BJP के दोनों मुस्लिम उम्मीदवार हारे, कांग्रेस से नूहं दंगे का दागी भी जीता: JJP के दुष्यंत चौटाला पाँचवें स्थान पर

देवीलाल के पोते आदित्य की जीत

राहुल गाँधी, मामन खान

राहुल गाँधी के साथ नूहं का विधायक मामन खान

हरियाणा में लगभग सही एग्जिट पोल को गलत बताते और सत्ता विरोधी लहर को खारिज करते हुए बीजेपी ने जीत की हैट्रिक मार दी है। इस ऐतिहासिक जीत के साथ ही बीजेपी हरियाणा में लगातार 3 बार जीत हासिल करने वाली पहली पार्टी बन गई है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, 90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा में बीजेपी ने 48 सीटों पर जीत दर्ज की है जबकि कांग्रेस पार्टी को 37 सीटों पर जीत मिली है। इसके अलावा INLD को 2 और निर्दलीय उम्मीदवारों को 3 सीटें हासिल हुई हैं। बीजेपी से गाहे-बगाहे जो सवाल सबसे ज़्यादा पूछा जाता रहा है वो है पार्टी में मुस्लिमों के प्रतिनिधित्व का।

अक्सर बीजेपी पर आरोप लगता है कि वो मुस्लिमों को चुनावी राजनीति में कम जगह देती है। हालांकि, बीजेपी के लोग चुनाव में टिकट दिए जाने के पीछे का कारण केवल किसी उम्मीदवार की जीतने की क्षमता को मानते रहे हैं। हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने फिरोजपुर झिरका और पुनहाना दो सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे थे और दोनों पर ही उसे हार का सामना करना पड़ा है। कौनसी थी वो दोनों सीटें और वहां क्या रहा चुनावी अंकगणित आइए समझते हैं…

करीब 1 लाख वोटों से जीता हिंदू विरोधी दंगों का आरोपी

हरियाणा के इस विधानसभा चुनाव में फिरोजपुर झिरका सीट को सबसे चर्चित सीटों में से एक माना जा रहा था और वजह थी इस सीट पर कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ रहे नूहं में हुए हिंदू विरोधी दंगों के आरोपी मामन खान। यह सीट मुस्लिम बहुल मेवात क्षेत्र में आती है और बीजेपी ने यहां से नसीम अहमद को अपना उम्मीदवार बनाया था। मामन खान ने यहां से करीब 1 लाख वोटों से जीत दर्ज की है, मामन को करीब 1.30 लाख वोट मिले जबिक बीजेपी उम्मीदवार को करीब 32,000 वोट ही मिल सके। दिलचस्प बात ये भी है कि इस सीट पर केवल एक हिंदू उम्मीवार था, नरेंद्र कुमार। नरेंद्र ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और उन्हें कुल 257 वोट मिले जबकि NOTA को इस सीट से 439 वोट मिले।

पुनहाना में BJP को मिले केवल 5,000 वोट

फिरोजपुर झिरका के अलावा बीजेपी ने पुनहाना में भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट दिया था और मोहम्मद ऐजाज खान को अपना प्रत्याशी बनाया था। मुस्लिम बहुल सीट पुनहाना पर बीजेपी को मुस्लिम चेहरे के सहारे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी लेकिन वैसा हो नहीं पाया। इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार मोहम्मद इल्यास ने करीब 32,00 वोटों से जीत दर्ज की और उन्हें कुल 85,300 वोट मिले हैं। वहीं, निर्दलीय उम्मीदवार रहीश खां इस सीट पर दूसरे नंबर पर रहे और उन्हें करीब 53,000 वोट मिले जबकि बीजेपी उम्मीदवार मोहम्मद ऐजाज खान तीसरे स्थान पर रहे और उन्हें करीब 5,000 वोट मिले।

सबसे कम और सर्वाधिक कहां रहा जीत का अंतर

हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में जींद की उचाना कलां सीट पर इस चुनाव का सबसे रोमांचक मुकाबला हुआ। हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की उम्मीदवारी वाली इस सीट पर हार-जीत का अंतर महज 32 वोटों का रहा। इस सीट पर बीजेपी उम्मीदवार देवेंद्र चतुरभुज अत्री को 32 वोटों से जीत मिली है। अत्री को 48,968 वोट मिले जबकि दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस प्रत्याशी बृजेंद्र सिंह को 48,936 वोट हासिल हुए। जननायक जनता पार्टी के उम्मीदवार दुष्यंत को 7950 वोट मिले और वह इस सीट पर पांचवे स्थान पर रहे।

साथ ही, डबवाली सीट पर मुकाबला दिलचस्प रहा और पूर्व उप-प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के पोते आदित्य देवीलाल ने इस सीट पर कांग्रेस के अमित सिहाग को केवल 610 वोटों से हराया है।

हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 की सबसे बड़ी जीत कांग्रेस के उम्मीदवार मामन खान ने दर्ज की है। मामन को चुनाव में कुल 1,30,497 वोट मिले और उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार नसीम अहमद को 98,441 वोटों से हराया है।

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