हाल ही में, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आतंकवाद से संदिग्ध संबंध रखने वाले तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया, जिससे पूरे देश में हड़कंप मच गया। ये गिरफ़्तारियाँ केवल संभावित आतंकवादी हमले को विफल करने के लिए नहीं थीं; उन्होंने 2020 की शुरुआत में उत्तर-पूर्वी दिल्ली को हिलाकर रख देने वाले भीषण दंगों के संबंध का भी खुलासा किया। इस जटिल वेब में प्रमुख खिलाड़ियों में से एक जामिया मिलिया इस्लामिया के इंजीनियरिंग छात्र अरशद वारसी हैं। जैसे-जैसे विवरण सामने आते हैं, यह स्पष्ट हो जाता है कि दंगों की उत्पत्ति में एक अप्रत्याशित आयाम है – एक ISIS एंगल।
अभी हाल ही में, 3 अक्टूबर को, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आईएसआईएस पुणे आतंकी मॉड्यूल से जुड़े तीन व्यक्तियों की महत्वपूर्ण गिरफ्तारियां कीं। उनकी भयावह साजिश का उद्देश्य भारतीय धरती पर आतंकी हमले कराना था। मुख्य आरोपी शाहनवाज के सिर पर 3 लाख रुपये का भारी इनाम था। दिल्ली पुलिस के अनुसार, मॉड्यूल का मिशन विदेशी-आधारित आकाओं के निर्देशों के तहत पूरे भारत में आतंकी हमले करना था।
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तो इन सबका अरशद वारसी से क्या सम्बन्ध, और इनका कनेक्शन पूर्वोत्तर दिल्ली के दंगाइयों से कैसे? दिल्ली पुलिस ने बताया है कि अरशद जामिया में पढ़ते हुए रेडिकल छात्रों का ग्रुप संचालित करता था और शाहीन बाग के प्रदर्शन के आयोजन में अहम भूमिका निभा चुका था।
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, अरशद वारसी ने शरजील इमाम के साथ मिलकर दिल्ली दंगों के लिए जमीन तैयार की थी। उसका जिक्र चार्जशीट में भी है। चार्जशीट के मुताबिक, एंटी सीएए-एनआरसी प्रोटेस्ट के लिए शरजील इमाम, उमर खालिद और अरशद वारसी ने अलग-अलग वाट्स ग्रुप और संगठन बनाया गया था, जिसमें अरशद ने ‘स्टूडेंट ऑफ जामिया’ नाम का एक ग्रुप दंगों के पहले 2019 में बनाया गया था।
Three suspected ISIS terrorists, including #ArshadWarsi, have been arrested in Delhi.
In a recent revelation, it has emerged that Arshad Warsi was engaged in anti-CAA protests. Arshad Warsi’s name also featured in the #DelhiRiots chargesheet.
For more details, watch… pic.twitter.com/FTePioF7mx
— TIMES NOW (@TimesNow) October 5, 2023
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ‘स्टूडेंट ऑफ जामिया’ को रेडिकल ग्रुप करार दिया है। यही नहीं, अरशद ने शरजील इमाम के साथ मिलकर एंटी सीएए-एनआरसी प्रदर्शनों के दौरान दिल्ली के कई मस्जिदों और मुस्लिम इलाकों में भड़काऊ पर्चे बाँटे थे, जिसमें अयोध्या राम मंदिर Vs बाबरी मस्जिद मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने पर चक्का जाम करने और विरोध प्रदर्शनों की अपील की गई थी।
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इतना ही नहीं, दिल्ली पुलिस ने बताया है कि तीनों संदिग्ध आतंकी मंदिरों और भीड़भाड़ वाली जगहों पर दिवाली से पहले धमाके की साजिश रच रहे थे। आतंकी साजिश के आरोप में गिरफ्तार अरशद ने पूछताछ में बताया है कि वो 2016 से कट्टरपंथी गतिविधियों में शामिल है। वो आईएस के आतंकी शाहनवाज को पहले से जानता है और अब दिल्ली में वो दोनों मिलकर आतंकी हमले की साजिश रच रहे थे। ऐसे में दिल्ली पुलिस को अब दिल्ली के दंगों से सम्बंधित फाइलों का पुनः निरीक्षण करना चाहिए, क्योंकि जब एक अरशद वारसी से शरजील इमाम जैसों के सम्बन्ध सिद्ध हो रहे हैं, तो फिर पूरे टुकड़े टुकड़े गैंग से ऐसे कितने लोग जुड़े होंगे!
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