अगर आपके पास एप्पल आईफोन है तो आपके लिए यह खबर बेहद काम की है। एप्पल की तरफ से आईफोन यूजर्स के लिए एक बड़ा अलर्ट जारी किया गया है। एप्पल ने यह अलर्ट भारत समेत 91 देशों के लिए जारी किया गया है। एप्पल के अलर्ट के मुताबिक इस समय 92 देशों के आईफोन यूजर्स पर एक खतरनाक स्पाईवेयर का खतरा मंडरा रहा है जो आपका बैंक अकाउंट भी खाली कर सकता है।
एप्पल ने अपने अलर्ट में आईफोन यूजर्स पर पेगासस स्पाईवेयर के अटैक के खतरे को मेंशन किया है। अलर्ट में कहा गया है कि आईफोन यूजर्स को इस तरह के स्पाईवेयर के जरिए निशाना बनाया जा सकता है। एप्पल की तरफ से आईफोन्स यूजर्स को इस संबंध में ईमेल भी सेंड कर दिया गया है।
एप्पल ने भेजा ईमेल
रिपोर्ट के मुताबिक एप्पल ने भारत में 11 अप्रैल को रात 12.30 मिनट पर यूजर्स को मेल भेजा। इस ईमेल का सब्जेक्ट है ‘अलर्ट’ , इसमें लिखा गया कि एप्पल ने आपके आईफोन को टार्गेट कर भेजे गए एक मर्सनरी साईवेयर को डिटेक्ट किया है। इस अटैक से आपका आईफोन हैक हो सकता है।
इसका अटैक का मकसद आपको निशाना बनाना हो सकता है। एप्पल ने अपने मेल में लिखा कि इसका कारण आपका नाम या फिर आपका काम दोनों ही हो सकते हैं। एप्पल ने कहा कि इस चेतावनी को गंभीरता से लें।
एप्पल ने कहा कि मर्सनरी स्पाईवेयर जैसे अटैक बेहद कम होते हैं क्योंकि इस तरह के अटैक में लाखों डॉलर का खर्च आता है। इस तरह के अटैक कुछ खास लोगों के खिलाफ ही इस्तेमाल किया जाता है। एप्पल ने अपने आईफोन यूजर्स को बेहद सावधान रहने की सलाह दी है और साथ ही अनजान लोगों से मिलने वाले लिंक या फिर किसी दूसरे अटैचमेंट को ओपन न करें।
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क्या है मर्सनरी स्पाईवेयर
आपको बता दें कि एप्पल ने आईफोन में जिस मर्सनरी स्पाईवेयर को डिक्टेकट किया है वह एक सॉफ्टवेयर है। यह ठीक उसी तरह से काम करता है जिस तरह से Pegasus Spyware काम करता है। इस तरह के स्पाईवेयर के जरिए हैकर्स स्मार्टफोन यूजर्स की पर्सनल जानकारी हांसिल कर लेते हैं।
पेगासस जैसे सॉफ्टवेयर की लाइफ बेहद कम होती है इसलिए इनके सोर्स के बारे में जानकारी लगा पाना बेहद मुश्किल होता है। हैकर्स Mercenary Spyware का ज्यादातर इस्तेमाल कॉर्पोरेट जासूसी, पॉलिटिकल स्पाइंग और फाइनेंशियल फ्रॉड के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
स्पाईवेयर कैसे अटैक करता है?
आमतौर पर कोई स्पाईवेयर आपके स्मार्टफोन पर तब पहुंच बनाता है जब आप किसी अनसेफ वेबसाइट पर विजिट करते हैं या फिर कोई अनसेफ ऐप को इंस्टाल करते हैं। कई बार यह दूसरी वेबसाइट की फाइल्स को ओपन करने भी आपको फोन में पहुंच जाता है।
अगर स्पाईवेयर एक बार आपके फोन में पहुंच जाता है तो यह फोन के डेटा को कलेक्ट करने लगता है। इस डेटा में आपकी बैंक डिटेल्स और लॉगिन पॉसवर्ड भी शामिल हो सकते हैं। इस डेटा को स्पाईवेयर क्रिएटर या तो खुद इस्तेमाल करता है या फिर इसे थर्ड पार्टी को बेच दिया जाता है।
हैकर्स फोन में इस तरह इंस्टाल करते हैं स्पाईवेयर
- अगर आपके मोबाइल फोन के हार्डवेयर या फिर सॉफ्टवेयर में किसी तरह का बग होता है तो स्पाईवेयर आसानी से आपके डिवाइस में पहुंच जाते हैं।
- हैकर्स स्मार्टफोन में स्पाईवेयर इंस्टाल करने के लिए मैलिशियस लिंक ट्रांसफर करते हैं। जैसे ही आप इन लिक्स को ओपन करते हैं तो आपके डिवाइस में आटोमैटिकली स्पाईवेयर इंस्टाल हो जाता है और आपको डिवाइस हैकर्स के कंट्रोल में आ जाता है।
- कई बार मोबाइल ऐप्स में पॉप मैसेज भेजकर भी हैकर्स स्मार्टफोन में स्पाईवेयर इंस्टाल करने की कोशिश करते हैं। पॉप-अप के जरिए आने वाले किसी भी लिंक पर बेहद सावधानी से क्लिक करें।
एप्पल के पास है स्पाईवेयर से बचने का सेफ्टी फीचर
एप्पल अपने आईफोन यूजर्स को पेगासस जैसे स्पाईवेयर से बचने की भी सहूलियत देता है। आईफोन में एक आसा खास फीचर मिलता है जिससे आप खतरनाक स्पाईवेयर से बच सकते हैं। अगर आप स्पाईवेयर से बचना चाहते हैं तो आप Lockdown Mode ऑन कर सकते हैं। इस फीचर में एप्पल आईफोन में कई तरह की प्रोटेक्शन देता है। एप्पल ने इस फीचर को कुछ खास लोगों के लिए ही डिजाइन किया है। पेगासस स्पाइवेयर
एप्पल ने Mercenary Spyware के खतर से बचने के लिए यूजर्स को आईफोन को अपडेट रखने की सलाह दी है। इसके साथ ही अपने यूजर्स को आईफोन में एक ऐसा स्ट्रांग पासवर्ड क्रिएट करने की सलाह दी है जिसे आसानी से क्रैक न किया जा सके।
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