MP conversion racket: इन दिनों कर्नाटक चुनाव और द केरल स्टोरी के शोर में एक बात कहीं दब सी गई। मध्य प्रदेश में एक बड़े ऑपरेशन में 16 आतंकी हिरासत में लिए गए। परंतु जैसे जैसे पुलिस ने जांच पड़ताल प्रारंभ की, कुछ ऐसे तथ्य सामने आए जिसने सबको स्तब्ध कर दिया।
इस लेख में पढिये कैसे “द केरल स्टोरी” वास्तव में एमपी (MP conversion racket) में दोहराई जा रही थी, और कैसे इससे ज़ाकिर नाईक भी जुड़ा था।
MP conversion racket; पूरे एजेंडा पे फिरा पानी
हाल ही में ISIS से प्रेरित एक आतंकी संगठन (MP conversion racket) का भंडाफोड़ हुआ है। मध्य प्रदेश की एटीएस की टीम और केंद्रीय एजेंसियों ने संयुक्त रूप से 10 लोग भोपाल से पकड़े, एक छिंदवाड़ा से पकड़ा, सभी पुलिस रिमांड पर हैं। उनसे पूछताछ जारी है। 6 आतंकी हैदराबाद से तेलंगाना पुलिस ने गिरफ्तार किए हैं। एक बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है।
उन्होंने आगे कहा कि इनमें भोपाल से एक हिंदू धर्मांतरित होकर गया हुआ है। इनका नाम सौरभ राज वैद्य था, जो अब मोहम्मद सलीम हो चुका है। कोई कंप्यूटर टेक्निशियन होता था, कोई दर्जी, कोई ऑटो ड्राइवर इत्यादि का काम कर रहे थे। गिरफ्तार सदस्यों में से एक भोपाल के कोहेफिजा में ऑडिटोरियम ट्यूटोरियल के नाम से कोचिंग सेंटर भी चला रहा था। यह समाज की भोली-भाली बेटियों को फँसाकर शादी करना, उनकी जिंदगी बर्बाद करना और धर्म परिवर्तन जैसे गैर कानूनी काम कर रहे थे।
बता दें कि ATS द्वारा पकड़े गए आतंकी इस्लामी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (HUT) (MP conversion racket) के कुल 16 सदस्यों में से 8 सदस्य ऐसे हैं, जो पहले हिंदू थे। इनका ब्रेनवाश कर उन्हें मुस्लिम बना दिया गया। इस संगठन के कुछ सदस्यों ने हिंदू लड़कियों से शादी कर के उन्हें भी इस्लाम कबूल करवाया है। HUT का प्रमुख मोहम्मद सलीम हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया और दूसरा जिम ट्रेनर यासिर खान भोपाल से पकड़ा गया है।
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इस विषय पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने धर्म परिवर्तन और आतंकवाद को लेकर स्पष्ट कहा, “मध्य प्रदेश की धरती पर धर्म परिवर्तन और आतंकवाद का कुचक्र नहीं चलेगा, इनको जड़ से नेस्तनाबूद कर देंगे।” मुख्यमंत्री ने रविवार (14 मई 2023) को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर वीडियो साझा किया। इन्होंने ये भी कहा कि इनका नेटवर्क ऐसा है, जो कई लोगों की जिंदगी भी तबाह करता है। इनका पैटर्न है पहले धर्मांतरण करो, धर्मांतरण करके फिर बेटी से शादी करो, फिर उसे भी धर्मांतरित करो और उसके बाद उन्हें आतंकवाद के दलदल में धकेल दो। मध्य प्रदेश को किसी भी कीमत पर हम ‘केरल स्टोरी’ नहीं बनने देंगे।
मध्यप्रदेश की धरती पर धर्म परिवर्तन और आतंकवाद का कुचक्र नहीं चलेगा, इनको जड़ से नेस्तनाबूद कर देंगे। pic.twitter.com/cuO6XXkuVm
— Shivraj Singh Chouhan (मोदी का परिवार ) (@ChouhanShivraj) May 14, 2023
कुछ ऐसा ही उत्तर प्रदेश में भी हुआ था
वैसे यह कुछ आपको जाना पहचाना सा नहीं लगता? कुछ ही वर्ष पूर्व यूपी एटीएस ने दिल्ली के जामिया नगर इलाके से मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी को गिरफ्तार किया था। यह दोनों गरीब और अनपढ़ हिंदुओं को बरगलाकर और लालच देकर उनका धर्मांतरण करवाते थे। यूपी पुलिस के मुताबिक आरोपी सुनियोजित तरीके से एक हजार से ज्यादा लोगों का धर्म परिवर्तन करवा चुके हैं। इसके लिए उन्हें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से फंडिंग मिलने की भी बात कही गई। ऐसा लगता है कि यह धर्मांतरण रैकेट एक सुनियोजित अथवा सुसंगठित इस्लामिक कन्वर्जन सिंडिकेट से जुड़ा है।
जहांगीर आलम कासमी और मोहम्मद उमर गौतम की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में इनके खतरनाक मंसूबे सामने आए हैं। नोएडा सेक्टर-117 स्थित डेफ सोसाइटी में पढ़ने वाले मूक-बधिर विद्यार्थियों को आरोपियों ने मानव बम के रूप के इस्तेमाल करके भारत सहित पूरी दुनिया को दहलाने की साजिश रची थी। मुख्य रूप से यह फंडिंग पाकिस्तान और अरब देशों से की जा रही थी।
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ये नेटवर्क है बहुत बड़ा
परंतु ये तो मात्र प्रारंभ है। चाहे यूपी में मोहम्मद उमर गौतम हो या फिर एमपी में सौरभ राजवैद्य, सभी को एक सुनियोजित षड्यन्त्र की भांति धर्मांतरित कराया गया। मध्य प्रदेश में तो जो पकड़े गए हैं, उनके तार कथित रूप से ज़ाकिर नाईक से भी जुड़े बताए गए हैं।
अब ज़ाकिर नाईक कौन है, इसके लिए कोई विशेष शोध की आवश्यकता नहीं। परंतु जैसे तथ्य सामने आ रहे हैं, उससे इतना तो स्पष्ट है कि ये खेल बहुत तगड़ा है, और इसे रोकने के लिए हमारे पास पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। अगर यूपी, एमपी जैसे राज्य हैं, तो हमारे पास केरल और बंगाल भी हैं, जहां ऐसे धर्मांतरण खुलेआम हो रहे हैं, और सरकारें अप्रत्यक्ष रूप से इन्हे बढ़ावा मिलता है। आखिर ये कब तक चलेगा?
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