तेल अवीव: गाजा में इजरायली डिफेंस फोर्सेज के ऑपरेशन में हमास का चीफ याह्या सिनवार मारा गया है। इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने सिनवार के मारे जाने की पुष्टि की है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि शैतान को बहुत बड़ी चोट दी गई है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक इजरायल की सुरक्षा कैबिनेट ने बताया है कि सिनवार की मौत हो गई है। गुरुवार शाम होते-होते इजरायली सेना ने ऐलान किया कि जांच पूरी हो गई है और याह्या सिनवार को मार दिया गया है। सिनवार के शव की एक उंगली को टेस्ट के लिए भेजा गया था, जिसके बाद याह्या की मौत पर मुहर लग गई।
‘ऐसे शख्स की तरह मरा जिसे सिर्फ अपनी फिक्र थी’
इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने सिनवार की मौत पर जानकारी देते हुए कहा, ‘सिनवार को पीटा गया। उसे लोगों की हत्या के लिए दोषी ठहराया गया था और वो भाग रहा था। वो किसी कमांडर की मौत नहीं मरा, बल्कि ऐसे शख्स की तरह मरा, जिसे सिर्फ अपनी फिक्र थी। ये हमारे दुश्मनों के लिए साफ संदेश है।’
Eliminated: Yahya Sinwar.
— Israel Defense Forces (@IDF) October 17, 2024
Yahya Sinwar is dead.
He was killed in Rafah by the brave soldiers of the Israel Defense Forces.
While this is not the end of the war in Gaza, it's the beginning of the end. pic.twitter.com/C6wAaLH1YW
— Benjamin Netanyahu – בנימין נתניהו (@netanyahu) October 17, 2024
हिसाब बराबर, गाजा में युद्ध जारी रहेगा: नेतन्याहू
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा, ‘हमने हिसाब बराबर कर लिया है लेकिन गाजा में युद्ध जारी रहेगा। ये सिर्फ हमास के कब्जे से 101 बंधकों को छुड़ाने का मामला नहीं है। बंधकों के परिवारों से मैं कहना चाहता हूं कि ये युद्ध का अहम पल है। हम तब तक पूरी ताकत के साथ लड़ेंगे जब तक आपके और हमारे प्यारे लोग घर नहीं आ जाते।’
“Since the beginning of this war that Sinwar started on October 7 — we’ve said: Our war is with Hamas, not the people of Gaza. We mean it.”
IDF Spokesperson RAdm. Daniel Hagari on the elimination of Yahya Sinwar and our operational goals in Gaza: pic.twitter.com/OgkgUc5Bhi
— Israel Defense Forces (@IDF) October 17, 2024
ड्रोन से पहचान की और मार गिराया: इजरायली सेना
इजरायली सेना के मुताबिक 828वीं बिसलामैक ब्रिगेड रफाह के ताल-अल-सुल्तान इलाके में गश्त कर रही थी। इसी दौरान तीन आतंकियों से मुठभेड़ हुई और तीनों को मार गिराया गया। इजरायली सेना के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने कहा, ‘सेना को ये पता नहीं था कि सिनवार वहां था। सेना लगातार ऑपरेशन चला रही थी। इजरायली सैनिकों ने तीन लोगों को एक मकान से दूसरे मकान की तरफ दौड़ते देखा। मुठभेड़ के बाद जिस शख्स की पहचान सिनवार के रूप में हुई वो अकेले एक बिल्डिंग की ओर भागता दिखा। सैनिकों ने ड्रोन से पहचान करते हुए उसे मार गिराया। ‘
7 अक्टूबर के हमले का मास्टरमाइंड सिनवार
इस्माइल हानिया के हवाई हमले में मारे जाने के बाद हमास को याह्या सिनवार ही कंट्रोल कर रहा था। पिछले साल सात अक्टूबर को सिनवार के इशारे पर ही हमास के लड़ाकों ने इजरायल में घुसकर 1200 से ज्यादा नागरिकों और सैनिकों की हत्याएं की थीं। वहीं सैकड़ों को बंधक बनाकर अपने साथ गाजा ले गए थे।
दांतों से सिनवार की पहचान: इजरायली पुलिस
इजरायली पुलिस ने एक बयान में कहा है कि हमने सिनवार के शव की उसके दांतों की तस्वीर से शिनाख्त की है। अब दूसरी जांचें भी की जा रही हैं। इजरायल के कुछ हिस्सों से याह्या सिनवार की मौत की खबर मिलने के बाद खुशी के इजहार की तस्वीरें भी सामने आ रही हैं। सिनवार ने ही पिछले साल 7 अक्टूबर को इजरायल में हुए हमले की साजिश रची थी। ऐसे में बहुत से इजरायली नागरिक इसे मारे गए लोगों के लिए श्रद्धांजलि के तौर पर देख रहे हैं। सोशल मीडिया पर आईडीएफ की तारीफ में पोस्ट भी शेयर की जा रही हैं।
Israelis celebrating from their balconies in Ashdod after hearing that the IDF has killed the Hamas leader Yahya Sinwar pic.twitter.com/JW7qBrBM7V
— Visegrád 24 (@visegrad24) October 17, 2024
इससे पहले आईडीएफ की तरफ से एक एक्स पोस्ट में कहा गया, ‘शुरुआती जानकारी है कि गाजा में ऑपरेशन के दौरान तीन आतंकियों को हमने मार गिराया है। आईडीएफ और आईएसए इस संभावना की जांच कर रहे हैं कि उनमें से एक आतंकी याह्या सिनवार तो नहीं है। अभी आतंकियों की पहचान की पुष्टि नहीं की जा सकती। जिस बिल्डिंग में आतंकियों को मार गिराया गया है, वहां पर बंधकों के होने के कोई संकेत नहीं मिले हैं।‘ इजरायली सेना मारे गए आतंकियों का डीएनए टेस्ट करा रही है, उसके बाद ही किसी अंतिम नतीजे पर पहुंचने की उम्मीद है। उत्तरी गाजा में इजरायली सेना लगातार हमले कर रही है। आईडीएफ ने हमास के एक स्कूल को उड़ा दिया है, जहां उसके लड़ाकों को प्रशिक्षण दिया जाता था।
During IDF operations in Gaza, 3 terrorists were eliminated. The IDF and ISA are checking the possibility that one of the terrorists was Yahya Sinwar. At this stage, the identity of the terrorists cannot be confirmed.
In the building where the terrorists were eliminated, there…
— Israel Defense Forces (@IDF) October 17, 2024
हानिया के मारे जाने के बाद संभाली कमान
हाल ही में ऐसी खबरें सामने आई थीं कि सिनवार एक बंकर में छिपकर रह रहा है। उसके साथ इजरायली बंधकों के होने का भी दावा किया जा रहा था। कहा जा रहा था कि उसके हाथ में एक बैग है, जिसमें 15 किलो डायनामाइट है। ऐसा उसने इसलिए किया था कि बंधकों के इसकी चपेट में आने के डर से इजरायली सेना उस पर हमला नहीं करेगी। सिनवार ने इस्माइल हानिया के मारे जाने के बाद अगस्त में हमास की कमान संभाली थी। सिनवार लंबे समय से इजरायली सेना के टारगेट पर है। गाजा से वह इजरायल के खिलाफ सभी ऑपरेशन लीड करता है। इजरायली हमलों से बचने के लिए सिनवार ने गाजा की सुरंगों को ठिकाना बनाया।
खान यूनुस के कसाई के नाम से कुख्यात सिनवार
याह्या सिनवार खान यूनुस के कसाई के नाम से इजरायल में कुख्यात था। जिस भी फिलिस्तीनी पर उसे इजरायल की मदद करने का जरा भी शक होता था, उसे फौरन वह जान से मार देता था। 1962 में जन्मा सिनवार हमास के शुरुआती सदस्यों में था। इसकी स्थापना 1987 में हुई। इजरायल ने सिनवार को 80 के दशक के आखिर में गिरफ्तार किया था। सिनवार ने अपने 12 संदिग्ध सहयोगियों हत्या की थी। पकड़े जाने के बाद उसने यह बात मानी भी थी। इसके बाद उसे खान यूनुस का कसाई उपनाम मिला। सिनवार को उम्रकैद की 4 सजाएं हुई थीं, इसमें 2 इजरायली कर्मियों की हत्या भी शामिल थी। जेल में रहते हुए सिनवार ने हिब्रू और इजरायली समाज के बारे में भी जानकारी हासिल की। 2008 में इजरायली डॉक्टरों के ट्रीटमेंट के बाद उसका ब्रेन कैंसर ठीक हुआ था।
2011 में इजरायली कैद से छूटा था सिनवार
2011 में वह इजरायल की कैद से छूट गया था। दरअसल प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बॉर्डर पार छापे में एक इजरायली सैनिक की रिहाई के बदले हमास से डील के तहत सिनवार को जेल से रिहा कर दिया था। माना जाता है कि सिनवार ने हमास के सशस्त्र विंग के चीफ मोहम्मद दीफ के साथ मिलकर 7 अक्टूबर को इजरायल पर सबसे बड़े हमले की साजिश रची थी। इस आतंकी हमले में 1200 से ज्यादा इजरायली मारे गए। इसके बाद इजरायल ने गाजा पर ताबड़तोड़ हमले शुरू कर दिए। आईडीएफ ने गाजा में सुरंगों के हमास के नेटवर्क को ध्वस्त कर दिया। वहीं हवाई हमलों और ग्राउंड ऑपरेशन में अब तक 40 हजार से ज्यादा लोगों की गाजा में मौत हो चुकी है।