बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में पिछले तीन दिन से हालात तनावपूर्ण हैं। दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान समुदाय विशेष के लोगों ने जुलूस पर पथराव और फायरिंग की थी। इसके बाद एक युवक रामगोपाल मिश्रा की बर्बरता से हत्या कर दी गई थी। पीएसी, रैपिड एक्शन फोर्स और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर समेत भारी मात्रा में कई जिलों की पुलिस फोर्स इलाके में मौजूद है। इसके बावजूद बीच-बीच में हिंसा भड़क रही है। महसी और आसपास का 20 किलोमीटर का इलाका तनावग्रस्त है। इस बीच हिंसा में मारे गए रामगोपाल के परिजनों ने आरोपी के एनकाउंटर की मांग की है।
मृतक रामगोपाल की छह महीने पहले ही शादी हुई थी। उसके दो भाइयों की पहले ही मौत हो चुकी है। परिवार में अब रामगोपाल की पत्नी रोली और माता-पिता ही हैं। रामगोपाल की मां का कहना है, ‘मेरा बेटा तो चला गया। अब हम क्या करेंगे, हमें बस न्याय मिलना चाहिए। जैसे बेटे को मारा गया है, वैसे ही हत्यारों को सजा मिले।‘ रामगोपाल के परिवार ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए योगी सरकार से दोषियों के एनकाउंटर की मांग की है। इससे पहले रामगोपाल की पत्नी रोली ने भी आरोपी के एनकाउंटर की मांग की थी। मृतक की बहन ने इंसाफ की मांग करते हुए कहा, ‘हम खून के बदले खून की मांग करते हैं। योगी बाबा बुलडोजर एक्शन लें। हमें न्याय चाहिए।‘
बहराइच में 13 अक्टूबर से अब तक क्या हुआ?
अब आपको बताते हैं कि बहराइच में क्या हुआ था। शाम छह बजे का वक्त था। यहां के महराजगंज बाजार के एक मोहल्ले से दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस निकल रहा था। इस मोहल्ले में समुदाय विशेष की बड़ी आबादी है। मोहल्ले से गुजरते वक्त डीजे बजाने को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी होने लगी। इसी के बाद बवाल बढ़ गया। मोहल्ले की छतों से पत्थर फेंके जाने लगे। पथराव और आगजनी के बीच करीब 20 राउंड फायरिंग की गई। इस दौरान भगदड़ मच गई। इस जुलूस में हरदी थाना इलाके के रेहुआ मंसूर गांव का निवासी रामगोपाल मिश्रा भी था। एक घंटे में विवाद बढ़ गया और इस बीच रामगोपाल ने एक घर की छत पर चढ़कर भगवा झंडा लहरा दिया। इसी दौरान रामगोपाल को समुदाय विशेष के लोगों ने एक घर के अंदर खींच लिया। उस पर धारदार हथियार से हमला किया गया। बुरी तरह पिटाई करते हुए उसे गोलियां मारी गईं, जिससे उसकी मौत हो गई। एक चश्मदीद का कहना है कि अब्दुल हमीद नाम के शख्स के घर में खींचकर रामगोपाल की हत्या की गई।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक रामगोपाल को गोली मारने के साथ ही उसके पैरों के नाखून प्लास से निकाल लिए गए। पत्नी रोली ने कहा है कि उसके पति को जानवरों की तरह मारा गया है। रोली का कहना है, ‘मैं हॉस्पिटल पहुंची तो उनके गले पर चाकू का निशान था। शरीर पर गोलियों के निशान थे। पैर के नाखून को प्लास से निकाल दिया गया था। एकदम जानवरों की तरह बहुत बेदर्दी से मारा। अब हमें इंसाफ चाहिए।‘
रामगोपाल की हत्या के बाद विसर्जन में शामिल लोगों का गुस्सा भड़क उठा। घरों में आगजनी के साथ ही कई गाड़ियां फूंक दी गईं। रात 9 बजते-बजते दो समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया। रात दस बजे महसी से बीजेपी विधायक सुरेश्वर सिंह मेडिकल कॉलेज पहुंचे। उनका भी लोगों ने विरोध किया। बहराइच शहर में ही विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। घटना के बाद सीएम योगी ने कहा कि माहौल बिगाड़ने वाले नहीं बचेंगे। लापरवाही बरतने के आरोप में रात 11 बजे हरदी थानाध्यक्ष एसके वर्मा, चौकी इंचार्ज महसी शिव कुमार को निलंबित कर दिया गया। इसके अलावा बलरामपुर, गोंडा, श्रावस्ती, सीतापुर और बाराबंकी से अतिरिक्त पुलिसबल मंगाया गया। रातभर हालात बेकाबू बने रहे। उपद्रव फैलाने के आरोप में 30 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। नामजद छह आरोपियों में से एक राजा उर्फ साहिर खान को पुलिस ने दबोचा है।
दो दिन तक चलता रहा हिंसा का दौर
अगले दिन भी जब हिंसा पर काबू नहीं पाया जा सका। सोमवार को भीड़ ने कई शोरूम, अस्पताल और दुकानों में आग लगा दी। इसके बाद योगी सरकार ने एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश को भेजा। एडीजी का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वह रिवॉल्वर लेकर लोगों को चेतावनी दे रहे हैं। गली-गली में सर्च ऑपरेशन के बाद उपद्रवियों को खदेड़ा गया। डीएम-एसपी समेत तमाम आला अफसर प्रभावित क्षेत्र में सड़क पर उतरे हुए हैं। कई जिलों से अतिरिक्त पुलिस बल भी भेजा गया है। प्रशासन लोगों से शांति की अपील कर रहा है। प्रभावित इलाके में बिना आधार कार्ड के किसी की एंट्री नहीं हो रही है। लोगों से अपने घरों में रहने को कहा गया है। इस बीच मृतक रामगोपाल का परिवार सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए लखनऊ रवाना हुआ है।