‘खान यूनुस का कसाई’ हमास चीफ ढेर, इजरायली मीडिया में याह्या सिनवार की मौत का दावा, पुष्टि के लिए DNA टेस्ट

इजरायल पर 7 अक्टूबर 2023 को हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड याह्या सिनवार को ही माना जाता है।

इजरायली मीडिया के मुताबिक याह्या सिनवार की मौत

तेल अवीव: गाजा में इजरायली डिफेंस फोर्सेज के ऑपरेशन में हमास का चीफ याह्या सिनवार मारा गया है। ऐसी खबरें इजरायली मीडिया में चल रही हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक इजरायल की सुरक्षा कैबिनेट ने बताया है कि सिनवार की संभवतः मौत हो गई है। वहीं समाचार एजेंसी एएफपी ने एक सुरक्षा अधिकारी के हवाले से कहा है कि मारा गया शख्स याह्या सिनवार है या नहीं, इसकी पुष्टि के लिए डीएनए जांच का सहारा लिया जा रहा है। इससे पहले आईडीएफ ने जानकारी दी थी कि सेंट्रल गाजा में मारे गए तीन आतंकियों में से एक हमास का लीडर याह्या सिनवार हो सकता है।

7 अक्टूबर के हमले का मास्टरमाइंड सिनवार

इजरायली पुलिस ने एक बयान में कहा है कि याह्या सिनवार के दांतों से उसके शव की पहचान हुई है। इजरायल के चैनल-12 ने सैन्य अधिकारियों हवाले से जानकारी दी है कि आईडीएफ के ऑपरेशन में सिनवार मारा गया है। सोशल मीडिया पर याह्या के मारे जाने के बाद इजरायल में जश्न की भी तस्वीरें सामने आई हैं। इस्माइल हानिया के हवाई हमले में मारे जाने के बाद हमास को सिनवार ही कंट्रोल कर रहा था। पिछले साल सात अक्टूबर को सिनवार के इशारे पर ही हमास के लड़ाकों ने इजरायल में घुसकर 1200 से ज्यादा नागरिकों और सैनिकों की हत्याएं की थीं। वहीं सैकड़ों को बंधक बनाकर अपने साथ गाजा ले गए थे।

याह्या सिनवार की मौत: इजरायली मीडिया

सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही है। इन तस्वीरों में बमबारी के बाद मलबे में पड़ा शख्स याह्या सिनवार जैसा ही नजर आ रहा है। इजरायली मीडिया ने जानकारी दी है, ‘आईडीएफ की टैंक कंपनी 188 ब्रिगेड कमांडर्स ने 450वीं बटालियन के नेतृत्व में सिनवार को ध्वस्त कर दिया। मलबे में आईडीएफ के फाइटर्स उस आतंकी के शव के पास खड़े हैं, जिसकी पहचान हमास के लीडर याह्या सिनवार के रूप में हुई है।’ चैनल 12 की तरफ से सिनवार की मौत की पुष्टि करते हुए एक्स पर एक पोस्ट की गई है।

दांतों से सिनवार की पहचान: इजरायली पुलिस

इजरायली पुलिस ने एक बयान में कहा है कि हमने सिनवार के शव की उसके दांतों की तस्वीर से शिनाख्त की है। अब दूसरी जांचें भी की जा रही हैं। इजरायल के कुछ हिस्सों से याह्या सिनवार की मौत की खबर मिलने के बाद खुशी के इजहार की तस्वीरें भी सामने आ रही हैं। सिनवार ने ही पिछले साल 7 अक्टूबर को इजरायल में हुए हमले की साजिश रची थी। ऐसे में बहुत से इजरायली नागरिक इसे मारे गए लोगों के लिए श्रद्धांजलि के तौर पर देख रहे हैं। सोशल मीडिया पर आईडीएफ की तारीफ में पोस्ट भी शेयर की जा रही हैं।

इससे पहले आईडीएफ की तरफ से एक एक्स पोस्ट में कहा गया, ‘शुरुआती जानकारी है कि गाजा में ऑपरेशन के दौरान तीन आतंकियों को हमने मार गिराया है। आईडीएफ और आईएसए इस संभावना की जांच कर रहे हैं कि उनमें से एक आतंकी याह्या सिनवार तो नहीं है। अभी आतंकियों की पहचान की पुष्टि नहीं की जा सकती। जिस बिल्डिंग में आतंकियों को मार गिराया गया है, वहां पर बंधकों के होने के कोई संकेत नहीं मिले हैं।‘ इजरायली सेना मारे गए आतंकियों का डीएनए टेस्ट करा रही है, उसके बाद ही किसी अंतिम नतीजे पर पहुंचने की उम्मीद है। उत्तरी गाजा में इजरायली सेना लगातार हमले कर रही है। आईडीएफ ने हमास के एक स्कूल को उड़ा दिया है, जहां उसके लड़ाकों को प्रशिक्षण दिया जाता था।

हानिया के मारे जाने के बाद संभाली कमान

हाल ही में ऐसी खबरें सामने आई थीं कि सिनवार एक बंकर में छिपकर रह रहा है। उसके साथ इजरायली बंधकों के होने का भी दावा किया जा रहा था। कहा जा रहा था कि उसके हाथ में एक बैग है, जिसमें 15 किलो डायनामाइट है। ऐसा उसने इसलिए किया था कि बंधकों के इसकी चपेट में आने के डर से इजरायली सेना उस पर हमला नहीं करेगी। सिनवार ने इस्माइल हानिया के मारे जाने के बाद अगस्त में हमास की कमान संभाली थी। सिनवार लंबे समय से इजरायली सेना के टारगेट पर है। गाजा से वह इजरायल के खिलाफ सभी ऑपरेशन लीड करता है। इजरायली हमलों से बचने के लिए सिनवार ने गाजा की सुरंगों को ठिकाना बनाया।

खान यूनुस के कसाई के नाम से कुख्यात सिनवार    

याह्या सिनवार खान यूनुस के कसाई के नाम से इजरायल में कुख्यात था। जिस भी फिलिस्तीनी पर उसे इजरायल की मदद करने का जरा भी शक होता था, उसे फौरन वह जान से मार देता था। 1962 में जन्मा सिनवार हमास के शुरुआती सदस्यों में था। इसकी स्थापना 1987 में हुई। इजरायल ने सिनवार को 80 के दशक के आखिर में गिरफ्तार किया था। सिनवार ने अपने 12 संदिग्ध सहयोगियों हत्या की थी। पकड़े जाने के बाद उसने यह बात मानी भी थी। इसके बाद उसे खान यूनुस का कसाई उपनाम मिला। सिनवार को उम्रकैद की 4 सजाएं हुई थीं, इसमें 2 इजरायली कर्मियों की हत्या भी शामिल थी। जेल में रहते हुए सिनवार ने हिब्रू और इजरायली समाज के बारे में भी जानकारी हासिल की। 2008 में इजरायली डॉक्टरों के ट्रीटमेंट के बाद उसका ब्रेन कैंसर ठीक हुआ था।

2011 में इजरायली कैद से छूटा था सिनवार

2011 में वह इजरायल की कैद से छूट गया था। दरअसल प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बॉर्डर पार छापे में एक इजरायली सैनिक की रिहाई के बदले हमास से डील के तहत सिनवार को जेल से रिहा कर दिया था। माना जाता है कि सिनवार ने हमास के सशस्त्र विंग के चीफ मोहम्मद दीफ के साथ मिलकर 7 अक्टूबर को इजरायल पर सबसे बड़े हमले की साजिश रची थी। इस आतंकी हमले में 1200 से ज्यादा इजरायली मारे गए। इसके बाद इजरायल ने गाजा पर ताबड़तोड़ हमले शुरू कर दिए। आईडीएफ ने गाजा में सुरंगों के हमास के नेटवर्क को ध्वस्त कर दिया। वहीं हवाई हमलों और ग्राउंड ऑपरेशन में अब तक 40 हजार से ज्यादा लोगों की गाजा में मौत हो चुकी है।

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