Saudi Arabia Raw deal: पाकिस्तान मतलब आतंकवाद बस यही सत्य है। क्योंकि इससे आगे पाकिस्तान की सोचने की क्षमता ही नही है। अगर इससे कुछ अधिक कुछ उसने सोचा होता तो शायद उसके हालात ऐसे ना होते जैसे वर्तमान में बने हुए हैं। पाकिस्तान ने जो आंतक रुपी बीज बोया उससे उत्पन्न आतंकवाद की जड़े विश्वभर में फैल गईं। जिसने विश्वभर में आतंक फैलाया। पाकिस्तान द्वारा फैलाए आंतकवाद ने भारत को सर्वाधिक हानि पहुंचाई है। अब ऐसे में भारत की खुफिया एजेंसी RAW और साउदी अरब के बीच एक ऐसी डील हुई है जो पाकिस्तान के इस आतंकवाद की कमर तोड़ने का कार्य करेगी।
इस लेख में पढिये कैसे अरब और भारत की खुफिया एजेंसी RAW के बीच हुई उस डील (Saudi Arabia Raw deal) से जिससे पाकिस्तान के आतंकवाद पर कड़ाई से प्रहार सुनिश्चित किया जाएगा।
देखिए पाकिस्तान वर्तमान समय में अपने सबसे बूरे आर्थिक संकट से जूझ रहा है। उसकी कंगाली का अनुमान आप इस परिस्थिती से लगा सकते हैं कि वहां लोग दाने दाने के एक दूसरे लड़ाई लड़ने को उतारु हैं। लेकिन अगर पाकिस्तान के लोगों ने इस प्रकार की लड़ाई आंतकवाद के विरुद्ध लड़ी होती और आतंकवाद को बढ़ावा ना देकर देश के विकास को प्राथमिकता दी होती तो शायद स्थिती थोड़ी अच्छी होती । खौर अब देखिए पाकिस्तान को इस संकट की घड़ी में उसके मित्र देश भी उसके साथ खड़े नही दिखाई दे रहे हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ अपने मित्र देशों से ऋण मिलने की आशा करे बैठे हैं लेकिन, कहीं से भी ये आशा पूर्ण होती नही दिख रही है। इन कठिन परिस्थियों में पाकिस्तान के मित्र देश भी अपनी हाथ खींचते प्रतीत हो रहे हैं। इन सब घटनाओं के बीच भारत की खुफिया एजेंसी RAW जिसका नाम सुनते ही पाकिस्तान काँप उठता है और साऊदी अरब के बीच एक डील हुई है। जो पाकिस्तान पोषित आतंकवाद के काल से कम नही है।
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Saudi Arabia और भारत की खुफिया एजेंसी RAW के बीच हुई महत्वपूलर्ण Deal
दरअसल, सऊदी अरब जो कभी पाकिस्तान का पक्षधर हुआ करता था, जिसकी पाकिस्तान के साथ मित्रता चर्चा का विषय हुआ करती थी। जिस सऊदी अरब में पाकिस्तान के पोषित आतंकियों को सरलता शरण मिल जाती थी। सऊदी अरब वह देश था जो हर कठिन परिस्थिती में फंसे पाकिस्तान की सहायता किया करता था। परंतू अब वही सऊदी अरब उसके लिए भविष्य में काल सिद्ध हो सकता है। देखिए पाकिस्तान हमेशा भारत को एक दुश्मन की भाँति देखता है। हालांकि हम पाकिस्तान की तुलना भारत से करने लगे तो पाकिस्तान की अभी उतनी औकात नही हुई है जो उसकी तुलना विश्व के उभरते हुए राष्ट्र भारत से की जाए। भारत का हमेशा से पाकिस्तान के आतंकवाद को जड़ से मिटाने का लक्ष्य रहा है। हर वैश्विक मंच पर भारत ने पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर जलील किया है। जाहां अब भारत और सऊदी अरब के बीच एक डील (Saudi Arabia Raw deal) हो गई है। भारत की इंटेलीजेंस एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) और सऊदी के बीच एक एतिहासिक समझौता हुआ है। इस समझौते के बाद रॉ को आतंकवाद के खिलाफ प्रहार करने में बड़ी सहायता मिलेगी। इसे एक महत्वूपर्ण घटनाक्रम के रुप में देखा जा रहा है। कुछ ही दिनों पहले इस समझौते को सऊदी कैबिनेट की मंजूरी मिली है। इस समझौते के बाद सऊदी अरब आतंकवाद की लड़ाई में खाड़ी देशों में भारत का सबसे बड़ा साथी बन जाएगा।
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सऊदी अरब की कैबिनेट ने दी डील को स्वीकार्यता
सऊदी अरब की कैबिनेट ने इस समझौते को अपनी स्वीकार्यता दी है। Saudi Arabia and Raw deal से जुड़े एक अधिकारिक बयान के अनुसार, सऊदी अरब सुरक्षा एजेंसी भारत की रॉ के साथ मिलकर आतंकवादी घटनाओं और आतंकवाद को मिलने वाली राशि पर लगाम कसने की दिशा में अहम रोल निभाएगी। सऊदी गजट की ओर से इस पूरे समझौते के बारे में आधिकारिक तौर पर जानकारी दी गई है। सऊदी गजट के अनुसार,देश की कैबिनेट जिसकी हाल ही में अध्यक्षता किंग सलमान ने की थी, उसमें ही इस समझौते को मंजूरी मिली है।
सऊदी गजट की तरफ से इस पूरे समझौते के बारे में आधिकारिक तौर पर इनफ़ॉर्मेशन दी गई है। इस गजट के अनुसार, देश की कैबिनेट जिसकी हाल ही में अध्यक्षता किंग सलमान ने की थी, उसमें ही इस समझौते को स्वीकार्यता मिली है। उससे जुड़ा एक आधिकारिक बयान भी दिया गया है। इस बयान के अनुसार, सऊदी सुरक्षा एजेंसी, रॉ के साथ मिलकर आतंकवादी घटनाओं और आतंकवाद को मिलने वाली आर्थिक दम पर लगाम कसने की दिशा में कार्य करेगी। गजट से मिली जानकारी के अनुसार, ‘अल-सलाम पैलेस में किंग सलमान की अध्यक्षता में सऊदी कैबिनेट ने आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए देश की मुख्य सुरक्षा एजेंसी और भारत की रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के बीच अपराध और इसका वित्तपोषण रोकने से जुड़े सहयोग समझौते को स्वीकार्यता दी।’
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बता दें कि पिछले ही दिनों भारत के नए राजदूत सुहेल एजाज खान ने सऊदी अरब के गृह मंत्री प्रिंस अब्दुलअजीज बिन सऊद बिन नायेफ बिन अब्दुल अजीज से शिष्टाचार किया था । इस मीटिंग के बाद ही सऊदी अरब का यह बड़ा निर्णय आया है। सऊदी प्रेस एजेंसी ने कहा कि स्वागत समारोह के दौरान आम हित के कई मुद्दों पर चर्चा की गई। इसी मीटिंग के बाद सऊदी अरब ने शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) की तरफ पहला कदम बढ़ाया है।
कई ऐसे पाकिस्तान आतंकी हैं जिनपर शिकंजा कसने के लिए भारत लंबे समय से प्रयासरत है। ऐसे कई आतंकियों के दुबई जैसे स्थानों पर छिपे होने की सूचना मिलती रहती है। ऐसे में सऊदी और रो के बीच हुआ ये समझौता पाकिस्तान पोषित आतंकियों की चूलें हिलाने का काम करेगा। जिसमें भारत की सहायता कभी पाकिस्तान का घनिष्ठ मित्र माने जाने वाला सऊदी करेगा।
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