इजरायली हमले में मारे गए हिज्बुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह को जन्नत मिली होगी या नहीं इसका तो पता नहीं लेकिन धरती पर उसकी मौत के बाद उसे ठीक से कब्र भी नसीब नहीं हुई है। नसरल्लाह की मौत के बाद इराक के प्रधानमंत्री के सलाहकार अब्दुल आमिर अल-तेईबान ने बताया था कि नसरल्लाह को कर्बला में इमाम हुसैन के पास दफन किया जाएगा, लेकिन अब खबरें हैं कि नसरल्लाह को अस्थाई तौर पर एक गुप्त जगह पर दफन कर दिया गया है। हिजबुल्लाह को इस बात की आशंका थी कि अगर नसरल्लाह का जनाजा निकाला जाता है तो इजरायल उस पर भी हमला कर सकता है।
लेबनान के एक अधिकारी ने AFP को बताया है कि हिज्बुल्लाह ने लेबनान के माध्यम से अमेरिका से नसरल्लाह का जनाजा निकालने की गारंटी मांगी थी लेकिन बेरूत पर जारी इजरायली बमबारी के बीच ऐसी कोई गारंटी नहीं मिली। इस मामले से जुड़े करीबी सूत्रों ने AFP से नसरल्लाह को दफनाए जाने की पुष्टि करते हुए बताया है, “हसन नसरल्लाह को अस्थायी रूप से दफनाया गया है, जब तक कि हालात सार्वजनिक अंतिम संस्कार की अनुमति नहीं देते।” मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिया मुस्लिमों के रीति-रिवाजों में किसी को अस्थाई रूप से दफनाने का प्रावधान हैं अगर कुछ परिस्थितियों के चलते ठीक तरह से अंतिम संस्कार ना हो पा रहा हो।
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई ने तेहरान की ग्रैंड मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद तकरीर देते हुए हसन नसरल्लाह की मौत पर दुख जताया है। अपनी तकरीर के दौरान खामेनेई ने अपनी बगल में बंदूक रखी हुई थी और उन्होंने दुनियाभर के मुसलमानों से एकजुट होने की अपील की है। खामेनेई ने नसरल्लाह को अपना ‘प्रिय भाई’ बताते हुए कहा कि उसका प्रभाव लेबनान और अरब दुनिया की सीमाओं से पार तक था।
गौरतलब है कि इजरायल द्वारा पिछले हफ्ते लेबनान की राजधानी बेरुत में हिज्बुल्लाह को हेडक्वॉर्टर पर किए गए हमलों में 64 वर्षीय नसरल्लाह की मौत हो गई थी। इजरायल सेना ने नसरल्लाह को कई इजरायली सैनिकों और आम लोगों की हत्या का जिम्मेदार बताया था। नसरल्लाह की मौत के हफ्तेभर बाद भी उसके उत्तराधिकारी का औपचारिक तौर पर एलान नहीं किया गया है। वहीं, नसरल्लाह के संभावित उत्तराधिकारी हाशिम सफीद्दीन के ऊपर भी इजरायल ने हवाई हमला कर दिया है।