TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    कथित तौर पर यह झड़प 22 जुलाई को राजधानी स्थित कर्नाटक भवन के प्रशासनिक कार्यालय में हुई थी।

    दिल्ली की ज़मीन पर कर्नाटक की लड़ाई: सीएम और डिप्टी सीएम खेमों में आर-पार की जंग

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    आस्था की लूट? तमिलनाडु सरकार ने 1,000 किलो चढ़ावा पिघलाया

    आस्था की लूट? तमिलनाडु सरकार ने 1,000 किलो से चढ़ावे का सोना पिघलाया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक

    1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक

    ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी, सेना को रहना चाहिए 24×7 सतर्क: जनरल अनिल चौहान

    ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी, सेना को रहना चाहिए 24×7 सतर्क: जनरल अनिल चौहान

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को क्यों लगेगा बड़ा डेंट, मैक्रों की मजबूरी जानें

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को बड़ा झटका, जानें क्या है मैक्रों की मजबूरी

    वैश्विक आतंकवाद का केंद्र पाकिस्तान आंतरिक संघर्षों से भी जूझ रहा है

    पासपोर्ट रैंकिंग में पाकिस्तान फिर फिसड्डी, उत्तर कोरिया और सूडान जैसे देशों से भी नीचे रही रैंकिंग

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    USOPC का बड़ा फैसला- ट्रम्प के आदेश के बाद ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की एंट्री पर लगी रोक

    USOPC का बड़ा फैसला- ट्रम्प के आदेश के बाद ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की एंट्री पर लगी रोक

    कैंपस हॉस्टल से कामिकेज ड्रोन: भारतीय सेना को युद्ध के लिए तैयार ड्रोन इस तरह पहुंचा रहे बिट्स के दो छात्र

    20 वर्षीय छात्रों ने हॉस्टल में बनाया 300 km/h की रफ्तार वाला कामिकेज़ ड्रोन, अब सेना करेगी इस्तेमाल

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    कथित तौर पर यह झड़प 22 जुलाई को राजधानी स्थित कर्नाटक भवन के प्रशासनिक कार्यालय में हुई थी।

    दिल्ली की ज़मीन पर कर्नाटक की लड़ाई: सीएम और डिप्टी सीएम खेमों में आर-पार की जंग

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    आस्था की लूट? तमिलनाडु सरकार ने 1,000 किलो चढ़ावा पिघलाया

    आस्था की लूट? तमिलनाडु सरकार ने 1,000 किलो से चढ़ावे का सोना पिघलाया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक

    1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक

    ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी, सेना को रहना चाहिए 24×7 सतर्क: जनरल अनिल चौहान

    ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी, सेना को रहना चाहिए 24×7 सतर्क: जनरल अनिल चौहान

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को क्यों लगेगा बड़ा डेंट, मैक्रों की मजबूरी जानें

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को बड़ा झटका, जानें क्या है मैक्रों की मजबूरी

    वैश्विक आतंकवाद का केंद्र पाकिस्तान आंतरिक संघर्षों से भी जूझ रहा है

    पासपोर्ट रैंकिंग में पाकिस्तान फिर फिसड्डी, उत्तर कोरिया और सूडान जैसे देशों से भी नीचे रही रैंकिंग

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    USOPC का बड़ा फैसला- ट्रम्प के आदेश के बाद ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की एंट्री पर लगी रोक

    USOPC का बड़ा फैसला- ट्रम्प के आदेश के बाद ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की एंट्री पर लगी रोक

    कैंपस हॉस्टल से कामिकेज ड्रोन: भारतीय सेना को युद्ध के लिए तैयार ड्रोन इस तरह पहुंचा रहे बिट्स के दो छात्र

    20 वर्षीय छात्रों ने हॉस्टल में बनाया 300 km/h की रफ्तार वाला कामिकेज़ ड्रोन, अब सेना करेगी इस्तेमाल

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

कश्मीर में आ गई मतदान की घड़ी, 370 पर क्या है राहुल गांधी की उलझन?

जम्मू-कश्मीर राज्य पुनर्गठन और परिसीमन के बाद यह पहला चुनाव है। इससे पहले राज्य में विधानसभा की 87 सीटें थीं। जम्मू में 37, कश्मीर में 46 और लद्दाख में चार। परिसीमन के बाद जम्मू में 43 और कश्मीर में 47 विधानसभा सीटें हो गई हैं। कांग्रेस को 370 हटाने का विरोध करने पर जम्मू क्षेत्र में नुकसान का अंदेशा है।

Sudhakar Singh द्वारा Sudhakar Singh
17 September 2024
in मत, राजनीति
कश्मीर में आ गई मतदान की घड़ी, 370 पर क्या है राहुल गांधी की उलझन?

राहुल गांधी अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर कुछ भी टिप्पणी करने से बच रहे हैं

Share on FacebookShare on X

जम्मू-कश्मीर में चुनाव की घड़ी आ गई है। पहले चरण में 7 जिलों की 24 विधानसभा सीटों पर मतदान है। राज्य में 10 साल के बाद हो रहे विधानसभा चुनाव में अनुच्छेद 370 को भारतीय जनता पार्टी ने बड़ा मुद्दा बनाया है। इस बीच हरियाणा में एक चुनावी रैली के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी से एक सवाल पूछा। अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी को बताना चाहिए कि कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने का काम अच्छा है या बुरा? राहुल गांधी अब तक 370 के मसले पर चुप्पी साधे हुए हैं। क्या 370 मधुमक्खी का छत्ता है, जिसको छेड़ने से राहुल गांधी बचना चाहते हैं? अगर ऐसा नहीं है तो राहुल गांधी, क्यों कुछ बोल नहीं रहे हैं? यह सवाल इसलिए भी अहम है, क्योंकि राहुल की कांग्रेस पार्टी का उस नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन है, जिसने अपने मेनिफेस्टो में 370 को बहाल करने का वादा किया है। हालांकि यह भी सच है कि बिना केंद्र में बहुमत के 370 की बहाली किसी सूरत में नहीं हो सकती। आखिर 370 पर क्या है राहुल गांधी की उलझन?

एंटी हिंदू स्टैंड का नैरेटिव न बनने पाए

संबंधितपोस्ट

दिल्ली की ज़मीन पर कर्नाटक की लड़ाई: सीएम और डिप्टी सीएम खेमों में आर-पार की जंग

1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक

दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

और लोड करें

2024 से कांग्रेस की रणनीति बदल गई है। वह अब सॉफ्ट हिंदुत्व की स्ट्रैटिजी पर काम कर रही है। वह अपने आप को एंटी हिंदू नहीं दिखाना चाहती है। राहुल गांधी जो संवेदनशील मुद्दे हैं यानी हिंदू सेंटीमेंट्स से जुड़े जो मुद्दे हैं, उन मसलों पर वो कमेंट करने से बच रहे हैं। यह एक तरीके से पॉलिटिकली करेक्ट लाइन है। आज से कुछ साल पहले तक राहुल गांधी इस तरह के नहीं थे। भारतीय संसद ने पांच अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 हटाने को मंजूरी दी थी। इसके अगले ही दिन राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा था कि जम्मू-कश्मीर को एकतरफा फैसले से टुकड़ों में बांटा गया है। यह संविधान का उल्लंघन है। देश लोगों से बनता है, जमीन के भूखंडों से नहीं। शक्ति के गलत इस्तेमाल से राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर असर पड़ेगा। 2024 के लोकसभा चुनाव में जिस तरह से कांग्रेस का उभार हुआ है, अब पार्टी वहीं से शुरू करना चाहती है। लोकसभा चुनाव को कांग्रेस ने रेफरेंस प्वाइंट बना दिया है। वहां से उसे आगे बढ़ना है। कांग्रेस को लगता है कि बीजेपी बार-बार उसे ऐसे मुद्दों पर घेरने की कोशिश करेगी, जिस पर हिंदू समुदाय में ध्रुवीकरण हो सकता है। इसलिए ऐसे मुद्दों पर कांग्रेस, बीजेपी का काउंटर नहीं करेगी। वह उनसे बचने की कोशिश करेगी। ऐसे में 370 पर कांग्रेस की तरफ से प्रतिक्रिया में कहीं एंटी हिंदू स्टैंड लेने का नैरेटिव न बनने पाए, इसी वजह से कांग्रेस या राहुल गांधी की तरफ से जवाब नहीं दिया जा रहा है।

राहुल बाबा झूठ बोलने की एक बड़ी मशीन हैं।

राहुल बाबा आप हरियाणा के चुनाव से पहले स्पष्ट करिए कि कश्मीर में धारा 370 हटाने का जो काम हुआ, वो अच्छा हुआ या बुरा?

वो संसद में कहते हैं कि अयोध्या में SP के सांसद जीत गए, वो कहते हैं कि हमने अयोध्या के मकसद को हरा दिया।

मैं कहना… pic.twitter.com/kGhqXzdHME

— BJP (@BJP4India) September 17, 2024

कांग्रेस 370 नहीं अग्निवीर के मुद्दे पर लड़ना चाहती है

हरियाणा एक ऐसा राज्य है, जहां भारतीय सेना में भर्ती होने वाले जवानों की संख्या सबसे ज्यादा रहती है। हरियाणा उन चंद राज्यों में होगा, जहां के जवान जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं में सर्वाधिक शहादत देते हैं। ऐसे में एक सवाल और उठता है कि क्या 370 पर राहुल गांधी की चुप्पी की वजह हरियाणा चुनाव भी है? कांग्रेस को 2024 के चुनाव में जो थोड़ी कामयाबी मिली, वह इस वजह से थी क्योंकि उसने एक नैरेटिव सेट किया था। कांग्रेस बार-बार कह रही थी कि बीजेपी अगर सत्ता में आई तो संविधान बदल देगी। आरक्षण की व्यवस्था को खत्म कर देगी। कांग्रेस हरियाणा में अग्निवीर के मुद्दे पर लड़ना चाहती है। इसलिए वह हरियाणा और जम्मू-कश्मीर दोनों जगह भावनाओं से जुड़े मुद्दे पर सीधी लड़ाई से बचने की कोशिश कर रही है।

बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस को जम्मू जीतना होगा

कांग्रेस को यह अच्छे से पता है कि अगर बीजेपी को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में हराना है, तो जम्मू रीजन में बीजेपी को हराना पड़ेगा। बीजेपी का पूरा चुनावी दारोमदार इसी क्षेत्र पर है। 2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को जम्मू क्षेत्र की 37 में से 25 सीटें मिली थीं। अगर जम्मू रीजन में बीजेपी की सीट कम होती है, तो कांग्रेस को अपनी सरकार बनाने का मौका मिल सकता है। 370 पर राहुल गांधी इसलिए कुछ नहीं बोलेंगे, क्योंकि वह बीजेपी के ट्रैप में नहीं आना चाहते हैं। बीजेपी उनको फंसाना चाहती है, इसीलिए बार-बार 370 पर सवाल पूछ रही है। हरियाणा में कांग्रेस लगातार अग्निवीर का मुद्दा उठा रही है। एक तरह से राहुल गांधी और कांग्रेस की रणनीति यह है कि जो विवादास्पद मुद्दे हैं, उनको उठाने या किसी तरह की जुबानी जंग में फंसने से बचा जाए। कांग्रेस अपना चुनावी नैरेटिव सेट करना चाहती है। वह 370 की बहस में फंसने की बजाए बीजेपी से पूछना चाहती है कि अग्निवीर पर पार्टी का क्या स्टैंड है?

सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने भी कांग्रेस को किया कंफ्यूज   

11 दिसंबर 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने अनुच्छेद 370 हटाने के खिलाफ दाखिल अर्जी पर फैसला सुनाया। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पांच जजों की संवैधानिक बेंच ने सर्वसम्मति से जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 हटाने को वैध माना। भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था में संविधान की व्याख्या करने का अधिकार सुप्रीम कोर्ट के पास है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने भारत की संसद और दूसरे शब्दों में मोदी सरकार के फैसले को संवैधानिक मंजूरी दी। कोर्ट ने फैसले में कहा था कि 370 एक अस्थायी प्रावधान था और राष्ट्रपति के पास इसे हटाने की शक्ति थी। साथ ही कोर्ट ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की बाकी राज्यों से हटकर कोई अलग संप्रभुता नहीं है। चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने अपने फैसले में कहा कि भारत में जम्मू-कश्मीर का विलय होने के साथ ही उसकी संप्रभुता खत्म हो गई थी, यानी वह आंतरिक रूप से संप्रभु नहीं था। ऐसे में राहुल गांधी के लिए एक मुश्किल यह है कि अगर वह 370 की बहस में उलझे तो उन पर न्यायपालिका का अनादर करने का आरोप लग सकता है। बीजेपी उन्हें एक चक्रव्यूह में उलझा सकती है। 6 अगस्त 2019 को कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने 370 हटाने के बाद एक बैठक की थी। इसमें सीडब्ल्यूसी का तर्क था कि 1947 में जम्मू-कश्मीर और भारत के बीच विलय पत्र की शर्तों में से अनुच्छेद 370 संवैधानिक मान्यता का प्रतीक थी। हालांकि यह बात भी सही है कि पार्टी के भीतर 370 को लेकर दो तरह की राय थी। अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस कंफ्यूज हो गई कि 370 पर क्या स्टैंड लिया जाए, इसलिए न तो वह समर्थन का साहस जुटा पा रही है और न ही खुलकर विरोध कर सकती है।

Tags: Abrogation of Article 370Amit ShahArticle 370Article 370 AbrogationCongress on Article 370Jammu and Kashmir NewsRahul Gandhi and Article 370अनुच्छेद 370अमित शाहआर्टिकल 370कांग्रेसजम्मू-कश्मीर चुनावनरेंद्र मोदीराहुल गाँधी
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रीय विचार के जागरण का पर्व- गणेश चतुर्थी

अगली पोस्ट

गणपति विसर्जन: धार्मिक जुलूसों को क्यों निशाना बनाया जा रहा है?

संबंधित पोस्ट

विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर
इतिहास

विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

26 July 2025

देशभक्ति को बढ़ावा देने और स्थानीय नायकों की स्मृति को संजोने के उद्देश्य से दिल्ली सरकार अपने सरकारी स्कूलों का नाम कारगिल युद्ध में शहीद...

कथित तौर पर यह झड़प 22 जुलाई को राजधानी स्थित कर्नाटक भवन के प्रशासनिक कार्यालय में हुई थी।
राजनीति

दिल्ली की ज़मीन पर कर्नाटक की लड़ाई: सीएम और डिप्टी सीएम खेमों में आर-पार की जंग

26 July 2025

नई दिल्ली स्थित कर्नाटक भवन में नौकरशाही का झगड़ा एक राजनीतिक तूफान में बदल गया है, जिससे कांग्रेस के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार में दरारें...

दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader
भारत

दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

26 July 2025

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर दुनिया के सबसे विश्वसनीय नेताओं की सूची में शीर्ष पर हैं। मॉर्निंग कंसल्ट की नवीनतम वैश्विक नेता अनुमोदन रेटिंग...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Will India Buy F-35s from US or Build Su-57s with Russia? IAF’s Big Push Explained

Will India Buy F-35s from US or Build Su-57s with Russia? IAF’s Big Push Explained

00:08:32

PM Modi’s Blueprint for Tamil Nadu Begins at Rajendra Chola’s Capital Gangaikonda Cholapuram

00:07:57

One Woman. Two Brothers. Jodidaran- A Living Example of Polyandry in Himachal's Hatti Tribe.

00:05:32

Lashkar-e-Taiba on the Run from Muridke: Is Bahawalpur Becoming Pakistan’s New Terror Capital?

00:07:26

Britain’s Million-Dollar Bird Finally Takes Off!

00:06:43
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY. FOR MORE QUERIES AND NEWS, CONTACT US AT info@mashablepartners.com


©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited