क्या चीन/ISI ने निपटाया हरदीप सिंह निज्जर को? एक ब्लॉगर का तो यही मानना है!

निज्जर केस में आया नया प्लाट ट्विस्ट!

लगता है हरदीप सिंह निज्जर का मामला अभी ख़त्म नहीं हुआ है. एक गैंगवार में उनकी मृत्यु के बावजूद, यह खालिस्तानी अलगाववादी व्यक्ति भारत और कनाडा के बीच चल रहे गतिरोध में विवाद का विषय बना हुआ है। अब, चौंकाने वाले खुलासे से पता चलता है कि निज्जर की हत्या संभवत: चीनियों द्वारा की गई है! हां, आपने सही पढ़ा है।

संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थित एक स्वतंत्र ब्लॉगर जेनिफर ज़ेंग ने निज्जर की हत्या के संबंध में चौंकाने वाले दावे किए हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में, ज़ेंग ने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को “हत्या” करार दिया और आरोप लगाया कि यह चीनी सरकार के इशारे पर किया गया हो सकता है। जेनिफर ज़ेंग ने दावा किया है कि चीन ने निज्जर की हत्या इसलिए करवाई ताकि भारत और कनाडा के रिश्ते बिगड़ जाएँ। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ताइवान के संबंध में भी दुनिया का ध्यान भटकाने के लिए ऐसा किया किया गया।

वो कैसे? सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट कर जेंग ने हरदीप सिंह निज्जर की मौत को हत्या करार देते हुए दावा किया कि कनाडा में निज्जर की हत्या के बारे में चौंकाने वाले खुलासे चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के भीतर से ही सामने आए हैं। साथ ही आरोप लगाया कि हत्या सीसीपी एजेंटों द्वारा की गई थी। ब्लॉगर जेंग ने एक चीनी लेखक और यूट्यूबर लाओ डेंग का भी जिक्र किया, जिसके हवाले से उन्होंने ये जानकारी दी। फिलहाल, डेंग अब कनाडा में रहते हैं।

और पढ़ें: Nijjar killing: वाशिंगटन पोस्ट ने खोली निज्जर के मृत्यु की पोल!

बता दें कि इस साल जून में, आतंकवादी हरदीप निज्जर की ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में गुरु नानक सिख गुरुद्वारे की पार्किंग में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वहीं इस पूरे मामले में लाओ ने बताया कि इस साल जून महीने में चीन की ओर से एक उच्च अधिकारी को ‘इग्निशन प्लान’ का हिस्सा बनाकर सिएटल भेजा गया था। वहाँ एक गुप्त बैठक आयोजित की गई थी। उन्होंने दावा किया कि एजेंट्स को कनाडा में सिख नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या करने का काम सौंपा गया था। बैठक के बाद सीसीपी एजेंटों ने सावधानीपूर्वक हत्या की योजना को अंजाम दिया।

ब्लॉगर ने आरोप लगाया कि 18 जून को साइलेंट बंदूकों से लैस एजेंटों ने निज्जर को ट्रैक किया। जब काम पूरा हो गया तो उन्होंने सबूत को मिटाने के लिए निज्जर की कार में लगे डैश कैमरे को नष्ट कर दिया। बाद में ये एजेंट भाग गए। इतना ही नहीं इन लोगों ने सभी सबूतों को नष्ट करने के लिए अपने हथियार को भी जला दिए और अगले दिन कनाडा छोड़कर चले गए। उन्होंने यह भी दावा किया कि हत्यारों ने जानबूझकर भारतीय उच्चारण वाली अंग्रेजी भी सीखी थी।  फिलहाल, इन आरोपों पर चीनी विदेश मंत्रालय या विदेश मंत्रालय की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

वैसे यह दावे कितने सत्य है या नहीं, ये शीघ्र ही पता चलेगा, परन्तु इस बात में कोई संदेह नहीं कि चीन का हाथ लगभग हर भारत विरोधी तत्व के सर पर रहा है. मौलाना मसूद अज़हर एवं साजिद मीर को वैश्विक आतंकी घोषित करने में इनके द्वारा डाली गई अड़चन किसी से नहीं छुपी है. ऐसे में जेनिफर झेंग के दावे सत्य हो या नहीं, परन्तु विचारने योग्य अवश्य है!

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Exit mobile version