यूरोप का पाकिस्तान है यूक्रेन!

रहिमन इस संसार में भांति भांति के लोग

यूक्रेन

कल्पना कीजिए एक ऐसे देश की, जहां न ढंग का जीवनयापन है, न वहाँ के नेताओं में कोई विजन, परंतु फिर भी उसकी नौटंकियों को कई महाशक्तियाँ अपने लाभ के लिए उपयोग में लाती है। न, न न न, हम पाकिस्तान की बात नहीं कर रहे हैं, जबकि लक्षण पूरे पूरे हैं। ये बात है यूरोप में बसे एक और पाकिस्तान की, जिसका नाम है यूक्रेन, और दोनों के राष्ट्राध्यक्षों में एक बात सम्मान है : दोनों बड़ी ही प्रोफेशनली भीख मांगने में निपुण है!

इस लेख में पढिये की कैसे यूक्रेन का भिखमंगा स्वभाव उन्हे पाकिस्तान का बिछड़ा हुआ भाई बनाता है।

भारत पर मज़ाक पड़ा भारी

हाल ही में Ukraine फिर से चर्चा का केंद्र बना है, और इस बार भी गलत कारणों से। हाल ही में हिंदू देवी काली को आपत्तिजनक तरीक़े से चित्रित करने वाले एक विवादास्पद पोस्टर को ट्विटर पर साझा करने के लिए यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय की आलोचना के बाद यूक्रेन सरकार ने भारत से माफ़ी मांग ली है। असल में कुछ दिन पहले यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से देवी काली की एक आपत्तिजनक तस्वीर शेयर की गई थी जिसे देश के रक्षा मंत्रालय ने ‘वर्क ऑफ़ आर्ट’ या कला का काम कहकर ट्वीट किया था।

लेकिन भारत से इस पर तीखी प्रतिक्रिया आने के बाद इस ट्वीट को अब डिलीट कर दिया गया है।

मंगलवार को Ukraine की उप-विदेश मंत्री एमीन दझेपर (Emine Dzheppar) ने अपना खेद प्रकट करते हुए ट्वीट किया, “हमें अफ़सोस है @DefenceU #हिंदू देवी #काली को विकृत तरीक़े से चित्रित किया गया। #यूक्रेन और यूक्रेन के लोग अद्वितीय #भारतीय संस्कृति का सम्मान करते हैं और अत्यधिक समर्थन की सराहना करते हैं। चित्र पहले ही हटा दिया गया है। आपसी सम्मान और मित्रता की भावना में सहयोग को और बढ़ाने के लिए दृढ़ संकल्पित है। ”

भारत में लोग, इसे अपमानजनक और ‘हिंदूफ़ोबिया’ बता रहे हैं। भारत के सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सलाहकार कंचन गुप्ता ने कहा कि यह दुनिया भर में हिंदू भावनाओं पर हमला है।

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रोज़ का है

परंतु आपको क्या लगता है, ये पहली बार हुआ है। बहुत कम लोग जानते हैं कि Ukraine की प्रवृत्ति पिछले कुछ वर्षों से नहीं, प्रारंभ से ही ऐसी है।

राजनीतिक और विदेशी मामलों के जानकार डॉक्टर सुव्रोकमल दत्ता कहते हैं कि वो यूक्रेन के “अपमान” से अचंभित नहीं हैं। उनके अनुसार, “जिस तरह से यूक्रेन ने भारत की संस्कृति और माँ काली को लेकर गंदगी फैलाने की कोशिश की है, जिस तरह से हिन्दू संस्कृति को यूक्रेन ने दुत्कारने की कोशिश की है, यह पहली बार नहीं हुई है। यूक्रेन ने पहले भी किया है, आज भी किया है और आगे भी करेगा।”

उन्होंने आगे बताया, “यूक्रेन हमेशा भारत विरोधी रहा है। 1998 में जब अटल बिहार वाजपेयी के नेतृत्व में भारत ने परमाणु परीक्षण किया था तो यूक्रेन ने संयुक्त राष्ट्र में भारत के ख़िलाफ़ वोट किया था। यूक्रेन हमेशा से पाकिस्तान के पक्ष में रहा है। ये कहीं न कहीं Ukraine की भारत विरोधी मानसिकता दर्शाता है। ”

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इन्हे सीरियसली न लें

इसके अतिरिक्त यूक्रेन पर जब रूस ने धावा बोला, तो प्रारंभ में Ukraine की दयनीयता देख कई राष्ट्र के हृदय पसीज गए। रूस पर अकादेमी अवॉर्ड से लेकर फीफा तक ने प्रतिबंध लगाया, और यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष जेलेन्सकी को लगभग हर मंच पर आमंत्रित किया गया।

लेकिन वो क्या है, पीतल पर कितना भी वर्क या रंग चढ़ा दो, वो सोना नहीं बन जाएगा। अमेरिका और कुछ देश छोड़ दें, तो अधिकतम लोगों को Ukraine की वास्तविकता समझ में आने लगी है। जिस प्रकार पाकिस्तान कश्मीर का फटा ढोल और अपनी तंगहाली को लेकर हर जगह कर्ज मांगने पहुँच जाता है, वही हाल यूक्रेन का भी है।

परंतु यूक्रेन का यही स्वभाव अब लोगों के लिए सरदर्द बन रहा है। कुछ माह पूर्व IOC यानि अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी ने उसके इसी नौटंकी पर खूब हड़काया था, क्योंकि यूक्रेन चाहता था कि रूस पर अनंत काल तक प्रतिबंध लगे, और अगर ऐसा नहीं हुआ, तो Ukraine इन खेलों का बहिष्कार करेगा। यूं ही नहीं यूक्रेन पाकिस्तान का बिछड़ा हुआ भाई है।

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