु वो कहते हैं न, अंधकार के बाद प्रकाश निश्चित है, वैसे ही बाघ संरक्षण में भारत की मेहनत रंग ला रही है। जो कार्य 1973 में “प्रोजेक्ट टाइगर” (Project Tiger) से प्रारंभ हुआ था, उसका सकारात्मक परिणाम अब निकल रहा है।
Project Tiger :
Roaring with Success 🐅India adds 200 tigres in 4 years.
With a total count of 3164, it has 3/4 of global countEnsuring much needed synergy between conservation & development, it’s Stripes are “Burning Bright” pic.twitter.com/TV50a4bQl1
— Major Pradeep Shoury Arya., I.R.S. SHAURYA CHAKRA (@ShouryArya) April 10, 2023
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अभी हाल ही में दिन प्रतिदिन सोशल मीडिया पर भारत के बाघ संरक्षण अभियान (Project Tiger) की भूरी भूरी प्रशंसा की जा रही है, जिसके पीछे अब बाघों की वैश्विक संख्या 3100 से अधिक हो चुकी है। सब कुछ ठीक रहा, तो 2030 तक यह संख्या 5000 के पार भी जा सकती है, जिसमें मोदी सरकार का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
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