सर हेनरी लारेंस ने इनको लिखे पत्रों में इन्हें लाहौर दरबार के खिलाफ भड़काने के लिए सत्ता संघर्ष के दौरान इनके भाई-भतीजों की हत्या का स्मरण तक कराया और इन्हें जम्मू कश्मीर को स्वतंत्र राज्य के रूप में बनाने की बात कहते हुए स्वतंत्र राजा बनने का प्रलोभन भी दिया।
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    भारत सरकार का ‘भारती’ इनिशिएटिव: कृषि निर्यात को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का रोडमैप

    भारत सरकार का ‘भारती’ इनिशिएटिव: कृषि निर्यात को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का रोडमैप

    उमर खालिद-शरजील केस से फिर बेनकाब हुआ ‘रेड-लिबरल इकोसिस्टम’

    उमर खालिद-शरजील केस से फिर बेनकाब हुआ ‘रेड-लिबरल इकोसिस्टम’

    ट्रंप की ट्रेड शिकायतें: भारत को निशाना बनाना राजनीति है, सच्चाई नहीं

    ट्रंप की ट्रेड शिकायतें: भारत को निशाना बनाना राजनीति है, सच्चाई नहीं

    बिहार की रैली में पीएम मोदी भावुक, बोले– मेरी मां को गाली दी गई, यह सिर्फ मेरा नहीं, देश की हर मां-बहन-बेटी का अपमान है

    बिहार की रैली में पीएम मोदी भावुक, बोले– मेरी मां को गाली दी गई, यह सिर्फ मेरा नहीं, देश की हर मां-बहन-बेटी का अपमान है

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत सरकार का ‘भारती’ इनिशिएटिव: कृषि निर्यात को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का रोडमैप

    भारत सरकार का ‘भारती’ इनिशिएटिव: कृषि निर्यात को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का रोडमैप

    ट्रम्प टैरिफ के बीच 'स्वदेशी' फिर चर्चा में है

    सभ्यता की आत्मा से आत्मनिर्भर भारत तक का रास्ता है “स्वदेशी”- लेकिन ‘ब्रांड प्रेमी’ हिंदुस्तानियों को स्वदेशी से जोड़ना चुनौती से कम नहीं

    ट्रंप की ट्रेड शिकायतें: भारत को निशाना बनाना राजनीति है, सच्चाई नहीं

    ट्रंप की ट्रेड शिकायतें: भारत को निशाना बनाना राजनीति है, सच्चाई नहीं

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    पहली बार उत्तर प्रदेश के 7 शहरों में महिलाएं संभालेंगी ट्रैफिक व्यवस्था

    पहली बार उत्तर प्रदेश के 7 शहरों में महिलाएं संभालेंगी ट्रैफिक व्यवस्था

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    बांग्लादेश: हिंदुओं के लिए नर्क, दुनिया की चुप्पी और भारत की जिम्मेदारी

    बांग्लादेश: हिंदुओं के लिए नर्क, दुनिया की चुप्पी और भारत की जिम्मेदारी

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत सरकार का ‘भारती’ इनिशिएटिव: कृषि निर्यात को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का रोडमैप

    भारत सरकार का ‘भारती’ इनिशिएटिव: कृषि निर्यात को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का रोडमैप

    अब भारत में नहीं चलेगा विदेशी षड्यंत्र: एंटी-नेशनल गतिविधियों में शामिल विदेशियों को डिटेंशन कैंप से सीधा डिपोर्ट करेगी मोदी सरकार

    अब भारत में नहीं चलेगा विदेशी षड्यंत्र: एंटी-नेशनल गतिविधियों में शामिल विदेशियों को डिटेंशन कैंप से सीधा डिपोर्ट करेगी मोदी सरकार

    ट्रंप की ट्रेड शिकायतें: भारत को निशाना बनाना राजनीति है, सच्चाई नहीं

    ट्रंप की ट्रेड शिकायतें: भारत को निशाना बनाना राजनीति है, सच्चाई नहीं

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ट्रम्प टैरिफ के बीच 'स्वदेशी' फिर चर्चा में है

    सभ्यता की आत्मा से आत्मनिर्भर भारत तक का रास्ता है “स्वदेशी”- लेकिन ‘ब्रांड प्रेमी’ हिंदुस्तानियों को स्वदेशी से जोड़ना चुनौती से कम नहीं

    बांग्लादेश: हिंदुओं के लिए नर्क, दुनिया की चुप्पी और भारत की जिम्मेदारी

    बांग्लादेश: हिंदुओं के लिए नर्क, दुनिया की चुप्पी और भारत की जिम्मेदारी

    जापान की गोपनीय फाइलें और अधूरा सच: क्या अब खत्म होगा नेताजी सुभाष चंद्र बोस का रहस्य?

    जापान की गोपनीय फाइलें और अधूरा सच: क्या अब खत्म होगा नेताजी सुभाष चंद्र बोस का रहस्य?

    भारत के अलावा किन-किन देशों में होती है गणेश जी की पूजा और क्या है मान्यताएं?

    भारत के अलावा किन-किन देशों में होती है गणेश जी की पूजा और क्या है मान्यताएं?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    भारत सरकार का ‘भारती’ इनिशिएटिव: कृषि निर्यात को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का रोडमैप

    भारत सरकार का ‘भारती’ इनिशिएटिव: कृषि निर्यात को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का रोडमैप

    उमर खालिद-शरजील केस से फिर बेनकाब हुआ ‘रेड-लिबरल इकोसिस्टम’

    उमर खालिद-शरजील केस से फिर बेनकाब हुआ ‘रेड-लिबरल इकोसिस्टम’

    ट्रंप की ट्रेड शिकायतें: भारत को निशाना बनाना राजनीति है, सच्चाई नहीं

    ट्रंप की ट्रेड शिकायतें: भारत को निशाना बनाना राजनीति है, सच्चाई नहीं

    बिहार की रैली में पीएम मोदी भावुक, बोले– मेरी मां को गाली दी गई, यह सिर्फ मेरा नहीं, देश की हर मां-बहन-बेटी का अपमान है

    बिहार की रैली में पीएम मोदी भावुक, बोले– मेरी मां को गाली दी गई, यह सिर्फ मेरा नहीं, देश की हर मां-बहन-बेटी का अपमान है

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत सरकार का ‘भारती’ इनिशिएटिव: कृषि निर्यात को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का रोडमैप

    भारत सरकार का ‘भारती’ इनिशिएटिव: कृषि निर्यात को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का रोडमैप

    ट्रम्प टैरिफ के बीच 'स्वदेशी' फिर चर्चा में है

    सभ्यता की आत्मा से आत्मनिर्भर भारत तक का रास्ता है “स्वदेशी”- लेकिन ‘ब्रांड प्रेमी’ हिंदुस्तानियों को स्वदेशी से जोड़ना चुनौती से कम नहीं

    ट्रंप की ट्रेड शिकायतें: भारत को निशाना बनाना राजनीति है, सच्चाई नहीं

    ट्रंप की ट्रेड शिकायतें: भारत को निशाना बनाना राजनीति है, सच्चाई नहीं

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    पहली बार उत्तर प्रदेश के 7 शहरों में महिलाएं संभालेंगी ट्रैफिक व्यवस्था

    पहली बार उत्तर प्रदेश के 7 शहरों में महिलाएं संभालेंगी ट्रैफिक व्यवस्था

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    बांग्लादेश: हिंदुओं के लिए नर्क, दुनिया की चुप्पी और भारत की जिम्मेदारी

    बांग्लादेश: हिंदुओं के लिए नर्क, दुनिया की चुप्पी और भारत की जिम्मेदारी

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत सरकार का ‘भारती’ इनिशिएटिव: कृषि निर्यात को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का रोडमैप

    भारत सरकार का ‘भारती’ इनिशिएटिव: कृषि निर्यात को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का रोडमैप

    अब भारत में नहीं चलेगा विदेशी षड्यंत्र: एंटी-नेशनल गतिविधियों में शामिल विदेशियों को डिटेंशन कैंप से सीधा डिपोर्ट करेगी मोदी सरकार

    अब भारत में नहीं चलेगा विदेशी षड्यंत्र: एंटी-नेशनल गतिविधियों में शामिल विदेशियों को डिटेंशन कैंप से सीधा डिपोर्ट करेगी मोदी सरकार

    ट्रंप की ट्रेड शिकायतें: भारत को निशाना बनाना राजनीति है, सच्चाई नहीं

    ट्रंप की ट्रेड शिकायतें: भारत को निशाना बनाना राजनीति है, सच्चाई नहीं

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ट्रम्प टैरिफ के बीच 'स्वदेशी' फिर चर्चा में है

    सभ्यता की आत्मा से आत्मनिर्भर भारत तक का रास्ता है “स्वदेशी”- लेकिन ‘ब्रांड प्रेमी’ हिंदुस्तानियों को स्वदेशी से जोड़ना चुनौती से कम नहीं

    बांग्लादेश: हिंदुओं के लिए नर्क, दुनिया की चुप्पी और भारत की जिम्मेदारी

    बांग्लादेश: हिंदुओं के लिए नर्क, दुनिया की चुप्पी और भारत की जिम्मेदारी

    जापान की गोपनीय फाइलें और अधूरा सच: क्या अब खत्म होगा नेताजी सुभाष चंद्र बोस का रहस्य?

    जापान की गोपनीय फाइलें और अधूरा सच: क्या अब खत्म होगा नेताजी सुभाष चंद्र बोस का रहस्य?

    भारत के अलावा किन-किन देशों में होती है गणेश जी की पूजा और क्या है मान्यताएं?

    भारत के अलावा किन-किन देशों में होती है गणेश जी की पूजा और क्या है मान्यताएं?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

जम्मू कश्मीर राज्य के संस्थापक डोगरा योद्धा गुलाब सिंह, 22 रियासतों में बँटे प्रदेश को किया संगठित

सिख सम्राट रणजीत सिंह के रहे वफादार

architsingh द्वारा architsingh
19 October 2024
in इतिहास, ज्ञान
गुलाब सिंह, जम्मू कश्मीर

महाराजा गुलाब सिंह ने जम्मू कश्मीर को अंग्रेजों से किसी प्रलोभन या वस्तु की तरह सौदेबाजी करके नहीं खरीदा था, समझिए क्यों

Share on FacebookShare on X

भारत के इतिहास में 19वीं शताब्दी के आरंभ में अंग्रेजों की सर्वोच्चता के खिलाफ लड़ते हुए मराठों, गोरखाओं और मुगलों का पतन हुआ। जब यह सब हो रहा था, तब सिखों ने लाहौर में जबरदस्त ताकत हासिल की और पंजाब को एक अभेद्य किला बना दिया। विडंबना यह है कि इसी उथल-पुथल में बहकर, उनका पतन भी उतनी ही तेजी से हुआ जितना कि उनका उत्थान। हम जानते हैं कि भारत में अनेक महान योद्धा हुए, जिनका योगदान भारतीय इतिहास में अमूल्य है। महाराणा प्रताप हों या शिवाजी, लक्ष्मीबाई हों या पृथ्वीराज चौहान वीर योद्धाओं की एक लंबी फेहरिस्त है जो आज भी अतीत के स्वर्णिम पन्नों पर अंकित हैं। योद्धाओं की इसी फेहरिस्त में एक और नाम जुड़ता है महाराजा गुलाब सिंह का।

अंग्रेजों के शासन के बीच निकला डोगरा योद्धा

1846 तक आते-आते अंग्रेजों से लड़ने के बाद सिखों के हाथ से पंजाब का शासन चला गया। ऐसे में पंजाब के बचे हुए सैनिकों एवं उनके नायकों में से एक डोगरा योद्धा का उदय हुआ जिसने आने वाले समय में भारतीय उपमहाद्वीप की नियति को आकार दिया। जी हाँ, वह यही महाराजा गुलाब सिंह थे जिन्होंने जम्मू और कश्मीर के विशाल राज्य का निर्माण किया। उनका जन्म 18 अक्टूबर 1792 में अंदरवाह के जागीरदार मियां किशोर सिंह के घर हुआ था। गुलाब सिंह का व्यक्तित्व अत्यंत प्रभावशाली था। उनकी कुशलता को देखते हुए लाहौर साम्राज्य के महाराजा रणजीत सिंह द्वारा उन्हें अनेक जिम्मेदारियां दी जाती रहीं।

संबंधितपोस्ट

एक जंग में फ्रांस मेडागास्कर के राजा का सिर काट कर अपने देश ले गए थे, अब 128 साल बाद लौटाईं तीन खोपड़ियां

जम्मू-कश्मीर के गुरेज़ सेक्टर में LoC पार करने की कोशिश करने वाले दो आतंकी ढेर, भारतीय सेना की बड़ी कार्रवाई

शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

और लोड करें

गुलाब सिंह ने भी सभी जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ निभाया। 1809 ई. में उन्हें रणजीत सिंह ने सेना के एक दल का नायक भी बनाया, सेनानायक के तौर पर गुलाब सिंह की नेतृत्व क्षमता उनकी रणनीतिक सूझबूझ से प्रभावित होकर, महाराजा रणजीत सिंह ने खुद 17 जून 1822 को चंद्रभागा (चिनाब) नदी के तट पर जम्मू के शासक के रूप में उनका राज्याभिषेक किया।

महाराजा गुलाब सिंह के राज्याभिषेक से संबंधित एक किंवदंती भी प्रचलित है। कहा जाता है कि इनका राज्याभिषेक करते हुए महाराजा रणजीत सिंह ने इनके मस्तिष्क पर राजतिलक नीचे से ऊपर की तरफ न करके बल्कि विपरीत दिशा में ऊपर से नीचे की तरफ किया था। जबकि सामान्यतः तिलक सदैव नीचे से ऊपर की दिशा में ही किया जाता है। रणजीत सिंह द्वारा इस विपरीत दिशा में किए गए राजतिलक के संदर्भ में एक लोकमत प्रचलित है। माना जाता है कि महाराजा रणजीत सिंह ने महाराजा गुलाब सिंह के व्यक्तित्व में उस महान शासक को देखा था जो जम्मू कश्मीर के विशाल पर्वतों से नीचे की दिशा में आकर उस समय भारत में निरंतर फैलते जा रहे अंग्रेजी साम्राज्य को रोकने की क्षमता रखता था। और वास्तव में देखा जाए तो महाराजा गुलाब सिंह ने किया भी ऐसा ही।

सिख सम्राट रणजीत सिंह के साम्राज्य का किया विस्तार

महाराजा गुलाब सिंह ने अपने साहसिक अभियानों तथा रणनीतिक कौशल से महाराजा रणजीत सिंह के साम्राज्य (लाहौर साम्राज्य) का विस्तार ल्हासा, पाश्मीना, लद्दाख, तिब्बत, सिल्क रूट तथा गिलगित बाल्टिस्तान के दुर्गम से दुर्गम क्षेत्रों तक किया था। जम्मू को अपना गढ़ बनाकर उन्होंने तेजी से साम्राज्य का विस्तार किया, 1830 के दशक में लद्दाख, 1840 के दशक में गिलगित-बाल्टिस्तान और 1841 में पश्चिमी तिब्बत पर विजय प्राप्त की। साम्राज्य 85 हजार वर्ग मील में फैला था, जो भारत में सबसे बड़ा था, जिस पर उनके वंशजों ने एक शताब्दी तक शासन किया। उनका साम्राज्य तिब्बत, नेपाल, चीन, मध्य एशियाई गणराज्यों और लगभग अफगानिस्तान तक फैला था। वे एकमात्र शासक थे जिन्होंने भारतीय सीमाओं को काराकोरम और मध्य एशिया तक बढ़ाया। उनका साम्राज्य दुनिया की लगभग आधी आबादी से घिरा हुआ था और इसलिए यह दुनिया का एक व्यापार गलियारा बन गया।

इन्होंने महज साम्राज्य विस्तार ही नहीं किया अपितु अनेक तत्कालीन विद्रोहों का भी दमन किया, उनमें से दिदो विद्रोह एवं अफगान विद्रोह प्रमुख हैं। वर्ष 1821 ई. में राजा गुलाब सिंह ने तत्कालीन दिदो विद्रोह के नेता दिदो जामवाल को पकड़कर उसे मार दिया। विद्रोह के नेता की हत्या होने पर यह विद्रोह तुरन्त शांत हो गया। वर्ष 1827 ई. हरि सिंह नलवा, जो उस समय सिख सेना के कमांडर इन चीफ थे, उन्हें शैदु युद्ध के दौरान अफगान विद्रोह का दमन करना था, इस विद्रोह का दमन करने में भी राजा गुलाब सिंह की महती भूमिका रही थी।

1837 ई. में सिख सेना के महान कमांडर इन चीफ हरि सिंह नलवा की मृत्यु के पश्चात जब जम्मू कश्मीर के अधिकांश हिस्सों में मुस्लिम विद्रोहियों ने विद्रोह करना प्रारंभ कर दिया था, उस समय राजा गुलाब सिंह को ही इन विद्रोहों के दमन का उत्तरदायित्व सौंपा गया था। इन विद्रोहों के अतिरिक्त भी पूंछ, हजारा, धूंड, मुरी, सती, कर्रल, तानोली और सुधान आदि क्षेत्रों में सिख साम्राज्य के विरुद्ध होने वाले प्रत्येक विद्रोह का दमन महाराजा गुलाब सिंह ने बहुत ही आक्रामकता एवं अपनी रणनीतिक सूझबूझ के साथ किया था। आजादी के बाद जिस तरह पटेल ने सम्पूर्ण भारत को संगठित किया, ठीक उसी प्रकार महाराजा गुलाब सिंह ने 22 छोटी-छोटी रियासतों में बंटे हुए तत्कालीन जम्मू कश्मीर को संगठित करके सिख साम्राज्य को और अधिक शक्तिशाली, समर्थ एवं सशक्त किया।

भाई-भतीजों की हत्या, फिर भी गुलाब सिंह ने दरबार में रखी श्रद्धा

महाराजा गुलाब सिंह ने सदैव ही महाराजा रणजीत सिंह और उनके लाहौर दरबार के प्रति सच्ची निष्ठा रखी। रणजीत सिंह की मृत्यु के पश्चात जब उनके लाहौर दरबार में सत्ता संघर्ष की स्थिति थी और इस संघर्ष के दौरान रणजीत सिंह के उत्तराधिकारियों के मध्य राजा गुलाब सिंह के भाई-भतीजों की भी हत्या की गई। इसके बावजूद भी राजा गुलाब सिंह ने लाहौर दरबार के प्रति अपनी श्रद्धा को कम नहीं होने दिया और वहाँ स्थिरता लाने के लिए पूर्ण निष्ठा से कार्य किया।

ये महाराजा गुलाब सिंह की लाहौर दरबार के प्रति निष्ठा ही थी कि उन्होंने अंग्रेजों तथा लाहौर दरबार के मध्य युद्ध को रोकने के लिए मध्यस्थता की थी। लाहौर दरबार के प्रति राजा गुलाब सिंह निष्ठा का लिखित प्रमाण भी इतिहास में प्राप्त होता है। 1846 में ही सर हेनरी लारेंस और महाराजा गुलाब सिंह के मध्य हुए पत्र वार्ता से राजा गुलाब सिंह की निष्ठा को देखा जा सकता है।

सर हेनरी लारेंस ने इनको लिखे पत्रों में इन्हें लाहौर दरबार के खिलाफ भड़काने के लिए सत्ता संघर्ष के दौरान इनके भाई-भतीजों की हत्या का स्मरण तक कराया और इन्हें जम्मू कश्मीर को स्वतंत्र राज्य के रूप में बनाने की बात कहते हुए स्वतंत्र राजा बनने का प्रलोभन भी दिया। किन्तु राजा गुलाब सिंह ने उनके इन पत्रों के प्रत्युत्तर में इसे लाहौर दरबार का आंतरिक मामला बताते हुए तथा उस सत्ता संघर्ष के समय महाराजा दिलीप सिंह के बच्चा होने एवं उनकी इस घटना में कोई भी भूमिका ना होने की बात स्पष्ट करते हुए सर हेनरी लॉरेन्स के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था।

अंग्रेजों को देना पड़ा था हर्जाना, क्या है पूरा मामला

तत्पश्चात लाहौर दरबार एवं अंग्रेजों के बीच युद्ध विराम संधि हुई। इस संधि के तहत यह निश्चित किया गया कि सतलुज तथा व्यास नदियों के बीच के समस्त क्षेत्र सहित 75 लाख नानकशाही रुपये हर्जाने के रूप में अंग्रेजों को दिए जाएंगे। अब लाहौर दरबार सतलुज तथा व्यास नदी के मध्य के क्षेत्र को तो अंग्रेजों को सौंपने के लिए तैयार था किन्तु इसके अतिरिक्त 75 लाख नानकशाही रुपये नकद अंग्रेजों को देने में तत्कालीन वज़ीर लाल सिंह ने असमर्थता जताई। इन 75 लाख नानकशाही रुपयों के स्थान पर लाल सिंह ने जम्मू कश्मीर के प्रदेश अंग्रेजों को सौंपने का प्रस्ताव रखा था। वास्तव में लाहौर दरबार के वजीर लाल सिंह के इस प्रस्ताव ने राजा गुलाब सिंह को जम्मू कश्मीर को लाहौर दरबार तथा अंग्रेजों से स्वतंत्र राज्य के रूप में प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त कर दिया था। हालाँकि महाराजा गुलाब सिंह को इस बात का तनिक भी प्रलोभन नहीं था किंतु वे उस विरासत को बचाना चाहते थे।

कई बुद्धिजीवी यह मानते हैं कि असल में महाराजा गुलाब सिंह ने 75 लाख नांनकशाही रुपयों के बदले यदि कश्मीर को बचाया तो वास्तव में उन्होंने कश्मीर को एक वस्तु समझ लिया था। किंतु यहाँ एक बात पूर्णतः स्पष्ट है कि जम्मू कश्मीर को 75 लाख नानकशाही रुपयों के बदले अंग्रेजों को सौंपने का प्रस्ताव तत्कालीन वज़ीर लाल सिंह ने रखा था। 9 मार्च, 1846 ईo को अंग्रेजों तथा लाहौर दरबार के मध्य हुई लाहौर सन्धि के अंतर्गत महाराजा दिलीप सिंह ने राजा गुलाब सिंह को स्वतंत्र रूप से जम्मू कश्मीर का शासक स्वीकार करते हुए उन्हें अंग्रेजों के साथ इस सम्बंध में अलग से सन्धि करने की भी स्वीकृति प्रदान की थी।

9 मार्च, 1846 ईo की इस लाहौर सन्धि के सात दिन बाद 16 मार्च को स्वतंत्र महाराजा के रूप में महाराजा गुलाब सिंह ने अंग्रेजों के साथ अमृतसर सन्धि की, जिसमें लाहौर दरबार द्वारा अंग्रेजों के साथ की गई सन्धि के अंतर्गत तय 75 लाख नानकशाही रुपयों की रकम महाराजा गुलाब सिंह ने अपने पक्ष से अंग्रेजों को देना स्वीकार किया था।

गुलाब सिंह: वीर योद्धा एवं राष्ट्रभक्त

इन तथ्यों के प्रकाश में यह पूर्णतः स्पष्ट हो जाता है कि महाराजा गुलाब सिंह ने जम्मू कश्मीर को अंग्रेजों से किसी प्रलोभन या वस्तु की तरह सौदेबाजी करके नहीं खरीदा था, अपितु लाहौर दरबार द्वारा 75 लाख नानकशाही रुपयों के बदले में जम्मू कश्मीर को अंग्रेजों के हाथों में जाने से बचाया था और सन्धि के अंतर्गत उस जम्मू कश्मीर के स्वतंत्र महाराजा बने थे जो उन्हें महाराजा रणजीत सिंह ने स्वयं प्रदान किया था। इस से एक तथ्य यह भी स्पष्ट होता है कि महाराजा रणजीत सिंह ने जो विरासत राजा गुलाब सिंह को सौंपी थी उन्होंने इस आपात समय में उस विरासत की रक्षा अंग्रेजों तथा असक्षम तथा षड्यंत्रों में घिरे लाहौर दरबार से भी की थी।

वास्तव में सेनानायक से जननायक बने जम्मू कश्मीर के असल महाराजा गुलाब सिंह के जीवन का सूक्ष्म विश्लेषण करने पर हम पाते हैं कि ये सही मायनों में एक वीर योद्धा तथा सच्चे राष्ट्रभक्त थे। अनेक इतिहासकारों ने भले ही अपने चश्मे से देखते हुए इन्हें अलग ढंग से प्रस्तुत किया हो किन्तु वास्तव में उस समय के साक्ष्यों के आधार पर यह कहा जा सकता है कि इन्होंने बिना किसी प्रलोभन के उस विरासत की न सिर्फ रक्षा की बल्कि उसका विस्तार भी किया।

स्रोत: Gulab Singh, गुलाब सिंह, जम्मू कश्मीर, Jammu Kashmir, रणजीत सिंह, Ranjit Singh, Dogra, डोगरा, Sikh, सिख, ब्रिटिश, British, इतिहास, History
Tags: DograGulab Singh.HistoryJammu & KashmirLahoreइतिहासगुलाब सिंहजम्मू-कश्मीरडोगरालाहौर
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

चीन ने भूटान में बसाए 22 गांव: कर्ज देकर दुनिया भर में कब्जे का जाल फैला रहा, भारत की धरती के करीब आता जा रहा ड्रैगन

अगली पोस्ट

तिरंगा फाड़ा, PM मोदी की माँगी मौत, पोस्टरों पर मारे लात-चप्पल: कनाडा में खालिस्तानियों का उत्पात, जस्टिन ट्रूडो की शह पर हो रहा ये सब?

संबंधित पोस्ट

ट्रम्प टैरिफ के बीच 'स्वदेशी' फिर चर्चा में है
अर्थव्यवस्था

सभ्यता की आत्मा से आत्मनिर्भर भारत तक का रास्ता है “स्वदेशी”- लेकिन ‘ब्रांड प्रेमी’ हिंदुस्तानियों को स्वदेशी से जोड़ना चुनौती से कम नहीं

2 September 2025

स्वदेशी केवल कोई आर्थिक विचार या व्यापारिक रणनीति नहीं है, बल्कि यह भारतीय सभ्यता की आत्मा है। यह हमारी सांस्कृतिक चेतना का वह सहज संस्कार...

बांग्लादेश: हिंदुओं के लिए नर्क, दुनिया की चुप्पी और भारत की जिम्मेदारी
इतिहास

बांग्लादेश: हिंदुओं के लिए नर्क, दुनिया की चुप्पी और भारत की जिम्मेदारी

1 September 2025

आज जब दुनिया मानवाधिकार, धार्मिक स्वतंत्रता और लोकतंत्र की बातें करती है, तब बांग्लादेश की ज़मीन पर हो रहे अत्याचारों पर सबने चुप्पी साध रखी...

जापान की गोपनीय फाइलें और अधूरा सच: क्या अब खत्म होगा नेताजी सुभाष चंद्र बोस का रहस्य?
इतिहास

जापान की गोपनीय फाइलें और अधूरा सच: क्या अब खत्म होगा नेताजी सुभाष चंद्र बोस का रहस्य?

30 August 2025

भारत की स्वतंत्रता संग्राम की जिन हस्तियों ने करोड़ों दिलों में ज्वाला जगाई, उनमें नेताजी सुभाष चंद्र बोस का नाम सबसे ऊपर आता है। वे...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

IAF’s Arabian Sea Drill: Is it A Routine exercise or Future Warfare Preparation?

IAF’s Arabian Sea Drill: Is it A Routine exercise or Future Warfare Preparation?

00:05:26

Ganesha’s Empire Beyond Bharat: The Forgotten History of Sanatan Dharma in Asia

00:07:16

The Truth Behind Infiltration, Political Appeasement, and the Battle for Identity.

00:06:28

USA’s Real Problem With India is Not Russian oil ! America’s Double Standard Exposed yet Again.

00:06:12

Why Experts Say US President Donald Trump’s Behavior Signals Something Serious?

00:07:25
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited