इजरायल की सेना ने गाजा में हमास की सरकार के प्रमुख रावी मुश्तहा को मार गिराने का दावा किया है। इजरायली सेना ने गुरुवार को बताया कि तीन महीने पहले एक हवाई हमले में मुश्तहा को मारा गया था और उसके साथ हमास के राजनीतिक ब्यूरो में सुरक्षा विभाग को संभालने वाले समेह अल-सिराज और कमांडर सामी औदेह भी मारे गए हैं।
इजरायली सेना ने बताया कि वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने इन आतंकवादियों पर उस दौरान हमला किया जब वे उत्तरी गाजा में बंकर में बने हमास के कमांड ऐंड कंट्रोल सेंटर छिपे हुए थे। हालांकि, हमास की ओर से इस मामले पर अभी कोई टिप्पणी नहीं आई है।
कौन था रावी मुश्तहा
गाज़ा पट्टी में हमास की सरकार का प्रमुख मुश्ताहा संगठन के शीर्ष नेता याह्या सिनवार का बेहद करीबी था और उसने याह्या के साथ मिलकर हमास जनरल सिक्योरिटी सर्विस की स्थापना की थी। मुश्ताहा इससे पहले हमास की सरकार में वित्त विभाग का प्रमुख रह चुका था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुश्ताहा और याह्या ने इजरायली जेल में एकसाथ सजा काटी थी।
मुश्ताहा को 2015 में अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा ‘विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी’ घोषित किया गया था। इजरायल सेना के मुताबिक, मुश्ताहा सबसे वरिष्ठ कमांडरों में शामिल था और वही हमास के कमांडरों की तैनाती से जुड़े सभी फैसले लेता था।
‘7 अक्टूबर के नरसंहार में शामिल आतंकी नहीं बचेंगे’
इजरायली सेना ने तीनों ‘आतंकियों’ की मौत की घोषणा करते हुए कहा कि इजरायल 7 अक्टूबर को हुए नरसंहार के लिए जिम्मेदार किसी भी आतंकवादी को नहीं छोड़ेगा और इजरायल को धमकी देने वाले हर व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
दरअसल, हमास के आतंकियों ने 7 अक्टूबर को गाजा पट्टी से इजरायल पर हमला कर बच्चों समेत सैंकड़ों लोगों को मार दिया था और सैंकड़ों लोगों को ही अगवा कर लिया गया था जिसके बाद से गाजा पट्टी में इजरायल के हमले जारी हैं जिनमें हज़ारों लोगों की मौत हो चुकी है।