प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में चिनाब सेतु का उद्घाटन किया। इस सेतु का निर्माण भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण पल है, जो सिंगल-आर्क रेलवे सेतुों में दुनिया का सबसे ऊंचा है। सेतु का उद्घाटन न केवल भारतीय रेलवे के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, बल्कि यह एक सिविल-इंजीनियरिंग की चुनौती के रूप में पेश किया गया है और उसे सफलतापूर्वक समाप्त किया गया है।
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चिनाव नदी पर स्थित है सेतु
2003 में स्वीकृत और 2008 में अनुबंधित, चिनाब सेतु का निर्माण सुरक्षा और स्थिरता की चुनौतियों के बावजूद हुआ है। यह सेतु चिनाब नदी पर स्थित है, और इसका उच्चतम बिंदु पेरिस के एफिल टॉवर से भी ऊंचा है।
एफिल टॉवर से भी ऊंचा है सेतु
चिनाब सेतु जम्मू और कश्मीर के रियासी जिले में स्थित है, और यह कटरा से बनिहाल तक एक महत्वपूर्ण रेलवे लिंक को जोड़ता है। इस सेतु की ऊंचाई 1,178 फीट है, जिससे यह पेरिस के एफिल टॉवर से भी ऊंचा है। इस सेतु का महत्व यह भी है कि यह भारत के उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक का हिस्सा है, जो जम्मू और कश्मीर के साथ अन्य राज्यों को जोड़ती है।
14 हजार करोड़ लगात से बना सेतु
चिनाब सेतु की लागत लगभग 14,000 करोड़ रुपये थी, और इसके निर्माण में कई चुनौतियों का सामना किया गया। सेतु की स्थिरता और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए उच्च-वेग वाली हवाओं, अत्यधिक तापमान, भूकंप-प्रवण परीक्षण, और जल स्तर में वृद्धि के कारण हाइड्रोलॉजिकल प्रभाव शामिल हैं। चिनाब सेतु की शेल्फ लाइफ लगभग 120 वर्ष होने की उम्मीद है, और इसे भूकंप प्रतिरोधी बनाया गया है।
इंजीनियरों को कई चुनौतियों का करना पड़ा सामना
चिनाब सेतु का निर्माण इंजीनियरों के लिए एक बहुत बड़ा चुनौतीपूर्ण कार्य था, जिसे पूरा करने में तीन साल का समय लगा। इस सेतु के निर्माण से न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारतीय इंजीनियरिंग का उज्जवल परिचय दिया गया है।
राष्ट्रीय विकास में भी निभाएगा भूमिका
चिनाब सेतु जैसी परियोजनाएं न केवल राष्ट्रीय विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, बल्कि इससे राष्ट्रीय एकता, सुरक्षा, और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण सफलता हासिल होती है। इस सेतु के उद्घाटन से जम्मू-कश्मीर के लोगों को भी विकास की राह में एक महत्वपूर्ण कदम मिलेगा है, और वे अब अन्य राज्यों से भी जुड़ सकते हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए है अहम
इस सेतु का निर्माण भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा परिप्रेक्ष्य से भी महत्वपूर्ण है। यह रेलवे लाइन राष्ट्रीय सीमाओं के पास स्थित है और उसे सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण योगदान करेगा। साथ ही, यह सुरक्षा बलों को इस क्षेत्र में स्थानीय समुदायों के साथ साझा स्थानांतरण करने की सुविधा भी प्रदान करेगा।
पर्यटन क्षेत्र में देगा योगदान
चिनाब सेतु का निर्माण भारत के पर्यटन क्षेत्र के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान करेगा। इस सेतु के उद्घाटन से, यहां आने वाले पर्यटकों को आसानी से जम्मू-कश्मीर के सुंदर दृश्यों, स्थानीय संस्कृति और ऐतिहासिक स्थलों का अनुभव करने का मौका मिलेगा।
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विकास की गति करेगा प्रदान
अंत में, चिनाब सेतु का निर्माण जम्मू-कश्मीर के विकास और भारतीय समुदाय के विकास को गति प्रदान करेगा। यह एक प्रेरणादायक कदम है जो देश के सामूहिक उन्नति और समृद्धि के मार्ग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।