पेटीएम पेमेंट्स बैंक (पीपीबीएल) का बंद होना भारत के फिनटेक क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण क्षण है, जिसका उपयोगकर्ताओं पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा। डिजिटल भुगतान में अग्रणी के रूप में, पेटीएम ने देश के वित्तीय परिदृश्य को बदलने में केंद्रीय भूमिका निभाई है।
पेटीएम पेमेंट्स बैंक बंद होने से आवश्यक बैंकिंग सेवाएं बाधित होंगी, जिससे लेनदेन, वेतन क्रेडिट और सरकारी सब्सिडी के लिए पीपीबीएल पर निर्भर लाखों उपयोगकर्ता प्रभावित होंगे। यह घटना भारत के बढ़ते फिनटेक क्षेत्र के सामने आने वाली नियामक चुनौतियों को रेखांकित करती है।
कौनसी सेवाएं होंगी प्रभावित?
क्रेडिट लेनदेन: 15 मार्च के बाद, पेटीएम पेमेंट्स बैंक (पीपीबीएल) क्रेडिट लेनदेन की प्रक्रिया बंद कर देगा। इसका मतलब है कि उपयोगकर्ता नियोक्ताओं या व्यवसायों जैसे बाहरी स्रोतों से सीधे अपने पीपीबीएल खातों में धनराशि प्राप्त नहीं कर पाएंगे।
जमा स्वीकृति: पीपीबीएल अब उपयोगकर्ता खातों में जमा स्वीकार नहीं करेगा। उपयोगकर्ता बैंक हस्तांतरण या नकद जमा जैसे पारंपरिक माध्यमों से अपने पीपीबीएल खातों में धनराशि जमा नहीं कर पाएंगे।
वेतन क्रेडिट और सरकारी सब्सिडी: उपयोगकर्ताओं को अब वेतन क्रेडिट या सरकारी सब्सिडी सीधे उनके पीपीबीएल खातों में नहीं मिलेगी। इसमें नियोक्ताओं से भुगतान, सरकारी कल्याण कार्यक्रम और आय के अन्य स्रोत शामिल हैं।
फास्टैग रिचार्ज: पीपीबीएल द्वारा जारी किए गए फास्टैग वाले उपयोगकर्ताओं को अपने फास्टैग को रिचार्ज करने में बाधाओं का सामना करना पड़ेगा। इससे राजमार्गों और टोल प्लाजा पर इलेक्ट्रॉनिक रूप से टोल शुल्क का भुगतान करने की उनकी क्षमता प्रभावित हो सकती है।
एनसीएमसी कार्ड: पीपीबीएल के बंद होने से उन उपयोगकर्ताओं पर असर पड़ेगा जिनके पास बैंक द्वारा जारी नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) हैं। वे अपने एनसीएमसी कार्डों को टॉप ऑफ या रिचार्ज नहीं कर पाएंगे, जिससे परिवहन सेवाओं के लिए उनका उपयोग प्रभावित हो सकता है।
यूपीआई या आईएमपीएस के माध्यम से फंड ट्रांसफर: समय सीमा के बाद, उपयोगकर्ता यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) या तत्काल भुगतान सेवा (आईएमपीएस) जैसी लोकप्रिय भुगतान विधियों का उपयोग करके पीपीबीएल खातों में फंड ट्रांसफर नहीं कर पाएंगे। यह उपयोगकर्ताओं को इन चैनलों के माध्यम से अन्य बैंक खातों से धन प्राप्त करने से रोकता है।
ये सर्विस नहीं होगी बंद
15 मार्च 2024 के बाद पेटीएम की कई सर्विस बंद हो जाएगी पर यूजर कुछ सर्विस का लाभ 15 मार्च के बाद भी उठा पाएंगे। हालांकि, इन सर्विस का लाभ उठाने के लिए यूजर को पेटीएम पर दूसरे बैंक अकाउंट को लिंक करना होगा। चलिए, जानते हैं कि पेटीएम पर 15 मार्च के बाद भी कौन-सी सर्विस का लाभ यूजर उठा सकते हैं।
- 15 मार्च के बाद यूजर पेटीएम वॉलेट (Paytm Wallet) से आसानी से पैसे निकाल या डिपॉजिट कर सकते हैं।
- पेटीएम से पेमेंट करने के बाद यूजर्स को कैशबैक, रिफंड या फिर रिवॉर्ड जैसे बाकी सभी लाभ मिलते रहेंगे।
- 15 मार्च के बाद भी अगर पेटीएम पेमेंट्स बैंक में राशि मौजूद है तो यूजर उस राशि का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- पेटीएम वॉलेट के जरिये मर्चेंट को आसानी से पेमेंट किया जा सकता है।
- पेटीएम यूजर के पास वॉलेट को बंद करने या फिर दूसरे अकाउंट में अमाउंट को ट्रांसफर करने का ऑप्शन मौजूद है।
- यूजर यूपीआई और आईएमपीएस के जरिये आसानी से ऑनलाइन पेमेंट कर सकता है।
- 15 मार्च के बाद भी यूजर ओटीटी प्लेटफॉर्म (OTT Platform) को सब्सक्राइब करने के लिए पेटीएम का इस्तेमाल कर सकते हैं। हां, इसके लिए यूजर के पेटीएम वॉलेट या फिर बैंक अकाउंट लिंक होना चाहिए।
Jio की एंट्री
Jio को लेकर भी इस बीच बड़ी खबर सामने आई है। मुकेश अंबानी भी यूपीआई मार्केट में धमाकेदार एंट्री कर सकते हैं। जियो पे के साथ वह पेटीएम, फोन पे और गूगल पे जैसे ऐप्स को कड़ी टक्कर देने की प्लानिंग कर रहे हैं और इसके लिए उन्होंने नया प्लान भी बनाया हुआ है। जियो बॉक्स की इसको लेकर ट्रायल भी चल रहा है। एक बार पास होने के बाद बहुत जल्द बाजार में जियो पे साउंड बॉक्स की एंट्री होने वाली है।
कंपनियों की नजर मार्केट पर
भारत में यूपीआई की मार्केट बहुत बड़ी है। पेटीएम पेमेंट बैंक पर लगने वाली रोक के बाद सबको लग रहा था कि पेटीएम ऐप बंद होने वाली है। लेकिन पेटीएम की तरफ से लगातार इस पर सफाई भी दी जा रही है। इस बीच कई अन्य कंपनियां इस मौके का इस्तेमाल करना चाहती हैं। यही वजह है कि वह इस पर काफी तेजी से काम भी कर रही हैं। हालांकि अभी तक जियो की तरफ से इस पर कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं दी गई है।